यात्रीगण कृपया ध्यान दें चंडीगढ़ से चल कर दिल्ली जाने वाली तेजस एक्सप्रेस तैयार है
भारतीय रेलवे दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर नई तेजस एक्सप्रेस जल्द ही शुरू करने जा रहा है. इस ट्रेन की यात्रा हवाई जहाज की तरह लग्जरी और आरामदायक होगी.
भारतीय रेल नयी समय सारिणी 2018:
दिल्ली से चंडीगढ़ के बीच की दूरी अब महज तीन घंटे में पूरी होगी. भारतीय रेलवे की नई लग्जरी ट्रेन से यह मुमकिन होगा. दरअसल, भारतीय रेलवे नई दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर नई तेजस एक्सप्रेस जल्द ही शुरू करने जा रहा है. इस ट्रेन की यात्रा हवाई जहाज की तरह लग्जरी और आरामदायक होगी.
15 अगस्त से प्रभावी भारतीय रेलवे के नए टाइम टेबल के अनुसार, दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर जल्द ही एक नई तेजस एक्सप्रेस शुरू की जाएगी. इस ट्रेन से दोनों शहरों के बीच का ट्रैवल टाइम घटकर महज तीन घंटे रह जाएगा. बता दें, तेजस एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की नई लग्जरी ट्रेनें हैं, जो धीरे-धीरे प्रमुख रुटों पर शताब्दी एक्सप्रेस की जगह लेंगी. पहली बार इस ट्रेन को 2017 में मुंबई-गोवा रूट पर शुरू किया गया था. रेलवे ने तेजस एक्सप्रेस के लिए तीन रूट निर्धारित किए हैं. इनमें मुंबई-गोवा, दिल्ली-चंडीगढ़ और दिल्ली-लखनऊ रूट शामिल हैं.
दिल्ली-चंडीगढ़ तेजस एक्सप्रेस का समय
नई दिल्ली-चंडीगढ़ रूट पर तेज एक्सप्रेस को पिछले साल चलाया जाना था, लेकिन रैक नहीं तैयार होने के चलते संभव नहीं हुआ. रेलवे के नए टाइम टेबल के अनुसार, ट्रेन नंबर 22425 नई दिल्ली से रोज सुबह (बुधवार को छोड़कर) 9:30 AM पर रवाना होगी जो 12:40 AM पर पहुंचेगी. वापसी में ट्रेन नंबर 22426 चंडीगढ़ से 2:35 PM से चलकर नई दिल्ली 5:30 PM (बुधवार को छोड़कर) पहुंचेगी.
दिल्ली-चंडीगढ़ तेजस एक्सप्रेस की खासियतें:
सेमी हाई-स्पीड तेजस एक्सप्रेस में एयरक्रॉफ्ट जैसी कई सुविधाएं हैं. इसमें हर यात्री की सीट पर सूचना और मनोरंजन के लिए स्क्रीन लगी है. अटैंडडेंट कॉलिंग बटन, पढ़ने की लाइट, एग्जीक्यूटिव चेयर कार के अलावा आॅटोमैटिक एंट्री और एक्जिट दरवाजें हैं, जो मेट्रो ट्रेनों की तरह प्लेटफॉर्म पर पहुंचने पर ही खुलेंगे. तेजस की कोचेज को भविष्य के मुताबिक तैयार किया गया है, जिससे कि वह 200 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार पकड़ सकते हैं.
यह हैं खूबियां
- पूरी ट्रेन साउंड प्रूफ है, ट्रेन के गेट ऑटोमेटिक हैं।
- वाई-फाई, सीट के पीछे टच स्क्रीन एलईडी, स्मोक डिटेक्टर, सीसीटीवी।
- वीनीशन विंडो- यह आकार में बड़ा है। बेहतर दृश्य, धूप से बचाव के लिए लगे पर्दे पॉवर से चलेंगे।
- ट्रेन में बायो वैक्यूम टॉयलेट, इंगेजमेंट बोर्ड, हैंड ड्रायर की सुविधा मुहैया कराई गई है।
- एक्जीक्यूटिव क्लास में ज्यादा आराम के लिए सीट के पीछे सर टिकाने के लिए हेडरेस्ट, पैरों के लिए फूटरेस्ट दिए गए हैं। पैसेंजर सो कर जा सकते हैं। लेटने के लिए अत्यंत सुविधाजनक सीट तैयार की गई है।
- स्टेशनों के बारे में और दूसरी सूचनाएं माइक के अलावा एलईडी पर भी मिलेगी।
- सीट और कोच के छत के निर्माण में नारंगी और पीले रंग का इस्तेमाल किया गया है।