चण्डीगढ़: 15 जुलाई, 2018
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता व हरियाणा के पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा ने वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वित्त मंत्री पहले यह स्पष्ट करें कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर जाट आरक्षण आन्दोलन में उनकी संलिप्तता के आरोप किस आधार पर लगा रहे हैं ? क्या कोई ऐसी जाँच हुई है या सबूत मिले हैं, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री की भूमिका पाई गई हो ? स्वयं सरकार द्वारा गठित प्रकाश सिंह कमेटी ने जाट आरक्षण आन्दोलन में हुए जानमाल के नुकसान के लिए व मामले से निपटने में हुई विफलता के लिए सीएमओ को दोषी ठहराया है तथा भूपेन्द्र सिंह हूड्डा पर कोई आक्षेप नहीं लगाया। कैप्टन अभिमन्यु अपनी झूठी ब्यानबाजी के लिए माफी मांगें या ऐसा नहीं किया तो कानूनी कार्यवाही के लिए तैयार हो जायें।
कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कहा कि अच्छा हुआ कि कैप्टन अभिमन्यु पहले ही फौज छोड़ कर आ गये वरना पता नहीं कहां निशाना लगाते ? सच्चाई यह है कि जाट आरक्षण आन्दोलन के दौरान हुई हिंसा के असली गुनाहगार पकड़े ही नहीं गये, क्योंकि उन्हें सरकार का संरक्षण मिला हुआ है। मेरे बेटे गौरव हुड्डा समेत अनेक युवाओं को व्यक्तिगत रंजिश के कारण झूठा फसाया गया है। असली आरोपी को बचाने के उद्देश्य से ही सरकार ने पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय के सेवारत न्यायधीश से जाँच करवाने से इन्कार कर दिया।
पूर्व मंत्री कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कहा कि यह बात जन-जन की जुबान पर है कि अपने 10 वर्ष के शासनकाल में पूर्व मुख्य मंत्री चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने अपने किसी भी विरोधी पर मुकदमें नहीं बनाये और न ही विपक्षी पार्टियों को बदले की भावना से तंग किया। चौधरी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा एक शरीफ व साफ छवि के नेता हैं। उनका व उनके परिवार का शराफत व ईमानदारी का रिकाडऱ् रहा है, जिसकी वजह से हुड्डा परिवार की तीन पीढि़यां रोहतक से 9 बार लोकसभा चुनाव जीती हैं। भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के परिवार ने देश की आजादी की लड़ाई में बढ़चढ़ कर भाग लिया व उनके पिता तथा दादा ने वर्षों अंग्रजों की जेलों में बिताये। कैप्टन अभिमन्यु, भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर बेबुनियाद आरोप लगा कर राजनीति में उनको पीछे धकेल देंगे तो वे मुगालते में हैं। कैप्टन अभिमन्यु पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं, पर मंत्री बन कर जितना अहंकार पाल लिया है और विरोधियों पर जिस तरह झूठे आरोप लगा रहे हैं, यह सब उनके राजनैतिक जीवन पर विराम लगाने का ही काम करेगा।
कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कहा कि भाजपा आने वाले लोकसभा व विधानसभा चुनावों में मुंह की खाने वाली है, क्योंकि हरियाणा की जनता और सभी वर्ग/समुदाय भाजपा सरकार से बेहद खफा हैं। हालात ये हैं कि अधिकांश भाजपा प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा पायेंगे, जिनमें कैप्टन अभिमन्यु भी शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को जनक्रान्ति यात्रा में मिल रहा अपार जन समर्थन का संकेत भी यही कहता है। 2019 के चुनाव में कांग्रेस सत्ता में आने पर प्रकाश सिंह कमेटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई करेगी और खनन में हुई धांधली व भाजपा सरकार में हुए घोटालों की जाँच करवायेगी। कैप्टन अभिमन्यु अपने विरोधियों पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में भी झांक लें। भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने खनन में हुए भ्रष्टाचार के खेल को जिस तरह उजागर किया है और तलख टिप्पणियां की हैं ये बात कैप्टन को ध्यान में रखनी चाहियें।