I do politics in the area where Rahul Gandhi also does politics: Samriti Irani

 

Union Textiles Minister Smriti Irani on Tuesday pooh-poohed Congress President Rahul Gandhi’s statement that he was ready to be the Prime Minister in case the Congress emerged as the single largest party after the 2019 general elections.

“I do politics in the area where Rahul Gandhi also does politics. In Amethi, he has lost every Assembly and local election in four years. How can a person not guaranteed to get re-elected in his own constituency have chances of returning to power in the country,” she told journalists in the Meghalaya capital.

“People in Amethi are not happy and he is talking of development in different parts of the country. It was during our tenure that Passport Office, Chief Medical Officer’s office and District Collector’s office in Amethi were inaugurated, while the Congress did nothing in its own bastion. How can he talk of development in the country’” the Bharatiya Janata Party leader added.

Noting that the earlier United Progressive Alliance government left behind a legacy of apathy, she said: “This is a 48-year-old legacy of apathy of one family versus 48 months of good governance under (Prime Minister) Narendra Modi,” Irani said.

“I would like to remind you that when we came to power and got the opportunity to serve the people, the economic condition of the country was poor. The government had to address the financial challenges in every sector, especially pertaining to the scams and debts incurred under the UPA rule,” she said.

Evading a direct reply to queries on fuel price hike and black money, Irani assured the people that her colleagues in the government and party President Amit Shah would offer a “time-bound solution” to the issues soon.

On Congress claims that the NDA government was inaugurating projects in the northeast which were initiated in the UPA rule, the Union Minister pointed out that the NITI Aayog, Mudra loans and the Jan Dhan Yojana were initiated by the current dispensation.

A NITI forum for the northeast was formed and its first meeting was held on May 10.

“The northeast is an area of prime focus as the Prime Minister has given a clarion call for its all-round development. A forum had been set up under the NITI Aayog to work to this end…,” the Minister said.

Now Digvijay will say “SORRY” to Gadkari

 

A court here on Tuesday disposed off the defamation case filed by Union Minister Nitin Gadkari against senior Congress leader Digvijaya Singh after both expressed their desire to settle the matter.

Additional Chief Metropolitan Magistrate (ACMM) allowed the joint application filed by both seeking to withdraw the case.

BJP leader Gadkari in 2012 had filed the criminal defamation case against Singh, who had accused him of having business links with his party MP Ajay Sancheti, who allegedly pocketed a huge sum in the coal block allocation.

Gadkari, in his statement recorded in the court, had denied having any business ties with Sancheti and said that Singh levelled “totally false and defamatory” allegations against him to “give the impression that I have been responsible for allocation of the coal mines” to Sancheti.

कांग्रेस एक थोथा चना बाजे घना: विज

 

चंडीगढ़ : 29 मई, 2018

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस नेताओं पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस में अब मुख्यमंत्री प्रोजैक्ट होने की होड़ लग गई है। विज ने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुर्जेवाला द्वारा दिए गए उस बयान पर कि मोदी का विजय रथ रुक गया है और 2019 तक फीका पड़ जाएगा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि थोथा चना बाजे घना।

विज ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेसी नेता बिना मुर्गी के अंडा खाने की कोशिश कर रहे हैं और उनके पास बयानबाजी के सिवाय कुछ नहीं है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर पर पलटवार करते हुए विज ने कहा कि भाजपा के राज में देश भी बचा हुआ है और संविधान भी बचा है और संविधान को तार-तार तो बार-बार कांग्रेस पार्टी ने ही किया है।

लोगों को आज तक याद है कि एमरजैंसी के दौरान कांग्रेस ने लाखों लोगों को जेलों में कैसे ठूसा था, लोगों को आज भी याद है कि किस तरह समाचार पत्रों पर प्रतिबंद लगाया गया था?, कैसे उनकी बिल्डिंगों को तोड़ा गया था? लोग सब जानते हैं, वो भूले नहीं हैं। लोग जानते हैं प्रजातंत्र की हत्यारी पार्टी कांग्रेस ही है।

