अब भाजपा नेत्री प्रियंका टिब्बेर्वाल के साथ ममता का खेला होबे

पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा में दक्षिण 24 परगना जिले के मगराहाट पश्चिम से भाजपा उम्मीदवार मानस साहा जख्मी हो गए थे। जिन्होंने लंबे संघर्ष के बाद बुधवार (सितंबर 22, 2021) को दम तोड़ दिया। बंगाल भाजपा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। बंगाल भाजपा के मुताबिक, विधानसभा चुनाव परिणाम के दिन तृणमूल कॉन्ग्रेस के गुंडों ने डायमंड हार्बर पर मानस साहा को बेरहमी से पीटा था। इस हमले में बुरी तरह से जख्मी हो गए और लंबे इलाज के बाद उनकी मौत हो गई। भाजपा ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हाथ भाजपा कार्यकर्ताओं के खून से रंगे हुए हैं। अब ममता बेनर्जी को लगता है की प्रियंका टिब्बेर्वाल के साथ भी वही खेला होबे।

कोलत्ता/नई दिल्‍ली, 24 सितंबर:

पश्चिम बंगाल बीजेपी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि कोलकाता पुलिस के डीसीपी साउथ ने भवानीपुर से उनकी उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल पर “हमला और छेड़छाड़” की थी। चुनाव आयोग को सौंपे गए पत्र में लिखा गया है कि “हमारी उम्मीदवार प्रियंका तेबरेवाल के साथ शारीरिक छेड़छाड़ और सांसद डॉ सुकांत मजूमदार प्रदेश अध्यक्ष ज्योतिर्मय सिंह महतो और अर्जुन सिंह परऔर शारीरिक हमला हुआ। यह आवश्यक कार्रवाई के लिए आपके तत्काल ध्यान में लाने के लिए पत्र लिखा जा रहा है। एक हस्तक्षेप कर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव को रोकने के लिए और चुनाव के दौरान अशांति पैदा करने के इरादे से एक स्पष्ट उल्लंघन किया गया है।”

पत्र के मुताबिक, घटना 23 सितंबर की है, जब भाजपा प्रत्याशी प्रियंका तेबरेवाल, सांसद सुकांत मुजुमदार, सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो और सांसद अर्जुन सिंह के साथ चुनाव के बाद पीड़ित मानश साहा के शांतिपूर्ण अंतिम संस्कार के जुलूस पर निकली थीं. , जो टीएमसी द्वारा किए गए चुनाव के बाद के अत्याचार के कारण घायल हो गए थे। “हमारे पूर्ण अविश्वास और सदमे के लिए, डीसीपी दक्षिण, आकाश मघरिया, कोलकाता पुलिस के नेतृत्व में पुलिस बल ने शांतिपूर्ण जुलूस को तोड़ने के लिए इसे लिया और शारीरिक रूप से डॉ सुकांत में अपने शारीरिक कौशल के भीतर खींचने, धक्का देने, धक्का देने और सब कुछ शुरू कर दिया। मजूमदार। उसी अधिकारी ने प्रियंका टेबरेवाल और कुछ महिलाओं (एसआईसी) से छेड़छाड़ की और अनुचित तरीके से छेड़छाड़ की।” पत्र में कहा गया है, ‘सत्ता में बैठे पार्टी के इशारे पर काम कर रहे एक सिविल सेवक द्वारा इस तरह का गैरकानूनी व्यवहार केवल हर गर्वित भारतीय का मनोबल तोड़ता है बल्कि कानून को भी तोड़ता है ये कृत आईपीसी की धारा 166, 166A, 334, 354,336, 339,349, 350,351, 354, 354 (A) (B), 355 का उलंघन है।

बता दें कि भाजपा कार्यकर्ता मानस साहा की शव यात्रा को लेकर गुरुवार (सितंबर 23, 2021) को बवाल मच गया। दरअसल, प्रदेश इकाई के अध्यक्ष डॉ. सुकांतो मजूमदार, सांसद अर्जुन सिंह, प्रियंका टिबरेवाल समेत कई विधायक मानस साहा के शव को मुख्यमंत्री बनर्जी के आवास के पास ले जाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया। इसी बीच भाजपा नेताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई। हालाँकि बाद में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मानस साहा को अंतिम विदाई दी।

