‘फिल्म बंधु’ की तैयारियों ने ज़ोर पकड़ा

ऐसा कहा जा रहा है की जो युवा उत्तर क्षेत्र से मुंबई की ओर जाता है अपने स्पाने साकार करने उसको उसको यह ऊँची नाक वाले मुम्बैअंस….. स्वीकार नही करते जिस वजह से यह युवा खुद को अकेला महसूस करता है……. और इस बात का उदहारण सुशांत सिंह राजपूत को रखा जा रहा है। फिल्मी दुनिया में सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में मचे तूफान के बीच यूपी में फिल्म सिटी बनाए जाने को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बॉलीवुड के तमाम अहम चेहरों और फिल्म प्रोड्यूसरों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की और इस बैठक के बाद ऐलान किया कि ग्रेटर नोएडा में फिल्म सिटी का निर्माण होगा। अब देखना यह होगा की हिन्दी पट्टी के नाम पर यह एक क्षेत्रीय सिनेमा न बन कर रह जाये।

  • नोएडा फ़िल्मसिटी का निर्माण ……..
  • फ़िल्म उद्योग क्षेत्र में न बने क्षेत्रीय मत भेद के लिए जरिया…..

कोरल ‘पुरनूर’, चंडीगढ़ – 22 सितंबर

उत्तर प्रदेश (यूपी) के नोएडा में फिल्म सिटी के निर्माण के लिए कवायद तेज हो गई है और इसके लिए ख़ुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहल कर रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने अपने लखनऊ स्थित सरकारी आवास से ही भारतीय फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों से बातचीत की, जिनमें कई फिल्म निर्देशक, अभिनेता-अभिनेत्री और संगीतकार शामिल थे। सीएम योगी ने इस दौरान फिल्म सिटी को लेकर सभी की राय जानी और सभी को काफी ध्यान से सुना।

इस बैठक में सुपरस्टार रजनीकांत की बेटी सौंदर्या, फिल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री, अभिनेता अनुपम खेर व परेश रावल, गायक अनूप जलोटा, कैलाश खेर व उदित नारायण और गीतकार मनोज मुंतसिर शामिल थे। इस बैठक में वरिष्ठ वयोवृद्ध कहानीकार के विजयेंद्र प्रसाद भी शामिल हुए, जिन्होंने ‘बाहुबली’, ‘बजरंगी भाईजान’ और ‘मणिकर्णिका’ जैसी सुपरहिट फिल्मों की कहानियाँ लिखी हैं। वो देश के सबसे बड़े निर्देशकों में से एक एसएस राजामौली के पिता हैं।

फिल्म उद्योग से जुड़े विनोद बच्चन और ‘तान्हाजी’ के निर्देशक ओम राउत भी इस बैठक में शामिल हुए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इन दिग्गज फ़िल्मी हस्तियों ने सीएम योगी के समक्ष अपनी बात रखी, जो अधिकारियों की पूरी टीम के साथ उनलोगों को सुन रहे थे। बताते चलें कि नोएडा, यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी और ग्रेटर नोएडा प्रशासन की तरफ से सीएम योगी को जमीन की उपलब्धता का पूरा ब्यौरा भेज दिया गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी सम्बद्ध लोगों से राय लेकर ये तय करेंगे कि इन तीनों स्थलों में से फिल्म सिटी के निर्माण कहाँ किया जाए। मुंबई सहित सभी फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों ने इस घोषणा का स्वागत किया है। मंगलवार (सितम्बर 22, 2020) को हुई बैठक में राजू श्रीवास्तव भी मौजूद रहे। उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी के निर्माण से हिंदी पट्टी को ज्यादा प्रमुखता मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

सतीश कौशिक ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा सिनेमा हॉल्स बनाने से ये होगा कि जो फ़िल्में बनेगी, वो लोगों तक अच्छे तरीके से पहुँचेंगी। वहीं अनूप जलोटा ने कहा कि हिंदी पट्टी के जो महान लोग हैं, उनपर इधर और फ़िल्में बन सकती हैं जो मुंबई में नहीं हो पाता। उन्होंने कहा कि ये फिल्म सिटी कमाल की बनेगी और दूसरी से अच्छी बनेगी क्योंकि यहाँ दक्षिण से भी लोग आ जाएँगे। राजू श्रीवास्तव ने भी अपने चुटकुलों के जरिए अपनी बात रखी।

गौतमबुद्ध नगर जिले में प्रस्तावित फिल्म सिटी को लेकर मंगलवार को ‘फिल्म बंधु’ के पदाधिकारियों और अनेक फिल्मी हस्तियों के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्म उद्योग को उत्तर प्रदेश से जो अपेक्षाएं हैं उन्हें पूरा करने में यह राज्य कहीं ना कहीं चूक कर रहा था. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नोएडा में प्रस्तावित अत्याधुनिक फिल्म सिटी के जरिए उस चूक को सुधारा जाएगा. सीएम योगी ने कहा कि फिल्म सिटी के निर्माण के लिए जो क्षेत्र प्रस्तावित किया गया है वह राजा भरत के हस्तिनापुर के आसपास का इलाका है. यह फिल्म सिटी भारत की पहचान का प्रतीक बनेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ फिल्म सिटी तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि हम वहां विश्व स्तरीय इलेक्ट्रॉनिक सिटी देने जा रहे हैं और फाइनेंशियल सिटी भी प्रस्तावित करने जा रहे हैं, जहां से हर प्रकार की आर्थिक एवं वित्तीय गतिविधियों का संचालन किया जा सके.

हमने ‘द ताशकंद फाइल्स’ और ‘बुद्धा इन अ ट्रैफिक जाम’ जैसी फ़िल्में बना चुके विवेक अग्निहोत्री से बात की, जो इस बैठक में न सिर्फ मौजूद थे बल्कि उन्होंने सीएम योगी को अपने विचारों से भी अवगत कराते हुए कई सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि काफी कुछ करने की घोषणाएँ तो बहुत लोग करते हैं लेकिन सीएम योगी ने इन चीजों से आगे बढ़ते हुए घोषणाओं को जल्द से जल्द अमल में लाने की प्रक्रिया शुरू की है।

विवेक अग्निहोत्री ने बताया कि वो उनलोगों में थे, जिन्हें यूपी सरकार की तरफ से सबसे पहले ही इस बैठक के लिए आमंत्रित किया गया था। उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने सभी उपस्थित हस्तियों से उनके सुझाव माँगे, जिसके बाद ववेक अग्निहोत्री ने बैठक में कहा कि मुंबई की फिल्म इंडस्ट्री में हिंदी पट्टी की कहानियाँ ठीक से नहीं आ पाती हैं और यहाँ से फिल्म इंडस्ट्री में जाने वालों को मुंबई ही जाना पड़ता है, जिसमें से अधिकतर इतना खर्च करने में सक्षम नहीं हैं।

बकौल विवेक अग्निहोत्री, उन्होंने बैठक में कहा कि ऐसे प्रतिभाशाली युवाओं को संघर्ष करने के लिए मुंबई जाने की बाध्यता ख़त्म हो जाएगी और वो यहीं फिल्म इंडस्ट्री में अपना करियर बना सकेंगे। उन्होंने आगे कहा कि एक राजनीतिक समस्या भी खड़ी हो गई है, जिसमे एक गिरोह विशेष के लोगों का आधिपत्य भी टूटेगा क्योंकि गाँवों से जो लोग आएँगे, वो ग्रामीण जगत की अच्छी कहानियाँ लेकर आएँगे, जिन्हें मुंबई के शहरी मानसिकता वाले फ़िल्मकार पसंद नहीं करते।