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भाजपा पर उनके विधायक तोडऩे के बयान पर विज ने कहा कि ये जो आप नाम की पार्टी है, ये दिल्ली में पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है, ऐसा कोई आरोप नहीं जो इनके विधायकों पर न लगा हो और कोई ऐसा कुकर्म नहीं, जो इनके विधायकों ने न किया हो, जनता यह सब जान चुकी है कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चलती, ऐसी बहुत सी बातें हो गई और उसके नतीजे भी दिल्ली की जनता देख चुकी है।

दंगल गर्ल पहलवान बबीता फौगाट के उस बयान कि राष्ट्रमंडल खेलों में पदक विजेता खिलाड़ी सरकार से ईनामी राशि न मिलने के कारण जकार्ता में होने वाली एशियन गेम्स का भी बहिष्कार कर सकते हैं। इस पर खेल मंत्री अनिल विज ने अपने कड़े तेवर दिखाते हुए कहा कि जो भी नियम के तहत होता है, वही किया जाएगा, नियम से बाहर जाकर वह भी कुछ नहीं कर सकते। विज ने कहा कि वह इनको नियमों में परिवर्तन करके जो दे रहे थे, जिसे पदक विजेताओं ने लेने से इंकार कर दिया।

कैथल में भाजपा को लगा झटका , कांग्रेस समर्थित सीमा कश्यप के सिर सजा चैयरमैनी का ताज

 

नगर परिषद कैथल के चुनाव में कांग्रेस समर्थित सीमा कश्यप के सिर सजा चैयरमैनी का ताज सीमा कश्यप को मिले 19 वोट व भाजपा समर्थित पूजा अग्रवाल 14 वोट भाजपाइयों के चेहरे फिर मुरझाए कांग्रेसियों के खिले, रणदीप सुरजेवाला की कोठी पर जश्न का माहौल

गठित कमेटी – एक चुनावी चाल

जयपुर, 29 मई।
राजस्थान उच्च न्यायालय की प्रस्तावित उदयपुर पीठ के संबन्ध में कमेटी गठन के विरोध में अधिवक्ता समुदाय का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला और अपनी मांगों राज्यपाल को आज एक ज्ञापन सौंपा। ये जानकारी आज उच्च न्यायालय के अधिवक्ता श्री दिनेश पाठक ने दी। पिछले कई दिनों से वक़ील अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चल रहे हैं जिससे की अदालती कार्य तो बाधित हो ही रहे हैं साथ ही लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री श्री मति वसुंधरा राजे ने इसके लिए एक समिति गठित की थी परन्तु वकील वर्ग इससे असन्तुष्ट है बल्कि माना जा रहा है कि यह कदम तत्समय विरोध शान्त करने और आगामी चुनावों में स्वयं को लाभान्वित करने के उठाया गया है।
श्री पाठक ने कहा कि जिला स्तर पर इस उच्च न्यायालय की पीठों को स्थापित करना प्रशासनिक स्तर पर व्यवहारिक नहीं है। इसलिए इस तरह के प्रस्ताव और उनको कार्यान्वित करने सरासर निराधार है।
राज्यपाल ने प्रतिनिधि मंडल को आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस मामले में कोई फैसला लिया जाएगा।

Anti-BJP front ???

The recent remarks by former PM and JD(S) supremo Deve Gowda that his party’s alliance with the Congress is limited to the Vidhana Soudha, drives another nail in the coffin of the much-touted

The front had been a major talking point as regional leaders, along with the Congress, made a show of bonhomie at the swearing in of Gowda’s son HD Kumaraswamy as Karnataka Chief Minister. But it didn’t take too long for the facade to crack. Kumaraswamy continues to fire one salvo after another (daily) at the state alliance, claiming that he is at the ‘mercy of the Congress’ and that he is ‘more beholden to them’ than the people of Karnataka. It isn’t just Kumaraswamy.

