PTI हमेशा से फर्जी और भ्रामक खबरें चलाता है : प्रसार भारती

भारतीय सार्वजनिक प्रसारक, प्रसार भारती द्वारा, कथित राष्ट्रविरोधी रिपोर्टिग को लेकर समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) के साथ अपने रिश्ते को समाप्त करने की चेतावनी के साथ उसे एक पत्र भेजे जाने की जानकारी सामने आई है। प्रसार भारती ने यह कदम तब उठाया है, जब पीटीआई ने चीनी राजदूत सुन वेदोंग का एक साक्षात्कार जारी किया, जिसमें उसने भारत-चीन हिंसक संघर्ष के लिए कथित तौर पर भारत को दोषी ठहराया।चीनी राजदूत के इंटरव्यू के कारण भारत के ‘स्वायत्त’ जन प्रसारक (पब्लिक ब्रॉडकास्टर) प्रसार भारती के निशाने पर आ गया है। प्रसार भारती ने कहा है कि PTI द्वारा लिया गया चीनी राजदूत का इंटरव्यू राष्ट्र हित के लिए अहितकर और भारत की अखंडता को चोट पहुंचाने वाला है। इस हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे।

सारिका तिवारी, चंडीगढ़

प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) इन दिनों एक नई मुश्किल में है। ऐसा इसलिए क्योंकि पीटीआई ने चीनी राजदूत को अपना प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए मंच प्रदान किया था।

समाचार एजेंसी के साथ हुए एक साक्षात्कार में चीनी राजदूत सन वीडोंग ने गलवान घाटी में हुए टकराव के लिए पूरे दोष को भारत के ऊपर डाल दिया था। लेकिन आश्चर्य यह कि इस दौरान एक बार भी PTI ने चीनी राजदूत को सवालों से नहीं घेरा या उनके प्रोपेगेंडा फैलाने पर अंकुश लगाने की कोशिश की।

भारत सरकार ने PTI के संचालन के खिलाफ कठोर कदम उठाने का पूरा मन बना लिया है। वो भी PTI बोर्ड के कई लोगों द्वारा विचार साझा किए जाने के बाद सरकार ने यह सोचा है।

कल की रिपोर्ट में हमने बताया था कि प्रसार भारती ने चीनी राजदूत के साक्षात्कार को देखते हुए पीटीआई के साथ अपने संबंधों की समीक्षा करने का फैसला किया है। उस इंटरव्यू को कुछ लोगों ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा जारी किया गया एक प्रेस रिलीज तक बता कर समाचार एजेंसी का मखौल उड़ाया था।

ऑपइंडिया को विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि पीटीआई की ‘देश विरोधी’ रिपोर्टिंग प्रसार भारती को नागवार गुजरी है। ऐसे में प्रसार भारती पीटीआई के साथ अपने संबंधों को आगे नहीं बढ़ाना चाहती। इसे लेकर हमें बताया गया कि पीटीआई से संबंधों पर निर्णय के बारे में जल्द ही अवगत कराया जाएगा।

सूत्रों के अनुसार 1980 के बाद से पीटीआई को करीब 200 करोड़ रुपए पब्लिक फंड के तौर पर मिले हैं, जबकि जनता के प्रति इनकी जवाबदेही नगण्य रही है। आज की तारीख में यह फंड 400 से 800 करोड़ रुपए के निवेश के बराबर है अगर हम घटते-बढ़ते ब्याज दरों के अनुसार इसका आकलन करें तो।

सूत्रों ने हमें बताया कि प्रसार भारती के अधिकारियों का मानना ​​है कि पीटीआई निजी मीडिया संस्थानों के मुकाबले सार्वजनिक संस्थानों से कितना शुल्क लेता है, इसमें और अधिक पारदर्शिता की जरूरत है। चिंता की बात यह भी है कि पीटीआई के बोर्ड में अधिकांश निदेशक निजी मीडिया संस्थामों से हैं।

प्रसार भारती का मानना ​​है कि निजी समाचार पत्रों और समाचार चैनलों से उनकी सदस्यता के लिए जितना शुल्क लिया जाता है, उससे कहीं अधिक पीटीआई उनसे वसूलता है। ऐसे में पब्लिक ब्रॉडकास्टर का मानना है कि शुल्क को लेकर पारदर्शिता होनी ही चाहिए। अब यह पता चला है कि PTI और प्रसार भारती के बीच व्यावसायिक संबंधों की गहनता से समीक्षा की जा रही है।

