कांग्रेस ने कहा कि पीएम मोदी को उन सभी सवालों के जवाब देने चाहिए जो वह चार साल पहले तक मनमोहन सिंह सरकार से पूछा करते थे
कांग्रेस ने डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत में रिकॉर्ड गिरावट और स्विस बैंकों में भारतीय नागरिकों द्वारा जमा कराए जाने वाले धन में 50 फीसदी की बढ़ोतरी को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला और कहा कि उन्हें अब उन सभी सवालों के जवाब देने चाहिए जो वह चार साल पहले तक मनमोहन सिंह सरकार से पूछा करते थे.
पार्टी ने मोदी का 2013 का एक वीडियो भी जारी किया जिसमें वह डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर होने के लिए तत्कालीन संप्रग सरकार पर हमले करते नजर आ रहे हैं. कांग्रेस प्रवक्ता आर पी एन सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘प्रधानमंत्री जी ने कहा था जब मेरी सत्ता आएगी तो जो हिंदुस्तानियों ने 80 लाख करोड़ विदेशों में कालाधन छुपाया हुआ है, उसको लाकर 15 लाख हर गरीब के खाते में डाला जाएगा. लेकिन जो स्विस बैंक के ताजा अधिकृत आंकड़े आए हैं उनसे पता चलता है कि स्विस बैंकों में जमा भारतीय धन में 50 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हो गई है.’
मोदी तो भारतीय अर्थव्यवस्था को डॉलर मुक्त बनाने जा रहे थे, क्या हुआ……….
उन्होंने कहा, ‘इससे पहले स्विस बैंकों में भारतीय नागरिकों द्वारा जमा कराए जाने वाले पैसे में सबसे ज्यादा वृद्धि 2004 में हुई थी जब भाजपा की सरकार थी.’ सिंह ने कथित बैंकिंग घोटालों और एनपीए का उल्लेख करते हुए दावा किया, ‘कुछ लोग हमारे बैंकों से 70,000 करोड़ रुपए लेकर देश छोड़ कर भाग गए. ये पैसे देश के गरीब लोगों के थे. बैंकों का एनपीए भी 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो चुका है. बैंकिंग व्यवस्था में लोगों का विश्वास कम हो रहा है.’
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘सरकार से बाहर रहते हुए मोदी जी हर मंच पर, कारोबारी बैठकों में, चुनावी भाषणों में जो सवाल पूछा करते थे, उनका जवाब आज उन्हें खुद देना चाहिए. देश इन मुद्दों पर उनका जवाब सुनना चाहता है.’ इससे पहले कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा, ‘स्विस बैंकों में काला धन 50 फीसदी बढ़कर 7000 करोड़ रुपए हुआ. वादा था विदेशी बैंकों से 100 दिनों में 80 लाख करोड़ रुपए वापस लाने का. जुमले बने ‘अच्छे दिन, कहां गए वो सच्चे दिन?’
स्विट्जरलैंड के केंद्रीय बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार भारतीयों द्वारा स्विस बैंक खातों में रखा गया धन 2017 में 50 फीसदी से अधिक बढ़कर 7000 करोड़ रुपए (1.01 अरब फ्रेंक) हो गया. गौरतलब है कि कल डॉलर के मुकाबले रुपया 49 पैसे लुढ़ककर अब तक के निम्नतम स्तर 69.10 रुपए पर पहुंच गया था.