अमरनाथ यात्रा तेज़ बारिश के चलते 48 ग्नातों तक स्थगित

 

खराब मौसम के चलते अमरनाथ यात्रा स्‍थगित कर दी गई है. पहलगाम बेस कैंप से रवाना होने वाली यात्रा को नन वैन कैंप में रोका गया है. बता दें कि बुधवार शाम से ही मूसलाधार बारिश हो रही है. वहीं मौसम विज्ञान विभाग ने भी अगले 48 घंटों तक बारिश होने का अनुमान लगाया है. ऐसे में यात्रा को आगे बढ़ाना संभव नहीं लग रहा था. बताया जा रहा है कि अब यात्रा सिर्फ तभी शुरू होगी जबकि मौसम सुधर जाएगा. फिलहाल किसी भी यात्री को पवित्र गुफा की ओर जाने की अनुमति नहीं है. गुरुवार को यात्रा का पहला दिन था. यात्रा को पहलगाम और बाल्‍टल रूट्स से होकर गुजरना था.

अमरनाथ यात्रा के लिए शर्द्धालुओं का पहला जत्था जम्मू से गुरुवार सुबह कड़ी सुरक्षा में रवाना हुआ. जम्मू के भगवती नगर स्थित बेस कैंप से बीवीआर सुब्रमण्यम (मुख्य सचिव), बीबी व्यास (राज्यपाल सलाहकार) और विजय कुमार (राज्यपाल सलाहकार) ने जत्थे को झंडा दिखाकर रवाना किया था.  देशभर से करीब दो लाख श्रद्धालुओं ने अमरनाथ गुफा की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है.

अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं में साधु भी शामिल हैं. यात्रियों का पहला जत्था कश्मीर के दो बेस कैंपों से बालटाल और पहलगाम के लिए रवाना हुआ. तीर्थयात्री अगले दिन पैदल ही 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर के लिए रवाना होंगे. 40 दिनों तक चलने वाली यात्रा 26 अगस्त को खत्म होगी, जिस दिन रक्षा बंधन भी है. सुरक्षा अधिकारीयों ने कहा कि अभी तक 1.96 लाख तीर्थयात्रियों ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है. इस बार अमरनाथ जाने वाले वाहनों में रेडियो फ्रीक्वेंसी टैग का इस्तेमाल किया जाएगा और सीआरपीएफ का मोटरसाइकिल दस्ता भी सक्रिय रहेगा.

लोकसभा चुनाव 2019 : भाजपाध्यक्ष शाह ने बंगाल में 21 सीटें जीतने का रखा लक्ष्य


भाजपा का दावा है कि राज्य में ग्रामीण चुनावों से पहले और बाद में उसके तीन समर्थक पुरुलिया में मारे गए


भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को पार्टी की बंगाल इकाई के नेताओं के लिए लक्ष्य तय कर दिये. उन्होंने पार्टी नेताओं को राज्य की सभी लोकसभा सीटों पर जीत का लक्ष्य लेकर काम करने को कहा है. अपने दो दिवसीय बंगाल दौरे पर कोलकाता पहुंचे अमित शाह ने पोर्ट ट्रस्ट के गेस्ट हाउस में प्रदेश भाजपा नेताओं के साथ बैठक में कहा है : अगर आप 100 प्रतिशत सीटों पर जीत का लक्ष्य बनाते हैं तो बंगाल में 50 प्रतिशत सीट पर जीत हासिल की जा सकती है.
भाजपा को बंगाल से हर हाल में 50 प्रतिशत से ज्यादा यानी 22 सीटों पर जीत हासिल करनी होगी. इसमें कोई किंतु-परंतु  नहीं चलेगा. शाह ने लोकसभा चुनाव में  किसी भी स्थिति में बंगाल से 50 प्रतिशत सीटें हासिल करने का लक्ष्य दिया है. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं.
कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के गेस्ट हाउस में हुई पार्टी की चुनाव प्रबंध कमेटी की इस बैठक में  प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, राष्ट्रीय  सचिव सुरेश पुजारी, राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा, केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली, वरिष्ठ नेता  मुकुल राय सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.  शाह ने यहां करीब दो घंटे तक  बैठक की. इस दौरान उन्होंने सांगठनिक मजबूती के लिए जन संपर्क बढ़ाने पर  जोर दिया.
उन्होंने राज्य के हर जिले के हर गांव में जाकर स्थानीय, राज्य  स्तरीय एवं राष्ट्र स्तरीय मुद्दों पर आंदोलन करने को कहा. उन्होंने कहा कि  गांवों में बिना संपर्क के संगठन का विस्तार नहीं किया जा सकता है. इसलिए  प्रदेश नेतृत्व को गांवों में जन संपर्क बढ़ाना होगा. उन्होंने प्रदेश भाजपा के नेताओं को अगले तीन महीने के अंदर यहां के 35 प्रतिशत मतदान केंद्रों के लिए बूथ स्तर पर कमेटी गठन करने का निर्देश दिया है.
साथ ही अमित शाह ने साफ कर दिया कि तृणमूल कांग्रेस के साथ भाजपा का कोई समझौता नहीं है. इसलिए प्रदेश नेताओं  एवं कार्यकर्ताओं को किसी तरह के भ्रम में रहने की जरूरत नहीं है. वे  लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ें, केंद्रीय नेतृत्व उनके साथ है.
बंगाल में अपनी सांगठनिक शक्ति को और मजबूत करने के लिए भाजपा के  राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सांगठनिक तौर पर राज्य को तीन भाग उत्तर बंगाल,  दक्षिण बंगाल एवं जंगल महल में विभाजित किया है. उन्होंने इन तीनों भागों को  ध्यान में रखते हुए आंदोलन चलाने निर्देश दिया है.

