तेलंगना की तर्ज़ पर हो सकता है उत्रांधरा आन्दोलन : कल्याण
पवन कल्याण कर रहे हैं बटवारे की राजनीति. जब एक जिला बनता है तो अरबों रूपये का सालाना खर्च बढ़ जाता है. यह तो एक पूरा पूरा राज्य मांगने की धमकी दे रहे हैं.
‘जन सेना पार्टी’ के प्रमुख पवन कल्याण ने आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा उत्तरांध्रा को ‘जानबूझकर उपेक्षित’ किए जाने पर अलग राज्य के लिए तेलंगाना जैसा ही आंदोलन करने की धमकी दी है.
उत्तरी आंध्रा के बुद्धिजीवियों के साथ एक बातचीत के दौरान अनिभेता से राजनेता बने पवन कल्याण ने कहा, “यदि आंध्रा के शासक वर्गों का, लालच, क्रूरता और उत्पीड़न जारी रहता है तो अगले कुछ सालों में उत्तरांध्रा नया राज्य बन जाएगा.”
उत्तरी आंध्रा में श्रीककुल्म, विजिनागरम और विशाखापत्तनम जिले शामिल हैं.
उत्तरांध्रा के लोगों के गुस्से का जिक्र करते हुए पवन ने कहा, “उत्तरी आंध्र के इलाके हरी भूमि और प्राकृतिक संसाधनों से भरे हुए हैं, लेकिन इसे उपेक्षित किया जा रहा है. अधिकांश प्राकृतिक संसाधनों और खानों में घोटाला हुआ है, लूट की सभी योजनाएं सरकारी योजनाएं थीं ”
इसके बाद एक के बाद एक कई ट्वीट करके उन्होंने कह, “युवा, महिलाएं और बुद्धीजीवी अपने आत्मसम्मान, गरिमा और राजनीतिक आर्थिक समानता के लिए एक मजबूत आंदोलन बना रहे हैं. वे तथाकथित राजनीतिक वर्गों पर भरोसा नहीं करते हैं और यह नजर भी आता है. तेलंगाना आंदोलन भी इसी तरह शुरू हुआ और उन्होंने राज्य का दर्जा प्राप्त किया.”
जन सेना नेता ने व्यवसाय पर बाहरी लोगों का प्रभुत्व, उत्तरांध्रा की भाषा और संस्कृति का उपहास, प्रवास, स्थानीय व्यवसाय, भूमि हथियाने और जनजातीय कल्याण जैसे मुद्दों को उठाया.
पवन कल्याण ने कहा कि अगर वह 2019 में सत्ता में आते हैं तो सुनिश्चित करेंगे कि उत्तरांध्रा विकसित हो और प्राकृतिक संसाधन प्रभावित न हो. उन्होंने उत्तरांध्रा से प्रत्येक प्रवासी श्रमिकों को एक हेक्टेयर भूमि वितरित करने के लिए सभी कदम उठाने का वायदा किया.
बता दें कि जन सेना पार्टी 2019 में सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
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