पीटीआई जिस रास्ते पर चल रही थी, प्रसार भारती के अधिकारियों के लिए यह अब बर्दाश्त के बाहर हो गया। भविष्य में पीटीआई को सरकारी फंडिंग मिलेगी या नहीं, कुछ ही दिनों में इसका फैसला हो जाएगा। वैसे तो समाचार एजेंसी का सांप्रदायिक रूप से फर्जी समाचारों और राजनीतिक मामलों पर फर्जी खबरों को फैलाने का इतिहास रहा है। लेकिन चीन को अपना प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए पीटीआई ने अपना मंच देकर हर सीमा को पार कर दिया।

समाचार एजेंसी की कमाई कैसे?

पीटीआई एक समाचार एजेंसी है और वह खबरें देकर ऐसे लोगों से धन अर्जित करती है, जिन्होंने एजेन्सी की सदस्यता ले रखी है। इस प्रकार समाचार एजेंसी रिपोर्ट इकट्ठा करके उसमें रुचि रखने वाली पार्टियों को बेचकर उससे अपनी इनकम लेती है। उदाहरण के लिए PTI की रिपोर्ट्स मुख्यधारा की मीडिया में दिखती है। ठीक उसी सरह से अन्य समाचार एजेंसियाँ जैसे एएनआई, आईएएनएस और यूएनआई के साथ-साथ वैश्विक एजेंसियाँ जैसे रॉयटर्स और एपी आदि भी हैं।

फर्जी खबरों का लंबा इतिहास

मौजूदा विवाद के अलावा पीटीआई का फर्जी खबरों को फैलाने का एक लंबा इतिहास रहा है। समाचार एजेंसी की ओर से मिली रिपोर्ट को अधिकांश मीडिया बिना किसी संपादन के प्रकाशित करते हैं। इसके कारण व्यक्तिगत मीडिया हाउसों की तुलना में समाचार एजेंसियों की ओर से आई फर्जी खबरें अधिक लोगों तक पहुँचती हैं।

पिछले वर्ष जुलाई में एक रिपोर्ट पेश करते हुए PTI ने दावा किया था कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में कहा है कि विमुद्रीकरण का अर्थव्यवस्था पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। कई मीडिया हाउसों द्वारा इस भ्रामक रिपोर्ट को चलाए जाने के बाद वित्त मंत्री को खुद स्पष्ट करना पड़ा कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।

राजनीतिक मसलों पर भी न्यूज एजेंसी फेक न्यूज को हवा देती रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले पीटीआई ने दावा किया था कि AAP के केवल 25 फीसदी उम्मीदवारों पर ही गंभीर आपराधिक मामले हैं। जबकि असल में यह संख्या 51 फीसदी थी। PTI ने इसी रिपोर्ट में BJP और कॉन्ग्रेस के डेटा के साथ भी छेड़छाड़ किया था।

2017 में प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया ने दावा किया था कि यूपी सरकार ने राज्य में माध्यमिक और उच्च शिक्षा के लिए बजटीय आवंटन में भारी कटौती की थी। उसी वर्ष पीटीआई ने एक और ऐसी खबर चलाई थी, जिसमें दावा किया गया था कि पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने एक टीवी समाचार एंकर के द्वारा अपमानजनक सवाल पूछे जाने के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक का प्लान किया था, जबकि यह पूरी तरह से गलत था।

पिछले साल हुए सीएए विरोधी दंगों के बाद यूपी सरकार ने सार्वजनिक और निजी संपत्तियों के नुकसान के लिए पैसे वसूलने के लिए दंगाइयों की संपत्ति को जब्त करने का निर्णय लिया था, लेकिन इस कदम को भी पीटीआई ने गलत तरीके से पेश किया और दावा किया था कि योगी आदित्यनाथ ने हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ ‘बदला’ लेने की कसम खाई थी।

ये समाचार एजेंसी PTI द्वारा फर्जी समाचारों के कुछ उदाहरण थे। हकीकत में PTI हमेशा से फर्जी और भ्रामक खबरें चलाता है, जिसे मीडिया संस्थान आँख मूँद कर पब्लिश करते हैं और यह बहुत बड़े पाठक वर्ग तक पहुँचता है।

Zomato under attack by own boys as Cos. Chinese connection un earthed

Kolkata:

 A group of Zomato food delivery platform employees in Kolkata tore and burnt their official T-shirts to protest Chinese investment in the firm.

