बस्तर के सहायक कलेक्टर व प्रशिक्षु आईएएस चंद्रकांत वर्मा व तहसीलदार करिश्मा दुबे शनिवार को शादी के बंधन में बंध गए। रायपुर के समता कॉलोनी स्थित गायत्री मंदिर में शादी पारंपरिक रीति रिवाज के साथ संपन्न हुई।
इस मौके पर परिवार के लोगों के अलावा कई करीबी भी मौजूद थे। वर्मा और करिश्मा ने साथ में पढ़ाई की है और दोनों काफी अच्छे दोस्त रहे हैं, लेकिन अब वो दोस्ती शादी में बदल गई है।
शादी के बंधन में बंधने के बाद रविवार को रायपुर के डीडी नगर में एक रिस्पेशन का कार्यक्रम है, जिसमें छत्तीसगढ़ के कई प्रशासनिक अधिकारी और राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी शामिल होंगे। वर्मा 2017 बैच के होम कैडर के आईएएस हैं।
2017 बैच के छत्तीसगढ़ कैडर के 5 आईएएस में से वर्मा इकलौते होम कैडर के आईएएस हैं। चंद्रकांत पहले राज्य प्रशासनिक सेवा में ही थे, लेकिन बाद में उन्होंने संघर्षों की नई इबारत लिखी और फिर 7 बार नाकाम होने के बाद यूपीएससी में कामयाबी का झंडा बुलंद किया।
2008 बैच के पीएससी में वर्मा बतौर डिप्टी कलेक्टर थे, जबकि करिश्मा 2008 बैच में पीएससी के जरिए तहसीलदार में सेलेक्ट हुई थीं।
पंडरिया में तहसीलदार हैं करिश्मा
करिश्मा दुबे 2008 बैच की तहसीलदार हैं और वर्तमान में पंडरिया में पदस्थ हैं। करिश्मा ने भी बड़े संघर्षों के बाद मुकाम हासिल किया है। इससे पहले करिश्मा ने शिक्षाकर्मी के तौर पर भी ज्वाइनिंग दी थी, लेकिन जब वहां उनका मन नहीं लगा तो महिला बाल विकास विभाग के महिला पर्यवेक्षक के तौर पर भी उनकी पोस्टिंग हुई, वो धमधा में कार्यरत रहीं। शिक्षाकर्मी मोर्चा के प्रांतीय संचालक वीरेंद्र दुबे व अतुल अवस्थी करिश्मा के जीजा हैं।