इन्दिरा ओर राजीव भी सामान्य हृदयाघात से ही मारे होंगे: हरसिमरत

 

सिखों के खिलाफ हुए दंगों पर राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कांग्रेस अध्यक्ष पर निशाना साधा. केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘अगर राहुल गांधी के मुताबिक सिखों का नरसंहार नहीं हुआ तो मेरा भी मानना है कि उनके पिता (राजीव गांधी) और दादी मां (इंदिरा गांधी) की भी हत्या नहीं हुई. उनकी मौत भी सामान्य दिल के दौरे से हुई.’

दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष ने शुक्रवार को लंदन के हाउस ऑफ कॉमंस कैंपस में ‘भारत एवं विश्व’ विषय पर हुई परिचर्चा में शामिल हुए थे. यहां साल 1984 के सिख विरोधी दंगों में कांग्रेस पार्टी की ‘संलिप्तता’ के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में राहुल ने उस घटना को ‘त्रासदी’ और ‘दर्दनाक अनुभव’ करार दिया, लेकिन इस बात से सहमत नहीं हुए कि कांग्रेस इसमें ‘शामिल’ थी.

उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि किसी के खिलाफ की गई कोई भी हिंसा गलत है. भारत में कानूनी प्रक्रियाएं चल रही हैं, लेकिन जहां तक मेरी राय है, उस दौरान हुई किसी भी गलती के लिए सजा मिलनी चाहिए. मैं इसमें 100 फीसदी समर्थन दूंगा.’ कांग्रेस अध्यक्ष के इसी बयान पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री ने यह हमला किया.

पी चिदंबरम भी उतरे राहुल के बचाव में

इस के बचाव में शनिवार को पूर्व वित्तमंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. चिदंबरम ने प्रेस कॉन्फ्रेस कर कहा, ‘1984 में कांग्रेस सत्ता में थी. उस वक्त एक बहुत ही भयानक घटना हुई थी, जिसके लिए मनमोहन सिंह ने संसद में माफी भी मांगी थी. आप उसके लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते हैं, वो उस वक्त बस 13-14 साल के थे. उन्होंने इसके लिए किसी का बचाव नहीं किया है.’

Imran banned 1st class air travel of judiciary and executive

 

Islamabad, Aug 25 –

The cabinet of newly-appointed Pakistan Prime Minister Imran Khan has imposed a ban on first-class air travel by the President, Chief Justice, Senate Chairman and the National Assembly speaker.

The move comes after the ruling Pakistan Tehreek-i-Insaf (PTI) government on Friday revised working hours in government institutions, abolished discretionary funds of the Prime Minister, federal ministers and members of the National Assembly, reports Dawn news.

The decisions were taken during a second meeting of the federal cabinet in a week presided over by Khan.

The Cabinet rejected a proposal for declaring only one official weekly holiday on Sunday and withdrawing the second weekly holiday on Saturday.

While the span of working hours will remain same – eight hours – the new office timing will be 9 a.m. to 5 p.m. The previous timing was 8 a.m. to 4 p.m.

The meeting also decided to conduct audit of all mega transport projects carried out in Punjab and Khyber Pakhtunkhwa provinces during the last government.

It was decided that the Prime Minister would use the official aircraft only for domestic tours and not for foreign visits.

Another important decision taken by the cabinet was formation of task forces for upgrading shanty settlements across the country and launching tree plantation in main cities.

The meeting decided to abolish the Ministry of Capital Adminis­tration and Development Division (CADD) and merge its departments into other ministries.

Former Prime Minister Nawaz Sharif had spent 51 billion Pakistani rupees ($417,825,150) government funds only in one year by exercising his “discretionary powers”, Dawn news reported.

Similarly, President Mamnoon Hussain also distributed public money of 90 million Pakistani rupees on his own discretion.

BJP hits out at Vajpayee’s niece for ‘politcising his death’

Shillong, Aug 24:

The Bharatiya Janata Party (BJP) on Friday hit out at Karuna Shukla, the niece of former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee, accusing that she was politicising his death.

The BJP charge came a day after Shukla accused the ruling BJP of politicising the former Prime Minister’s death by carrying the ashes across India for electoral gains in 2019 general elections.