उन्होंने कहा कि वो पिछले 7 वर्षों से इसके लिए संघर्ष कर रहे थे और उन्होंने कई लोगों को इससे जोड़ा है। उन्होंने बताया कि सीएम योगी ने सभी लोगों की बातों को न सिर्फ ध्यान से सुना, बल्कि सकारात्मक प्रतिक्रिया भी दी। कई अन्य लोगों ने भी अपनी राय रखी। किसी ने यूपी में सिनेमा हॉल्स बढ़ाने की व्यवस्था करने की बात की तो किसी ने सिनेमा को लेकर एक यूनिवर्सिटी बनाने का सुझाव दिया। यूपी में वीएफएक्स के लिए सेंटर बनाने की भी माँग उठी।

विवेक अग्निहोत्री ने बैठक में सीएम योगी के रुख के बारे में बात करते हुए कहा कि वो कम से कम समय में उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए 1000 एकड़ की भूमि की व्यवस्था किए जाने की बात भी कही गई है। सीएम योगी ने स्पष्ट किया है कि ये फिल्म सिटी अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा। इसके लिए पूरी योजना तैयार कर ली गई है। बैठक में उपस्थित लोगों को नक्शों और डायग्राम्स के जरिए इसका पूरा ब्लूप्रिंट दिखाया गया।

इसके लिए ब्लूप्रिंट बनाने से आगे भी कदम बढ़ा दिया गया है और अधिकारियों को इस काम के लिए लगा भी दिया गया है। फिल्म सिटी के निर्माण के सम्बन्ध में निर्देशक मधुर भंडारकर और भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार रहे रवि किशन ने सीएम आवास जाकर योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही बॉलीवुड में प्रतिभाओं को दबाने की बातें चल रही है, जिसके आलोक में इस फिल्म सिटी की घोषणा से सभी उत्साहित हैं।

जल्द ही इस फिल्म सिटी के लोकेशन को लेकर घोषणा होगी। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कई लोगों ने आवाज़ उठाई थी कि यूपी-बिहार जैसे राज्यों से मुंबई जाने वालों को वहाँ उचित सम्मान नहीं मिलता है और कई तो वहाँ के माहौल में घुल-मिल भी नहीं पाते हैं। जिस तरह से बॉलीवुड में ड्रग्स के जंजाल को लेकर एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं, यूपी में फिल्म सिटी से हिंदी पट्टी को एक नई पहचान मिलनी तय है।

13 पूर्व जजों ने दंगों की जांच पर विभाजनकारी ताकतों के अजेंडे पर जताया खेद

दिल्ली पुलिस ने कुछ दिन पहले दंगों को लेकर अदालत में 17,500 पेज की चार्जशीट पेश की थी। चार्जशीट में जिन 15 लोगों को नामजद किया गया है, उनमें प्रमुख नाम आम आदमी पार्टी से निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन का है। चार्जशीट में वे लोग ज़्यादा नामजद हैं, जो सीएए विरोधी आंदोलन से जुड़े हुए थे और जिन्होंने दिल्ली में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किए थे। पुलिस ने चार्जशीट में सबूत के तौर पर कॉल डेटा रिकॉर्ड और वॉट्सएप चैट को शामिल किया है। पुलिस ने इन अभियुक्तों पर अनलॉफ़ुल एक्टिविटीज़ प्रीवेन्शन एक्ट यानी यूएपीए लगाने के लिए सरकार से अनुमति ले ली है।

नयी दिल्ली (ब्यूरो):

दिल्ली दंगे में लोकतांत्रिक संस्थाओं पर उठते सवालों के मद्देनजर 13 पूर्व न्यायाधीशों ने नाराजगी जाहिर की है। विभिन्न हाईकोर्ट के 13 पूर्व न्यायाधीशों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, इनमें हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस भी शामिल हैं। न्यायधीशों ने लिखा है-हम कुछ पूर्व न्यायाधीशों के समूह हैं जो कुछ लोगों के विभाजनकारी एजेंडे को देख रहे हैं।

क्या बाले पूर्व न्यायाधीश
पूर्व न्यायाधीशों ने लिखा है कि उमर खालिद की गिरफ्तारी के संबंध में जो कुछ लोग एजेंडा सेट कर रहे हैं ये वही लोग हैं जो भारतीय लोकतांत्रिक संस्थाओं जैसे सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग और संसद को बदनाम करने का कोई मौका नहीं चूकते। न्यायधीशों का कहना है कि ऐसे लोग खुद संवैधानिक पदों पर रह चुके हैं और विभाजनकारी एजेंडे को समर्थन दे रहे हैं। ऐसे लोग इस खयाल में जीते हैं कि देश की सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं को उनके हिसाब से काम करना चाहिए।

उमर खालिद की गिरफ्तारी पर ये दी प्रतिक्रिया
पूर्व न्यायाधीशों ने कहा है कि दिल्ली दंगों के संबंध में एक के बाद देशविरोधी गतिविधियों का खुलासा हो रहा है। लेकिन इसी बीच बार-बार जांच प्रक्रिया और ट्रायल पर सवाल खड़े कर संदेह पैदा करने की कोशिश की जा रही है। उमर खालिद के संदर्भ में ये समझा जाना चाहिए कि बेल के लिए न्यायव्यवस्था में पूरी प्रक्रिया दी हुई। न्याय प्रक्रिया के दौरान किसी को दोषी सिर्फ सबूतों के आधार पर ही सिद्ध किया जा सकता है। फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन का मतलब ये नहीं कि इससे किसी भी अपराध को करने या उसे बढ़ावा देनी की छूट मिल जाती है। राष्ट्रीय एकता को कुछ लोगों की विशेष सोच की कीमत पर बलिदान नहीं किया जा सकता है।

ये हैं खत लिखने वाले पूर्व जज
बी.सी पाटिल (दिल्ली और जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस), के.आर. व्यास (मुंबई हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस), प्रमोदी कोहली (सिक्किम हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस और सीएटी के चेयरमैन), एस.एम सोनी (गुजरात हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस और गुजरात के लोकायुक्त)। इनके अलावा भी विभिन्न हाईकोर्ट के जजों ने इस खत पर हस्ताक्षर किए हैं।

कई पूर्व आईपीएस भी लिख चुके हैं खत
गौरतलब है कि दिल्ली दंगे में पुलिसिया जांच पर उठते सवालों को लेकर कई पूर्व वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों ने भी खत लिखकर नाराजगी जाहिर की थी. अधिकारियों का कहना था कि बाहरी प्रेशर बनाकर जांच की प्रक्रिया को बाधित नहीं किया जाना चाहिए।

पंचकूला को मिली 53 संस्कृति मॉडल स्कूलों की सौगात

  • सरकारी स्कूलों का कायाकल्प
  • स्कूल प्रधानाचार्यों के कार्यक्रम में ज्ञान चंद गुप्ता ने विधिवत शुरुआत
  • बोले – पंचकूला की जरूरतों के अनुसार विकसित हो रहा शिक्षा ढांचा