All you need to know about the Amarnath Yatra


The Amarnath Yatra will begin on June 28 and conclude on August 26.


CHANDIGARH: 

The first batch of Amarnath Yatra pilgrims was flagged of from the Bhagwati Nagar camp in Jammu at 04:45 am on June 27 and they will start their journey to the cave shrine from Baltal and Pahalgam routes on June 28. Officials said a total of 1,904 pilgrims including 330 women and 30 children were part of this batch of Amarnath Yatra pilgrims. The Central Reserve Police Force also launched bike-borne quick reaction teams on Tuesday that will not only respond to any attack or sabotage incident on the yatra route but also double up as an ambulance to rescue unwell pilgrims, security personnel or locals.

Here’s all you need to know about the Amarnath Yatra:

Dates of Amarnath Yatra:

They Amarnath Yatra will begin on June 28 and conclude on August 26, coinciding with Raksha Bandhan.

Security at Amarnath Yatra:

Vehicles tagged with electromagnetic chips, bike and bullet-proof SUV police convoys and scores of bullet-proof bunkers have been deployed as part of the “biggest-ever” security blanket thrown to secure pilgrims undertaking the Amarnath Yatra.

Over 40,000 armed CRPF and state police personnel have virtually dotted the yatra routes from Jammu via Pahalgam and Baltal– with their overwhelming presence in armoured vehicles.

Helicopter service:

The advance online booking for Amarnath Yatra helicopter tickets began on April 27, 2018. Pilgrims could book the tickets through the websites of the heli-operators with which the arrangements had been finalised – UTAir India Private Limited and Global Vectra Helicorp Limited for the Neelgrath-Panjtarni-Neelgrath sector and Himalayan Heli Services Private Limited for the Pahalgam-Panjtarni-Pahalgam sector. The helicopter service can be availed at Rs. 1,600 for one way for Neelgrath-Panjtarni and Rs. 2,751 for Pahalgam-Panjtarni route.

Route of Amarnath Yatra:

The devotees start their Amarnath yatra from Srinagar or Pahalgam on-foot and take one of the two possible routes. The shorter but steeper trek via Baltal, Domial, Barari and Sangam is 14 km long and allows people to take a round trip in 1-2 days. This Amarnath Yatra route is considered more favourable for returning.  It is steep hence, difficult to climb.

The longer Amarnath yatra route via Pahalgam is generally preferred by most of the devotees. The length of the trek varies from 36 to 48 km. The trek usually takes 3-5 days one way. The Amarnath route is much wider than the Baltal trek and slopes gradually.

Registration process of Amarnath Yatra:

Registration and issue of yatra permit is done on first-come-first-serve basis. Travellers can get themselves registered at 440 designated bank branches of the Punjab National Bank, Jammu and Kashmir Bank and YES Bank in 32 states and Union Terriories across the country.

COMMENT

Total number of registrations for Amarnath Yatra:

Over two lakh pilgrims have registered for the annual pilgrimage to the 3,880 metre high cave shrine of Amarnath in south Kashmir Himalayas till now. Last year, over 2.6 lakh people registered for the annual pilgrimage.