“She (Shukla) is with the Congress and had also contested elections on their ticket. She is trying to politicise it (Vajpayee’s death). It is unfortunate… We believe this far beyond and above politics,” BJP spokesperson Nalin Kohli told journalists here.

“But we don’t see it as a political exercise. Some people have also pointed out why BJP is taking Atal’s ashes across the country. This is not the first time this has happened…it’s happened with several Prime Minister before Atal — Nehru’s ashes and Indira Gandhi’s ashes also went to several states,” Kohli said.

“I think that opportunity to people to offer their homage is not a political opportunity but a mark of respect,” he said.

Meanwhile, several leaders across party lines and religious leaders of various faith offered floral tribute to the urns containing the ashes of former Prime Minister at BJP headquarters in Shillong.

Kohli said the idea of taking Vajpayee’s ashes to different states across the country was an opportunity for those who loved him and wish to pay their respects now that he is no longer with us. “It was opportunity for that.”

“Vajpayee was the longest serving non-Congress Prime Minister. He was a person who was loved across party lines,” Kohli said.

Karun Shukla in a video message had  slammed Prime Minister Narendra Modi, BJP president Amit Shah and Chhattisgarh Chief Minister Raman Singh for using her uncle’s name for narrow political gains.

She had also alleged that though the BJP governments are in power at the Centre and several states, these leaders never uttered Atal Bihari Vajpayee’s name.

सोशल मीडिया से पता लगती है आआपा में बढ़तीं दूरियाँ


18 जून से लेकर 15 अगस्त के बीच केजरीवाल ने आशुतोष के महज दो और खेतान के महज तीन ट्वीट को रीट्वीट किया. ये उन नेताओं के मुकाबले काफी कम है, जिन्हें केजरीवाल का भरोसा हासिल है


अगर बॉस के ट्वीट और रीट्वीट किसी की लोकप्रियता का पैमाना बनें, तो समझा जा सकता है कि आम आदमी पार्टी में आशुतोष और आशीष खेतान की क्या हालत थी. यह समझा जा सकता है कि कैसे ये दोनों पार्टी चीफ अरविंद केजरीवाल के लिए अहमियत के पैमाने पर नीचे आते रहे. दोनों ने ही पिछले दिनों पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.

पत्रकार से नेता बने ये दोनों ही पहली बार राजनीति में आए थे. लेकिन धीरे-धीरे इनकी अहमियत पार्टी में कम हो रही थी. मुख्यमंत्री के ट्विटर टाइमलाइन पर नजर डालें, तो टॉप लीडरशिप के साथ इन दोनों के कमजोर पड़ते रिश्ते का अंदाजा लगता है. 18 जून से लेकर 15 अगस्त के बीच केजरीवाल की टाइमलाइन का विश्लेषण काफी कुछ साफ करता है. लगभग दो महीने में केजरीवाल ने आशुतोष के महज दो और खेतान के महज तीन ट्वीट को रीट्वीट किया. ये उन नेताओं के मुकाबले काफी कम है, जिन्हें केजरीवाल का भरोसा हासिल है.

ट्विटर पर केजरीवाल के 14 मिलियन, मतलब 1.4 करोड़ फॉलोअर हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद वो सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले राजनेता हैं. केजरीवाल ने अपने राजनीतिक करियर में माइक्रोब्लॉगिंग साइट का बहुत अच्छी तरह इस्तेमाल किया है. वो लगातार ट्वीट करने वाले राजनेता हैं. पार्टी की गतिविधियों पर नजर रखने वाले मानते हैं कि एक समय बहुत भरोसेमंद माने जाने वाले इन दोनों की अनदेखी करना काफी कुछ साफ करता है.

18 जून से 15 अगस्त के बीच केजरीवाल ने पार्टी सदस्यों के 102 ट्वीट को रीट्वीट किया. इसमें मनीष सिसोदिया के तमाम ट्वीट शामिल हैं. इसके अलावा पत्रकारों के 80 और अन्य पार्टियों के 11 ट्वीट को रीट्वीट किया है. इनमें उनके अपने ट्वीट और कुछ बाकी रीट्वीट शामिल नहीं हैं. उन्होंने सिसोदिया को 31 बार रीट्वीट किया. दिल्ली यूनिट के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज को 19 बार रीट्वीट किया.