मंदिर की 30000 एकड़ भूमि पर बांग्लादेश अतिक्रमण हटाने गयी पुलिस पर हमला, अब राजनीति शुरू

असम में अतिक्रमण खाली कराने के दौरान पुलिस और घुसपैठियों में हुए संघर्ष व इसके बाद वायरल हुए वीडियोज पर मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वो क्षेत्र 1983 से ही हत्याओं के लिए जाना जाता है, अन्यथा सामान्यतः लोग मंदिर की जमीन और कब्ज़ा नहीं करते। सीएम सरमा ने कहा कि उन्होंने चारों तरफ अतिक्रमण देखा है। साथ ही उन्होंने पूछा कि जब जमीन खाली कराए जाने की प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने की बात हुई थी, फिर उत्तेजित किया?

असम के दरांग जिले में गुरुवार को बेदखली अभियान के दौरान पुलिस और भीड़ के बीच हुई झड़प में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए। इस घटना की व्यापक निंदा हुई। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पुलिस कार्रवाई को राज्य प्रायोजित आग कहा।

धौलपुर में हुई हिंसक घटना में कम से कम 11 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि एक घायल पुलिसकर्मी को गुवाहाटी के गौहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया गया। मारे गए लोगों की पहचान सद्दाम हुसैन और शेख फरीद के रूप में हुई है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि पुलिस को कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि बेदखली अभियान का विरोध कर रहे सैकड़ों लोगों की भीड़ ने सुरक्षाकर्मियों पर लाठी, छुरे और भाले से हमला किया।

बिस्वा सरकार में मंत्री अशोक सिंगला ने कहा है कि प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई हजारों साल पुराने हिंदू मंदिर को सुरक्षित करने के लिए की गई थी जहाँ अवैध रूप से कब्जा किया गया था। उन्होंने लिखा, “मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा के नेतृत्व वाली हमारी सरकार गरुखुटी, सिपाझार, दारंग जिले के 5000 साल पुराने विरासत हिंदू मंदिर की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।” सिंगला ने कहा, “हम अपनी सभी प्राचीन संरचनाओं और मंदिरों को अतिक्रमण मुक्त असम के लिए काम करने का संकल्प लेते हैं, जिन्हें अवैध अप्रवासियों द्वारा कब्जा कर लिया गया है।”

वॉयस ऑफ असम ने एक वीडियो शेयर करके दावा किया है कि हजारों बीघा जमीन पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के पूर्व ही वहाँ के लोग पुलिस पर हमला करने को तैयार थे। साझा की गई वीडियो में देख सकते हैं कि हजारों की भीड़ मुर्दाबाद, हाय-हाय के नारे लगा रही है।

पत्रकार अभिजीत मजूमदार भी 1 मिनट का एक वीडियो साझा कर बताया है कि पूरे भारत में एनआरसी की जरूरत क्यों है। वह लिखते हैं, “अतिक्रमणकारियों और घुसपैठियों की इस जानलेवा भीड़ से असम पुलिस को डील करना था। यही कारण है कि पूरे भारत में एनआरसी लागू किया जाना चाहिए। बहुत बढ़िया हिमंत बिस्वा।”

अभिजीत मजूमदार द्वारा साझा की गई वीडियो में देख सकते हैं कि पुलिस के पीछे कई लोग लाठी डंडा बड़े-बड़े फट्टे लेकर दौड़ रहे हैं। अंधाधुंध बिन सोचे हमला हो रहा है। पुलिस उन्हें रोकने का प्रयास कर रही है। जगह-जगह तोड़फोड़ की जा रही है। पत्थर उछाले जा रहे हैं।

आत्मरक्षा में चलाई गोलियाँ: असम पुलिस

इसी झड़प के बाद पुलिस बल की ओर फायरिंग की गई जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। दारंग के एसपी सुसांत बिस्वा सरमा ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में इस कार्रवाई को आत्मरक्षा करार दिया है। उन्होंने बताया कि परेशानी तब शुरू हुई जब धारदार हथियारों से लैस प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया और मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों और आम लोगों पर हमला बोल दिया। सुशांत बिस्वा सरमा ने बताया कि पुलिस के जवानों ने आत्मरक्षा में गोलियाँ चलाईं जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। दोनों पक्षों में हुई झड़प में कम से कम 10 लोग घायल हो गए। घायलों में अधिकांश पुलिसकर्मी हैं।”