पंचकूला, 22  सितंबर

पंचकूला जिले के सरकारी स्कूलों का कायाकल्प शुरू हो गया है। मंगलवार को हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष एवं पंचकूला से विधायक ज्ञान चंद गुप्ता ने सेक्टर 19 के सरकारी स्कूल में आयोजित भव्य समारोह में जिले के 38 प्राथमिक और 3 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों को संस्कृति मॉडल स्कूल में रूपांतरित करने की विधिवत शुरुआत की। इसके साथ ही जिले में अब कुल 53 प्राथमिक विद्यालय और 6 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय संस्कृति मॉडल स्कूलों की श्रेणी में आ गए। इनमें से 4 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय और 38 प्राथमिक विद्यालय पंचकूला विधान सभा क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं। इन विद्यालयों के प्रधानाचार्यों के कार्यक्रम में गुप्ता ने अनेक बड़ी घोषणाएं की। कार्यक्रम में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए जिस प्रकार की व्यवस्थाएं बनाई गईं,  उसके लिए विधान सभा अध्यक्ष ने स्कूल प्रधानाचार्य महेंद्र सिंह चौहान की जमकर तारीफ भी की।

हलके के हर स्कूल में होगा स्मार्ट क्लास रूम

हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष एवं पंचकूला से विधायक ज्ञान चंद गुप्ता ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को बड़ी सौगात दी है। अब यहां के बच्चे भी कारपोरेट की तर्ज पर स्मार्ट क्लास रूम में शिक्षा अर्जित करेंगे। पंचकूला विधान सभा क्षेत्र के सभी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में ज्ञान चंद गुप्ता अपने स्वेच्छिक कोटे से स्मार्ट क्लास रूम बनवाएंगे। इसके साथ ही इन स्कूलों में स्वच्छ एवं ठंडा पेयजल उपलब्ध करवाने और शौचालय बनाने के लिए भी गुप्ता ने अपने स्वैच्छिक अनुदान से राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने मौके पर उपस्थित शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे दो माह के भीतर इस इन कार्यों की योजना बनाकर इन्हें सिरे चढ़ाएं।

इस मौके पर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि गत वर्षों में सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता जिस प्रकार से सुधरी है,  उससे अभिभावकों में अपने बच्चों का दाखिला इन स्कूलों में करवाने की होड़ लग गई है। अब हालात यह हो गए हैं कि अनेक लोग अपने परिचितों के माध्यम से सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों के दाखिले के लिए सिफारिशें करवाते हैं। उन्होंने कहा कि पंचकूला विधान सभा क्षेत्र पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल की विशेष कृपा रहती है। इसी के चलते इस जिले को 59 संस्कृति मॉडल स्कूलों की सौगात मिल सकी है। उन्होंने इसके लिए शिक्षा मंत्री कंवर पाल का भी विशेष रूप से आभार व्यक्त किया।

सुपर 100 में पंचकूला के दो विद्यार्थी, गुप्ता ने किए सम्मानित

होनहार बच्चे को प्रोत्साहन और आर्थिक मदद देने लिए हरियाणा सरकार की ओर से चलाई जा रही विशेष योजना सुपर 100 में पंचकूला के 2 विद्यार्थियों ने स्थान बनाया है। ये दोनों विद्यार्थी सेक्टर 19 स्थित वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में पढ़ते हैं। इस योजना के तहत आयोजित परीक्षा में दसवीं कक्षा में 80 प्रतिशत से ज्यादा अंक वाले विद्यार्थी भाग लेते हैं। परीक्षा के आधार पर शीर्ष 100 विद्यार्थियों का चयन किया जाता है। सरकार इन 100 विद्यार्थियों के उच्च शिक्षण संस्थानों या व्यावसायिक कोर्सों में दाखिले के लिए कोचिंग का प्रबंध अपने खर्च पर करती है। इनके लिए पंचकूला और गुरुग्राम में विशेष छात्रावास भी बनाए गए हैं। इस योजना के तहत सम्मानित पंचकूला सेक्टर 19 की छात्र हिमानी रावत राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रही है। वह सरकारी खर्च पर चंडीगढ़ के सेक्टर 34 स्थित एक निजी संस्थान से कोचिंग ले रही है।

ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि संस्कृति मॉडल स्कूलों की जो श्रृंखला पंचकूला में विकसित हो रही है, उससे इस क्षेत्र की विशिष्ट पहचान बनेगी। पंचकूला निरंतर प्रगति पथ पर बढ़ रहा है। इसके साथ ही यहां बड़ी संख्या में कर्मचारी और कारोबारी वर्ग भी विकसित हो रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य की जरूरतों के अनुसार शिक्षा ढांचा तैयार करना अनिवार्य हो गया है। संस्कृति मॉडल स्कूल उसी दिशा में प्रभावी प्रयास है। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी उर्मिल रानी, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी निरुपमा, उप जिला शिक्षा अधिकारी संध्या मलिक, जिला परियोजना अधिकारी इंदु दहिया, पिंजौर खंड शिक्षा अधिकारी पूनम शर्मा, बरवाला खंड शिक्षा अधिकारी कुल भूषण शर्मा, सार्थक स्कूल की प्रिंसिपल कमलेश शर्मा, बतौड़ संस्कृति मॉडल स्कूल के प्राधानाचार्य जितेद्र शर्मा, भाजपा के जिला अध्यक्ष अजय शर्मा, जिला महामंत्री हरेंद्र मलिक समेत अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।  

जिला को पूर्ण रूप से कुपोषण मुक्त बनाने हेतू अभियान- उपायुक्त

पंचकूला  22 सितम्बर:

स्वास्थ्य विभाग व महिला एवं बाल विकास विभाग के सौजन्य से चलाए जा रहे पोषण माह के दौरान जिला की आंगनबाडी केन्द्रों व स्वास्थ्य केन्द्रोें में गर्भवती महिलाओ, दूध पिलाने वाली माताओं, बच्चों को पोषण आहार बारे जानकारी देकर जागरूक करने के साथ तंदरूस्त बनाने का कार्य किया जा रहा है।
उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा ने बताया कि माह के दौरान विभिन्न स्कूलों, आंगनबाडी केन्द्रों स्वास्थ्य केन्द्रों में विशेष कर पोष्टिक आहार संबधी गतिविधियां चलाकर महिलाओं, बच्चों, दूध पिलाने वाली माताओं में पोष्टिक आहार के प्रति प्रेरित किया जा रहा है ताकि वे किसी प्रकार की शारीरिक व्याधियांें से ग्रस्त न हो सके। इस अभियान के दौरान विभिन्न विभागों के सहयोग से महिलाओं एवं बच्चों के संर्वागीण विकास हेतू कोविड को ध्यान में रखते हुए कई प्रकार गतिविधियांें के माध्यम से लाभान्वित किया जा रहा है।  
उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान जिला की आंगनबाड़ी केन्द्रों मे गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को प्रोटीनयुक्त डाईट, एनिमिया आदि से बचाव के लिए महिला गोष्ठियां, मदर मिटिंग, कम्युनिटी बेसड इवेंट एवं गावं स्तर पर हेल्थ सेनीटेशन न्यूट्रीशन जैसे कार्यक्रम चलाकर पोष्टिक आहार बारे उन्हें प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा महिलाओं को कीचन गार्डन के लिए प्रेरित किया गया ताकि पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के साथ तथा लोगोें को स्वच्छता के प्रति भी जागरूक किया जा सके।  
उपायुक्त ने बताया कि यह जन जन का अभियान बने और विशेषकर महिलाएं, दूध पिलाने वाली मातांए, बच्चों एवं किशोरियांे में किसी प्रकार की शारीरिक कमी न रहे और वे स्वस्थ रहकर सुखमय एवं खुशहाल जीवन जी सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग व महिला एवं बाल विकास की संयुक्त टीम कार्य कर रही है ताकि जिला को पूर्ण रूप से कुपोषण से मुक्त बनाया जाएगा। इसके तहत पोषण वाटिका, एनिमिया, डायरिया प्रबंधन के बारे में भी अवगत करवाया जा रहा है।    