कुमार विश्वास से दूरियां बढ़ने के बाद भी केजरीवाल ने ऐसा ही किया

माना जाता है कि केजरीवाल अपने ट्विटर हैंडल को खुद ही चलाते हैं. वो आमतौर पर ऐसे ट्वीट को रीट्वीट करते हैं, जो दिल्ली सरकार के कामों की तारीफ करते हुए हों. या फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के कामों की आलोचना करते हुए हों. पार्टी सूत्रों के मुताबिक जब केजरीवाल और कुमार विश्वास के बीच दूरियां बढ़ी थीं, तो केजरीवाल ने उनके ट्वीट भी रीट्वीट करने बंद कर दिए थे.

माना जा रहा है कि आशुतोष और आशीष खेतान ने 15 अगस्त को इस्तीफा दे दिया था. हालांकि आशीष खेतान ने हटने की घोषणा बाद में की. केजरीवाल ने अभी तक इस्तीफे स्वीकार नहीं किए हैं. जब 15 अगस्त को आशुतोष ने इस्तीफा दिया, तब केजरीवाल ने ट्विटर पर जवाब दिया था, ‘हम आपका इस्तीफा कैसे स्वीकार कर सकते हैं सर? इस जन्म में तो नहीं. सर, हम आपसे प्यार करते हैं.’

आशुतोष को केजरीवाल का करीबी माना जाता रहा है. तमाम विद्रोही नेताओं से बैक-डोर बातचीत में भी आशुतोष का रोल रहा है. केजरीवाल ने खेतान और आशुतोष के जरिए योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण से चल रहे विवाद को सुलझाने की कोशिश की थी. पार्टी में जानकारों का कहना है कि सीनियर नेताओं में असंतोष तबसे बढ़ रहा था, जबसे सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को राज्यसभा भेजने का फैसला किया गया. इन दोनों के साथ संजय सिंह को राज्यसभा भेजा गया था.

पार्टी सूत्रों के मुताबिक आशुतोष, खेतान और कुमार विश्वास बिजनेसमैन सुशील गुप्ता और सीए एनडी गुप्ता को राज्यसभा भेजे जाने से नाराज थे. बाद में, पार्टी ने 2019 लोक सभा चुनावों के लिए पंकज गुप्ता को चुना. पिछली बार यानी 2014 में इस सीट से आशुतोष लड़े थे. कहा यह भी जा रहा है कि खेतान भी खुद को नई दिल्ली लोक सभा सीट से न लड़ाए जाने का फैसला होने पर नाराज थे. खेतान यहां से लड़े थे और हारे थे.

1984 के सिख दंगों में कांग्रेस का हाथ नहीं: राहुल गांधी


साल 1984 के सिख विरोधी दंगों में कांग्रेस पार्टी की ‘संलिप्तता’ के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में राहुल ने उस घटना को ‘त्रासदी’ और ‘दर्दनाक अनुभव’ करार दिया, लेकिन इस बात से सहमत नहीं हुए कि कांग्रेस इसमें ‘शामिल’ थी.


कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा कि सत्ताधारी भाजपा से मुकाबले के लिए एक ‘ताकतवर गठबंधन’ बनाकर कांग्रेस 2019 के लोकसभा चुनावों में जीत हासिल करेगी.

हाउस ऑफ कॉमंस परिसर में ‘भारत एवं विश्व’ नाम के एक परिचर्चा कार्यक्रम के दौरान राहुल ने देश की पिछड़ी जातियों और अल्पसंख्यकों को अलग-थलग रखने की राजनीति के जरिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) जैसी ताकतों की कट्टर और नफरत से भरी विचारधारा को भारत पर थोपने की कोशिश के खिलाफ चेताया.

राहुल ने कहा, ‘हम 2019 में चुनाव जीतने जा रहे हैं और हम ऐसे भारत में वापसी कर सकते हैं जहां लोगों का सम्मान किया जाता था और पूरे देश को एकजुट रखा जाता था.’ उन्होंने कहा कि भारत में बांटने वाली ताकतों से मुकाबले के लिए कांग्रेस पार्टी एक ‘ताकतवर गठबंधन’ बना रही है.