इससे पूर्व मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा था, “पुलिस ने आत्मरक्षा में गोलियाँ चलाईं। इसमें दो आम नागरिकों की मौत हो गई है। हिंसा में कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हैं इनमें अस्टिटेंट सब इंस्पेक्टर मोनिरुद्दीन की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। उन्हें गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज शिफ्ट कर दिया गया है। मृतकों की पहचान सद्दाम हुसैन और शेख फरीद के रूप में हुई है।”

बता दें कि कि धौलपुर 25000 एकड़ भूमि के साथ करीब 5000 साल पुराने शिव मंदिर और गुफा वाला क्षेत्र है। ऑपइंडिया को सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली कि फिलहाल यह क्षेत्र अतिक्रमण के अधीन है और धीरे-धीरे और अधिक लोग आ रहे हैं। बाहरी लोगों के आने से वहाँ के स्थानीय लोग पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। लूट और डकैती का सिलसिला लगातार जारी है। हमारे सूत्र ने यह भी दावा किया है कि अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान करीब 10,000 से अधिक लोगों ने पुलिस पर हमला किया। जो सभी के सभी मुस्लिम अप्रवासी बताए जा रहे हैं। कहा जा रहा है उन्होंने वहाँ 30000 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया है।

इसी क्रम में सरमा सरकार ने बेदखली की पहल की जिसके लिए स्थानीय मुस्लिमों के साथ चर्चा भी की गई। उन्हें भूमि नीति के अनुसार भूमि देने का वादा किया गया था। जिससे वे सहमत हैं। पिछले दो दिनों तक अतिक्रमण हटाने का अभियान शांतिपूर्ण रहा। लेकिन गुरुवार को 10,000 लोगों ने पुलिस पर हमला किया और जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की 2 लोगों की मौत हो गई और करीब 9-10 घायल बताए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने न्यायिक जाँच के आदेश दिए हैं। इस झड़प के पहले से राज्य सरकार सभी मुस्लिम संगठनों के संपर्क में है ताकि स्थिति सामान्य रहे।

शहीद किसानों को समर्पित होकर कांग्रेस ने मनाया प्रदेशाध्यक्ष का जन्मदिन

सतीश बंसल सिरसा: 

हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी शैलजा का जन्मदिन आज जिला कांग्रेस कमेटी ने मनाया। सर्वप्रथम कांग्रेस भवन में हवन यज्ञ किया गया जिसमें कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने कुमारी शैलजा की दीर्घायु की कामना की। तदुपरांत शिव शक्ति ब्लड बैंक के प्रांगण में शहीद किसानों को समर्पित एक रक्तदान शिविर लगाया गया, जिसमें कांग्रेस नेताओं व पदाधिकारियों ने रक्तदान किया। इस मौके पर मौजूद कांग्रेस नेताओं ने कहा कि किसान आंदोलन के चलते सैंकड़ों किसान शहीद हो चुके है। मौजूदा भाजपा सरकार इस हद तक गिर चुकी है कि उसे किसानों की परवाह नहीं है। ऐसे में कुमारी शैलजा ने निर्णय लिया कि वह अपना जन्मदिन नहीं मनाएगी। लेकिन रक्तदान महादान है, इसलिए इस बार जन्मदिन रक्तदान के रूप में मनाया है। नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों पर कृषि कानून थौंपने की कोशिश की, जिसके विरोध में देशभर से किसान आंदोलन कर रहे है। कांग्रेस सरकार हमेशा से किसान हितैषी रही है, इसलिए शहीद किसानों को श्रद्धाजंलि देने के लिए आज रक्तदान शिविर लगाया गया है जिसमें सैंकडों रक्तदानियों ने रक्तदान किया।