Despite publicly hugging Sonia Gandhi at the swearing in, BSP supremo Mayawati made it clear to her partymen that unless they got a ‘respectable’ number of seats in an alliance, they should be prepared to go alone. Though SP leader Akhilesh Yadav has played down her remarks, stating that alliance talks were very much on, Mayawati’s remarks show that she is prepared to drive a hard bargain, one that the SP may not accept.

Then in South India, though Andhra Pradesh Chief Minister Chandrababu Naidu has stated that the BJP and PM Narendra Modi will not come to power in 2019, his loaded statement that he would decide on who would get to be the PM suggests that he may not support a Congress PM. Given the pathetic performance of the Grand Old Party in election after election, Naidu is not likely to be alone in rejecting a Congress PM. What this means is, regional leaders, each with their own personal agendas and ambitions – jostling to be PM – will sink an anti-BJP front well before 2019.

The other problem for any anti-BJP alliance is that apart from the Congress, Left or Mamata Banerjee’s TMC, most parties do not regard the BJP as untouchable. Despite the anti-BJP rhetoric, the feeling that Kumaraswamy would have preferred an alliance with the saffron party in Karnataka, rather than the Congress, refuses to go away. The same is true for Naidu. Though the Andhra leader has pulled out of the NDA because of the BJP’s refusal to grant special category status to his state, politics is a gamble  and deals could be worked out, should the BJP seek to woo back the TDP. Already, the right noises are being made

सुरजेवाला ने अपने पिता शमशेर सिंह सुरजेवाला को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनवाया? : चौटाला

चंडीगढ,29मई। हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष और इंडियन नेशनल लोकदल के वरिष्ठ नेता चौधरी अभय सिंह चौटाला ने अखिल भारतीय कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला की मुख्यमंत्री बनने की ख्वाहिश पर सोमवार को करारा तंज कसा और कहा कि मुख्यमंत्री बनना तो दूर उन्हें विधानसभा का दरवाजा भी नहीं देखने देंगे। चौटाला ने कहा कि जब सुरजेवाला कह रहे है कि उन्होंने कई मुख्यमंत्री बनवाए तो फिर उन्होंने अपने पिता शमशेर सिंह सुरजेवाला को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनवाया?

यहां मीडिया से बातचीत में चौटाला ने कहा कि असलियत तो यह है कि लोगों ने कांग्रेस को वोट दिए और पार्टी ने मुख्यमंत्री बनाए। उल्लेखनीय है कि सुरजेवाला ने रविवार को नारनौंद के गांव खेडी चौपटा में किसान युवा अधिकार रैली में कहा था कि उन्होंने कई मुख्यमंत्री बनवाए हैं और अब उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाए।

चौटाला ने कहा कि इनेलो एसवाईएल नहर निर्माण के लिए अपने पांचवे चरण के आंदोलन के तहत गिरफ्तारियां दे रही है। गिरफ्तारियों की शुरूआत एक हजार लोगों से हुई थी और अब पांच हजार तक पहुंच गई है। कैथल में मंगलवार को दी जाने वाली गिरफ्तारी के लिए तेज गर्मी के बावजूद 15 हजार लोग पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन सुप्रीम कोर्ट का आदेश हरियाणा के पक्ष में आने के बाद नहर निर्माण के लिए चलाया जा रहा है। कांग्रेस ने तो इस मुद्दे पर चुप्पी साध ली है। इसका कारण यह है कि सुरजेवाला ने पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र विमोचन कार्यक्रम में भाग लिया था जिसमें कहा गया था कि पंजाब किसी अन्य राज्य को पानी की एक बूंद नहीं देगा। प्रदेश की भाजपा सरकार ने भी केन्द्र के दवाब में नहर निर्माण पर चुप्पी साध ली है।

क्या है…राणा शुगर मिल से होने वाले प्रदूषण के आरोपों की सच्चाई…..?