राहुल ने कहा कि कांग्रेस ‘कमजोरों के संरक्षण’ के लिए समर्पित पार्टी है. उन्होंने ‘सत्तासीन ताकतों’ पर हमला बोलते हुए कहा कि वह विमर्श और अपने विचारों से इत्तेफाक नहीं रखने वालों को दबा रही है.

ब्रिटेन के सांसदों और स्थानीय नेताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि युवा नेताओं को साथ लाकर और महिला नेताओं को ज्यादा जगह देकर पार्टी खुद को बदलने को लेकर प्रतिबद्ध है.

साल 1984 के सिख विरोधी दंगों में कांग्रेस पार्टी की ‘संलिप्तता’ के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में राहुल ने उस घटना को ‘त्रासदी’ और ‘दर्दनाक अनुभव’ करार दिया, लेकिन इस बात से सहमत नहीं हुए कि कांग्रेस इसमें ‘शामिल’ थी.

उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि किसी के खिलाफ की गई कोई भी हिंसा गलत है. भारत में कानूनी प्रक्रियाएं चल रही हैं, लेकिन जहां तक मेरी राय है, उस दौरान हुई किसी भी गलती के लिए सजा मिलनी चाहिए… मैं इसमें 100 फीसदी समर्थन दूंगा.’

मेघालय में मतदान, नतीजे 27 को


दक्षिण तुरा सीट के 30,231 मतदाताओं में से 72.89 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. इस सीट से मुख्यमंत्री कोनार्ड के संगमा मैदान में हैं


मेघालय में शुक्रवार को दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में 77 प्रतिशत मतदान हुआ. इस दौरान कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी एफ आर खारकोंगोर ने यह जानकारी दी.

अधिकारी ने बताया कि दक्षिण तुरा सीट के 30,231 मतदाताओं में से 72.89 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. इस सीट से मुख्यमंत्री कोनार्ड के संगमा मैदान में हैं. सीईओ ने बताया कि रानीकोर सीट पर 29,685 मतदाताओं में से 82.1 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया. उपचुनाव का परिणाम 27 अगस्त को घोषित किया जाएगा.

संगमा इस वक्त तुरा संसदीय क्षेत्र से संसद के एक सदस्य हैं. वह विधानसभा का सदस्य बनने के लिए सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के टिकट से वेस्ट गारो हिल्स जिले में दक्षिण तुरा सीट से मैदान में हैं.

मेघालय विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और पांच बार के विधायक मार्टिन एम. डांगो के सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) शामिल होने और इस्तीफा देने के कारण रानीकोर सीट खाली हो गई थी. वहीं साऊथ तुरा सीट विधायक अगाथा के. संगमा के इस्तीफे के कारण खाली हो गई थी. अगाथा ने मख्यमंत्री कोनराड संगमा के लिए यह सीट छोड़ी है.

‘राहुल गांधी, क्या आपने हिन्दुस्तान की सुपारी ली हुई है?’: संबित पात्रा


राहुल के बयान की आलोचना करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, क्या आपने हिन्दुस्तान की सुपारी ली हुई है, जो विदेश जाकर अपने ही देश को बदनाम करने पर तुले हो


कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना अरब जगत के इस्लामी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से की और आरोप लगाया कि आरएसएस भारत के स्वभाव को ‘बदलने’ और इसकी संस्थाओं पर ‘‘कब्जा’’ करने की कोशिश कर रहा है.

राहुल के इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार करते हुए पूछा कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष ने भारत नाम के विचार की ‘सुपारी’ ले रखी है. बीजेपी ने कहा कि राहुल को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए.

मुस्लिम ब्रदरहुड अरब जगत में सबसे पुराना राजनीतिक इस्लामी संगठन है. अरब के कुछ देशों में इसे आधिकारिक राजनीतिक पार्टी के तौर पर काम करने की इजाजत नहीं है.

लंदन स्थित थिंक टैंक अंतरराष्ट्रीय सामरिक अध्ययन संस्थान (आईआईएसएस) को संबोधित करते हुए राहुल ने आरएसएस पर आरोप लगाया कि वह भारत के स्वभाव को बदलने और इसकी संस्थाओं पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है.