इस मौके पर  प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आनंद बियानी, जिला कोर्डिनेटर सुभाष जोधपुरिया, पूर्व सांसद चरणजीत सिंह रोडी व सुशील इंदौरा, पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल, युवा नेता राजकुमार शर्मा, नवीन केडिया, पवन बैनीवाल, सुरेंद्र नेहरा, लादूराम पूनिया, गोपीराम चाडीवाल, नवदीप कंबोज, डॉ. डीके मेघवाल, श्याम मेहता, मोहित शर्मा, आरसी लिंबा, रतन गेदर, हनुमान पटीर, भूपेंद्र राठौड, राजकुमार मेहता, कृष्णा यादव, वेदपाल डांगी, बंसीलाल, राजेश चाडीवाल, संजय चावरिया, अशोक चिंडालिया, आजाद केलनिया, तिलक चंदेल, रामकुमार गुणपाल, सुरजीत भावदीन, बाबूलाल वर्मा, कर्मवीर बेगू, छोटूराम सहारण, सुरेंद्र नटार, राजकुमार चंदा, सुनील बोमरा, आदराम सुथार, केहरसिंह कंबोज, सुनील मौर्या, राखी मौर्या, सरस्वती देवी, अनुराधा नागर, सीमा कंबोज, सुरेंद्र बांसल, विजय शर्मा, पूर्व सरपंच बलविंद्र, बृजलाल घोडिल्ला, बलराम सहारण, हरीश सोनी, संजय चावरिया, पूर्ण गिरधर, कर्मजीत सिंह बेगू, हरविंद्र सिंह बेगू, सुरेश बणीवाला, योगेश कक्कड, बलजिंद्र लुदेसर, सुरेंद्र नटार, पंकज शर्मा, नवदीप कंबोज, धीरज मेहता, मनीष खत्री, गोत्तम शर्मा, विजय शर्मा, लक्ष्य शर्मा व संगीत कुमार भी मौजूद थे।

कुमारी शैलजा के जन्मदिन पर महिला कांग्रेस ने किया पौधारोपण

सतीश बंसल सिरसा:

 हरियाणा कांग्रेस की  प्रदेशाध्यक्ष कुमारी शैलजा के जन्मदिन पर हरियाणा महिला कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुधा भारद्वाज के निर्देशानुसार आज सिरसा के हिसार रोड पर महाराणा प्रताप चौक के आसपास महिला कांग्रेस ने पौधारोपण किया। महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष उर्मिल भारद्वाज व  सिरसा ब्लॉक अध्यक्ष पुनीता रानी व अन्य पदाधिकारियों  ने इस अवसर पर पौधारोपण करते हुए पर्यावरण सरंक्षण का संदेश दिया।

उन्होंने कहा कि मौजूदा परिदृश्य में पौधे रोपित करना अत्यंत जरूरी है। दिन प्रतिदिन पर्यावरण का स्तर निंरतर गिर रहा है, जिसकी अहम वजह वृक्षों का कटाव है। वातावरण में प्रदूषण होने से लोगों को सांस लेने में बहुत तकलीफ होती है प्रदूषण भरे वातावरण में चारों और धुआं धुआं हो जाता है प्रदूषण से बचने और प्रकृति की सुंदरता के लिए हम सभी को समय समय पर पौधारोपण करते रहना चाहिए इसलिए हमें पर्यावरण सरंक्षण हेतु पौधे अवश्य रोपित करने चाहिए। बहन कुमारी शैलजा जी के स्वस्थ व दीर्घायु की ईश्वर से कामना की।

इस अवसर पर डबवाली ब्लॉक अध्यक्ष गीता शर्मा, ओढा ब्लॉक अध्यक्ष शिमला देवी, रानियां ब्लॉक अध्यक्ष सुनीता रानी, जिला महासचिव चांदनी शर्मा, गुड्डी देवी, सुमित्रा यादव व अन्य महिलाएं उपस्थित थी।

एसोचैम के एक्सीलेरेट नॉर्थ 2021 में हुई औद्योगिक मुद्दों पर चर्चा

 
चंडीगढ़, 24 सितंबर, 2021
:

भारत के प्रमुख उद्योग निकाय- एसोचैम द्वारा एक्सीलेरेट नॉर्थ 2021 नामक एक-दिवसीय वर्चुअल शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया। उत्तरी राज्यों में विकास की गति को तेज करने में एसोचैम के प्रयासों की सराहना करते हुए, हिमाचल प्रदेश के उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने कहा कि उत्तर भारत की अर्थव्यवस्था को अगले स्तर पर ले जाने के लिए एक बहु-आयामी रणनीति अपनाने की आवश्यकता है।

