चंडीगढ 3 जून 2018 :
हरियाणा मैडीकल लैबोरेट्री टैक्निशयन वैलफेयर एसोसिएशन (हैमलटा)द्वारा अपनी मांगों को लेकर व लैब रिपोर्ट पर एम.बी.बी.एस.डाक्टर के काऊंटर साइन करवाने की थोपी गई शर्त को लेकर प्रदेश केे सभी लैब संचालक 5 जून से हड़ताल पर जा रहे हैं। हैमलटा के प्रदेश अध्यक्ष रमेश अहलावत ने बताया कि इस दौरान प्रदेश में चल रही सभी लैब में कार्य बंद रखा जाऐगा। वहीं क्लीनीकल लैबोरेट्री एसोसिएशन आफ इंडीया के राष्टीय सचिव मनोज यादव ने कहा कि हरियाणा द्वारा की जा रही स्ट्राईक में राजस्थान, छतीसगड़, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित पूरा भारत हैमलटा के समर्थन में अपने-अपने राज्यों में अपनी लैब बंद कर हरियाणा का समर्थन करेंगे। ऐसे हालत में जब किसानों के विरोध के कारण पहले से ही देश व प्रदेश के लोग परेशान हैं तो 5 जून के बाद उक्त हड़ताल के बाद जनता के सामने आने वाली परेशानियों में काफी इजाफा होगा।
हरियाणा मैडीकल लैबोरेट्री टैक्निशयन वैलफेयर एसोसिएशन (हैमलटा)के अध्यक्ष रमेश अहलावत ने खास बातचीत में बताया कि लैब रिपोर्ट पर एम.बी.बी.एस.डाक्टर के काऊंटर साइन करवाने के तुगलकी फरमान से हम सभी परेशान हैं। सरकार को बार-बार फैसला वापिस लेने व लैबोरेट्री संचालन के लिए अलग से कौंसिल बनाने की मांग की गई लेकिन सरकार ने आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं दिया। इसी मुद्दे को लेकर हैमलटा की एक आपात बैठक 20 मई को सिरसा में हुई थी। जिसमें 5 जून के बाद हड़ताल पर जाने का फैसला लिया गया था। मीडिय़ा व ज्ञापन के माध्यम से सरकार को चेतावनी दी गई थी कि सरकार अपने फैसले को वापसि लेते हुए हमारे कारोबार को बचाने के लिए कुछ करे लेकिन सरकार ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। जिसके बाद कैथल में हड़ताल को लेकर रूपरेखा तैयार हुई व हिसार बैठक में संघर्ष को अंतिम रूप दिया गया। उन्होंने कहा कि 5 जून को सभी लैब संचालक जिला स्तर पर शातिंपूर्वक प्रदर्शन करेंगे, इस दौरान अगर सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी तो पूरे देश के लैब संचालक पंचकुला कूच करेंगे और जब तक उनकी बात नहीं सुनी जाती शातिंपूर्वक तरीके से उनका विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी लैब संचालक एसोसिएशन के बैनर तले एकजूट हैं। कोई भी लैब संचालक एम.बी.बी.एस.डाक्टर को हायर नहीं करेगा। वहीं क्लीनीकल लैबोरेट्री एसोसिएशन आफ इंडीया के राष्टीय सचिव मनोज यादव ने इस बारे में बताया कि अकेला हरियाणा ही नहीं पूरा भारत इस संघर्ष में हरियाणा के साथ खड़ा है। 5 जून के बाद हरियाणा सहित पूरे भारत में अनिश्चतकालिन हड़ताल की जा रही है। यह हड़ताल तब तक समाप्त नहीं होगी जब तक डी.एम.ली.टी. को उनके अधिकार वापिस नहीं मिल जाते। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में सरकारी फरमान से लाखों लोग बेरोजगार होने के कगार पर पहुंच चुके हैं लेकिन सरकार कार्पोरेट घरानों के हाथों में खेल रही है।