पुलिस के लापरवाही से आयुष के शव का पोस्टमार्टम में देरी हुई : अविनाश सिंह शर्मा

आज दसवें दिन सेक्टर 16 अस्पताल में पड़े आयुष के शव का पोस्टमार्टम तीन डाक्टरों के टीम के द्वारा किया गया बता दें कि आयुष के परिवार और चंडीगढ़ की आवाज के चेयरमैन अविनाश सिंह शर्मा     एवं महामंत्री कमल किशोर शर्मा अपने साथियों के साथ सुबह 9: 00बजे सेक्टर  16 के हॉस्पिटल की मोर्चरी पर पहुंचकर सेक्टर-19 के पुलिस को टेलीफोनिक सूचना एवं SMS के द्वारा सूचना देकर जल्द आने का आग्रह किया पर यह सेक्टर – 19 चंडीगढ़ पुलिस की बदमाशी कहे या जयादती यह करीब 12:10 PM बजे दिन में अस्पताल पहुंचे जिसके कारण अस्पताल में डॉक्टरों की टीम के द्वारा पोस्टमार्टम के बाद शव को शाम को तकरीबन 5:25PM बजे शाम को शव मिला शव को लेकर अविनाश शर्मा महामंत्री कमल किशोर शर्मा आयुष के पूरे परिवार मित्रगण सेक्टर 25 के श्मशान ग्राउंड में आयुष को दफनाने का काम किया एवं उसके आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना भी की चंडीगढ़ पुलिस की ज्यादती रहे जो FIR नवमी दिन किए गए वह पहले दिन भी किए जा सकते थे ।नगर निगम अधिकारियों एवं मेयर को बचाने के लिए बिना नाम दरज एफ आई आर (FIR) तैयार किया गया यह लड़ाई आगे भी चलेगी जब तक दोषियों का नाम FIR में शामिल नहीं किया जाएगा इसके लिए पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय से लेकर सर्वोच्च न्यायालय भारत तक गुहार लगानी होगी तो चंडीगढ़ की आवाज गुहार लगाकर गरीब परिवार गरीब मां ममता को इंसाफ दिलवाने का काम करेगा आज पूरे दिन उसकी पोस्टमार्टम और संस्कार में व्यस्त रहने के कारण जो 25 जून को सेक्टर 19 के चंडीगढ़ पुलिस अविनाश शर्मा के सेक्टर 45 आवास पर आकर किए  गुंडागर्दी एवं झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दिए । जिसकी सीसीटीवी CCTV फुटेज भी है और डीएसपी DSP को फोन पर बताया गया तो उन्होंने कहा आप अपना काम कर रहे हो हम भी अपना काम कर रहे हैं जब उन्होंने कहा मेरे दरवाजा पीटने का मतलब क्या है उन्होंने कहा आप अपना काम कर रहे हो हम अपना काम कर रहे हैं। अविनाश सिंह शर्मा ने डीएसपी सतीश कुमार को कहा कि आपका क्या काम है हमारे दरवाजे को पिटवाना तो सतीश कुमार ने कॉल काट दिया था आज तो आयुष के पोस्टमार्टम और संस्कार में पूरे दिन व्यस्त रहने के कारण वरीय अधिकारियों को शिकायत का वक्त नहीं किया कल वरीय पुलिस अधिकारी से डीएसपी सतीश कुमार सेक्टर 19 के पुलिस अधिकारियों के खिलाफ शिकायत कर कार्रवाई की मांग की जाएगी अगर कार्रवाई नहीं हुई तो पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय चंडीगढ़ की शरण में जाकर गुहार लगाने का काम करेंगे |

कुछ सैनिक कभी रिटायर नहीं होते

85 वर्ष के डॉ.(कर्नल).राजिंदरसिंह (एमबीबीएस, डीपीएम, एमडी- साइकाइट्री)  ने  अपने  जीवन के  62 साल नशे और मनोचिकित्सक रोगियों का इलाज करने में बीता दी और आज भी वह इस मुहीम में अग्रसर  है

पंजाब के इस रुझारू शक्श ने नशे को रोकने के लिए कई उत्साही कदम उठाए हैं।

एक पैसा चार्ज किए बिना, वह पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ में ‘नशा-मुक्ति इलाज’ में समर्पित दो एन.जी.ओ में महत्वपूर्ण योगदान देते है। सेना में, कर्नल राजिंदर ने मनोचिकित्सा में वरिष्ठ सलाहकार के रूप में कार्य किया।