Fake Call Centre busted at Zirapur by Chandigarh Police

Chandigarh – 22 September:

Cyber Crime Investigation Cell, Chandigarh of Chandigarh Police has achieved a major success in busting a racket of fake call centre running in Zirakpur, Tricity area. For this under the supervision of DSP/CCIC, a special team was deputed by Inspector/CCIC, headed by SI Sunil Kumar and others cyber crime officials in case Case FIR No 190 dated 21.09.2020  U/s 419, 420, 120B IPC, PS 34, Chandigarh, to apprehend the criminals involved in cheating & Insurance Fraud.

          The brief of the case are that CCIC had received a complaint given by Sh. Nirmal Singh R/O Sector 44  Chandigarh , in which he stated that he had received mobile phone call in June 2020. The caller discussed about his old insurance policy and asked that Rs. 25,000,00/- of his insurance policy are balance  at their end and if he wants to claim the same amount then he need to deposit documents fee etc. and after their allurement he deposited approx Rs. 1654000/- in different accounts in different banks. Complainant received calls from different mobile numbers made by the accused persons. Later on he realized that he has been cheated for sum of approx Rs. 1654000/- on the pretext of maturity of Insurance policy by fraudsters by misrepresentation. Further, one more complaint of similar modus operandi made by Ajudhya Dass Rajpoot R/O Sector 42 was also received regarding fraud of Rs. 200000/- on the pretext of Reliance Nippon insurance policy maturity.

          During the investigation, accused (1) Yogesh Verma S/o Sunder Lal, # 19, G.F., Green Field Home, Kishanpura, Dhakoli, Punjab, Age 38 years (2) Pranav S/o Kulbhusan , # 556/1 B.C. Bazar, Near Arya Smaj School , Ambala Cantt., Haryana (3) Manish Kumar Rai S/o Gyandendra Kumar, # Flat No. 120 A-5, Gulmohar        City Extn., Derabassi, Mohali, Punjab (4) Subham Bhardwaj S/o Vijay Bhardwaj, # 2660, 1st Floor, Sunny Enclave, Sector 125, Mohali, Punjab (5) Arjun Yadav S/o Jai Narain, # 496, Rajiv Colony, Sector-17, Panchkula, Haryana (6) Rakesh Kumar S/o Shankar Rajak, # 412, Vill Jahawarpur, Derabassi,  Mohali, Punjab have been arrested on 21.9.20 from tricity area and during investigation, 4 Lakh cash and approximately 30 mobile phones along with SIM cards of different service providers and 10 registers/ diaries have been recovered from the above accused. During investigation it has been revealed that the above mentioned accused have set up a call center in Zirakpur and used to target the senior citizens who had purchased insurance policies from different companies and allured them to deposit money on the pretext of huge amount of maturity of their policies. Accused were produced in court today and their police remand for 03 days has been obtained.

OPERATIONS CELL ARRESTED ONE DURG PEDDLER NAMELY MANISH KUMAR @ RINKU.

Chandigarh, 22 September

                   In a major breakthrough, Operation Cell of Chandigarh Police under the supervision of Inspector Ranjeet Singh, In charge Operations Cell and the close guidance of Smt. Rashmi Sharma Yadav, DANIPS, DSP Operations and overall supervision of Sh. Vineet Kumar, IPS, SP/Operations & City, succeeded in arresting one drug peddler namely Manish Kumar @ Rinku  S/o Late Sh. Ranjit Singh R/o # 504 Preet Colony near, Zirakpur Distt, SAS Nagar Mohali (PB.) age 45 years and FIR NO 158 dated 22.09.2020 U/s 15 NDPS Act  stands registered in PS-26, Chandigarh in this regard.

Brief of the case:-

                   On 22.09.2020, SI Jagtar Singh alongwith other officials laid a naka on road back side Police Lines, Sector-26, Chandigarh for routine checking of suspicious vehicles/persons. In the meantime one person came on scooter Make TVS Jupiter bearing registration no. CH01BT-5795 coming from Bapu Dham Colony Sector-26 towards naka, on seeing police party he tried to throw out the plastic bag from the spot which was hanging on his scooter, but SI Jagtar Singh with the help of police officials of Operations Cell by showing their efficiency, caught him on the spot. On checking that bag 3.5 KG Puppy husk contraband was recovered from his possession. He cannot produce any license/permit for the said contraband. In this regard, case FIR NO 158 dated 22.09.2020 U/s 15 NDPS PS 26 Chandigarh has been registered and accused Manish Kumar @ Rinku has been arrested.  The further investigation of the case is in progress.

                    Tomorrow i.e. on 23.09.2020 accused Manish Kumar @ Rinku S/o Late Sh. Ranjit Singh is being produced in the learned Hon’ble court for the further proceeding.

                   .

Recovery:-

Sr. No.Recovered itemQuantity
 Puppy Husk3.5 Kg

Profile of accused:-

NameManish Kumar @ Rinku 
Father NameLate Sh. Ranjit Singh
Permanent addressR/o # 504 Preet Colony, Zirakpur Distt, SAS Nagar Mohali (PB.)
Present address-do-
Age45 years
Qualification8th Pass
OccupationPrivate Driver

आलोकतांत्रिक तरीके से बिलों के पास होने से लोकतन्त्र को ठेस लग है: पू॰ उप मु॰मंत्री चन्द्र मोहन

पचकुलां 22 सितंबर

अखिल भारतीय कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य और आदमपुर के विधायक श्री कुलदीप बिश्नोई ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा कृषि सुधार से सम्बन्धित दो अध्यादेशों को  कानूनी अमली जामा पहनाने के लिए  ,राज्य सभा में जिस अलोकतांत्रिक तरीके से विपक्ष की आवाज को दबाकर, ध्वनिमत से इन अध्यादेशों को पास करवाया गया है, इससे लोकतंत्र की गरिमा को ठेस पहुंची है और संसदीय इतिहास में जिस   अनूठी परम्परा की शुरुआत करने का प्रयास किया गया है, वह लोकतंत्रान्त्रिक  मूल्यों के लिए भविष्य में घातक सिद्ध होगा।

