आतंकियों ने माँ को मार बेटे की पढ़ाई लूट ली
अब्दुल माजिद अपने बड़े बेटे का दाखिला जम्मू-कश्मीर से बाहर मेडिकल काजेल में कराना चाहते थे. शायद आतंकियों को यही बात बुरी लग गई. जिसके चलते रविवार रात आतंकियों ने अब्दुल माजिद के घर में धावा बोल दिया.
बेटे का मेडिकल कालेज में दाखिल कराने के लिए जम्मू कश्मीर के एक परिवार ने हाल में अपनी जमीन का एक टुकड़ा बेंचा था. यह दंपति अपने बेटे का दाखिला मेडिकल कालेज में करा पाता, इससे पहले आतंकियों को घर में मौजूद रुपयों की भनक लग गई. रविवार रात्रि हथियारों से लैस आतंकियों ने इस दंपति के घर में धावा बोल दिया. घर की मालकिन ने बेटे की पढ़ाई का वास्ता दिया तो आतंकियों का गुस्सा सातवें आसमान में पहुंच गया. झल्लाएं आतंकियों ने चाकू से इस महिला का गला रेत दिया. जिसके बाद खून से लथपथ महिला जमीन पर पड़ी तड़पती रही और आतंकी घर मे लूटपाट करते रहे आतंकियों के घर से जाने के बाद इस घर के मुखिया ने पड़ोसियों से मदद मांगी. किसी तरह इस महिला को अस्पताल तक ले जाया गया. जहां डाक्टरों ने महिला को मृत घोषित कर दिया.
यह दर्दनाक वारदात जम्मू – कश्मीर के बांदीपुरा के शाहगुंद गांव की है. दरअसल, अब्दुल माजिद अपनी पत्नी शकीला बेगम और चार बेटों के साथ इसी गांव में रहते थे. अब्दुल माजिद के बेटे ने हाल में 12वीं की परीक्षा पास की थी. अब्दुल माजिद चाहते थे कि उनका बेटा कश्मीर में फैले आतंकवाद से दूर जाकर अपना भविष्य बनाए. अपने बेटे का भविष्य बनाने के लिए उन्होंने कुछ दिनों पहले अपनी जमीन का एक टुकड़ा बेंचा था. वह अपने बेटे का दाखिला जम्मू-कश्मीर से बाहर मेडिकल काजेल में कराना चाहते थे. शायद आतंकियों को यही बात बुरी लग गई. जिसके चलते रविवार रात आतंकियों ने अब्दुल माजिद के घर में धावा बोल दिया. दो आतंकी घर के बाहर रुके, जबकि एक आतंकी घर के भीतर दाखिल हो गया. घर के भीतर घुसे आतंकी ने हथियारों के बल पर परिवार के सभी सदस्यों को बंधक बना लिया और लूटपाट करने लगे.
आतंकी घर में मौजूद पूरा रुपया और सोने के आभूषण अपने साथ ले जाना चाहते थे, जिससे अब्दुल माजिद अपने बेटे को जम्मू-कश्मीर से बाहर न भेज सके. अपने बेटे के बेहतर भविष्य के लिए बुने सपनों को बिखरता देख शकीला विफर पड़ी. उसने अपने बेटे की पढ़ाई का वास्ता देकर आतंकियों को रोकने की कोशिश की. इसी बात ने आतंकियों के गुस्से को सातवें आसमान में पहुंचा दिया. झल्लाए आतंकी ने अपनी जेब से छुरा निकाला और शकीला की गर्दन रेत दी. खून से लथपथ शकीला को वही पड़ा छोड आतंकी फिर लूटपाट में लग गए. घर में लूटपाट की वारदात को अंजाम देने के बाद आतंकी घर से फरार हो गए. जिसके बाद अब्दुल माजिद अपनी पत्नी शकीला को लेकर श्रीनगर के एक हॉस्पिटल पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
सूत्रों के अनुसार, मामले की छानबीन के लिए पहुंची पुलिस ने घर से कुछ दूरी पर लूटे गए रुपयों का एक हिस्सा पड़ा हुआ पाया. इससे यह साफ हो गया कि इस वारदात को रुपए हासिल करने के मकसद से नहीं बल्कि अब्दुल माजिद के बेटे की पढ़ाई रोकने के इरादे से अंजाम दिया गया था. प्रथम दृष्टया इस दर्दनाक वारदात के लिए लश्कर-ए-तैयबा को जिम्मेदार माना जा रहा है. वहीं बांदीपुरा पुलिस ने स्पेशल टीम का गठन कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है.
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