1991 में, अपनी पत्नी के साथ मिलकर, उन्होंने गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर, सेक्टर 34, चंडीगढ़ में उन रोगियों के लिए एक धर्मार्थ डिस्पेंसरी खोली जो की बड़े और निजी अस्पतालों में चिकित्सा उपचार नहीं करा  सकते और जिन्हे तत्काल देखभाल की आवश्यकता होती है।

वह कहते है: सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद मरीज़ों की सेवा करने की उनकी प्रेरणा उन्हें उनकी पत्नी, सावित्री कौर से मिली I गरीब लोगों के इलाज के लिए उनकी पत्नी,  ने मुफ्त इलाज डिस्पेंसरी शुरू की।ये था एक महिला का निस्संदेह, व्यक्तिगत प्रयास जो आज 31 सलाहकारों की एक टीम के साथ हरदिन 100 से अधिक मरीजों को मुफ्त में इलाज प्रदान करता है जब तक वे स्वस्थ रहीं, मरीजों की सेवा करने में व्यस्त रही।

आज, डॉ राजिंदर सिंह खुद गुरुद्वारा साहिब में उन रोगियों का इलाज करते है, जो नशे व् मानसिक रोग से  ग्रस्त  है

डॉ राजिंदर सिंह ‘कलगीधर ट्रस्ट’ के साथ एक स्वयं सेवक के रूप में भी कार्य करते है जो दो ड्रग-डी-एडिक्शन और मनोचिकित्सा केंद्र चलाते है, एक सिर्मौर, हिमाचल प्रदेश में और दूसरा पंजाब के संगरूर डिस्ट्रिक्ट, चीमा में। 2004 से वह दोनों केंद्रों में निदेशक के रूप में स्वयं सेवा कर रहे हैं और अब तक हज़ारों मरीजों का इलाज कर चुके है

नशे की लत के लिए अपनी व्यक्तिगत भावनाओं को साझा करते हुए उन्होंने कहा: जब मैं समाज या परिवार द्वारा रोगियों से भेदभाव देखता हूं तो मुझे बहुत दुःख महसूस होता   है। समाज को यह समझने की जरूरत है कि किसी अन्य बीमारी की तरह, ड्रग एडिक्शन भी एक बीमारी है और वह भी मानसिक।और इस का इलाज संभव है। परिवार के साथ –साथ समाज को रोगियों के प्रति सहानुभूति दिखानी चाहिये।

अधिक से अधिक मरीजों के इलाज के अपने मिशन को आगे बढ़ाने के लिए,वह समझते है कि उन्हें खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रखना है।तभी डॉ राजिंदर सिंह नियमित रूप से योग का अभ्यास करते हैं, और वह खुद को बहुत भाग्यशाली मानते है कि उन्हें नशे रोगियों के इलाज की सेवा करने का मौका मिला है

डॉ राजिंदर सिंह सामाजिक कारणों के लिए भी एक फाइटर हैं। उन्होंने शराब की दुकान को अपने सेंटर से दूर शिफ्ट करने के लिए सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी, जो कि उनके चीमा, संगरूर में अपने व्यसन केंद्र के बाहर खोला गया था।

इस शराब की दूकान को गांव से बाहर निकालने के लिए उन्हें लगभग एक साल का समय लगा।यहां तक ​​कि केंद्रीय और राज्य मंत्रालय ने भी अपनी याचिका पर कोई ध्यान नहीं दिया।वह कहते है कि अपने गुरुओं के आशीर्वाद के साथ, उन्होंने मामला जीता।

वह गांव, चीमा, के आस-पास के अवैध गैर-व्यसन केंद्रों के खिलाफ लड़ने में भी सक्षम रहे

एक फाइटर, एक सामाजिक कार्यकर्ता, , उम्र में बूढ़ा लेकिन दिल में युवा, डॉ राजिंदर सिंह राज्य और राष्ट्र के लिए एक प्रेरणा है।

Sadguru Kabir Mahasabha, Chandigarh is celebrating 620th Sadguru Kabir Jayanti on 27th of June, 2018 .