‘अपने पहले से ही असरदार औषधि उद्योग को और विकसित करने के लिए, हिमाचल प्रदेश सरकार ने हाल ही में केंद्र सरकार से राज्य को बल्क ड्रग फार्मा पार्क की मंजूरी देने का अनुरोध किया है, जिससे प्रदेश के लोगों के लिए नये रोजगार पैदा हो सकेेंगे। राज्य का लक्ष्य है कि 2025 तक यह एक हर्बल राज्य बन जाये । सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) सामाजिक-आर्थिक विकास को चलाने की क्षमता रखती है।’  बिक्रम सिंह ने एक्सीलेरेट नॉर्थ 2021 के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कहा।
एसोचैम के अध्यक्ष और ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, विनीत अग्रवाल ने कहा कि विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा, अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली जैसे कारक महत्वपूर्ण हैं। हालांकि, विभिन्न क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए एक राज्य यह देश की अनुकूल नीतियों को सबसे आवश्यक फैक्टर के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।

एसोचैम के महासचिव, दीपक सूद ने कहा, ‘पीपीपी मोड के तहत राजमार्गों और उद्योगों जैसी विभिन्न परियोजनाओं को लागू किया जा रहा है। उभरती प्रवृत्तियों के साथ नये विचारों का समावेश सर्वोपरि है, जिसके लिए सरकारी नीतियों को सक्षम बनाने की आवश्यकता है।’

उत्तर क्षेत्र विकास परिषद के अध्यक्ष और इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड के उपाध्यक्ष, अमृत सागर मित्तल ने कृषि अर्थव्यवस्था से आगे बढऩे के लिए क्षेत्र में एक विनिर्माण और सेवा पारिस्थितिकी तंत्र बनाने हेतु पीपीपी व्यवस्था की आवश्यकता पर जोर दिया।

सभी क्षेत्रों में निवेश आकर्षित करने के लिए एक अनुकूल नीतिगत माहौल तैयार करने के विषय पर सांसदों के साथ एक सत्र भी आयोजित किया गया।

लद्दाख के सांसद, जामयांग सेरिंग नामग्याल ने लद्दाख को एक सतत पर्यटन स्थल बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘महामारी के प्रकोप के साथ लद्दाख को पर्यटन क्षेत्र की व्यावसायिक गतिविधियों में बड़ी गिरावट का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, हर साल हम यह भी देखते हैं कि कड़ाके की ठंड के मौसम में यह क्षेत्र ज्यादातर देश के बाकी हिस्सों से कट जाता है। इसलिए ऐसी चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए हम लद्दाख को सस्टेनेबल टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने पर विचार कर रहे हैं, ताकि पूरे साल इस क्षेत्र को कारोबार मिल सके। ‘

सुनीता दुग्गल, सांसद, सिरसा, हरियाणा, ने कहा, ‘हरियाणा में कृषि आधारित उद्योगों में बहुत सारे अवसर हैं, क्योंकि सरकार इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न लाभकारी योजनाओं और सब्सिडी की पेशकश कर रही है। पहल में तेजी लाने के लिए, हमें अधिक जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है, क्योंकि किसान या निवेशक नये उद्यमों का पता लगाने में थोड़ा संकोच करते हैं।’

धर्मबीर सिंह, सांसद, भिवानी-महेंद्रगढ़, हरियाणा, ने कहा, ‘हमारे निर्वाचन क्षेत्र में फल और सब्जी की खेती की बहुत गुंजाइश है। निवेशक कोई भी खाद्य संबंधित उद्योग स्थापित कर सकते हैं और उसका लाभ उठा सकते हैं। ‘

एक्सेलरेट नॉर्थ-2021 में उत्तर भारत केंद्रित विषयों पर विशेष विचार-विमर्श का सत्र भी रखा गया था। इनमें फार्मास्यूटिकल्स और आयुर्वेद के लिए भारत का केंद्र; जम्मू और कश्मीर, लद्दाख: वास्तविक आर्थिक क्षमता का लाभ उठाने की ओर; चंडीगढ़: स्मार्ट सिटी का निर्माण – जीवन की गुणवत्ता में सुधार और आर्थिक विकास को गति; पंजाब: एक पसंदीदा निवेश गंतव्य; हरियाणा: भाारत में आधुनिक निवेश और व्यापार का केंद्र जैसे मुद्दे प्रमुख रहे।

