लखनऊ।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भारतीय जनता पार्टी पर आज जमकर हमला बोला है। मायावती ने मध्य प्रदेश के मंदसौर में सामूहिक दुष्कर्म के साथ ही स्विस बैंक में भारतीयों के धन में इजाफा तथा विपक्षी दलों के एकजुट होने के कारण भाजपा की बयानबाजी पर रोष जताया है। मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 से पहले कहा जतिवादी, जनविरोधी और अहंकारी भाजपा सरकार के खिलाफ विपक्षी पार्टियां एकजुट हो रही हैं। इससे भाजपा के पेट में भयंकर दर्द हो रहा है। इसी सब भी छटपटाहट में भाजपा लगातार बड़ी-बड़ी गलतियां करती जा रही है। देश की जनता कालाधन व जीएसटी के कारण शोषण से कराह रही है। इसके बीच ही विपक्षी दल एक हो रहे हैं। अब तो सब मिलकर भाजपा पर एकसाथ प्रहार करेंगे। अब भाजपा का जनता से कोई वास्ता नहीं लग रहा है। जनता भी भाजपा की चाल को अब समझ गई है। उनके ही गठबंधन के दल उनसे अलग होते जा रहे हैं। मायावती ने कहा कि स्विटजरलैंड के बैकों में दुनिया भर के बड़े-बड़े पूंजीपति अपना धन रखने को अपनी शान समझते हैं। इनमें से अधिकांश काला धन भी होता है। इन सब के बीच में वहां भाजपा के चहेते भारतीय पूंजीपतियों के धन में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस काला धन की वृद्धि का श्रेय भाजपा को लेना चाहिए। श्रेय लेने में इनका कोई जवाब नहीं है। उन्होंने कहा कि देशहित का मूल प्रश्न यह है कि भारत में कमाया गया धन विदेशी बैंकों में क्यों। इससे केंद्र सरकार की नीयत और उनकी नीति व बड़े-बड़े दावों की पोल खुल रही है। उन्होंने कहा कि वैसे देशहित का मूल प्रश्न यह है कि भारत में कमाया गया धन विदेशी बैंकों में क्यों जमा है। उन्होंने कहा कि क्या मोदी सरकार यह अपराध स्वीकार करने को तैयार है कि विदेशी बैकों में जमा देश का कालाधन वापस लाकर उसे देश के प्रत्येक गरीब परिवार के हर सदस्य को 15 से 20 लाख रुपये देने के उसके चुनावी वायदे पूरी तरह से छलावा साबित हुये हैं। बसपा प्रमुख ने कहा कि देश की गरीब और मेहनतकश आम जनता आने वाले सभी चुनावों में मोदी सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से भी इस सवाल का जवाब जरूर चाहेगी कि भाजपा सरकार की नीतियों से अमीर लोग और ज्यादा धनवान तथा गरीब और ज्यादा गरीब क्यों होते जा रहे हैं। सवाल यह है कि भारतीय धन्नासेठों के धन में इतनी वृद्धि कैसे हुई है और इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार की नीयत, उनकी नीति तथा बड़े-बड़े दावों का क्या हुआ। भाजपा की केन्द्र तथा राज्य सरकारें निजी क्षेत्र को अंधाधुंध बढ़ावा दे रही हैं। जहां दलितों और पिछड़ों की हमेशा से उपेक्षा होती आयी है. मायावती ने कहा कि भारतीय रुपये का लगातार अवमूल्यन क्यों हो रहा है तथा भारतीय पासपोर्ट की अहमियत खासकर अमेरिका में लगातार क्यों कम होती जा रही है, सरकार को इस बात का भी जवाब जनता को ज़रुर देना चाहिये। मायावती ने पूछा कि भारतीय रूपया की कीमत में लगातार गिरावट और अमेरिका में भारतीय पासपोर्ट की अहमियत क्यों कम होती जा रही है। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि सवा सौ करोड़ों के इस देश में दिखावे के लिए गैस सिलेंडर देकर उसके प्रचार में जमीन आसमान एक कर देना संकीर्ण चुनावी राजनीति है। इससे ज्यादा गैस कनेक्शन हर साल देने की सामान्य प्रक्रिया रही है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने मध्य प्रदेश के मंदसौर गैंगरेप की घटना को अति निंदनीय और अति शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि शिवराज चौहान सरकार को इस मामले में सख्त कदम उठाने चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने मांग की है कि भाजपा को भी अपने उन सांसद व विधायक के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जिन्होंने इस घटना को गंभीरता से नहीं लिया। इसकी आड़ में अपनी राजनीति रोटी सेंकने की घिनौनी हरकत की है। जीएसटी लागू हुए एक साल पूरे होने पर मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि वह इसकी पूरी ईमानदारी समीक्षा करे और जो भी कमियां सामने आती हैं, उन्हें दूर करे। मायावती ने अमेरिका का जिक्र करते हुए कहा कि इस देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ‘अमेरिका फस्र्ट’ की नीति के कारण वहां भारतीय मूल के लोगों का शोषण तथा गिरफ्तारी जैसी घटनाएं शुरु हो गयी हैं। इन घटनाक्रमों पर केन्द्र सरकार की खामोशी उसकी विफलता व कमजोरी को ही साबित करती है। उन्होंने मांग की कि मोदी सरकार अमेरिका में भारतीय पासपोर्ट धारकों के हित तथा सुरक्षा की गारण्टी लेकर इस सम्बन्ध में तत्काल कदम उठाये।