The agitation comes in the backdrop of the killing of 20 Indian soldiers in a clash with Chinese troops in eastern Ladakh’s Galwan Valley on 15 June.

During the protest at Behala in the southwestern part of the city on Saturday, some agitators claimed they have quit their jobs as Zomato has a sizeable Chinese investment and urged people to stop ordering food via the company.

In 2018, Ant Financial, a part of Chinese major Alibaba, had invested USD 210 million in Zomato for a 14.7 per cent stake. The food delivery major recently raised an additional USD 150 million from Ant Financial.

“Chinese companies are making profits from here and attacking the Army of our country. They are trying to grab our land. This cannot be allowed,” one of the protesters said.

Another protester said they were ready to starve but would not work for companies that have investment from China.

In May, Zomato laid off 520 employees or 13 per cent of its workforce in a huge retrenchment exercise due to the novel coronavirus pandemic.

There was no immediate reaction from Zomato and whether the protesters were among those who were retrenched was not known.

राहुल गाँधी वहाँ आकर ‘दो-दो हाथ’ कर लें, 1962 से लेकर अब तक चीन के विषय पर चर्चा हो जाएगी: अमित शाह

कोरेल ‘पुरनूर’,चंडीगढ़ – 28 जून 2020:

आज एक समाचार चैनल पर ANI की संपादक श्रीमति स्मिता प्रकाश ने भारत के गृह मंत्री अमित शाह से साक्षात्कार किया। एक राजनैतिक व्यक्तित्व द्वारा गैर राजनीति साक्षात्कार का यह पहला मौका था जहां उन्होने राजनीतिज्ञ के तौर पर सिर्फ आने वाले सत्र में विपक्ष के एक नेता राहुल गांधी को तैयारी के साथ आने की बात कही। उन्हे विश्वास है की यदि राहुल गांधी सत्र में आते हैं तो उन्हे उनके सभी प्रश्नों के उत्तर सिलसिले वार दिये जाएंगा। चीन पर विवाद को लेकर अमित शाह ने कहा की वह राहुल गांधी से 1962 से लेकर अब तक चीन पर सब विषयों में चर्चा होगी।

भारत-चीन विवाद पर लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत निशानेबाजी कर रहे राहुल गाँधी को अमित शाह ने करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि भारत सरकार चीन सीमा विवाद पर हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है और संसद में इस पर बृहद बहस के लिए भी रेडी है। अमित शाह ने राहुल गाँधी से कहा कि वो भी हाथों पर सैनिटाइजर रगड़ कर और मास्क व फेस शील्ड पहन संसदीय अखाड़े में उतरें।

अमित शाह ने कहा कि जल्द ही संसद सत्र आयोजित होने वाला है, राहुल गाँधी वहाँ आकर ‘दो-दो हाथ’ कर लें, 1962 से लेकर अब तक चीन के विषय पर चर्चा हो जाएगी। उन्होंने कहा कि चर्चा से कोई नहीं डरता है, चर्चा करनी है तो राहुल गाँधी का स्वागत है। साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि जब सीमा पर सेना बलिदान दे रही हो और सरकार ठोस क़दम उठा रही हो, उस समय पाकिस्तान और चीन को ख़ुश करने वाले बयान देने का क्या तुक है?

बता दें कि हाल ही में कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘सरेंडर मोदी’ कह कर चीन का एजेंडा आगे बढ़ाया था, जिसके बाद सोशल पर भी लोगों ने उनसे नाराज़गी जताई थी। इसी बयान को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से सवाल पूछा गया था, जिसके जवाब में उन्होंने उक्त बातें कहीं। उन्होंने राहुल गाँधी को आत्ममंथन की सलाह देते हुए कहा कि उनके बयान चीन और पाकिस्तान के रुख को बढ़ावा दे रहे हैं

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार भारत-विरोधी प्रोपेगेंडा से निपटने में पूरी तरह सक्षम है लेकिन जब देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी का पूर्व मुखिया इस तरह की ओछी राजनीति करता है तो इससे दुःख होता है। उन्होंने ANI की संपादक स्मिता प्रकाश को दिए इंटरव्यू में पूछा कि कॉन्ग्रेस पार्टी का अध्यक्ष गाँधी परिवार से बाहर का क्यों नहीं होता? साथ ही उन्होंने कॉन्ग्रेस के आंतरिक लोकतंत्र पर सवाल खड़े किए।