“माखन चोरी बाल लीला तो मिठाई चोरी अपराध कैसे।” किशोर न्याय परिषद के प्रधान दंडाधिकारी मानवेंद्र मिश्र

मिठाई चोरी पर जज ने कहा- “माखन चोरी बाल लीला तो मिठाई चोरी अपराध कैसे।” मामले की एफआईआर करने वाले हरनौत प्रखंड के चेरो थानाध्यक्ष को चेताते हुए कहा कि छोटे-मोटे अपराध में किशोर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने से बचें। उसे समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जाना चाहिए। वहीं उन्होंने केस दर्ज कराने वाली महिला को भी बच्चों के प्रति सहिष्णु व सहनशील बनने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि अगर उसका अपना बेटा मिठाई, मोबाइल या पैसे चुराता तो क्या पुलिस को सौंप देती या उसे समझाती।

नालंदा:

यदि कोई बच्चा भूख से अकुला कर गरीबी के कारण मिठाई चुरा कर खाने को मजबूर है तो यकीन जानिए यह समाज की असफलता है। समाज को अपने दोहरे चरित्र पर एक बार चिंतन अवश्य करना चाहिए। बिहार के हरनौत में एक ऐसा ही मामला सामने आया जब नालंदा के दंडाधिकारी ने उदाहरणबना दिया सुलझाया।

ननिहाल आए 15 वर्षीय किशोर के विरुद्ध मिठाई व मोबाइल चोरी मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने किशोर को रिहा कर दिया। किशोर की दर्द भरी दास्तां सुनकर जज ने न सिर्फ रिहाई दी, बल्कि आरा की जिला बाल संरक्षण इकाई को बच्चे का उचित मूल्यांकन करते हुए देखभाल योजना से लाभ दिलाकर अपराध से रोकने का निर्देश दिया है। महज 15 दिनों में इस मामले की सुनवाई पूरी की गयी। 

मामला बिहार के नालंदा जिले के हरनौत थाना क्षेत्र के चेरो ओपी के एक गाँव से जुड़ा हुआ था। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार घटना सात सितंबर की थी। बच्चे ने कोर्ट में भूख लगने की वजह से मिठाई चुरा कर खाने और गेम खेलने के लिए मोबाइल फोन लेने की बात स्वीकार की। इसके बाद प्रधान दंडाधिकारी ने बच्चे को आरोप मुक्त करते हुए आरा जिला बाल संरक्षण इकाई को उसकी उचित देखभाल का निर्देश दिया।

प्रधान दंडाधिकारी ने कहा, “भगवान श्रीकृष्ण की माखन चोरी बाल लीला तो मिठाई चोरी अपराध कैसे।” साथ ही मामले में FIR दर्ज करने वाले चेरो थानाध्यक्ष को चेताते हुए कहा कि छोटे-मोटे अपराध में किशोर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने से बचें। उसे समाज की मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने केस दर्ज कराने वाली महिला को भी बच्चों के प्रति सहिष्णु और सहनशील बनने की नसीहत दी। कहा कि अगर उसका अपना बेटा मिठाई, मोबाइल या पैसे चुराता तो वह उसे पुलिस को सौंप देती या उसे समझाती।

आरोपित किशोर भोजपुर जिले के आरा का रहने वाला है। घटना के समय वह अपने ननिहाल हरनौत आया हुआ था। गुरुवार (23 सितंबर, 2021) को किशोर न्याय परिषद के प्रधान दंडाधिकारी मानवेंद्र मिश्र ने मामले की सुनवाई करते हुए किशोर से पूरे मामले पर पूछताछ की। इस दौरान किशोर काफी डरा और सहमा हुआ था। जब उसे समझाया गया तो वह फफक-फफक कर रोने लगा। रोते हुए अपने परिवार की स्थिति बयाँ की।

किशोर के पिता रोग ग्रस्त हैं। वहीं माँ मानसिक रूप से विक्षिप्त है। परिवार की आमदनी का कोई साधन नहीं है। घटना के समय वह ननिहाल में था। मामा और नाना की भी मौत हो चुकी है। वह काफी भूखा था और पड़ोस की मामी के घर चला गया। वहाँ भूख मिटाने के लिए फ्रीज में रखी मिठाई खा ली। बालपन के कारण फ्रीज पर रखा मोबाइल लेकर गेम खेलने लगा। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान पाया कि शिकायतकर्ता ने मामले को बढ़ा-चढ़ाकर पुलिस के समक्ष पेश किया।