बिश्नोई ने कहा कि मैं भी संसद का सदस्य रहा हूं और संसदीय परम्पराओं के अनुसार अगर विपक्षी पार्टियों के सदस्य किसी अंहम बिल पर मत विभाजन की मांग करते हैं तो उनकी भावनाओं का सम्मान करना और उन्हें संरक्षण प्रदान करना सभापति का प्रमुख दायित्व है। उन्होंने  प्रश्न  किया कि अगर  इसी तरह ध्वनिमत से ही बिना बहस के ही लोक सभा और राज्य सभा में बिल पास होने लग जायेंगे तो देश में लोकतंत्र की अहमियत ही क्या  बचेगी। ऐसे
 आचरण से तो लोकतंत्र से ही लोगों का विश्वास उठ जाएगा और फिर अगर मनमाने ढंग से सरकार चलानी है तो फिर विपक्षी पार्टियों की क्या जरूरत है।                                     ‌    उन्होंने कहा कि देश का किसान इन काले कानूनो के खिलाफ सड़कों पर है, उसकी आवाज को नहीं सुना जाना चाहिए था। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर सरकार इन कृषि सुधार बिलों को किसानों की तकदीर बदलने वाला मान रही है, तो सतापक्ष  इनको पास करवाने की इतनी जल्द बाजी कर्मों दिखला रहा है। उन्होंने कहा कि देश का किसान अपने भविष्य के प्रति आशंकित है और वह  सड़कों पर उतर कर  सरकार से अपनी आजीविका को पूंजीपतियों के चंगुल से मुक्त करवाने की गुहार लगा रहा है। क्या  सरकार किसानों के  इतनी असंवेदनशील हो गई है कि केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को अपने संसदीय क्षेत्र में इन कृषि विधेयकों के खिलाफ मुखर विरोधी आवाज  सुनाई नहीं दे रही है।                   

बिश्नोई ने कहा कि देश का किसान यह जानने को उत्सुक हैं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य कौन तय करेगा , देश के कारपोरेट घराने या सरकार, किसानों की बेबसी और लाचारी का फायदा , साहुकार उठाएगें और उनके बूरे दिनों की शुरुआत प्रतीक्षा कर रही है। भाजपा ने जिस प्रकार से अपने स्वार्थ के लिए देश के किसानों को स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने और फसलों के दाम दोगुना करने के नाम पर  गुमराह किया, वह कड़वी सच्चाई अब देश के किसानों के सामने आ चुकी है।
        ‌   उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य के नाम पर भी देश के किसानों को गुमराह किया जा रहा है। उन्होंने केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के 18 सितंबर को दिए गए , एक साक्षात्कार में कहा था कि -एम एस पी , इस लिए अनिवार्य नहीं हो सकता है, क्योंकि यह व्यापारी और किसान के बीच  में करार है। किसान और प्रोसेसर मिल कर फसल की कीमत तय करेंगे। उन्होंने पूछा एम एस पी के बारे में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी गुमराह कर रहे हैं या केन्द्रीय कृषि मंत्री , यह भ्रम की स्थिति देश को स्पष्ट की जानी चाहिए।                    ‌ 

बिश्नोई ने मांग की है कि सरकार पर अंकुश लगाने के लिए ध्वनिमत से वोटिंग के खिलाफ भी एक बिल पास किया जाए ताकि सत्ताधारी दल इसका दुरुपयोग करके  लोकतांत्रिक व्यवस्था को बर्बाद ना कर दे।  इसके साथ ही उन्होंने मांग की है कि जो भी प्रोसेसर  न्यूनतम समर्थन मूल्य ‌से कम दामों पर खरीद करता है, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का प्रावधान  किया जाए और किसानों का न्यायालय में जाने का अधिकार बहाल किया जाए अन्यथा  किसानों के साथ यह होने वाला है कि, पहले फसल आने पर फसल बिकती थी  और अब  इस  कानून के आने के  पश्चात  खेत में बोने से पहले ही फसल बिक जायेगी और यही से किसान की बर्बादी की दास्तान लिखनी शुरू हो जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कांग्रेस पार्टी की सरकार आने पर इन सभी काले कानूनों को वापिस ले कर किसानों की आजादी बहाल की जाएगी।    

Police Files, Panchkula – 22 September

विदेश भेजने के नाम  आरोपी महिला आरोपी को गिरफ्तार करके भेजा जेल  ।

पंचकूला, 22 सितम्बर  :

मोहित हाण्डा, भा.पु.से., पुलिस उपायुक्त पंचकुला के द्वारा दिये हुऐ निर्दशोनु सार जिला पचंकुला मे अपराधो की रोकथाम तथा अपराधियो को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु । आज दिंनाक 22.09.2020 को थाना सैक्टर 05 पचंकुला की टीम ने विदेश भेजने के नाम पर धोखाधडी करने के मामले मे एक महिला अपराधी को किया गिरफ्तार । गिरफ्तार की गई महिला की पहचान शिल्पा वासी पचंकुला के रुप मे हुई  ।

                                         प्राप्त जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता राजेश मल्होत्रा सै0-9 पचकुंला ने दिनाक 11.02.2017 को शिकायत दर्ज करवाई की उपरोक्त आरोपी व साथी रिषी चौहान निवासी सै0-17 पचकुला, दीपक वा उसकी पत्नि, के साथ शिकायतकर्ता के साथ दोस्ताना सम्बन्ध थे, जो शिकायतकर्ता अपनी बेटी को विदेश  भेजना चाहता था जो इस सम्बव्ध मे शिल्पी ने शिकायतकर्ता को दीपक और लक्की नाम दो लोगों से मिलवाया और बताया कि यह दोनो पति-पत्नि कईं लोगो को विदेश भेज चुके है । और मैने भी कई लोगो के इन्हे केस दिए है और इन्होने उन्हे विदेश भेजा है उसके बाद दीपक और लक्की ने मेरी बेटी को आस्ट्रेलिया भेजने के लिए 10,00,000/-लाख रुपये कि मांग की और वायदा किया कि वह छहं महीने के अन्दर मेरी बेटी को आस्ट्रेलिया भेज देगें सारी बातचीत करने के पर मै  शिल्पी और रिषी के कि जिम्मेवारी लेने  पर कि अगर मेरा काम न ही हुआ तो मेरी  राशि  मुझे  वापिस मिल जाऐगी मैने रुपये 10,00,000/- दीपक और लक्की को समझ गवाहन नकद अदा कर दिए इसके बाद मै अपने बेटी के वीजा आने का  इन्तजार  करता रहा परन्तु मेरी बेटी का वीजा नही आया और वह लोग मुझे कोई ना कोई बहाना बना कर लटकाते रहे और कहते रहे कि अभी कुछ दिनो मे  ही आपका काम हो जाऐगा परन्तु  मेरा काम  नही हुआ और इन लोगो ने  शिकायतकर्ता का फोन तक उठाना बन्द कर दिया उसके बाद शिकायतकर्ता ने शिल्पी और  रिषी से अपने  पैसे मांगे और पुछा तो  उन्होने कहा कि  ये पैसे अब  वापिस नही मिलेगें उसके बाद  शिल्पी वा रिषी से हमारे  से  किटियों के जो  850000/- रुपये  भी लिए थे  उसका सोना  भी नही दिया और ना ही मेरे पैसे वापिस किए  यह कि अब मै जब  भी  शिल्पी वा रिषी से  अपने  पैसो  को मांगता हुं  तो वह मेरे पैसे  देने  से मना कर देते है और उल्टा  धमकी देते है कि अगर दौबारा  से  पैसे मांगे या फिर इस बारे  मे कहीं पर शिकायत की तो  मै तुम्हे जान  से मरवा  दुंगी  अब जब मैने फिर  से  कुछ  लोगो को लेकर उनसे मिलने की  कोशिश की  तो पता चला  कि उपरोक्त सभी दोषियान यहा से भाग कर  विदेश  चले गए औऱ उन्होने अन्य लोगो को भी  ऐसे ही लुट लिया  है जिस प्राप्त दरखास्त पर थाना सैक्टर 5 पचकुला मे प्राप्त होने पर उक्त आरोपीयो के खिलाफ कार्यवाही करते हुए धारा 420 भा.द.स. 3 HARYANA PROTECTION OF INTEREST OF  DEPOSITORS IN FINANCIAL ESTABLISHMENT ACT-2013  अभियोग अंकित करके थाना सैक्टर 05 पचकुला की टीम ने कार्यवाही करते हुए दिनाक 22.09.2020 को आरोपी शिल्पी को गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत भेज दिया गया ।

