Monday, December 23
विजय बंसल पत्रकार वार्ता में

सेब मंडी का विरोध,एचएमटी में नया उद्योग लगाने की मांग 


पिंजोर जून 28 :

एचएमटी बचाओ संघर्ष समिति के संरक्षक व पूर्व चेयरमैन हरियाणा सरकार , विजय बंसल ने 3 जुलाई को एचएमटी बचाओ धरना करने का एलान किया है।विजय बंसल ने भाजपा सरकार द्वारा एचएमटी को बंद करने के विरोध में व इस औद्योगिक प्लांट पर निजी लोगो को फायदा पहुंचाने की नजर से प्रस्तावित सेब मार्किट बनाने के विरोध में तथा उद्योग लगाने की मांग को लेकर धरना देने का निर्णय लिया है।विजय बसंल के नेतृत्व में इससे पूर्व भी हजारो की संख्या में एचएमटी पिंजोर से चंडीगढ़ तक पदयात्रा निकाल कर सरकार के विरुद्ध रोष व्यक्त किया था।एचएमटी बचाओ संघर्ष समिति का गठन 2016 में किया गया था।गौरतलब है कि विजय बंसल ने सभी दलों के नेताओ को राजनीतिक स्वार्थो से उठकर क्षेत्र को बचाने के लिए व सरकार के विरुद्ध इस धरने में पहुंचने के लिए निमंत्रण दिया है।विजय बंसल ने बताया है कि इस धरने में कांग्रेस,इनेलो समेत अनेक विपक्षी दलों के नेताओ की आने की संभावना है।विजय बंसल के नेतृत्व में 3 जुलाई को एचएमटी बचाओ धरना एचएमटी के बस स्टैंड पर प्रातः 9.30 बजे होगा जहा हजारो की तादाद में स्थानीय निवासी व एचएमटी के कमर्चारी व सेवानिवृत कर्मचारी पहुंचेगे।विजय बंसल ने कहा कि एचएमटी इस क्षेत्र की जीवनरेखा है, और इसे बचाने के लिए सभी को एक मंच कर आकर लड़ाई लड़नी होगी तथा सरकार की जनविरोधीनीतियों के विरुद्ध इस लड़ाई में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना होगा।विजय बंसल ने स्थानीय निवासियों से आह्वान किया है कि एचएमटी बचाओ धरना में हजारो की तादाद में पहुंच कर सरकार को अपनी एकता का परिचय दे।सरकार द्वारा एचएमटी की जगह पर सेब मंडी लगाने का प्रस्ताव हुआ है, जबकि इस क्षेत्र में सेब की पैदावार ही नही है और यहाँ के किसानो – नोजवानो व स्थानीय निवासियों को इस सेब मंडी से कोई फायदा नही होने वाला जबकि सरकार को यहां कोई बड़ा उद्योग लगाना चाहिए या एचएमटी को पुनः शुरू करके जनहित में कार्य करना चाहिए।एचएमटी बचाओ संघर्ष समिति के संरक्षक विजय बंसल ने कहा कि एचएमटी ट्रेक्टर प्लांट बन्द होने से लाखों का रोजगार खत्म हुआ है जबकि सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते मशीन टूल्स भी बन्द होने के कगार पर है।अब सरकार की मंशा जाहिर है जिसके विरोध में विजय बंसल के साथ हर स्थानीय निवासी,नेता,कार्यकर्ता व कर्मचारी कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।