‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021’ का आयोजन 4 जून से 13 जून, 2022 तक राज्य सरकार और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई), केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। इस भव्य आयोजन में 25 तरह के खेल आयोजित होंगे, जिनमें पांच पारंपरिक खेल जैसे गतका, कलारीपयट्टू, थांग-ता, मलखंब और योगासन शामिल हैं। ये खेल पांच स्थानों पंचकूला, अंबाला, शाहबाद, चंडीगढ़ और दिल्ली में आयोजित होंगे। खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021 में 8,000 से अधिक एथलीट्स भाग लेंगे। इसके अलावा लाखों दर्शक इन खेलों के गवाह बनेंगे।
- खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021 का मस्कट, लोगो, जर्सी और थीम गीत लॉन्च
- खेल से शरीर होता है बलशाली, मस्तिष्क तेज तो चंचल मन होता है निर्मलरू मनोहर लाल
- खिलाड़ियों की मेजबानी करने के लिए हरियाणा तैयाररू मनोहर लाल
- खिलाड़ियों को बचपन से ही तराशने की नीति पर काम कर रही हरियाणा सरकार
- हरियाणा में पदक विजेता खिलाड़ियों को मिलती है सर्वाधिक नकद पुरस्कार राशिरू मुख्यमंत्री
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला, 7 मई :
पंचकूला के इंद्रधनुष ऑडिटोरियम में शनिवार को खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021 के चैथे सीजन का शानदार और भव्य आगाज हुआ। इस लॉन्च कार्यक्रम में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का शुभंकर (मस्कट), लोगो, जर्सी और थीम गीत भी लॉन्च किया गया। लॉन्चिंग सेरेमनी में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय खेल, युवा मामले और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर शामिल हुए।
खिलाड़ियों के स्वागत के लिए पलके बिछाएं बैठे
इस अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि ये कार्यक्रम बहुत इंतजार के बाद आया है। कोरोना महामारी के कारण तीन बार इसकी तिथियां स्थगित हुईं। अब इन खेलों का नया आगाज हो रहा है। उन्होंने बताया कि 4 जून से खेलें शुरू होंगी, जिसके लिए उल्टी गिनती शुरू हो गई है। श्री मनोहर लाल ने कहा कि सामूहिक ताकत लगाकर यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। देश के हर प्रांत के खिलाड़ी इसमें हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि हम खिलाड़ियों की मेजबानी करने के लिए तैयार हैं। सब व्यवस्थाएं हो चुकी हैं। हमें इतंजार है खिलाड़ियों का, हम खिलाड़ियों के स्वागत के लिए पलके बिछाएं बैठे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि इन खेलों के आयोजन हेतु करोड़ों रुपये की लागत से ताऊ देवीलाल खेल परिसर, पंचकूला में हॉकी एस्ट्रोटर्फ, वॉलीबॉल इन्डोर हॉल व बास्केटबॉल इन्डोर हॉल का निर्माण करवाया गया है। सिंथैटिक एथलैटिक्स ट्रैक, बैडमिंटन हॉल आदि का नवीनीकरण करवाया गया है। अम्बाला में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इन्डोर स्वीमिंग पूल का निर्माण भी किया गया है।
हरियाणा की संस्कृति में रचे-बसे हैं खेल
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा की धरतीध्मिट्टी विशेष प्रकार की है, हमारा कृषक अन्न पैदा करता है। मिट्टी हमारी अन्न के रूप में सोना उगलती है। वहीं इस मिट्टी का युवा और युवती खेलों में शानदार प्रदर्शन कर रहा है। जैसे मिट्टी सोना उगलती है वैसे ही हमारे खिलाड़ी जीत कर गोल्ड ला रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेल हरियाणा की संस्कृति में रचे-बसे हैं। तीज-त्योहारों पर होने वाली खेल प्रतियोगिताओं से खेलों के प्रति यहां के जनमानस की रुचि बखूबी झलकती है। इसी खेल संस्कृति के चलते यहां खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। भौगोलिक दृष्टि से हरियाणा भले ही छोटा-सा प्रान्त हो परन्तु यहां खेल प्रतिभाओं की भरमार रही है। जरूरत केवल इन प्रतिभाओं को निखारने के लिए खेल-सुविधाएं और अवसर प्रदान करने की थी। हमने इस बात को समझा और खिलाड़ियों को अनेक सुविधाएं और प्रोत्साहन देने का काम किया। इससे राज्य में एक नई खेल संस्कृति का जन्म हुआ।
