Inter state co-ordination meeting of traffic police held

An inter-state co-ordination meeting between traffic police officers of Tri-city i.e. Chandigarh, Panchkula and Mohali was organized by Chandigarh Traffic Police at Police Headquarters, Sector 9, Chandigarh with a view to enhance coordination between traffic police units of Tri-city.

The meeting was attended by Sh. Shashank Anand, IPS, SSP/Traffic & Security, U.T. Chandigarh, Sh. Tarun Rattan, SP/Traffic, Mohali, Sh. Munish Sehgal, ACP/Traffic Panchkula and all Traffic DSPs and TIs of Chandigarh Traffic Police.  In the meeting, inter-alia the following traffic issues were discussed:-

  • Day-to-day communication between traffic police officials of Tri-city.
  • Advisory/alerts regarding traffic congestion in Tri-city.
  • Co-ordination needed for movement of emergency vehicles i.e. ambulances, fire brigades.
  • Plying of auto rickshaws without permit and registration in Tri-city.
  • Action against bikes with modified silencers.

Panchkula Sewage Flooding Dhakoli

ZIRAKPUR:

Hundreds of residents of MS Enclave, Dhakoli, have been suffering hell for the past 72 hours due to stinking surroundings caused by overflow of sewerage water on roads from the treatment plant of Sector 20, Panchkula. For the past more than a decade, the residents have been telling the authorities that during rainy season the sewerage overflow makes life difficult. But all their words have fallen on deaf ears.

On Sunday at 10am, the sewerage water flowed in the area and there was flood-like situation on roads. The dirty water entered houses and for the past three days, people are living with it. During a visit to the area, residents said they suffer as the authorities were not regular in cleaning the sewer.

Zirakpur municipal council employees, who are entrusted with the job of cleaning the sewer, said there were a large number of plastic bags, bottles and thermocol blocking the sewer. They said they have used the sucking machine also, but as the quantity of these things was huge they have to clear it manually.

Lalit Goyal, a restaurateur, complained that since Sunday his eatery has been shut due to waterlogging. He said he had bought the shop in 1998 and during every rainy season the sewerage water overflows and a temporary cleaning is done by the authorities. “The problem might continue till Wednesday, as the technique the authorities are using is traditional,” he added.

Another resident, Rahul Kumar, said since morning the MC had collected one trolley of garbage from the overflowing sewerage and the work was still on. “Garbage has chocked the sewers,” he added.

Area councillor Devinder Singh Brar said this was the story every rainy season. “In 2017, a letter was sent to the Panchkula deputy commissioner and he was asked to get the manholes repaired, but to date nothing has been done. In the complaint letter, the residents had stated that the diameter of the manholes in Dhakoli was smaller than in Panchkula,” he added.

Manbir Gill, executive officer of the MC, said JCB machines are on the job to clean the sewerage. About the main cause, he said the Haryana government installed the sewerage treatment plant (STP) in their area almost a decade ago and under their project they have to lay pipelines in Punjab too as it’s located on the border. But to date, they have not completed the project due to which the problem occurs every year, he said, adding that they had raised the matter with the Haryana government, but to no avail.

विदेशी दूल्हे अब भाग नहीं सकेंगे R P O

पंजाब एंड हरियाणा की लड़कियों से शादी करके विदेश जाने के बाद पत्नियों को छोड़ने वाले लड़कों पर कार्रवाई को लेकर रीजनल पासपोर्ट ऑफिस ने शिकंजा कसने शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में आज मंगलवार को पासपोर्ट ऑफिस ने पिछले दो दिनों में 7 पार्सपोर्ट सस्पेंड कर दिए हैं।

पार्सपोर्ट विभाग के प्रवक्ता ने प्रेस काँफ्रेंस में यह जानकारी देते हुए बताया कि लड़कियों से शादी करके विदेश भाग जाने के पंजाब, हरियाणा के 12 -12 जिलों और चंडीगढ़ में 12 से 14 हजार  मामले दर्ज हैं। RPO ने पीड़ित महिलाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर 0172-2971918 जारी किया है। किसी भी महिला के साथ यदि कोई एनआरआई धोखा करता है तो वह इस नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकती है।