We are glad to inform you, this year Sadguru Kabir Mahasabha, Chandigarh is celebrating 620th Sadguru Kabir Jayanti on 27th of June, 2018 .

On this Auspicious Occasion A Shobha Yatra will be organised throughout the city beautiful on 27th of June, 2018 .

The followers of great Saint Kabir and the people of Dhanak Samaj will assemble at Kabir Mandir Colony No.4 Industrial Area Phase 1, Chandigarh, for the procession and on this occasion Mr. Sanjay Tondon will inaugurate the Shobha Yatra . Sobha Yatra/ Nagar Kirtan will start at 1:00pm and after passing through the Sectors / Markets of Sector 29, 30, 20, 21,22,23,24, it will culminate at 6pm at Community Centre Dadu Majra Colony, Sector 38 west Chandigarh where Smt. Kirron Kher MP will be the chief Guest. Where A KABIR Jayanti Samaroh will be held.

Bluefox कंपनी और बॉलीवुड सितारों  पर लगाए गए आरोपों की हकीकत

क्या है Bluefox कंपनी और बॉलीवुड सितारों  पर लगाए गए आरोपों की हकीकत…..?
 
Bluefox के 50 से ज्यादा Associate  एफिडेविट और तमाम कागजों के साथ बताएंगे पूरी हकीकत
 
 
कैसे चंद लोग अपने फायदे के लिए कर रहे हैं Bluefox कंपनी और बॉलीवुड सितारों के नाम को बदनाम…..?
 
 
बड़ा खुलासा 27 जून 2018, सुबह 11:45 चंडीगढ़ प्रेस क्लब

Now officers changed her address too?????

 


  • An inter-faith couple was allegedly humiliated by a passport official last week.
  • Local police have said that the woman was not living in Lucknow for past one year
  • Passport applicants should be residing at the address filled in the application for at least one year

LUCKNOW:

The local police on Tuesday sent its report to the Regional Passport office (RPO) here over an incident involving an inter-faith couple who was allegedly humiliated by an official.

According to the report, the wife, Tanvi Seth, had not been living in Lucknow for past one year but was residing in Noida.

Senior Superintendent of Police Deepak Kumar told reporters that according to rules, applicants should be residing at the address filled in the application for at least one year but Seth had not followed the rules.

“We have sent our report to the RPO. She was not living in Lucknow for past one year. She was living in Noida and doing some work there,” the SSP said.

The couple had alleged that Passport Seva Official Vikas Mishra asked the husband to convert to Hinduism and pulled up the wife for marrying a Muslim when they went there to file passport applications.

When asked whether police would take any action against the couple, the SSP said, “We have to submit verification report on six-seven points only. We have sent our report. Now, the RPO will take the appropriate decision.”

The matter came to light when Mohammad Anas Siddiqui and Seth, who have been married for 12 years, wrote about their ordeal on Twitter and tagged External Affairs Minister Sushma Swaraj on June 20.

A day later, the Regional Passport Office in Lucknow transferred Mishra and issued passports to the couple.

The case took another turn when an ‘eyewitness’ claimed that he was kidnapped from near his residence in Lucknow and taken towards Nepal but managed to escape.

PM being “The Most Valuable Target” new security guidelines are issued to states


  • The home ministry said there has been an “all-time high” threat to the PM and he is the “most valuable target” in the run-up to the 2019 general elections
  • The SPG is believed to have advised Modi, who is the main campaigner for the ruling BJP, to cut down on road shows, which invite a bigger threat

NEW DELHI:

Issuing new security guidelines to states in the wake of an “all-time high” threat to Prime Minister Narendra Modi, the home ministry has said that not even ministers and officers will be allowed to come too close to the prime minister unless cleared by the Special Protection Group (SPG).

The ministry said there has been an “all-time high” threat to the prime minister and he is the “most valuable target” in the run-up to the 2019 general elections, officials privy to the development said.

No one, not even ministers and officers, should be allowed to come too close to the prime minister unless cleared by his special security, the home ministry communication said, citing an “unknown threat” to Modi.

The SPG is believed to have advised Modi, who is the main campaigner for the ruling BJP, to cut down on road shows, which invite a bigger threat, in the run up to the 2019 Lok Sabha polls, and instead address public rallies, which are easier to manage, an official said.

