चंडीगढ़, 9 जून, 2018:
शहर में बढ़ रहे पॉल्यूशन पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन पॉल्यूशन सर्टिफिकेट की अवधि समाप्त होने पर ऑनलाइन चालान करने की प्रक्रिया पर काम शुरू करने जा रही है। इस संबंध में स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी एक ऐसा एप तैया करवाएगी जो वाहन चालकों को अपडेट करेगा।
बताया जाता है कि स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी यह काम किसी कंपनी को देने जा रही है। इस पर कंपनियों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट मांगे जा रहे हैं। चंडीगढ़ में पेट्रोल पंपों पर 30 पॉल्यूशन चेक सेंटर हैं। ऑनलाइन होने के साथ ही सभी पॉल्यूशन चेक सेंटर हाईटेक होंगे। सेंटर पर सीसीटीवी भी लगाने होंगे। मेनुअल प्रक्रिया में अभी वाहनों को रोककर सर्टिफिकेट देखा जाता है। ऑनलाइन होने के बाद पॉल्यूशन रिपोर्ट भी ऑनलाइन मिलने लगेगी। जिससे कोई वाहन छूट नहीं सकेगा। यह ऑनलाइन सिस्टम निजी और कमर्शियल दोनों तरह के वाहनों के लिए होगा।
सभी पॉल्यूशन चेक सेंटर वाहन सॉफ्टवेयर से लिंक होंगे। जिससे पॉल्यूशन सर्टिफिकेट की सीधी जानकारी रजिस्टिंग एंड लाइसेंसिंग अथॉरिटी (आरएलए) को चली जाएगी। पॉल्यूशन सर्टिफिकेट की वैधता 6 महीने की होती है। जैसे ही छह महीने पूरे होने के बाद सर्टिफिकेट एक्सपायर होगा, आरएलए को पता चल जाएगा। जिसके बाद आरएलए कंट्रोलिंग अथॉरिटी ट्रैफिक पुलिस या एसटीए को इसकी जानकारी देगा।
ट्रैफिक पुलिस या एसटीए ऐसे वाहनों के ऑनलाइन चालान जेनरेट कर वाहन चालक को भेज देगी। साथ ही यह भी पता चलता रहेगा कि कौन सा वाहन कितना पॉल्यूशन फैला रहा है। ज्ञात रहे पिछले 10 साल में कारें 64 प्रतिशत और टू व्हीलर 40 प्रतिशत तक बढ़े हैं। हर ढाई महीने में 10 हजार निजी वाहन रजिस्टर्ड होते हैं। जिस कारण पॉल्यूशन का स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। इस साल 460 वाहनों के चालान ट्रैफिक पुलिस ने 2017 में 2392 पॉल्यूशन नोटिस जारी कर 223 चालान किए थे। 2018 में 1024 नोटिस जारी कर 127 चालान किए गए। वहीं, एसटीए ने इस साल 460 वाहनों के चालान किए हैं।