विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया असम सरकार द्वारा राजधानी और उसके आसपास मीडिया को संबोधित करने और सार्वजनिक जनसभा को संबोधित करने पर लगाए गए दो महीने के प्रतिबंध के बावजूद बुधवार को यहां पहुंच गए। तोगड़िया विमान से यहां हवाईअड्डे पहुंचे और वहां से सीधे शहर में नीलाचल पहाड़ियों के शिखर पर स्थित कामाख्या मंदिर चले गए। उनके निर्धारित कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले के विरोध में वह माथे पर एक काली पट्टी बांधे हुए हवाईअड्डे से बाहर निकले।
अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद (एएचपी) के सैकड़ों समर्थकों ने हालांकि तोगड़िया का स्वागत गर्मजोशी से किया और हवाईअड्डे के बाहर उनके सम्मान में नारे लगाए। साथ ही उन्होंने भाजपा नीत असम सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
गुवाहाटी । विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण भाई तोगड़िया अपने आगमन और सार्वजनिक सभाएं करने संबंधी तमाम प्रतिबंधों को दरकिनार करते हुए आज यहां गुवाहाटी पहुँचे।
अपने भड़काऊ भाषणों के लिए चर्चित तोगड़िया मुँह पर काला कपड़ा बांधे सुबह 10 बजे गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुँचे। उनकी अगवानी नव गठित अंतर्राष्ट्रीय हिन्दू परिषद के सदस्यों ने की, जिसका गठन उन्होनें विश्व हिन्दू परिषद से अलग होने के बाद किया था।
पुलिस ने दो महीनों के लिए श्री तोगड़िया पर किसी भी प्रकार की जन सभा को संबोधित करने का प्रतिबंध लगाया है। यहां आने के बाद उन्होंनेे कामाख्या मन्दिर के दर्शन किए ।श्री तोगड़िया अपने भड़काऊ भाषणों के लिए जाने जाते हैं जिसकी वजह से सरकार को राज्य में साम्प्रदायिक तनाव बढ़ने का डर है। इससे पहले 2015 में कांग्रेस सरकार ने उनके गुवाहाटी में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया था।
विश्व हिन्दू परिषद के पू्र्व अध्यक्ष मौजूदा केन्द्र सरकार की नीतियों के जोरदार आलोचक हैंं कि यह सरकार पिछले चुनाव के दौरान किए गए अपने वादों को पूरा करने में असफल रही है। माना जा रहा है कि वह असम की भाजपा सरकार की जोरदार आलोचना करेंगें, जो पहले ही विभिन्न मोर्चों पर अपने लचर प्रदर्शन और असम नागरिकता संशोधन (विधेयक) 2016 पर चुप्पी के लिए आलोचना झेल रही है।