प्रवक्ता ने कहा कि जिन आरोपियों के पास पहले ही दूसरे देश की नागरिकता है उन्हें विदेश मंत्रालय की तरफ से नोटिस जारी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उन्हें लगातार इस तरह कि शिकायतें मिल रही थी  कि आनआरआई भोली भाली लड़कियों को अपने चंगुल फसाते हैं और फिर शादी करने के कुछ दिनों के बाद विदेश भाग जाते हैं। अब सरकार ने यह फैसला लिया है कि ऐसा करने वालों के पासपोर्ट रद्द कर उन्हें कानून के दायरे में लाया जाए। इस प्रक्रीया में स्वयं पीड़ित महिलाएं पासपोर्ट ऑफिस में आकर ऐसे लोगों के खिलाफ जानकारी एकत्रित करने में मदद कर रही हैं। इसके अलावा पासपोर्ट एप नामक नया एप भी लांच कया गया है। इस एप की मदद से नागरिकों को मिडल मैन से भी आजादी मिलेगी पुलिस वेरिफिकशन में भी यह एप मदद करेगा और पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया और सरल होगी।

मिड डे मील से अधिक पंजाब कांग्रेस के लिए शिक्षा मंत्री कार्यालय का नवीनीकरण प्राथमिकता : श्वेत मलिक

 

इंज श्वेत मलिक एम.पी. और बीजेपी पंजाब के अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब सरकार केंद्र द्वारा शुरू की गई विभिन्न प्रायोजित कल्याणकारी योजनाओं का लोगों को लाभ नहीं दे रही बल्कि सभी योजनाएं बंद होने की कगार पर हैं। मिड डे मील स्कीम का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, सरकार के कहने के अनुसार यह स्कीम धन की कमी के कारण पंजाब में लगभग बन्द होने के करीब है, लेकिन पंजाब सरकार के लिए पंजाब के शिक्षा मंत्री के कार्यालय के नवीनीकरण पर भारी राशि खर्च करना प्राथमिकता है, फिर स्कूल के बच्चों के लिए मिड डे भोजन प्राथमिकता नहीं है।

कांग्रेस के कामकाज और नीतियों की गंभीर आलोचना करते हुए इंज. शवेत मलिक ने कहा कि मिड डे मील स्कीम पहली कक्षा से 8 वीं कक्षा के 25 लाख बच्चे इस सुविधा का लाभ ले रहे हैं और अब उन्हें विशेषाधिकार से इंकार किया जा रहा है क्योंकि पंजाब सरकार धन की कमी के कारण अपने हिस्से में योगदान करने में असमर्थ है।

2014-2015 में बीजेपी और अकाली दल सरकार के दौरान, पंजाब में , स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील योजना के कार्यान्वयन के लिए पंजाब को भारत में दूसरा सर्वश्रेष्ठ राज्य घोषित किया गया था। उन्होंने कहा कि सरकार के पास कार्यालयों का नवीनीकरण करने और ओएसडी की सेना को भुगतान और भत्ते देने के लिए धन है, लेकिन उनके पास स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील भोजन प्रदान करने के लिए धन नहीं है। जनवरी 2018 में एचआरडी मंत्री ने मिड डे  भोजन योजना के लिए 40 करोड़ रुपये जारी किए थे क्योंकि पंजाब सरकार ने समय पर अपने हिस्से को राशि जारी करने के आश्वासन दिया था। उन्होंने कहा कि सरकार अपने हिस्से की राशि जमा करने में पूरी तरह विफल रही है और इसकी जवाबदेह है।

5 states are not Supporting PMMVY

The Union government’s conditional cash transfer scheme for pregnant and lactating mothers is yet to find takers from states that account for more than a fifth of the total beneficiaries.

According to officials from the Ministry of Women and Child Development, in the last one year since its rollout, the Centre has disbursed Rs 673 crore to 23.6 lakh beneficiaries under the Pradhan Mantri Matritva Vandana Yojana (PMMVY). However, Tamil Nadu, Telangana, Odisha, West Bengal, and Assam have not taken the benefit of the funds from the central scheme, said officials.

Many of these states have refused the money as they have their own state schemes that offer higher sums and have a more universal coverage.

