के. चंद्रशेखर राव ने देश में एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराए जाने का समर्थन किया है
टीआरएस सांसद ने कहा, ‘निर्वाचित प्रधानमंत्री हर साल विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव प्रचार अभियान में अपना काफी वक्त लगाते रहे है.’
तेलंगाना के मुख्यमंत्री और टीआरएस के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव ने देश में एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव कराए जाने का समर्थन किया है.
विधि आयोग के अध्यक्ष को (साथ चुनाव कराने के प्रस्ताव के पक्ष में) राव का पत्र सौंपने के बाद करीमनगर के टीआरएस सांसद बी विनोद कुमार ने मीडिया से कहा , ‘कई लोग मानते हैं कि विधानसभाओं एवं संसद का एक साथ चुनाव कराना भाजपा या मोदी का एजेंडा है. लेकिन विधि आयोग ने काफी पहले ही प्रक्रिया शुरु कर दी थी.’
टीआरएस सांसद ने कहा, ‘निर्वाचित प्रधानमंत्री हर साल विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव प्रचार अभियान में अपना काफी वक्त लगाते रहे है.’
उनका कहना था कि यह 2014 में लोकसभा और कुछ राज्यों में चुनाव के बाद 2015, 2016, 2017 और 2018 में विभिन्न राज्यों में हुए चुनावों से स्पष्ट होता है.
उन्होंने कहा, ‘तेलंगाना राष्ट्र समिति और के सी आर (राव इस नाम से लेाकप्रिय हैं) का मत है कि एक बार चुनाव हो जाने से राज्यों एवं देश के विकास में मदद मिलेगी.’
उन्होंने कहा , ‘हमारी राय से आज स्पष्ट रुप से अध्यक्ष को अवगत करा दिया गया.’ एक साथ चुनाव करवाने से ‘नष्ट’ होगा संसदीय लोकतंत्र: आप
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता आशीष खेतान ने कहा कि उनकी पार्टी का यह दृढ़ता से मानना है कि एक साथ चुनाव कराए जाने से भारत का संसदीय लोकतंत्र एवं संघवाद ‘नष्ट’ होगा.
खेतान ने विधि आयोग और उसके सदस्यों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि आप इस मामले में पार्टी के रूख को लेकर आयोग को एक विस्तृत पत्र सौंपेगे.
विधि आयोग ने 14 जून को सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से इस मुद्दे पर उनकी राय मांगी थी.
खेतान ने ट्वीट कर कहा, ‘विधि आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों से मुलाकात की. बताया कि ‘आप’ इस बात पर दृढ़ता से विश्वास करती है कि एकसाथ चुनाव करवाने से हमारा संसदीय लोकतंत्र एवं संघवाद नष्ट हो जाएगा तथा इसका मतलब होगा हमारे संविधान के बुनियादी ढांच को क्षत-विक्षत करना. हम जल्द ही आयोग को एक विस्तृत पत्र सौंपेगे.’
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