हाल ही में कॉन्ग्रेस की साथी पार्टी एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने भी भारत-चीन मुद्दे पर राहुल गाँधी को राजनीति न करने की सलाह दी थी। शरद पवार ने राहुल गाँधी पर निशाना साधते हुए शनिवार (जून 27, 2020) को कहा था कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए। 1962 के युद्ध का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि किसी पर आरोप लगाते समय यह भी देखना चाहिए कि अतीत में क्या हुआ था।

थाना गंगोह कोतवाली में शांति समिति की हुई बैठक आयोजित जिसमे शासन द्वारा कावड़ यात्रा स्थगित करने की दी गई जानकारी

राहुल भारद्वाज, सहारनपुर:

सहारनपुर गंगोह कोतवाली में आयोजित शांति समिति की बैठक में कोतवाली प्रभारी भगवत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि कॉविड-19 के चलते इस वर्ष शासन द्वारा कावड़ यात्रा स्थगित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप क्षेत्र में कोई कावड़ शिविर संचालन नही होगा – सामाजिक संस्थाएं किसी भी प्रकार का आयोजन न करें और न कांवड़ियों के ठहरने की व्यवस्था करें। उन्होंने बैठक में मौजूद सभी गणमान्य लोगों से शासन के निर्देश का पालन करने और इस संबंध में अन्य लोगों को भी जागरूक करने की अपील की। कोतवाली प्रभारी ने कॉविड-19 को लेकर सभी क्षेत्र वासियों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मास्क लगाने की हिदायत भी दी। बैठक में अफवाहों पर ध्यान न देने और हर हाल में नगर व क्षेत्र का शांति व सौहार्द बरकरार रखने की अपील की गई। कोतवाली प्रभारी ने कहा कि 24 घण्टे पुलिस आपकी सेवा के लिए तैयार है आपका भी दायित्व है कि आप भी पुलिस का सहयोग करे। इस अवसर पर अनेक गणमान्य लोगों भाजपा के जिला मंत्री डॉ ओमपाल सिंह सैनी ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि कोरोना को हराने के लिए केवल प्रशासन ही काफी नही है बल्कि हम सब की जिम्मेदारी है कि हम सब सामाजिक दूरी रखे व मास्क आदि का प्रयोग कर भीड़ भाड़ से बचे और शासन प्रशासन को पूर्ण सहयोग करने की बात कही।

इस अवसर पर व्यापारी नेता  मोल्हड मल गर्ग ने भी अपने विचार रखे। कांग्रेस नेता कुमार फौजी, संजय कम्हेड़ा ने मुकेश राणा, मन्नू चौधरी, दीपांशु गोयल, नीरज अग्रवाल, राजेश काका, हिदायत अंसारी, अंकुर भारती,  आदि शामिल रहे।

मन की बात 28 जून 2020

मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, लॉकडाउन से ज्यादा सतर्कता हमें अनलॉक में दौरान बरतनी है. पीएम मोदी ने कहा अगर आप मास्क नहीं पहनते हैं और दो गज की दूरी का पालन नहीं करते हैं तो आप दूसरों को भी जोखिम में डाल रहे हैं.

नई दिल्ली:

 पूर्वी लद्दाख की गलवानी घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए 20 भारतीय सैनिकों की शहादत और भारत में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया. पूर्वी लद्दाख में पिछले कई महीनों से चल रहे तनाव के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार चीन को जवाब देते हुए कहा कि भारत पड़ोसी देश से मित्रता निभाना जानता है तो उससे आंख में आंख डालकर चुनौती देना भी जानता है.

पीएम मोदी ने लद्दाख में शहीद हुए जवानों को नमन किया, आत्मनिर्भर भारत अभियान के बारे में बात की और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर देशवासियों का ध्यान आकर्षित किया. पीएम मोदी ने मन की बात में 10 महत्वपूर्ण बातें कहीं.

1. लद्दाख में हमारे जो वीर जवान शहीद हुए हैं देश उन्हें हमेशा याद रखेगा. शहीदों के माता-पिता का त्याग पूज्यनीय है. हमारे वीर सैनिकों ने लद्दाख में दिखा दिया कि वो मां भारती पर आंच नहीं आने देंगे. भारत की भूमि पर नजर डालने वालों को जवाब दिया जाएगा.

2. भारत को आंख दिखाने वालों को करारा जवाब मिला है. लद्दाख में भारत की भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है. भारत मित्रता निभाना जानता है तो आंख में आंख डालकर देखना और उचित जवाब देना भी जानता है.

