Sunday, December 22
दिनेश पाठक , वरिष्ठ अधिवक्ता राजस्थान उच्च न्यायालय,एवं विश्व हिन्दू परिषद के विधि प्रमुख

 

 

 

 

 

 

 

कांग्रेस नेता कहूं या सडक छाप गुंडा दिग्विजय सिंह के लिये क्योंकि इसका स्तर इसके बोले जाने वाले शब्दों से तय होता है! हाल ही मे दिग्विजय ने एक हिन्दू धर्म को अपमानित करने वाला बयान दिया कि जितने “हिन्दू आतंकी” पकडे गये है वो सब आर एस एस के कार्यकर्ता रहे! यह कहना एक सडक छाप गुंडे की हि भाषा हो सकती है क्योकि अबतक हमने सिर्फ यही सुना कि आतंकवादी का धर्म नही होता वो आतंकवादी होता है!यह जुमला भी कि आतंक का कोई धर्म नही होता कांग्रेस की ही देन है क्योंकि देश मे ही नही पूरे विश्व मे जितने भी आतंकी संगठन है वो सिर्फ मुस्लिम है किसी दूसरे धर्म का आतंकी संगठन बमुश्किल होगा ,होगा भी तो वो सिर्फ राजनैतिक शिकार के कारण उसको ये टैग मिला होगा! जैसा कि कहा जाता है कि हर आतंकवादी मुस्लिम होता है पर हर मुस्लिम आतंकवादी नही! चूंकि भारत मे बर्षों से से सिर्फ मुस्लिम आतंकवादी पकडे जा रहे थे और कांग्रेस उनके हर तरीके से बचाने के प्रयास करती रही आखिरी बचाब के रुप मे कांग्रेस को एक हथियार मिल गया “हिन्दू आतंकवाद” जिससे कंग्रेस ने यह कुत्सित प्रयास करने की कोशिश की कि सिर्फ मुस्लिम ही आतंकवादी नही होते हिन्दू भी होते है! सबसे पहले यह प्रयास कि दो तीन घटनाओं मे जिनमे पहले मुस्लिम आातंकीपकडे गये जिन्होने अपना गुनाह भी कबूल किया ,उनको छोडकर कुछ हिन्दू लोगो उनकी जगह गिरफ्तार किया और एक अभियान चलाया हिन्दू आतंकवाद हिन्दू आतंकवाद…. जो कभी आतंकवाद का धर्म नही मानते थे उन्होने आतंकवाद के धर्म की खोज कर डाली कि हिन्दु आतंकवाद! ऐसा पहली बार हुआ जब किसी देश के ग्रहमंत्री ने किसी आतंक का धर्म बताया हो वो थे सुशील कुमार शिंदे जिन्होने जयपुर मे अपने आकाओ की मौजूदगी मे हिन्दू आतंकवाद कहा !ऐसा नही है कि अकेले कांग्रेसी नेता शिंदे ही हो जिन्होने हिन्दू आतंकवाद एक भी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ऐसा नही जिसकी जुबान पर यह हिन्दुओं को अपमानित करने वाला शब्द नही आया हो! एक भी कांग्रेसी नेता नही मिला जिसने कहा हो कि मुस्लिम आतंकवाद ! किसी आतंकवादी के पकडे जाने पर इनकी भाषा परिवर्तित रुप ले लेती है तब कहने लगते है आतंकवादी का कोई धर्म नही होता ! कांग्रेस के ऐसे सडकछाप गुण्डो के बयान से न केवल आतंकवादियो के हौसले बुलन्द होते है बल्कि पाकिस्तान को भी भारत पर आरोप लगाने का मौका मिलता है और वो संयुक्त राष्ट्र संघ मे हल्ला मचाता है कि आतंकवसदी घटनाए तो भारत मे हिन्दू करते है और आरोप पाकिस्तान पर लगाते है ! कांग्रेस शायद अपने ही वरिष्ठ नेता ए के एंटनी की रिपोर्ट को नजरअंदाज कर फिर मुस्लिम तुष्टिकरण की ओर लौट रही है जिसका जबाव एक बार फिर आने वाले 2019 के लोकसभा के चुनाव मे हिन्दू समाज देगा जैसा 2014 मे दिया!आज हिन्दू जाग गया है वो सब देख रहा है कोई भी अपने धर्म आतंकी सुनना पसंद नही करेगा और हिन्दू समाज अपने धर्म की रक्षा के लिये 2019 मे एक बार फिर निकलेगा और जो लोग हिन्दू आतंकवाद का नाम देकर हिन्दू धर्म को बदनाम कर रहे है उनको मतदान के जरिये सबक सिखायेगा!