पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, विपक्ष भले ही एक एक व्यक्ति की पार्टी क्यों न हो, लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज जरूर सुनी जानी चाहिए
संसद में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने से ठीक एक दिन पहले एनडीए की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने बड़ा बयान दिया है. पार्टी ने कहा है कि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए वह अंतिम समय पर फैसला लेगी और पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने जो निर्देश दिया है, उसी के मुताबिक संसद में कार्यवाही की जाएगी.
शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा, लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज जरूर सुनी जानी चाहिए. विपक्ष भले ही एक एक व्यक्ति की पार्टी क्यों न हो. जब जरूरी होगा, हमलोग (शिवसेना) भी उस वक्त बोलेंगे. हमारे अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने हमें जो निर्देश दिया है, मतदान के समय उसका पालन करेंगे.
उधर बीजेपी ने उम्मीद जताई है कि नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को होने वाले मत विभाजन में सरकार को 314 सांसदों का समर्थन मिलेगा.
पार्टी नेताओं के आकलन के मुताबिक सरकार को एनडीए के घटक दलों के अलावा अंबुमणि रामदास की अगुवाई वाले पीएमके और राजू शेट्टी की अगुवाई वाले स्वाभिमानी पक्ष से भी समर्थन मिलने की उम्मीद है.
हालांकि शेट्टी और रामदास अब एनडीए में शामिल नहीं हैं, इसके बावजूद सरकार को उम्मीद है कि वे मत विभाजन के दौरान प्रस्ताव का विरोध करेंगे. पार्टी सूत्रों ने बताया कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार को लोकसभा में 314 सदस्यों का समर्थन मिलेगा. निचले सदन में फिलहाल 535 सदस्य हैं. ऐसे में सरकार को 268 सांसदों के समर्थन की जरूरत है.
इन 314 सांसदों की सूची में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन का मत शामिल नहीं है. वह इंदौर से बीजेपी की सांसद हैं.