पंचकुला : 25 मई, 2018
वेद प्रचार समिति पंचकूला का आर्य समाज सेक्टर 9 पंचकूला में चार दिवसीय वेद प्रचार कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ और प्रथम दिवस यज्ञ आचार्य जय वीर वैदिक ने करवाया। उसके बाद अम्बाला से आईं श्वेता शास्त्री ने भजन सुना कर कार्यक्रम प्रारम्भ किया। चण्डीगढ़ से आये आचार्य उपेन्द्र शास्त्री के भजनोपदेश ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आचार्य उपेन्द्र ने ईश्वर भक्ति के भजन सुनाते हुए ईश्वर की भक्ति के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर गौ सेवा आयोग हरियाणा के प्रधान श्री भानी राम मंगला जी मुख्य अतिथि तथा श्री विशाल सेठ सलाहकार पी डब्ल्यु डी रोडस विशिष्ट अतिथि थे। इस अवसर पर भानी राम मंगला का स्वागत करते हुए राज्य औषधि नियन्त्रक नरेन्द्र आहूजा विवेक ने उनके मेवात में वेद प्रचार और गुरुकुलों के लिए किए गए सेवा कार्यों की प्रशंसा करते हुए अपने पुराने साथ को याद किया।
इसके बाद अन्जू आहूजा के कर्म विषय पर भजन और नरेन्द्र विवेक के प्रवचन हुए। नरेन्द्र विवेक ने कर्म की परिभाषा उसके काल के आधार पर प्रकार पर प्रकाश डाला। विवेक ने यजुर्वेद के 40 वें अध्याय के दूसरे मन्त्र की व्याख्या प्रस्तुत की और कहा कि मनुष्य को सौ वर्षों तक कर्म करते हुए जीने की इच्छा करनी चाहिए। मनुष्य को जीवन मे ऐसे कर्म करने चाहिए जो उसके बन्धन का कारण ना बने। इसके लिए मनुष्य को न तो स्वार्थ के कारण काम क्रोध लोभ मोह ईर्ष्या द्वेष में फस कर काम करने चाहिए और ना ही कर्म हीन बन कर कर्म सन्यास लेना चाहिए। मनुष्य को अपने जीवन के लक्ष्य अर्थात मोक्ष की प्राप्ति के लिए केवल निष्काम भाव से परोपकार के यज्ञीय कार्य करने चाहिए। इस कार्यक्रम का मंच संचालन धर्मपाल आर्य ने किया। अंत मे भानी राम मंगला ने वेद प्रचार के लिए घर घर जाकर यज्ञ करने की प्रेरणा देकर सबको साथ लेकर चलने की प्रेरणा दी। धर्म पाल आर्य ने सबका धन्यवाद दिया और बताया कि यह कार्यक्रम चार दिनों तक चलेगा।