Union government officials state that the non-cooperation of these states could result in the Centre being held legally accountable for not covering all states as required of it under National Food Security Act (NFSA), 2013. “Some of these states are not doing their job since they have their own schemes which are very CM- driven or are staying out for political reasons. These states together account for 23 per cent of beneficiaries. After much convincing, Tamil Nadu and Telangana have agreed to come on board by June-end,” said the official, adding that these states might use the central funds in addition to their own funds disbursed under the state schemes.

Prime Minister Narendra Modi announced in December 2016 that all pregnant and lactating women would be given Rs 6000 under the scheme.

As against this, several states that have had their own versions of the scheme pay much more and cover two live births. Odisha government’s conditional cash transfer maternity benefit scheme Mamata covers two live births. Tamil Nadu’s pre-existing Muthulakshmi Reddy Maternity Assistance Scheme already pays Rs 12,000, double the amount paid by the Centre, covers two live births and has been proven to have had a positive effect on reducing the maternal and infant mortality ratio. The amount is likely to be enhanced to Rs 18000 with an infusion of Rs 6000 per beneficiary from the central scheme.

वाजपेयी की हालत स्थिर

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वास्थ्य का जायजा लेने प्रधानमंत्री मोदी एम्स पहुंच चुके हैं. पीएम मोदी से पहले कई केंद्रीय मंत्री भी एम्स पहुंचे थे. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी एम्स गए थे लेकिन उन्होंने मीडिया से पूर्व प्रधानमंत्री के स्वास्थ्य पर कुछ भी बोलने से इनकार किया था. अमित शाह ने भी एम्स पहुंच कर वाजपेयी का हालचाल लिया. वाजपेयी के रूटीन चेकअप के लिए सोमवार को दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती किया गया है.

बीजेपी की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि वाजपेयी को रूटीन चेकअप के लिए एम्स ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें एडमिट कर लिया गया. वाजपेयी को एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया की निगरानी में रखा गया है. उधर एम्स की तरफ से जारी मेडिकल बुलेटिन में पूर्व प्रधानमंत्री की सेहत स्थिर बनी हुई है.

बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी पिछले काफी समय से डिमेंशिया से जूझ रहे हैं. खराब सेहत के कारण वह धीरे-धीरे सार्वजनिक जीवन से दूर होते चले गए और पिछले कई वर्षों से अपने आवास तक ही सीमित हैं.

बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में शामिल वाजपेयी तीन बार देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. 93 साल के वाजपेयी पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री हैं, जो सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री रहे हैं. कुछ समय पहले ही भारत सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा था.

1924 में जन्मे वाजपेयी ने 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान राजनीति में शिरकत की थी. साथ ही वो संयुक्त राष्ट्र में हिंदी में भाषण देने वाले पहले विदेश मंत्री भी रहे हैं. लखनऊ से वो पांच बार (1991, 1996, 1998, 1999 और 2004) सांसद चुने जा चुके हैं.

पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब दा से मिले जैन

चंडीगढ़। चण्डीगढ़ के पूर्व भाजपा सांसद, भारत सरकार के अपर महासालिसिटर एवं राष्ट्रीय विधि आयोग के सदस्य सत्य पाल जैन ने कल नई दिल्ली में भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भेंट की। जैन ने प्रणब मुखर्जी के उनके राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के तृतीय वर्ष के शिक्षण वर्ण के समापन समारोह के अवसर पर राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के मुख्य कार्यालय नागपुर जाने पर बधाई दी।

सत्यपाल जैन ने कहा कि  प्रणब  मुखर्जी ने अपने इस दौरे से देष को एक नई दिशा प्रदान की है कि आपसी विचार विमर्ष और विचारों का आदान प्रादान, विचारों के किसी भी मतभेद से अधिक महत्वपूर्ण है।जैन ने   मुखर्जी के नागपुर में उनके द्वारा दिये गये भाषण की भी प्रषंसा की, तथा कहा कि देष के सभी सही सोच वाले नागरिकों ने उनके भाषण को सराहा है। यह मुलाकात प्रणब मुखर्जी के नई दिल्ली में राजा जी मार्ग पर स्थित उनके निवास स्थान पर हुई।

Founder of McDonald’s Used to Run a ‘Dhaba’ in the Country” RaGa

Congress president Rahul Gandhi has said that the person who found international aerated drink brand Coca Cola used to sell ‘Shikanji’ in America while the founder of McDonald’s used to run a ‘dhaba’ in the country. The remarks were made by the Gandhi scion while addressing the National OBC convention of the Congress party at Talkatora Stadium in New Delhi.

