उत्तर प्रदेश के एटीएस हेडक्वॉर्टर में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक राजेश साहनी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत

उत्तर प्रदेश के एटीएस हेडक्वॉर्टर में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक राजेश साहनी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। हालांकि विभाग के उच्चाधिकारियों का कहना है कि उन्होंने आत्महत्या की है। उनका शव मंगलवार दोपहर एटीएस के हेडक्वॉर्टर में उनके कमरे में मिला। सूचना मिलने पर सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।

राजेश साहनी की मौत की खबर से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। हालांकि मौके पर पहुंचे एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर आनंद कुमार ने बताया कि राजेश साहनी ने अपने ऑफिशल रिवॉल्वर से खुद को गोली मारी है। उन्होंने आत्महत्या क्यों की यह अभी तक पता नहीं चल पाया है।

1992 बैच के पीपीएस सेवा में चुने गए राजेश साहनी 2013 में अपर पुलिस अधीक्षक बने थे। वह मूलतः बिहार के पटना के रहने वाले थे। 1969 में जन्मे राजेश साहनी ने एमए राजनीति शास्त्र से किया था। राजेश साहनी ने बीते सप्ताह आईएसआई एजेंट की गिरफ्तारी समेत कई बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया था। 

राजेश साहनी की गिनती तेज तर्रार अधिकारियों में होती है। उन्होंने कई आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था। वह एटीएस में एएसपी के पद पर तैनात थे। गोमती नगर स्थित हेडक्वॉर्टर में उनका ऑफिस था। सूत्रों ने बताया कि साहनी मंगलवार को छुट्टी पर थे लेकिन वह फिर भी ऑफिस आए।

इस मामले पर यूपी पुलिस के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा, ‘हमें बताते हुए अत्यधिक कष्ट हो रहा है कि राजेश साहनी (एएसपी एटीएस) नहीं रहे। वह यूपी पुलिस के सबसे काबिल ऑफिसर्स में से एक थे। उनकी आत्महत्या के कारणों के बारे में अभी तक पता नहीं चल पाया है। हमारी प्रार्थना उनके परिवार के साथ हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।’

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