रोहतक 17 जून :
आज महम में आयोजित कार्यकर्त्ता सभा में मौजूद भारी संख्या में कार्यकरताओ से आर-पार की लड़ाई के लिये जुट जाने का आह्वान करते हुए कांग्रेस सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा जो प्रदेश विकास मे देश मे सबसे आगे था उसे तली पे ले के जाने का काम भाजपा सरकार ने किया है। दुर्भाग्य की बात है कि एक समय पर विकास की दौड़ में देश में कीर्तिमान स्थापित करने वाला हरियाणा आज अपराध, गैंग रेप और जान माल के नुकसान के मामले में देश में सबसे आगे हो गया है। हरियाणा में अमन चैन भाईचारे, विकास, और किसान-गरीब के लिए संघर्ष का समय आ गया है और इस जनविरोधी भाजपा सरकार को उखाड़ कर दोबारा प्रदेश को भाईचारे की नींव पर विकास की पटरी पर लाना हमारी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि आपने हमारे से पहले वाली इनेलो – भाजपा की सरकार भी देखी, कांग्रेस के दस वर्ष भी देखे और अब 4 साल से भाजपा सरकार का कार्यकाल भी देखा। तीनों सरकारों के काम-काज को तोलने का समय आ गया है। यदि आपको लगता है कि हमारी सरकार में किसान, मजदूर, व्यापारी, कर्मचारी, समाज का हर वर्ग खुशहाल और हरियाणा आगे बढ़ रहा था, तो आप सभी एक बार फिर चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा जी के साथ खड़े हो जाओ वहीं पुराने दिन फिर आ जायेंगे।
सांसद ने भाजपा पर प्रदेश को विकास के मामले में पीछे ले जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि हरियाणा के लोगों ने भाजपा को हरियाणा को विकास के मामले में और आगे ले जाने की उम्मीद से सत्ता की चाभी दी थी मगर चार साल में उनको केवल निराशा ही हाथ लगी। जो प्रदेश प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, कृषि उत्पादकता, खेल और खिलाड़ियों में पूरे देश में नम्बर वन पर था उसको पीछे ले जाकर अपराध और अराजकता की आग में ढकेलने का काम किया है भाजपा सरकार ने। भ्रष्टाचार का आलम यह है कि नौकरियां परचून की दूकान की तरह रेट लिस्ट लगा कर नीलाम करी जा रही हैं। किसान को उसकी कड़ी मेहनत की फसल का उचित भाव नहीं मिल रहा है और मजदूर को मजदूरी के लिये तरसना पड़ रहा है, व्यापारियों का गल्ला खाली है, कर्मचारी और जनप्रतिनिधियों को आन्दोलन करना पड़ रहा है, चारों ओर निराशा ही निराशा है, इन हालातों में भीषण गर्मी के बावजूद चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की जनक्रांति यात्रा में लाखों लोगों की शिरकत इस बात का सूचक है कि अब प्रदेश के लोग भाजपा सरकार से त्रस्त हो चुके हैं और उनको चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा जी नेतृत्व में ही आस है। सांसद ने कहा कि जनक्रांति यात्रा का तीसरा चरण 30 जून को पुन्हाना (मेवात) में जनसभा के साथ शुरू होगा,जो 2 जुलाई तक चलेगा।
सांसद दीपेन्द्र ने कहा कि प्रदेश के हालात ऐसे हो गये हैं कि समाज का हर वर्ग परेशान है और सड़कों पर आन्दोलन करने को मजबूर हो गया है। इन परिस्तिथियों में अब समय आ गया है जब हमे प्रदेश को दोबारा भाईचारे और विकास के पथ पर लेकर आने का संकल्प लेना होगा और इस भ्रष्ट, जनविरोधी तथा संवेदनहीन सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकना होगा। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से जनक्रांति यात्रा में जुट जाने का आवाहन करते हुए कहा कि इसी सन्देश के साथ चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा जी के नेतृत्व में प्रदेश के एक कोने से दूसरे कोने तक जनक्रांति यात्रा निकाली जार रही है। उन्होंने कहा कि जनक्रांति यात्रा के दौरान भाजपा सरकार से उसके चार साल में किये गए कामों का हिसाब भी माँगा जा रहा है।
सांसद ने कहा कि पिछले चार साल में जब जब किसान की फसल मण्डियों में आयी है किसान को मायूसी ही हाथ लगी है चाहे न्यूनतम समर्थन मूल्य से भी कम दाम पर फसल खरीद की बात हो, बिजली न मिलने पर रिकॉर्ड महेंगे डीजल, खाद और कीटनाशक पर थोपा गया जीएसटी, कपास और गन्ने के भाव की बात हो। किसान को निराशा ही हाथ लगी है और कर्जे का बोझ बढ़ता जा रहा है। दीपेन्द्र ने कहा, भाजपा सरकार खोखले इवेंट मैनेजमेंट का ढोंग करना छोड़े और कर्ज से जूझ रहे किसानों का तुरंत कर्जा माफ करने का काम करे। अगर यह सरकार ऐसा नहीं करती है तो आने वाले समय में कांग्रेस की सरकार बनते ही पहली कलम से किसानों का कर्ज माफ़ किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पहले भी कांग्रेस सरकार के दौरान चौ भूपेंद्र सिंह हुड्डा जी ने किसानों के 1600 करोड़ रुपए के बकाया बिल माफ किए थे व केंद्र सरकार द्वारा 72,000 करोड़ के किसानों के कर्ज माफ किया गया था।
उन्होंने कहा कि यह सरकार लोगों का ध्यान भटकाने का काम कर रही है। पहली बार ऐसा हो रहा है कि मुख्य विपक्षी पाटी सरकार के खिलाफ न बोलकर सिर्फ चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के खिलाफ बोलती है।
भाजपा सरकार पर प्रदेश भर में लाखों करोड़ रुपये लागत की मंजूरशुदा विकास परियोजनाओं को ठण्डे बस्ते में डालने का आरोप लगाते हुए दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि विकास के नाम पर पिछले साढ़े तीन साल में एक भी नयी परियोजना मंजूर नहीं हुई है और प्रदेश के विकास को तली पर ले जाने का काम भाजपा ने किया है।
यह सरकार पूरी तरह असंवेदनशील हो चुकी है और जब जनप्रतिनिधियों की समस्या सुनने कि बजाय उनको अपमानित कर भागने का काम कर सकती है तो एक साधारण नागरिक का क्या हाल होगा इस बात का अंदाजा हम लोग लगा सकते हैं। मगर अब इस सरकार के अहंकार का घड़ा भर चुका है और प्रदेश के लोग आने वाले चुनाव में वोट की चोट से भाजपा सरकार से पीछा छुड़ाने का काम करेंगे।