Congress president Rahul Gandhi has said that the person who found international aerated drink brand Coca Cola used to sell ‘Shikanji’ in America while the founder of McDonald’s used to run a ‘dhaba’ in the country. The remarks were made by the Gandhi scion while addressing the National OBC convention of the Congress party at Talkatora Stadium in New Delhi.

Addressing the gathering, the Congress chief also targeted Prime Minister Narendra Modi, accusing him of always giving preference to big industrialists and ignoring farmers and those running small businesses.

Targeting the ruling Bharatiya Janata Party during his speech, the Congress president said, “BJP’s strategy is clear. Just 15-20 rich capitalists will give thousands of crores to Prime Minister Modi and all benefits will go to just those 15-20 rich people.”

In a scathing attack on the ruling party, Rahul Gandhi said that “today, our nation has become a slave of two to three BJP leaders and the RSS”.

“Everyone including MPs is afraid to speak. Most of them are not allowed to speak. And those of us who do speak, the BJP does not listen to. Only RSS is given a hearing,” said the Gandhi scion.

People who really work are confined to the back room, but the profit of their labour is enjoyed by someone else, he further said.

Rs. 46.66 Crores of Farmers Waved Off in Mohali

MOHALI:

The sub-registrar of cooperative societies, Amarjit Singh, has said that debt relief amounting to Rs 46.66 crore has been provided to aid as many as 5,070 farmers of Mohali distt.

He added that in the first phase, the farmers with land up to 2.5 acres have been covered. “Verification of 1,470 farmers having land up to 2.5 acres is under process and debt of up to Rs 2 lakh would be waived off,” Amarjit said. Any eligible farmer, who has not been covered under this scheme, could contact sub-registrar of cooperative societies.

Amarjit added that Punjab Government under the leadership of chief minister Captain Amrinder Singh is the first government in the country that is waiving off loans up to Rs 2 lakh.

This farm loan waiver scheme will provide a big relief to the debt-ridden farmers and help them strengthen their financial stature. He assured that the process would be pursued with complete transparency.

Endorsing the claim, farmer Naib Singh, a beneficiary of Punjab government’s loan waiver scheme, said, “Captain Amrinder Singh has given a big relief to farmers who are facing financial crisis.”

Naib said that he had taken a loan of Rs 1.10 lakh from a cooperative bank, which would now be waived off. He said that the previous governments had promised to support the farmers, but nothing was done.

“The state government has given a big support to the farmers in the form of debt relief,” he said. Talking about the condition of agriculture in Punjab, he said the traditional crops were not beneficial because the input cost was higher than output.

PU conducting BEd enterence for GNDUand Pb.U on July5

CHANDIGARH:

Panjab University is holding entrance test for admission to BEd in various state colleges affiliated to Guru Nanak Dev University, Amritsar, Punjabi University, Patiala, and Panjab University, Chandigarh, on July 5.

The entrance test for PU-affiliated colleges in Chandigarh is also conducted by the university and follows a different schedule.

The last date for submission of information along with applications form to pursue BEd in colleges affiliated to PU in Punjab (does not include Chandigarh colleges), Guru Nanak Dev University, Amritsar, and Punjabi University, Patiala, is June 20.

“For BEd colleges in Panjab, online counseling will be conducted unlike Chandigarh colleges. There will be two counseling sessions for admission to colleges in Punjab,” said Jatinder Grover, coordinator of BEd admissions at PU.

The minimum qualifying marks in CET will be 25% for general category candidates and 20% for SC/ST candidates. There will be two counseling sessions for admission.

The allocation of colleges will be done through online counseling only. The shifting of seats will be allowed during the second counseling. As many as 62 colleges of education are affiliated to Panjab University, 102 colleges are affiliated to Punjabi University, Patiala, and 51 are affiliated to Guru Nank Dev University, Amritsar.

For the education colleges in Punjab, 85% seats will be reserved for the candidates from within Punjab and 15% seats will be open for candidates of other states/UTs on the basis of merit of CET prepared on all-India basis excluding Punjab. The tentative date for commencement of regular classes is August 6, 2018.