प्रधान दंडाधिकारी ने कहा कहा कि सनातन संस्कृति में भगवान श्रीकृष्ण को दूसरों के घर से माखन खाने और हांडी फोड़ने की बातें कही गई है। इसे हमारी संस्कृति ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला बताई। वहीं आज भूख के कारण एक किशोर के मिठाई चुराने को अपराध कैसे माना जाये। सरकारी अभियोजन पदाधिकारी ने भी बच्चे को सुधार के लिए एक अवसर दिए जाने का समर्थन किया। इस फैसले पर किशोर न्याय परिषद की सदस्य उषा कुमारी ने भी सहमति दी।

नदीम खान बने एनएसयूआई के राष्ट्रिय प्रवक्ता

नई दिल्ली
नदीम खान को आज संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने एन एस यू आई का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया।
नदीम खान के साथ एन एस यू आई पंजाब के सोशल मीडिया प्रभार है। साथ ही कर्मठता के चलते नदीम उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर आदि राज्यों में राष्ट्रीय संग़ठन की ओर से प्रवास पर भी जाते हैं और समन्वयक के रूप में भी भूमिका निभाते हैं।

नांगल दुष्कर्म मामले में अदालत ने राहुल गांधी पर ATR की तलब

 पिछले दिनों पुराना नांगल के एक श्मशान घाट पर वाटर कूलर से पानी पीने पहुंची नौ साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद राहुल गांधी उसके परिवार वालों से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट से पीड़ित बच्ची के माता-पिता से मिलने वाली तस्वीर डाली। इस मामले पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान लेते हुए पिछले 4 अगस्त को राहुल गांधी को ट्वीट हटाने का आदेश दिया था। इस आदेश के बाद ट्विटर ने राहुल गांधी का ट्विटर अकाउंट सस्पेंड कर दिया था।

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नई दिल्ली, 22 सितंबर (ब्यूरो):

दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने पुराना नांगल दुष्कर्म मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की मांग पर सुनवाई करते हुए दिल्ली पुलिस से एक्शन टेकन रिपोर्ट (एटीआर) तलब की है। एडिशनल चीफ मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट धर्मेंद्र सिंह ने 29 सितंबर को अगली सुनवाई करने का निर्देश दिया।

प्रदेश भाजपा मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल ने कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। जिंदल ने राहुल गाँधी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट (Pocso Act) के तहत 14 अगस्त को बाराखंबा रोड थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी। इस पर कार्रवाई के लिए नई दिल्ली जिला के पुलिस उपायुक्त से 19 अगस्त को पुनः अनुरोध किया गया था। इसके बाद भी कार्रवाई न होने पर मामले की शिकायत अदालत में की गई। इस पर मजिस्ट्रेट ने पुलिस से कार्रवाई रिपोर्ट 29 सितंबर तक देने को कहा है।

शिकायतकर्ता नवीन कुमार जिंदल ने राउज एवेन्यू अदालत के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि पूरी कॉन्ग्रेस पार्टी ही महिला विरोधी है। कॉन्ग्रेस के नेता कानून और संविधान का मजाक उड़ाना अपना अधिकार समझते हैं। राहुल गाँधी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

गौरतलब है कि इस मामले में एनसीपीसीआर ने ट्विटर को पत्र लिख कर कहा था कि अगर खुद राहुल गाँधी अपना ट्वीट नहीं हटाते हैं, तो माइक्रो ब्लॉगिंग साइट 24 घंटे के भीतर इसे हटा दे। इसके बाद ट्विटर ने ट्वीट को हटा दिया और राहुल गाँधी के खाते को बंद कर दिया था। नियमों के मुताबिक, पहली बार अपराध करने के कारण उनके अकाउंट को 12 घंटे के लिए बंद किया गया था। हालाँकि, बाद में इस दावे के बाद कि उन्हें पीड़िता के माता-पिता से तस्वीर का उपयोग करने की ‘अनुमति’ मिली थी, ट्विटर ने पलक झपकते ही राहुल गाँधी के अकाउंट को बहाल कर दिया था।