राहुल ने कहा, ‘आरएसएस भारत के स्वभाव को बदलने की कोशिश कर रहा है. अन्य पार्टियों ने भारत की संस्थाओं पर कब्जा करने की कोशिश नहीं की है.’ उन्होंने कहा, ‘आरएसएस का विचार अरब जगत में मुस्लिम ब्रदरहुड के विचार जैसा ही है.’

इससे पहले, राहुल ने गुरुवार को बर्लिन में आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा था कि बीजेपी और आरएसएस भारत के लोगों को बांट रहे हैं जबकि कांग्रेस उन्हें आपस में जोड़ने का काम करती है. उन्होंने यह आरोप भी लगाया था कि आरएसएस में महिलाओं के लिए कोई जगह नहीं है और वहां उन्हें ‘दोयम दर्जे का नागरिक’ माना जाता है.

‘राहुल गांधी, क्या आपने हिन्दुस्तान की सुपारी ली हुई है?’

राहुल के बयान की आलोचना करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (जिनका हाल में निधन हुआ) जैसे लोग राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पृष्ठभूमि के हैं और राहुल द्वारा लंदन में एक कार्यक्रम में संगठन की तुलना एक इस्लामी संगठन से किया जाना ‘अक्षम्य’ है.

दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा, ‘राहुल गांधी, क्या आपने हिन्दुस्तान की सुपारी ली हुई है? क्या आपने भारतवर्ष की सभ्यता और संस्कृति और लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार की सुपारी ली हुई है जो विदेश जाकर अपने ही देश को बदनाम करने पर तुले हो?’

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी यह कैसे कह सकते हैं कि हिन्दुस्तान की सोच, लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार की सोच आतंकी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड की सोच है? क्या वह कहना चाहते हैं कि हिन्दुस्तान ने एक आतंकी संगठन को समर्थन दिया है और देश की जनता की सोच एक आतंकी संगठन की सोच है.

नोटबंदी का विचार सीधे आरएसएस से आया

इससे पहले, नोटबंदी की आलोचना करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘नोटबंदी का विचार सीधा आरएसएस से आया, वित्त मंत्री और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की अनदेखी की गई और प्रधानमंत्री के दिमाग में बात डाली गई.’ आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी का ऐलान किया गया था, जिसके तहत 500 और 1000 के पुराने नोटों पर पाबंदी लगा दी गई थी.

नोटबंदी का ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया था कि इससे काला धन, अवैध गतिविधियों एवं आतंकवाद पर लगाम लगेगी. राहुल ने कहा कि भारत की आर्थिक ताकत लाखों सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम में निहित है, क्योंकि वे नौकरियां पैदा करते हैं. उन्होंने कहा, ‘जब कोई समूचे संस्थागत ढांचे की अनदेखी करता है और देश में नोटबंदी का फैसला करता है तो उससे भारत की ताकत बढ़ती नहीं है.’

Turn over of The Corporation Bank as on 31.03.2018 was Rs.3, 03,184.79 crore: Jai Kumar Garg

Shri Jai Kumar Garg, Managing Director and CEO

Panchkula, 24 August, 2018:

Today, Corporation Bank, Zonal Office, Chandigarh organized a business conference of Branches of its Chandigarh Zone on 24th August, 2018 at Panchkula. Shri Jai Kumar Garg, Managing Director and CEO of the Bank headed the conference of around 95 branches under the Zone. Shri D.V.S Varma, Circle General Manager, Delhi and Shri Nagendra H S, Zonal Head, Chandigarh of the Bank was present during the review meeting.

Corporation Bank is among the top performers in the Banking industry and having its headquarter at Mangaluru, Karnataka. The total business of the Bank as on 31.03.2018 was around Rs.3, 03,184.79 crore. The Bank is having total 9955 functional units including 2440 Branches, 3122 ATMs and 4393 Branchless banking units across the country.

During the Business Conference, Shri Garg, accentuated the need for quality business and stable growth. He said curtailing NPAs and recovery of bad debts are the priorities for the Bank.

