Sunday, December 22


21 जुलाई को गुरूग्राम में गृहमंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में 6000 स्कूली छात्र इस प्रोजेक्ट में प्रदेश के प्रति अपने दायित्व की शपथ लेंगे।


चंडीगढ।

हरियाणा में युवा पीढ़ी कानून, नागरिक भावना, लोकतांत्रिक व्यवस्था का सम्मान और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निवर्हन बेहतर तरीके से कर सकें, इसके लिए उनके व्यवहार और दैनिक दिनचर्या में बदलाव लाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। पुलिसिंग व्यवस्था से नजदीकी से परिचित कराने तथा समय आने पर इस प्रकार की भूमिका को समाज हित में निभाने के लिए नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) की तर्ज पर छात्र पुलिस कैडेट (एसपीसी) को शुरू किया जा रहा है। हरियाणा के स्कूली छात्रों को राष्ट्र्र, पदेश और समाज के प्रति जागरूक बनाने की दिशा में प्रारंभ किए जा रहे इस प्रोजेक्ट के माध्यम से सरकार की मंशा छात्रों को राष्ट्रीय युवा नीति के उद्दश्यों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्र निर्माण में शामिल होने के लिए प्रेरित करना है।

छात्र पुलिस कैडेट अभियान में आठवीं से ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों को पुलिस विभाग गृह विभाग, शिक्षा विभाग, परिवहन विभाग, वन विभाग एवं स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर न केवल व्यवस्था से परिचित कराएंगे, अपितु अलग-अलग परिस्थितियों में वह क्या कदम उठाएं, इसका भी प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। छात्र, छात्राओं को कानून का सम्मान करने, अनुशासन बनाए रखने, सामुदायिक भावना, समाज के कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति विकसित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। यही नहीं उन्हें परिवार, समुदाय, पर्यावरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए नशा, असभ्य एवं असहिष्णु व्यवहार, सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लडऩे के लिए प्रेरित करेगा।

वर्ष 2006 में कोच्चि पुलिस ने शुरू किया था प्रोजेक्ट…

वर्ष 2006 में केरल के कोच्चि सिटी पुलिस द्वारा 30 स्कूलों के 400 छात्रों के साथ एक अभियान शुरू किया गया, जिसमें पुलिस अधिकारियों द्वारा उनके साथ सामुदायिक मुद्दों पर चर्चा करते हुए पुलिसिंग व्यवस्था से परिचय कराया गया। इसके बाद छात्रों के रूझान और उनकी इच्छा को देखते हुए इसे प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया और जनवरी 2010 में कोझिकोड में भीड प्रबंधन में ऐसे प्रशिक्षित छात्रों की क्षमता का उपयोग किया गया। इसके बाद 2 अगस्त 2010 में 127 स्कूलों के 11 हजार विद्यार्थियों के साथ प्रोजेक्ट शुरू किया गया।

हमारा मकसद प्रदेश के युवाओं को सामाजिक व्यवस्था के प्रति जवाबदेह बनाने तथा पुलिसिंग व्यवस्था से परिचित कराने का है। हाल ही में इजराइल दौरे के दौरान देखा था कि प्रत्येक युवा को सैन्य प्रशिक्षण अनिवार्य है, ताकि वह अपने राष्ट्र के हितों के प्रति सजग बन सकें और उचित समय आने पर अपना योगदान दे सकें। इस पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह से चर्चा हुई तो उन्होंने केरल में एक दशक से चल रही छात्र पुलिस कैडेट को अपनाने की सलाह दी। 21 जुलाई को गुरूग्राम में गृहमंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में 6000 स्कूली छात्र इस प्रोजेक्ट में प्रदेश के प्रति अपने दायित्व की शपथ लेंगे।
मनोहर लाल, मुख्यमंत्री हरियाणा