लखनऊ।
आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को धमकाने के मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। लखनऊ के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) आनंद प्रकाश सिंह ने मुलायम को जांच में सहयोग देने को कहा है। अदालत ने विवेचक को सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की आवाज का नमूना लेने के लिए 20 दिन का समय दिया है।
अदालत ने मुलायम सिंह को निर्देश दिया कि वे आवाज का नमूना लेने लेने में विवेचक का सहयोग करें अन्यथा यह मान लिया जाएगा कि कथित टैप में आवाज उनकी है। इससे पहले विवेचक व क्षेत्राधिकारी बाजारखाला अनिल कुमार यादव ने अदालत को बताया कि मुलायम सिंह आवाज का नमूना देने में सहयोग नहीं कर रहे हैं।
सुनवाई के दौरान अमिताभ ठाकुर ने अदालत को बताया कि 10 जुलाई 2015 को मुलायम सिंह यादव ने फोन पर धमकी देकर परिणाम भुगतने को कहा था। इसकी रिपोर्ट कोर्ट के माध्यम से दर्ज हुई थी।
इस मामले में अदालत ने 20 अगस्त 2016 को विवेचक को निर्देश दिया था कि वह आरोपी मुलायम सिंह यादव की आवाज का नमूना लेकर उसका मिलान करें लेकिन आदेश का अनुपालन अभी तक नहीं हो पाया है।