Sunday, December 22

आयुष के मौत के नौवें दिन भी चंडीगढ़ पुलिस के तानाशाही के कारण आयुष का शव बगैर पोस्टमार्टम सेक्टर-16 अस्पताल में पड़ा है । चंडीगढ़ की आवाज के चेयरमैन अविनाश सिंहशर्मा एवं महामंत्री कमल किशोर शर्मा आज डीआईजी चंडीगढ़ के पास जाकर मिले और आयुष के पोस्टमार्टम करवाने में मदद की गुहार लगाई ‌। वहीं पर SP हेड क्वार्टर ईश सिघल  बैठे थे । दोनों को अविनाश सिंह शर्मा ने स्पष्ट बताया कि मृतक आयुष की मां ममता को इंसाफ दिलाने में हम लोग मदद कर रहे हैं‌ । ममता FIR दर्ज करवाने पर अड़ी है । वह संबंधित दोषियों को सजा दिलवाना चाहती है । ममता को प्रेस को अपनी बात रखने वाला वीडियो डीआईजी एवं SP हेड क्वार्टर ईश सिंघल को दिखाया दोनों वीडियो देखकर संतुष्ट हुएकि  ममता FIR दर्ज करवा कर इंसाफ चाहती है । उसे मालूम है कि बिना FIR पोस्टमार्टम अगर हो गया । तो न्याय मिलना मुश्किल हो जाएगा । कांग्रेस एवं भाजपा दोनों राजनीतिक पार्टीको यह बात अच्छी तरह से मालूम है । कि कुत्तों की नसबंदी , वैक्सीन, रखरखाव के नाम पर जो भी पूर्व में भाजपा के हो या कांग्रेस के मेयर घोटालों में फंसेंगे । इसी कारण चंडीगढ़पुलिस मामले को रफा-दफा करने का विचार पूर्व से बना चुकी है । इसी कारण वह FIR लिखने से टालमटोल कर रही है । ममता को बड़े वकीलों ने समझा दिया है कि अगर इंसाफ चाहिएतो FIR के बाद ही पोस्टमार्टम करवाना । ममता आयुष को इंसाफ दिलवाने की लड़ाई लड़ रही है । जो अब हाईकोर्ट चंडीगढ़ में जा चुका है। जब डीआईजी ,एसपी हेड क्वार्टर सिंघल सेमिलकर निकले। अविनाश सिंह शर्मा के घर  सेक्टर 45/C 2207 चंडीगढ़ से कॉल आया कि सेक्टर 19 पुलिस क़रीब 6 पुलिसकर्मी घर के आउट गेट को पार करके अन्दर आकर  घर के कमरे  के बाहर  के  दरवाजे को खोलने के लिए बार बार पीट रहे थे । हमारे लोगों को धमकियां दे रहे थे । कि ममता को मदद करना बंद कर दो ‌। अविनाश सिंह शर्मा एवं कमल किशोरशर्मा को बोल दो कि ममता को मदद करना बंद कर दे नहीं तो अविनाश सिंह शर्मा एवं कमल किशोर शर्मा को बोल दो कि चंडीगढ़ पुलिस झूठे मुकदमे बनाकर दोनों और उनके साथियोंको बंद कर देगी काफी देर देर तक गेट में धक्का देते रहे ‌फिर चले गए ।अब तो चंडीगढ़ पुलिस गुंडागर्दी पर उतर आई है। उपरोक्त घटना की सूचना लिखित रुप से पत्र के द्वारा मेल केद्वारा राष्ट्रपति भारत , मुख्य न्यायाधीश भारत , प्रधानमंत्री भारत , गृह मंत्री भारत , मुख्य न्यायाधीश पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट चंडीगढ़ , गृह सचिव चंडीगढ़, डीआईजी चंडीगढ़ को भेज दिया गया है |