एक दो दिनों से आसमान में फैली धुल से आम जनता परेशान हो रही है। हवा में धुल के कणों के कारण सांस लेना भी दूभर होता जा रहा है। जिसके कारण लोगों को अपने घरों से निकलने से पहले अपने चेहरों को ढकना पड़ता है। इस धुल से लोगों को आँखों में जलन , चमड़ी में खारिश और अन्य कई परेशानियाँ हो रही है। अधिकांश लोग मुंह को ढक कर काम पर निकलने को मजबूर हैं।
डाक्टरों का कहना जिन लोगों को दिल , डीएमए , आँखों या स्किन की बीमारी है वो घर से बहार न निकले। धूल के कारण ज्यादा परेशानी दोपहिया वाहन चालकों को हो रही है। धुल के कण नाक के रास्ते शरीर में पहुँच कई गम्भीर बिमारियों का कारण बन सकते हैं।
वहीं इस धूल का सबसे ज्यादा प्रभाव बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है। बुजुर्गों को साँस लेने में दिक्कत हो रही है। वहीं बच्चों को स्किन से रिलेटेड बीमारी हो सकती है क्योंकि बच्चों की स्किन काफी नाजुक होती है। जरूरी है माता पिता अपने बच्चों को घर से बहार न निकलने दे।
वहीँ नौजवान लोगों को भी इस धूल के कारण काफी मुश्किलें आ रही है। इस धूल भरे मौसम से दुकानदार भी काफी परेशान है वे लोग अपनी दुकाने बंद करके बैठने को मजबूर है इस मौसम के चलते।