जमीन रजिस्टरी करवाने के मामले मे 5 लाख की धोखाधडी करने वाले दो आरोपियो को किया काबू

मोहित हाण्डा, भा.पु.से., पुलिस उपायुक्त पंचकुला के द्वारा दिये हुऐ निर्दशोनु सार जिला पचंकुला मे अपराधो की रोकथाम तथा अपराधियो को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु । कल दिंनाक  21.09.2020 को थाना चण्डीमन्दिर की टीम ने जमीन की रजिस्टरी करवाने के मामले मे धोखाधडी करने के मामले मे दो आरोपीयो को गिरफ्तार किया गया जो गिरफ्तार किये गये आरोपियो की पहचान राजपाल सिह पुत्र खचेडु सिह वासी बरवाला व कुसुम लता पत्नी राजपाल वासी बरवाला पचंकुला रुप मे हुई ।

                        प्राप्त जानकारी के अनुसार 06.12.2019 को प्रेमलता पत्नी श्री मदन लाल निवासी बरवाला पंचकूला ने धोखाधडी करने के मामले मे शिकायत दर्ज करवाई कि । कुसुमलता धर्मपत्नी श्री राजपाल सिंह राणा पुत्र स्व० श्री खचेडूसिंह राणा वासी बरवाला पंचकूला ने मुझे अपने दो मंजिल मकान 05 मरले जमीन बेचने के लिये सम्पर्क किया । जिस पर शिकायतकर्ता ने मकान को देख कर उसको खरीदने का मन बना लिया और श्रीमति कुसुमलता ने इस मकान को बेचने का सौदा मेरे साथ दिनांक 30/07/2019 को सब-तहसील बरवाला में रूप्ये 18,00,000/- (रूपये अठारह लाख केवल) में तय किया और वहीं पर इस बाबत् लिखित में ब्याना कर लिया और मेरे से बतौर रोका रूपये 5,00,000/- (रूपये पॉच लाख केवल) रूबरू गवाहन पा लिये और इकरार किया कि वह इस मकान की रजिस्टरी मेरे नाम पर 30/10/2019 तक मेरे नाम पर करवा कर अपनी बाकी की पैमेंट प्राप्त कर लेगी । दोषी श्रीमति कुसुमलता ने साफ तौर पर लिखवाया और जैसा कि मुझे बताया था कि इस मकान मय जमीन पर किसी प्रकार का कोई लोन नही है और यह जमीन मय मकान किसी के पास रहन नही है और ना ही इस जमीन मय मकान पर कोई लोन लिया है। यह कि उसके बाद शिकायतकर्ता को विश्वसनीय सूत्रों से पता चला कि उपरोक्त दोषी श्रीमति कुसुमलता ने इस जगीन मय मकान पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (जोकि पहले स्टेट बैंक ऑफ पटियाला) था से जगदम्बा पैंट हाऊस की लिमिट बनवा उगती है और जिस पर शिकायतकर्ता ने पटवार खाने स इस जमीन मय मकान की फर्द निकलवाई तो पाया कि इस सच मे जमीन मय दुकान पर दोषी श्रीमति कुसुमलता ने जगदम्बा पैट हाउस के नाम से लोन ले रखा है औऱ फर्द पर भी यह लोन चढा हुआ है 4. यह कि इस बाबत् मैंने दोषी श्रीमति कुसुमलता से बात की तो वह यह लोन उतार कर जल्द ही इस जमीन मय मकान की रजिस्टरी शिकायतकर्ता के नाम पर करवा देगी जिस पर रजिस्टरी की तारीख बढाने बाबत् लिखित में भी यादशात पत्र लिखा गया और दोषी श्रीमति कुसुमलता ले रजिस्टरी की तारीख बढाकर दिनांक 11/11/2019 तय की । परन्तु फिर भी वादे के मुताबिक दोषी श्रीमति कुसुमलता ने जमीन/ मकान पर से लोन नही उतारा जिस कारण दिनांक 11/11/2019 कोभी रजिस्टरी नही हो पाई । 5. यह कि मैंने दिनांक 11/11/2019 को सब-तहसील कार्यालय बरवाला मेंरजिस्टरी की बाबत् अपनी हाजिरी दर्ज करवाई । शिकायतकर्ता दिनांक 11/11/2019 को सुबह से शाम तक रजिस्री करवाने के लिये पैसे लेकर दोषी श्रीमति कुसुमलता का तहसील कार्यालय में इंतजार करती रही परन्तु दोषी श्रीमति कुसुमलता रजिस्टरी करवाने नही आई । 6. यह कि इसके बाद मैंने कई बार दोषी श्रीमति कुसुमलता से मकान की रजिस्टरी करवाने के लिये कहा परन्तु दोषी श्रीमति कुसुमलता ने मुझे कोई आई गई नही दी और धमकी दी कि तू जो कर सकती है कर ले मैं रजिस्टरी नही करवाऊंगी और ना ही तेरे पैसे तुझे लौटाऊंगी। 7. इस तरह से दोषी श्रीमति कुसुमलता ने पहले से कोई समझी साजिश के तहत मेरे साथ पहले से रहन की हुई जमीन को मुझे बेचकर और फिर उसकी रजिस्टरी मेरे नाम पर ना करवा कर मेरे साथ 5,00,000/- रूपये की धोखधडी करने बारे थाना चण्डीमन्दिर मे प्राप्त होने पर थाना चण्डीमन्दिर ने धारा,406,420 IPC के तहत अभियोग दर्ज करके अभियोग मे गहनता से जांच करते हुए दिनाक 21.09.2020 को उपरोक्त आरोपियो को गिरफ्तार करके कार्यवाही की गई ।