The close protection team (CPT) of the prime minister’s security has been briefed about the new set of rules and the threat assessment and instructed them to frisk even a minister or an officer, if necessary.

The Prime Minister’s security apparatus was reviewed threadbare recently after the Pune Police told a court on June 7 that they had seized a “letter” from the Delhi residence of one of the five people arrested for having alleged “links” with the banned CPI (Maoist), another official said.

The purported letter allegedly mentioned a plan to “assassinate” Modi in “another Rajiv Gandhi-type incident”, the police had told the court.

Besides, during a recent visit to West Bengal, a man was able to break through six layers of security to touch the prime minister’s feet, sending the security agencies into a tizzy.

चंडीगढ़ में नहीं बढ़ेंगे पानी के रेट

चंडीगढ़: एफएंडसीसी की बैठक में पानी के रेट बढ़ाने के मुद्दे पर भाजपा के अनिल दुबे सहित सभी सदस्यों ने एक स्वर में विरोध जताया। इसके परिणाम स्वरूप शहर वासियों के ऊपर थोपा जाने वाला पेयजल बिल को डबल करने का एजेंडा रद्द कर दिया गया। सदस्यों का कहना था कि हम शहर वासियों को यदि कोई सुविधा नहीं दे सकते तो उनके ऊपर जबरिया टैक्स का बोझ लादना न्यायसंगत नहीं है।

1,000 भूतपूर्व सैनिकों को विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) के रूप में नियुक्त किया जाएगा

चण्डीगढ़, 26 जून-

हरियाणा सरकार ने पुलिस कमिश्नरेट, गुरुग्राम में नाइट डयूटी करने के लिए सेना से अतिरिक्त 1,000 भूतपूर्व सैनिकों को विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) के रूप में नियुक्त करने की स्वीकृति प्रदान करने का निर्णय किया है।
इस आशय का निर्णय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आज यहां हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया।
यह निर्णय पुलिस बल को सुदृढ़ करने और अवांछित घटनाओं के साथ-साथ विशेष रूप से रात्रि के दौरान महिलाओं के विरूद्घ अपराधों को प्रभावी रूप से रोकने में पुलिस को सक्षम बनाने के लिए लिया गया है।
भूतपूर्व सैनिक सभी मौसमों में चरम परिस्थितियों से निपटने के लिए अच्छी तरह से प्रशिक्षित होते हैं और उन्हें एसपीओ के रूप में पुलिस बल का हिस्सा बनाने से निश्चित रूप से इन परिस्थितियों में पुलिस प्रदर्शन का स्तर बढ़ेगा।
उनकी नियुक्ति की पात्रता और शर्तों के अनुसार भूतपूर्व सैनिकों की आयु 25 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए और उन्हें अनुशासनहीनता, दुव्र्यवहार या मेडिकल आधार पर उनकी पिछली सेवा से हटाया या बर्खास्त न किया गया हो ।
योग्य स्वैच्छिक भूतपूर्व सैनिकों को 18,000 रुपये के मासिक मानदेय पर एक वर्ष की अवधि के लिए नियोजित किया जाएगा। इस सहायक बल के सदस्यों को उनके गृह पुलिस स्टेशनों में नियुक्त नहीं किया जाएगा, लेकिन जहां तक संभव हो सके उनके निवास स्थान के निकट आस-पास के पुलिस स्टेशनों में उन्हें नियुक्त किया जाएगा। हालांकि, इच्छुक लोगों को अन्य कमीश्नरेट या जिले में भी नियुक्त किया जा सकता है।
उनकी नियुक्ति के समय उन्हें वर्दी के दो सेट, जूते की एक जोड़ी और वर्दी की अन्य आवश्यक वस्तुओं के लिए 3,000 रुपये का एकमुश्त वर्दी भत्ता दिया जाएगा। वे आधिकारिक दौरे के लिए 150 रुपये प्रतिदिन के टीए और डीए के लिए पात्र होंगे।
हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबलों की भांति उन्हें आकस्मिक अवकाश दिया जाएगा। वे मृत्यु की स्थिति में 10 लाख रुपये, स्थायी निशक्तता के लिए एक लाख रुपये से तीन लाख रुपये और गंभीर चोट के लिए एक लाख रुपये तक के एक्सग्रेशिया अनुदान के लिए पात्र होंगे।
उनकी नियुक्ति के लिए कोई लिखित परीक्षा या शारीरिक माप नहीं लिया जाएगा। हालांकि, भूतपूर्व सैनिकों ने सेना में कम से कम पांच साल की सेवा की हो। सेवा के निर्वहन के समय चिकित्सा श्रेणी ‘ए’ होनी चाहिए और सेवा से निवृति केसमय चरित्र अनुकरणीय या उत्कृष्ट होना चाहिए। आपूर्ति कोर, मेडिकल कोर, सिग्नल कोर और इंजीनियरिंग कोर की बजाय सेना में सक्रिय सशस्त्र डयूटी पर रहे भूतपूर्व सैनिकों को प्राथमिकता दी जाएगी।
उनका चयन एक बोर्ड द्वारा साक्षात्कार के माध्यम से किया जाएगा जिसमें अध्यक्ष के रूप में पुलिस उपायुक्त, एक सहायक पुलिस आयुक्त और संबंधित कमिश्नरेट काएक निरीक्षक शामिल होगा, जिन्हें पुलिस मुख्यालय द्वारा मनोनीत किया जाएगा।
इन स्वैच्छिक एसपीओज़ को कोई भी नोटिस जारी किए बिना संबंधित पुलिस अधीक्षक द्वारा आदेश पारित करके एक वर्ष की अवधि से पहले किसी भी समय अनुशासनहीनता, दुव्र्यवहार और असंतोषजनक प्रदर्शन या गैर-आवश्यकता के आधार पर हटाया जा सकता है। बर्खास्तगी के आदेश के खिलाफ किसी भी वरिष्ठ प्राधिकरण या किसी अदालत के समक्ष कोई अपील नहीं होगी। वे गुरुग्राम से बाहर अपने स्थानांतरण के लिए आवेदन नहीं करेंगे। इन परिस्थितियों में उनकी सेवाओं को समाप्त माना जाएगा।