हरियाणा के लोगों की सबसे बड़ी भूमिका रक्षा सेनाओं मेंरू मुख्यमंत्री
मनोहर लाल ने कहा कि खेल के कारण व्यक्ति का शरीर तो बलशाली होता ही है, मस्तिष्क भी तेज होता है और चंचल मन निर्मल होता है। खिलाड़ी सदभाव और सदगुण से भर जाता है। वहीं खिलाड़ी संघर्ष करके मुकाबला करने के लिए भी तैयार रहता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोगों की सबसे बड़ी भूमिका रक्षा सेनाओं में है। अगर सेनाओं में हरियाणा की भूमिका 10 प्रतिशत है तो इसका कारण हम खोजते हैं तो खेल की भावना से ही इसकी प्रेरणा मिलती है। खेल से ही इसके लिए मन बनता है और बल मिलता है।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021 में खेल प्रेमियों की भी अहम भूमिका
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि उन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021 के चैथे सीजन के आयोजन का मौका हरियाणा को दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के पहले भी तीन कार्यक्रम हुए लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि हमारा खेल विभाग व्यवस्था में कमी नहीं आने देगा, भरपूर व्यवस्था की गई है। सभी विभाग मिलजुलकर इसमें भूमिका निभा रहे हैं। खेल प्रेमियों की भी इसमें खूब भूमिका रहने वाली है। मुख्यमंत्री ने कहा, श्मैं केंद्रीय खेल, युवा मामले और सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर को विश्वास दिलाता हूं कि खेलों को लेकर कोई कमी नहीं आएगी।श् उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए दर्शक जितनी अधिक संख्या में पहुंचेंगे उससे खिलाड़ियों का मनोबल बढेगा।
1000 योग शिक्षकों की भर्ती शुरू
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड से पहले जो 500 नर्सरी चल रही थी उनको दोबारा शुरू करेंगे। इनकी संख्या बढ़ाने के लिए खेल विभाग काम कर रहा है। गांव-गांव में खेल मैदान, पंचायत की जमीन में पार्क एवं व्यायामशाला बनाई जा रही हैं । इसके लिए 1000 गांवों को चिन्हिन किया गया है। 550 पार्क एवं व्यायामशाला बनकर तैयार हो चुकी हैं । हम हर जगह योग का प्रशिक्षण देने जा रहे हैं, 1000 योग शिक्षकों की भर्ती शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने यहां गांव, ब्लॉक और जिला स्तर तक मैपिंग की है और जहां जिस इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यता है उसकी व्यवस्था की जा रही है।
हरियाणा में पदक विजेता खिलाड़ियों को सर्वाधिक नकद पुरस्कार राशि
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो पदक विजेता खिलाड़ियों को सर्वाधिक नकद पुरस्कार राशि देता है। हमने ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेता को 2.5 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि मेडल विजेता के लिए इनाम में दुनिया के कई देशों से हम आगे हैं। श्री मनोहर लाल ने कहा कि जितने भी खेल के टूर्नामेंट हुए हैं, एशियन खेल, कॉमनवेल्थ या ओलंपिक सभी में हरियाणा की भूमिका अहम है। उन्होंने कहा कि हम हमारी भूमिका बेहतरी से निभाएंगे ताकि हमारा देश दुनिया में परचम लहरा सके।
खेल कोटे के तहत सरकारी नौकरी प्राप्त करने में मिल रही मदद
मनोहर लाल ने बताया कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जिसने ओलम्पिक व पैरालम्पिक खेलों के लिए क्वालीफाई करते ही खिलाड़ी को तैयारी के लिए 5 लाख रुपये की एडवांस राशि देने की व्यवस्था की है। हमने विश्व की 10 सबसे ऊंची पर्वत चोटियों की चढ़ाई करने वाले प्रदेश के पर्वतारोहियों के लिए भी नई नीति लागू की है। अब पर्वतारोहियों को 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और खेल श्रेणी का ग्रेड-सी प्रमाण-पत्र दिया जाएगा। इससे उन्हें खेल कोटे के तहत सरकारी नौकरी प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
खिलाड़ियों को बचपन से ही तराशने की नीति पर काम कर रही सरकार
