पंचकूला,22जून। हरियाणा में वर्ष 2014-15 और वर्ष 2015-16 में कृृषि विभाग द्वारा जैविक खाद की खरीद में भारी घोटाला किया गया है। कृृषि विभाग ने जैविक खाद की यह खरीद बीज निगम,भूमि सुधार निगम और हैफेड के जरिए की थी। इस मामले में शिकायत मिलने पर मुख्यमंत्री उडनदस्ते ने जांच की थी और प्रथम दृृष्टया जांच सही पाए जाने पर उडनदस्ते के पुलिस महानिरीक्षक ने पंचकूला पुलिस को मुकदमा दर्ज करवा दिया है। एक दिन पहले ही यह मुकदमा दर्ज किया गया है।
झज्जर जिले के रामकंवार ने इस घोटाले को लेकर शिकायत की थी और मुख्यमंत्री के उडनदस्ते ने इसकी जांच की थी। जांच में मामला प्रथम दृृष्टया सही पाए जाने पर पुलिस महानिरीक्षक-खुफिया ने पुलिस उपायुक्त पंचकूला को शिकायत दी थी। इसके आधार पर ही भ्रष्टाचार निरोधक अघिनियम की धारा 13 और जालसाजी व धोखाधडी की अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। शिकायत की जांच में पाया गया कि विभाग को सप्लाई किया गया खाद जैविक खाद न होकर दर्जे में हलका सिटी कम्पोस्ट था। कृृषि विभाग व हैफेड के अधिकारियों ने फर्टिलाइजर कंट्रोल आॅर्डर 1985 का उल्लंघन करके सप्लायर फर्म को घटिया खाद के बदले अच्छे दर्जे के खाद की दरों पर भुगतान किया। इस तरह से राज्य सरकार को बडी वित्तीय हानि पहुंचाई गई।
वर्ष 2014-15 में जहां हैफेड के जरिए जैविक खाद की खरीद की थी वहीं वर्ष 2015-16 में हैफेड व एचआईआरडीसी के जरिए खरीद की गई थी। जैविक खेती केन्द्र गाजियाबाद के जरिए जांच में यह भी पता चला कि कम्पनियों द्वारा सप्लाई किए गए जैविक खाद के नमूने पहले फेल दिखाए गए थे लेकिन बाद में उन्हें मानकों के अनुसार पास दिखा दिया गया।