गाँवों का स्थानान्तरण

चंडीगढ़, 26 जून-

हरियाणा सरकार ने भौगोलिक निकटता और प्रशासनिक सुविधा के दृष्टिïगत, जिला रेवाड़ी में पटवार हलका चिल्हड़ के क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले गांव जैतपुर-शेखपुर, नूरपुर और चिल्हड़ को उप तहसील पाल्हावास से निकाल कर रेवाड़ी तहसील में और जिला करनाल में पांच गांवों मारगेन, मंगोलौरा, गंजोगढ़ी, नागलामेघा और रांवड़ को तहसील एवं उप मण्डल घरौण्डा से निकाल कर तहसील एवं उप मण्डल करनाल में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है।
इस आशय का निर्णय हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आज यहां हुई राज्य मंत्रिमण्डल की बैठक में लिया गया।
इन क्षेत्रों के ग्रामीणों ने क्रमश: तहसील एवं उप मण्डल मुख्यालय रेवाड़ी तथा तहसील एवं उप मण्डल मुख्यालय करनाल के साथ भौगोलिक निकटता के आधार पर अपने गांवों को स्थानांतरित करने की मांग की थी।

एचवीपीएनएल और एचपीजीसीएल के नियमित चिकित्सा अधिकारियों की सेवा निवृत्ति आयु अब 65 हुई

चण्डीगढ़, 26 जून-

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आज यहां हुई मंत्रिमंडल की बैठक में एचवीपीएनएल और एचपीजीसीएल में काम कर रहे नियमित चिकित्सा अधिकारियों के लिए केवल परामर्शदाता और वरिष्ठ परामर्शदाता के रूप में नैदानिक डयूटी करने हेतु सेवानिवृत्ति की आयु को 58 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष तक करने की स्वीकृति प्रदान की गई।
यहां यह उल्लेखनीय होगा कि राज्य स्वास्थ्य विभाग ने एचसीएमएस डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की आयु को पहले ही 58 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष तक कर दिया है।
मंत्रिमंडल की बैठक में स्वास्थ्य विभाग की तर्ज पर विश्वविद्यालय या अन्य संस्थानों में नियुक्त नियमित चिकित्सकों की भी आयु सीमा 58 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष करने का निर्णय लिया है।