बता दें कि बीजेपी ने तस्वीरें साझा करने को कानून का उल्लंघन बताते हुए उनके खिलाफ NCPCR से संज्ञान लेने और कार्रवाई करने का निवेदन किया था।  बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था कि राहुल गाँधी ने अपने ट्वीट में पीड़िता के परिजनों का चेहरा सार्वजनिक किया है, जो पॉक्सो एक्ट की धारा 23 जुवेनाइल जस्टिस केयर के तहत चाइल्ड प्रोटेक्शन एक्ट की धारा 74 का उल्लंघन है।

DDNSS organized a webinar on India’s National Security Futures

Chandigarh September 24, 2021

The Department of Defence and National Security Studies, Panjab University, Chandigarh  organized a special lecture on the theme ‘India’s National Security Futures’ by Lt Gen Raj Shukla YSM,SM, GOC-in-C Army Training Command, Shimla through online mode.

Gen Shukla in his address brought out the seven key postulates that can shape and define the national security futures viz information,  role of technology, Artificial Intelligence, digitalization, R&D, foreign policy and economic buildup, capacity building, Border Management, climatic issues and civil-military fusion. He  mentioned how everything happening around us is linked to the domain of National Security.  He first brought out the effects of pandemic and how it has affectively disturbed the health services, economic buildup, social structure and the geo-politics of the world. He further highlighted the role of information in national security wherein sharing and assimilating the right information at the right time is key to secure your domain at the larger perspective.

He further added that the nation has to strengthen its Artificial Intelligence (AI) vis-a-vis its neighbours and beyond.  In addition to enhance our AI, the nation also has to work profusely on technological research and development. The changing technology has changed the parameters of war fighting and the future of armed forces is not limited to the borders but has to look beyond their area of interest and reach. The strategic depth is what the nations are looking for and that can only be achieved by enhancing our assets.  

The speaker aptly emphasized on the significance of foreign policy too. The present world order has called for a more strong yet supple foreign policy wherein country’s national interest should not be compromised. The Geo-political, geo-economic conditions define country’s stature in conjunction with its foreign policy and decision making.

Prof. Raj Kumar, Vice-Chancellor Panjab University graced the event as Chief Guest and shared his views on the role, contribution and the supreme sacrifice the armed forces have made in the security of the nation. He highlighted the significance of discipline like national security in raising the consciousness amongst the masses, to acknowledge the hardship of the forces and contribute to nation building.  

Earlier, Dr Jaskaran Singh Waraich, Chairperson, introduced the speaker to the audience and welcomed all the distinguished dignitaries who joined the special lecture.

Later Gen. Shukla answered the various queries raised by the audience. The lecture was presided by Prof Rakesh Datta. The webinar was attended by various notable personalities like Lt. Gen K J Singh (Retd) former Army Commander, Western Command; Maj Gen Amarjit Singh (Retd) Director Gyan Chakra, members of Gyan Chakra and Gyan Setu think tanks, Senior veterans, serving armed forces personnel, university faculty, research scholars and students from various departments of the University.  

PU VC releases a Book on Intellectual Property

Chandigarh September 24, 2021

            A book entitled ‘Intellectual Property: A Primer for Academia’ authored by Professor Rupinder Tewari, IPR-Chair Professor, PU and Ms Mamta Bhardwaj, Scientist-C, DST-Centre for Policy Research, PU, was released by Prof. Raj Kumar, Vice Chancellor, Panjab University, Chandigarh today. He remarked that that this book has come at a right time as IP is gaining strong foothold in higher education because we are living in a Technology-led era. Intellectual Property, especially patents, is a crucial vertical of Technology driven innovations.

            PU VC acknowledged the academic and administrative contributions of Professor Tewari on his retirement after serving the alma mater for over 42 years. He appreciated the efforts put in by Professor Tewari in enhancing the innovation ecosystem of PU by bringing many schemes/programmes from the funding agencies of the government of India.

            The authors stated that the present book offers a clear and focused view on all categories of IP such as patents, copyrights, trademarks, geographical indications, plant varieties etc. The book is unique as it provides additional information on national/international agencies dealing with IP, IP &Technology portals, institutions offering IP courses and patent status of higher education institutes in India.