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार खिलाड़ियों को बचपन से ही तराशने की नीति पर काम कर रही है। राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं, खेल अकादमियों और प्रशिक्षण शिविरों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की डाइट मनी 250 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये प्रतिदिन की गई है। बच्चों में खेल संस्कृति विकसित करने के उद्देश्य से प्रदेश में 1100 खेल नर्सरियां खोली जा रही हैं। इससे राज्य के लगभग 25000 नवोदित खिलाड़ी लाभान्वित होंगे। इन नर्सरियों में प्रशिक्षण लेने वाले 8 से 14 वर्ष तक के खिलाड़ियों को 1500 रुपये प्रतिमाह तथा 15 से 19 वर्ष तक के खिलाड़ियों को 2000 रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण व सुविधाएं देने के लिए प्रदेश में 5 स्पोर्ट्स सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोले जाएंगे। इनमें प्रतिभावान खिलाड़ियों को मुफ्त कोचिंग प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा को स्पोर्टस हब बनाने की योजना है।
भीम पुरस्कार विजेताओं को 5,000 रुपये प्रतिमाह मानदेय देने की शुरुआत
सरकार ने उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित रोजगार सुनिश्चित करने हेतु श्हरियाणा प्रतिभाशाली खिलाड़ी नियम-2018श् बनाये हैं। उनके लिए खेल विभाग में 550 नए पद सृजित किए हैं। इसके अलावा, 156 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी गई है। खिलाड़ियों के लिए क्लास वन से क्लास फोर तक के पदों की सीधी भर्ती में आरक्षण का प्रावधान किया गया है। अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद पुरस्कार जीतने वाले खिलाड़ियों का मानदेय 5,000 रुपये से बढ़ाकर 20,000 रुपये प्रतिमाह किया गया है। तेनजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार विजेताओं को 20 हजार रुपये प्रतिमाह और भीम पुरस्कार विजेताओं को 5,000 रुपये प्रतिमाह मानदेय देने की शुरुआत की है।
खिलाड़ियों का सबसे बड़ा दल हरियाणा में होने वाले इन खेलों में आ रहा है, जो गर्व की बात है- केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर
इस अवसर पर केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का धन्यवाद करते हुए कहा कि आज का यह लॉन्च कार्यक्रम शुभंकर की तरह ही धाकड़ है। उन्होंने कहा कि चाहे खेलों के आयोजन की बात हो, जमीनी स्तर पर खेल प्रतिभाओं को तराशने या अधिक से अधिक मेडल जीतने की बात हो, इन सभी मामलों में हरियाणा हमेशा देश में नंबर वन रहा है।
उन्होंने कहा कि अभी तक खेलो इंडिया यूथ गेम्स के तीन संस्करणों का आयोजन किया गया है और हरियाणा में यह चैथ संस्करण आयोजित हो रहा है और खिलाड़ियों का सबसे बड़ा दल हरियाणा में होने वाले इन खेलों में आ रहा है, जो गर्व की बात है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा भौगोलिक दृष्टि से भले ही छोटा प्रात है, लेकिन ओलंपिक में जाने वाले खिलाड़ियों के दल में 25 प्रतिशत यानी 30 खिलाड़ी हरियाणा से थे। हरियाणा ने सर्वाधिक पदक जीतने में मील का पत्थर स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि हरियाणा इस ऐतिहासिक आयोजन को बड़ी सफलता से पूर्ण करेगा।
इस अवसर पर हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला , विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता , खेल व युवा मामले राज्य मंत्री संदीप सिंह, अंबाला के सांसद रतन लाल कटारिया, मुख्य सचिव संजीव कौशल, खेल एवं युवा मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव महावीर सिंह, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डाॅ. अमित कुमार अग्रवाल और आशिमा बराड़, पुलिस आयुक्त डाॅ. हनीफ कुरेशी, खेल एवं युवा मामले विभाग के निदेशक पंकज नैन, उपायुक्त महावीर कौशिक, पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा, अतिरिक्त उपायुक्त आयूष सिन्हा, एसडीएम ऋचा राठी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गगनदीप सिंह, नगराधीश गौरव चौहान सहित केंद्र व राज्य सरकार के कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।