पुलिस को डयूटी के दौरान जुस व रोग प्रतिरोधक शक्ति किये विस्तृत

मोहित हाण्डा, भा.पु.से., पुलिस उपायुक्त पंचकुला के द्वारा दिये हुऐ निर्दशोनुसार जिला पचंकुला मे कार्य करते हुए सभी थाना व सभी पुलिस चौकीयो तथा सभी पुलिस नाको पर इस महामारी के सम्बनध मे जूस व रोग प्रतिरोधक शकित टेबलेट विस्तृत किये जा रहे है ताकि पुलिस कर्मचारी भी इस महामारी के दौरान अपनी डयूटी को अच्छी तरह से कर सके । पचकुला पुलिस की वैलफैयर इन्चार्ज महिला निरिक्षक श्री माति नेहा चौहन ने कहा कि इस महामारी के दौरना कोरोन सक्रमण से बचने के लिये दी हिदायतो कि पालना करने जैसे मास्क पहनना व उचित दुरी बनाकर रखना सही खानपान अपनाये ताकि आपकी इम्युनिटी बनी रहे ताकि इस महामारी सक्रमण से बच सके ।  सभी पुलिस नाको पर जूस व शक्ति प्रतिरोधक शक्ति टेबलेट विस्तत किये जा चुके है

 पचकुला पुलिस प्रशासन आपको समय समय पर इस कोरोना सक्रमण से बचने के लिए अवगत करवा रहा है । कि आप लोग इस बढते सक्रमण  से बच सके । इस बढते सक्रमण हर तरीके से आपको अवगत करवा रहा कि आप लोग मास्क पहनकर ही घर से बाहर निकले जैसे कि आप को फ्री मास्क विस्तृत करके व आपको जुर्माना भी लगाया जा रहा ताकि आप लोग मास्क पहनकर इस महामारी से बच सके । जैसे कि पचकुला पुलिस अब तक 10762 लोगो पर मास्क ना पहनने वालो पर जुर्माना कर चुकी है ।

मारपिटाई करने के मामले मे किया एक आरोपी को काबू

मोहित हाण्डा, भा.पु.से., पुलिस उपायुक्त पंचकुला के द्वारा दिये हुऐ निर्दशोनु सार जिला पचंकुला मे अपराधो की रोकथाम तथा अपराधियो को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु । कल दिंनाक  21.09.2020 को थाना पिन्जौर की टीम ने मारपिटाई करने के आरोप मे अपराधी को गिरफ्तार किया । जो गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान मेवा सिह पुत्र मलकीत सिह वासी मोलेवाली पिन्जौर पचंकुला के रुप मे हुई ।

                                      प्राप्त जानकारी के अनुसार 19.04.2019 शिकायतकर्ता सतबीर सिह पुत्र श्री जय सिह गांव मोलेवाली पिन्जौर जिला पंचकुला जो प्राईवेट नौकरी बद्दी मे (BLUE DART) की  कम्पनी मे काम करता है दिनाक 19.4.2019 को सुबह करीब 8 बजे जब वह अपनी डियुटी पर जा रहा था उसने देखा कि गली मे नसीब के घर के सामने चरण सिह पक्ष के 15-20 आदमी इक्टठे खडे थे । जैसे ही शिकायतकर्ता को देखा तो देखते ही मेवा सिह पुत्र भंगा सिह, पिन्दर पुत्र दलेल सिह , सुखबीर सिह पुत्र रब्बी सिह व जंग सिह, रामकरण सलीन्द्र सिह पुत्र राम सिह, लखविनद्र सिह पुत्र निर्मल सिह, ओकार सिह पुत्र गुरमेल सिह, जगतार सिह पुत्र गुरमेल सिह, जसबीर सिह उर्फ जस्सी, सतनाम सिह पुत्र जीत सिह, पिन्दा सिह पुत्र जीत सिह, दीप सिह पुत्र हरपाल सिह, ने एक दम ललकारा मार कर शिकायतकर्ता की तरफ दौड पडे सभी आरोपीयो ने शिकायतकर्ता पर पत्थरो व ईन्टो की बोछार  कर दी जो  शिकायतकर्ता को इन्टे से नीचे गिर गया जब वह उठने लगा तो मेवा सिह ने गडांसी  हथियार शिकायतकर्ता के माथे  पर मारा जो लगते  मे लहुलुहान हो गया व उसी समय श्रवण सिह व रामकरण ने मुझे डन्डे से मारा वा निमा पुत्र प्यारा सिह व अमरीक सिह पुत्र मोहन सिह ने मुझे थप्पड मुक्को व पास पडी इटें उठा कर मारी जिससे मुझे काफी चोटे आई और म सुदबुद हो गया जो परिवार के लोगो ने शिकायतकर्ता को हस्पताल पहुंचाया गया । जिस प्राप्त शिकायत पर थाना पिन्जौर ने उक्त आरोपीयो के खिलाफ अभियोग दर्ज किया जाकर कल दिनाक 21.09.2020 को आरोपी मेवा सिह पुत्र मलकीत सिह वासी मोलेवाली पिन्जौर को गिरफ्तार करके कार्यवाही की गई ।

फ़िरोज़ शाह गंधी – भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सरकार के वित्त मंत्री पर पड़े थे भारी

1958 की बात है. लोकसभा का सत्र चल रहा था. इसी दौरान ट्रेजरी बेंच पर बैठे एक सांसद के बोलने की बारी आई. वह जो कहने वाला था उससे नैतिकता के ऊंचे आदर्शों का दावा करने वाली जवाहर लाल नेहरू सरकार हिलने वाली थी.

चंडीगढ़(ब्यूरो):

सांसद ने बोलना शुरू किया. उसने आरोप लगाया कि भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी ने कुछ ऐसी कंपनियों के बाजार से कहीं ज्यादा कीमत पर करीब सवा करोड़ रु के शेयर खरीदे हैं जिनकी हालत पतली है. ये कंपनियां कलकत्ता के एक कारोबारी हरिदास मूंदड़ा की थीं. सत्ताधारी पार्टी के ही सांसद की तरफ से हुए इस हमले से विपक्ष और आलोचकों को मानो मनमांगी मुराद मिल गई थी.

इससे सकते में आए तत्कालीन वित्तमंत्री टीटी कृष्णमचारी ने पहले तो इससे सीधे इनकार किया. लेकिन यह सांसद अपनी बात पर अड़ा था. आखिर हाईकोर्ट के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अगुआई में एक जांच आयोग बना. आरोप सच साबित हुए. कृष्णमचारी को इस्तीफा देना पड़ा. यह नेहरू सरकार की साफ-सुधरी छवि पर एक बड़ी चोट थी. इस राजनेता का नाम था फीरोज गांधी. विडंबना यह थी कि फीरोज जवाहर लाल नेहरू के दामाद थे.

लेकिन ऐसा काम उन्होंने पहली बार नहीं किया था. जो फीरोज गांधी को जानते थे उनके लिए यह बात अजूबा भी नहीं थी. भारत के सबसे ताकतवर परिवार के इस दामाद को नेहरू की नीतियों के प्रति अपने विरोध के लिए ही जाना जाता था.

फीरोज जहांगीर गंधी (गांधी नहीं) का जन्म 12 सितंबर 1912 को मुंबई (तब बंबई) के एक पारसी परिवार में हुआ था. मुंबई के कई पारसियों की तरह यह परिवार भी गुजरात से यहां आया था. पेशे से मरीन इंजीनियर उनके पिता जहांगीर फरदून भरुच से ताल्लुक रखते थे जबकि उनकी मां रतिमाई सूरत से थीं.