Addressing the media, Shri Garg said the Bank’s “Halla Bol” recovery campaign which was launched in 2016-17 against the Non-performing assets, has started giving results and Bank is making good recoveries in NPA accounts, including from written off accounts during the first quarter of 2018-19. Stating that “Hallabol” is being done in peaceful manner, Shri Garg said this effort has yielded dividends on the recovery front.

Shri Jai Kumar Garg, Managing Director and CEO

Touching upon the turnaround profit of Rs.85.00 Crore made by the Bank for the quarter ended June 2018, Shri Garg applauded the staff for their commitment in bringing around the change.

Corporation Bank has an array of products and services to meet the needs of customers. In the digital arena, the Bank has recently launched two new products. Corp Ease a multi-utility mobile based application offering various bank services at the comfort of home. The Corp e-Passbook is another novel product by the Bank providing access to bank statements on the mobile phone.

In the savings bank fold Bank offers Corp Elite and Corp Delite variants which are tailor made for Government employees and host a lot of benefits and advantages.

 

हरियाणा में राखी पर बहिनों को निशुल्क यात्रा लाभ

पंचकूला, 24 अगस्त:

हरियाणा सरकार द्वारा रक्षाबंधन के पावन अवसर पर हरियाणा राज्य परिवहन की बसों में सभी महिलाओं एवं 15 वर्ष तक के बच्चों के लिए नि:शुल्क यात्रा सुविधा प्रदान की गई है। यह सुविधा 25 अगस्त दोपहर 12 बजे से 26 अगस्त रात्रि 12 बजे तक उपलब्ध करवाई जाएगी।
इस संबंध में जानकारी देते हुए एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि कि यह सुविधा केवल हरियाणा राज्य परिवहन की साधारण बसों में हरियाणा में स्थित किसी भी एक स्थान से दूसरे स्थान तक उपलब्ध होगी, जिसमें दिल्ली व चण्डीगढ को भी शामिल किया गया है।

अस्पतालों में डेंगू और चिकनगुनिया की नि:शुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है: विज

 

चंडीगढ़, 24 अगस्त- हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि वैक्टर जनित रोगों के नियंत्रण के लिए राज्य में 25 सेंटिनल सर्विलांस अस्पतालों को सजग किया गया है, इन अस्पतालों में डेंगू और चिकनगुनिया की नि:शुल्क जांच की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है।

श्री विज ने कहा कि यह सुविधा प्रत्येक जिले के न्यूनतम एक अस्पताल में दी जा रही है ताकि रोगियों के उपचार में किसी प्रकार की दिक्कत न हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य के अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल तथा कैथल जिलों में जापानी बुखार की जांच भी की जा रही है। इसके अलावा, मलेरिया की नि:शुल्क जांच एवं चिकित्सा की सुविधा राज्य के गांव स्तर पर उपलब्ध करवाई जा रही है तथा डेंगू के मरीजों के लिए अस्पतालों में अलग से वार्ड की बनाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को फ्री जांच एवं चिकित्सा उपलब्ध करवाई जाती है परन्तु यह भी ध्यान रखा गया है कि लैब  एवं निजी अस्पताल मरीजों की जेब न काट सके। इसके लिए निजी अस्पतालों एवं लैब के लिए डेंगू एवं चिकनगुनिया प्रत्येक की जांच के लिए किए जाने वाले टेस्ट एलिसा की फीस 600 रुपये निर्धारित की है। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी अस्पताल इससे अधिक फीस लेता पाया जाता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई करने की हिदायत दी गई है।

श्री विज ने बताया कि सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप इस वर्ष हरियाणा में अभी तक जापानी बुखार एवं चिकनगुनिया का कोई मामला सामने नही आया है। इसके साथ ही डेंगू के मात्र 35 मामले सामने आये हैं, जोकि गत वर्ष 4550 थे। इसी प्रकार अभी तक मलेरिया के 1677 मामले दर्ज किए गये हैं, जबकि वर्ष 2017 में इनकी संख्या 5696 तथा वर्ष 2016 में 7866 थी। परन्तु हमारे पड़ोसी राज्य पंजाब में अभी तक डेंगू के 148 तथा दिल्ली मेंंं 69 मामले सामने आए हैं।