नितीश ने बीजेपी और जेडीयू के 17-17 सीटों पर लड़ने का फॉर्मूला दिया है
मोदी मैजिक उतार पर है
बिग ब्रदर की भूमिका न मिले तो भी जुड़वां की भूमिका मे आना चाहते हैं नितीश
जेडीयू की दिल्ली में हुई बैठक में तय किया गया कि पार्टी की तरफ से नीतीश कुमार जो भी फैसला लेंगे पार्टी नेताओं को वह मान्य होगा
बिहार :
जुलाई 8, 2018॰
बिहार में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और बीजेपी के बीच गठबंधन को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग गया है. जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी नेताओं के सामने स्पष्ट किया कि दोनों दलों के बीच गठबंधन बरकरार रहेगा.
वहीं पार्टी ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दोनों दलों (बीजेपी और जेडीयू) के 17-17 सीटों पर लड़ने का फॉर्मूला दिया है.
दिल्ली स्थित बिहार भवन में पार्टी के महासचिव और सचिव समेत तमाम वरिष्ठ नेताओं के साथ हुई बैठक में तय किया गया कि जेडीयू की तरफ से नीतीश कुमार जो भी फैसला लेंगे पार्टी नेताओं को वह मान्य होगा.
इस बैठक में शामिल अधिकांश नेता नीतीश के इस प्रस्ताव से सहमत थे कि बिहार में बीजेपी के साथ गठबंधन बरकरार रहना चाहिए. हालांकि इस दौरान यह भी तय किया गया कि बिहार के बाहर भी पार्टी अपना विस्तार जारी रखेगी.
जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता ने न्यूज़18 को बताया कि इस बैठक में शीट शेयरिंग को लेकर भी चर्चा हुई और तय किया किया गया बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से जेडीयू कम से कम 17-18 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
इस दौरान पार्टी के नेताओं ने सीटों की दावेदारी पर मंत्रणा भी की. पार्टी के ही एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक, जेडीयू और बीजेपी के 17-17 सीटों पर लड़ने, जबकि एलजेपी और आरएलएसपी के लिए 6 सीटें छोड़ने की बात कही गई.
‘बिहार में BJP से गठबंधन जारी रहेगा, नीतीश कुमार NDA के नेता होंगे’
जेडीयू के एक नेता ने कहा कि हम फिर से कह रहे हैं कि बिहार में बीजेपी के साथ हमारा गठबंधन जारी रहेगा और नीतीश कुमार एनडीए के नेता होंगे.
नीतीश ने पार्टी की बैठक के दौरान इस बात का भी जिक्र किया कि वो तमाम आलोचनाओं के बीच किस तरह से सरकार चला रहे हैं. नीतीश ने कहा कि जब वो आरजेडी के साथ सरकार में थे तो उनपर तरह-तरह के कमेंट किए जाते थे, लेकिन बीजेपी के साथ उनकी सरकार में ऐसा कुछ भी नहीं है.
बैठक के दौरान नीतीश ने इस बात का भी जिक्र किया कि मोदी लहर में बीजेपी ने भले ही 22 सीटें जीती हों, लेकिन ऐसे वक्त में जब हमने अपने 17 साल पुराने दोस्त से एक बार फिर से हाथ मिलाया है, हर किसी को बलिदान के लिए तैयार रहने की जरूरत है.
बता दें कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 12 जुलाई को पटना दौरे पर आ रहे हैं. ऐसे में जेडीयू की इस बैठक के बाद नीतीश कुमार की अमित शाह के साथ होने वाली मुलाकात को अहम माना जा रहा है.
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