सुखपाल खैहरा और आम आदमी पार्टी के द्वारा राणा शुगर मिल को लेकर फैलाई जा रही अनर्गल बातों और अफवाहों के खिलाफ बुट्टर सिवइयां और आसपास के गांवों के कई सरपंच और प्रधान प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सुखपाल खैहरा और आम आदमी पार्टी की साजिश का खुलासा तमाम सबूतों के साथ करेंगे।

कैसे बुट्टर सिवइयां और आसपास के गांवों की लाइफलाइन माने जाने वाली राणा शुगर मिल को सुखपाल खैहरा अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करके बदनाम कर रहे हैं….और क्या है…राणा शुगर मिल से होने वाले प्रदूषण के आरोपों की सच्चाई…..? इस सच्चाई से शुगर मिल के आसपास के स्थानीय लोग ही पर्दा उठाएंगे।

सुरजेवाला के अल्ले-पल्ले कुछ नहीं है: अनिल विज

 

28 मई: हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने कांग्रेसी नेताओं पर चुस्की लेते हुए कहा कि “थोथा चना बाजे घना” अनिल विज ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा सुरजेवाला के अल्ले-पल्ले कुछ नहीं है। कांग्रेस में दस धड़े बने हुए है और सभी अपने आपको मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट करते है। विज ने तंज कसते हुए कहा बिना मुर्गी के अंडा खाने की कोशिश कर रहे है, कांग्रेस के पास बयानबाज़ी के सिवा कुछ नहीं है। वहीं इसी दौरान विज ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर पर पलटवार करते हुए कहा कि देश भी बचा हुआ है और सविंधान भी बचा है, सविधान तार-तार बार-बार कांग्रेस ने किया है। एमरजेंसी के दौरान कांग्रेस ने लाखों लोगों को जेलों में ठूसा था जो आज भी याद है। विज ने कांग्रेस को लोकतंत्र की हत्यारी पार्टी बताया। आम आदमी पार्टी पर पर भी जुबानी प्रहार करते हुए विज ने कहा कि आप पार्टी दिल्ली में बेनकाब हो चुकी है । इनके विधायको पर ऐसा कोई आरोप नहीं जो न लगा हो । इनके विधायकों ने कोई ऐसा कुकर्म नहीं, जो न किया हो !————–

RaGa’s Mansarovar in Italy: Sambit

The BJP took a swipe at Karnataka Chief Minister H D Kumaraswamy today, saying he was the “chief manager (CM)” of the Congress’s ATM in the state and that he was lying prostrate at the feet of the Gandhi family.

The saffron party’s attack on the JD(S) leader came after the latter’s comments in Bengaluru yesterday that he was at the mercy of the Congress and not the people of Karnataka as his government had not received the full mandate, which his party had sought in the recently held Assembly election in the state.

“Nothing can be sadder than this. This is absolutely demeaning to the democratic fabric of the country and akin to an abuse of India’s democracy,” BJP spokesperson Sambit Patra told reporters here.

He described the current situation as a fallout of the Congress-JD(S) alliance’s mockery of the popular mandate in the southern state for petty political interests.

The BJP had emerged as the single-largest party in the Karnataka Assembly election by bagging 104 of the 222 seats that went to the polls, but fell short of a majority, allowing the Congress and the JD(S) to join hands and form government in the state.

Patra alleged that for the Congress, Karnataka was its ATM and it had found a chief manager in Kumaraswamy, while the government in the southern state would be run from Janpath — a reference to the residential address of former Congress chief Sonia Gandhi.

“The Congress has found a new manager for its ATM in Karnataka. We can say this after his (Kumaraswamy’s) statement. People are asking who is their chief minister,” the BJP spokesperson said.

Referring to Prime Minister Narendra Modi’s words, he said for the BJP, the country was family, while for the Congress, the “first family” of the party was the country.

“Kumaraswamy is lying prostrate at the feet of a family,” Patra said.

He added that former prime minister Manmohan Singh used to blame the compulsions of coalition politics in the face of allegations of corruption in his government and said there was a feeling of deja vu in Karnataka.

Patra also claimed that various opposition parties were not accepting Congress president Rahul Gandhi as the leader of an anti-BJP coalition.

To a question, the BJP leader claimed that the saffron party would form the next government in Odisha, where Assembly polls will be held simultaneously with the Lok Sabha election in 2019.