फीरोज के जन्म के कुछ समय बाद ही पहला विश्व युद्ध छिड़ गया. इसके चलते उनके पिता को लंबे समय तक समुद्री यात्राएं करनी पड़तीं. इस वजह से उन्होंने परिवार को इलाहाबाद भेज दिया जहां उनकी बहन शिरीन रहती थीं. शिरीन शहर के एक अस्पताल में सर्जन थीं. इस तरह फीरोज का बचपन इलाहाबाद में ही बीता.

इंदिरा गांधी से मुलाकात

1930 में शहर में कांग्रेस का एक धरना था. कमला नेहरू और इंदिरा गांधी सहित कांग्रेस की कई महिला कार्यकर्ताएं इसमें हिस्सा ले रही थीं. संयोग से यह उसी कॉलेज के बाहर हो रहा था जहां से फीरोज ग्रेजुएशन कर रहे थे. बताते हैं कि तेज धूप में कमला नेहरू बेहोश हो गईं और इस दौरान फीरोज ने उनकी मदद की. आजादी के लिए लड़ने वाले लोगों का जज्बा देखकर अगले ही दिन उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और आजादी के आंदोलन में शामिल हो गए. उसी साल फीरोज गांधी को जेल की सजा हुई और उन्होंने फैजाबाद जेल में 19 महीने गुजारे. तब इलाहाबाद जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लाल बहादुर शास्त्री भी इसी जेल में थे. बताते हैं कि इसी दौरान उन्होंने अपना नाम बदलकर फीरोज गंधी से फीरोज गांधी रख लिया था. जेल से छूटने के बाद फीरोज तब के यूनाइटेड प्रोविंस (उत्तर प्रदेश) में किसानों के अधिकारों के लिए चल रहे आंदोलन में शामिल हुए. इसमें उन्होंने जवाहर लाल नेहरू के साथ करीब से काम किया. इस दौरान उन्हें फिर दो बार जेल हुई.

फीरोज ने 1933 में पहली बार इंदिरा के सामने शादी करने का प्रस्ताव रखा था. लेकिन इंदिरा और उनकी मां कमला नेहरू ने इससे इनकार कर दिया. तब इंदिरा सिर्फ 16 साल की थीं और इस इनकार के पीछे उनकी मां का यही तर्क था. बाद के वर्षों में फीरोज की नेहरू परिवार से करीबी बढ़ती गई. खासकर कमला नेहरू से. टीबी के चलते जब कमला नेहरू को नैनीताल के पास भोवाली सैनटोरियम में रखा गया तो इस दौरान फीरोज ही उनके साथ रहे. यह 1934 की बात है. बाद में हालत बिगड़ने पर जब उन्हें यूरोप भेजा गया तो भी फीरोज उनके साथ थे. 28 फरवरी 1936 को जब कमला नेहरू ने दम तोड़ा तो फीरोज उनके सिरहाने ही बैठे थे.

शादी

इसके बाद फीरोज और इंदिरा की घनिष्ठता बढ़ती गई. मार्च 1942 में उन्होंने शादी कर ली. बताते हैं कि जवाहर लाल नेहरू इस शादी के खिलाफ थे और उन्होंने महात्मा गांधी से कहा था कि वे इंदिरा को समझाएं. अगस्त 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान इस दंपत्ति को जेल में भेज दिया गया. तब उनकी शादी को छह महीने भी नहीं हुए थे. फीरोज एक साल तक इलाहाबाद की नैनी सेंट्रल जेल में रहे.

इसके बाद के पांच साल इस दंपत्ति के लिए पारिवारिक व्यस्तताओं के साल रहे. फीरोज और इंदिरा के दो बच्चे हुए. 1944 में राजीव का जन्म हुआ और 1946 में संजय का. आजादी के बाद फीरोज और इंदिरा बच्चों के साथ इलाहाबाद चले गए. फीरोज द नेशनल हेराल्ड के प्रबंध निदेशक बन गए. यह अखबार उनके ससुर जवाहर लाल नेहरू ने ही शुरू किया था.

1952 में जब भारत में पहली बार आम चुनाव हुए तो फीरोज गांधी उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सांसद चुने गए. तब तक इंदिरा दिल्ली आ गई थीं और इस दंपत्ति के बीच मनमुटाव की चर्चाएं भी होने लगी थीं. हालांकि इंदिरा ने रायबरेली आकर पति के चुनाव प्रचार की कमान संभाली थी.

अपनी ही सरकार के खिलाफ आवाज

जल्द ही फीरोज अपनी ही सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाली एक असरदार शख्सियत बन गए. 1955 में उनके चलते ही उद्योगपति राम किशन डालमिया के भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ. यह भ्रष्टाचार एक जीवन बीमा कंपनी के जरिये किया था. इसके चलते डालमिया को कई महीने जेल में रहना पड़ा. इसका एक नतीजा यह भी हुआ कि अगले ही साल 245 जीवन बीमा कंपनियों का राष्ट्रीयकरण करके एक नई कंपनी बना दी गई. इसे आज हम एलआईसी के नाम से जानते हैं.

यानी एक तरह से फीरोज गांधी को राष्ट्रीयकरण की प्रक्रिया शुरू होने के पीछे की वजह भी कहा जा सकता है. उन्होंने टाटा इंजीनियरिंग एंड लोकोमोटिव (टेल्को) के राष्ट्रीयकरण की भी मांग की थी. उनका तर्क था कि यह कंपनी सरकार को जापानियों से दोगुनी कीमत पर माल दे रही है. इसके चलते उनका अपना पारसी समुदाय भी उनके खिलाफ हो गया था. लेकिन उन्होंने इसकी परवाह नहीं की. यही वजह थी कि उनकी प्रतिष्ठा हर पार्टी और वर्ग में थी.

1957 में फीरोज गांधी रायबरेली से दोबारा चुने गए. 1958 में उन्होंने नेहरू सरकार को वह झटका दिया जिसका जिक्र लेख की शुरुआत में हो चुका है.

लोकप्रिय राजनेता होने के बावजूद फीरोज गांधी अपने आखिरी दिनों में अकेले पड़ गए थे. उनके दोनों बेटे राजीव और संजय गांधी अपनी मां के साथ प्रधानमंत्री निवास में ही रहते थे. आठ सितंबर 1960 को दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया.

IBRO EARLY CAREER AWARD-2020

Chandigarh September 22, 2020

Dr. Ranjana Bhandari currently working as Assistant Professor (Temporary) at University Institute of Pharmaceutical Sciences, Panjab University, Chandigarhhas received INTERNATIONAL BRAIN RESEARCH ORGANIZATION (IBRO) funded Early Career Award-2020 amounting to 5000 Euro (5 lakhs) for her proposal entitled “Development of Brain-targeted therapeutics for Autism Spectrum Disorders”.

Through this project she would be undertaking research in the area of developing brain-targeted therapeutics for targeting neurodegeneration in regressive autism occurring in children. This technology would be eventually patented. Ranjana also has a registered start-up company under the name”AKB INNOVANT HEALTHCARE PVT. LTD” to her credit.

Dr. Ranjana completed her PhD under the supervision of Dr. Anurag Kuhad, Assistant Professor at University Institute of Pharmaceutical Sciences, Panjab University, Chandigarh and Dr.Jyoti K Paliwal, Director PhaEx Consulting, Gurgaon & Ex Director of Ranbaxy & CDRI, Lucknow.