3. भारत के लोगों ने लोकल को वोकल बनने का संकल्प लिया. आप लोकल खरीदेंगे, लोकल के लिए वोकल होंगे तो समझिए आप देश को मजबूत करने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं. ये भी एक तरह से देश की सेवा ही है.

4. आजादी से पहले देश का डिफेंस सेक्टर बहुत मजबूत था. आज डिफेंस सेक्टर में, तकनीक के क्षेत्र में भारत आगे बढ़ने का निरंतर प्रयास कर रहा है. भारत आत्मनिर्भरता की तरफ कदम बढ़ा रहा है.

5. देश अब लॉकडाउन से बाहर निकल गया था. अनलॉक के इस वक्त सावाधानी बेहद जरूरी है. कोरोना को हराने के साथ ही अर्थव्यवस्था को बचाना भी जरूरी है.

6. मैं लंदन से प्रकाशित Financial Times में एक बहुत ही दिलचस्प लेख पढ़ रहा था. उसमें लिखा था कि कोरोना काल के दौरान अदरक, हल्दी समेत दूसरे मसालों की मांग एशिया के अलावा अमेरिका तक में भी बढ़ गई है. पूरी दुनिया का ध्यान इस समय अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने पर है और प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली इन चीजों का संबंध हमारे देश से है.

7. अनलॉक में आत्मनिर्भर भारत अभियान को गति मिली. देश को आत्मनिर्भर बनाना ही शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी. अनलॉक में स्पेस सेक्टर को भी आजादी मिली.

8. पीएम मोदी ने कहा कि मैं अपने छोटे साथियों बच्चों से अपील करता हूं कि वो अपने दादा-दादी और नाना-नानी का इंटरव्यू रिकॉर्ड करें. उनसे पूछिए आपका बचपन कैसा था, आप क्या करते थे. इससे आपको 40-50 साल का अनुभव मिलेगा. ऐसा करके उनको भी 40-50 साल पुरानी अपनी जिंदगी में जाना बहुत आनंद देगा और आपको पता चलेगा कि 40-50 साल पहले का हिंदुस्तान कैसा था और आप जहां रहते हैं वो इलाका कैसा था.

9. पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री पी. वी. नरसिम्हा राव को उनके जन्मदिन पर याद किया. उन्होंने कहा कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज सुबह से राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं, नेगेटिव बयान दे रहे हैं लेकिन उनके पास नरसिम्हा राव जी को श्रद्धाजंलि देने का समय नहीं है.

10. दुनिया ने इस दौरान भारत की विश्व बंधुत्व की भावना को भी महसूस किया है और इसके साथ ही दुनिया ने अपनी संप्रभुता और सीमाओं की रक्षा करने के लिए भारत की ताकत और भारत के संकल्प को भी देखा है.

सोशल मीडिया के दुरुपयोग से आंतरिक युद्ध जैसी स्थिति:- सुशील पंडित

सुशील पंडित
पत्रकार


    क्रिया की प्रतिक्रिया होना यह प्ररकृति का मूल सिद्धांत है परंतु वह प्रतिक्रिया मानव जीवन व सृष्टि के अनुकूल हो तब क्रिया का महत्व बढ़ जाता है इसी सिद्धान्त से सरोकार रखता यह लेेेख भी सोशल मीडिया के वर्तमान समय में अच्छे और बुरे पहलुओं पर प्रकाश डाल रहा है।सोशल मीडिया स्वंम में एक संसार की भांति ही है या यूं कहें कि “वर्चुअल वर्ल्ड” की संरचना सोशल मीडिया से ही संभव हो पाई है। सोशल मीडिया वर्तमान में संचार का सबसे तेज माध्यम बन गया है सोशल मीडिया अर्थात सभी प्रकार की सूचनाओं को जन जन तक पहुचाने का निजी स्तरीय माध्यम ही सोशल मीडिया की सार्थकता को सिद्ध करता है।


            रिपोर्ट के अनुसार पूरे विश्व के लगभग साढ़े तीन सौ करोड़ लोग सोशल मीडिया के किसी न किसी प्लेटफार्म से जुड़े हैं अरतार्थ विश्व की कुल आबादी का  बहुत बड़ी संख्या सोशल मीडिया पर सक्रिय है। समाज में प्रतिदिन घटित घटनाओं का आदान प्रदान सोशल मीडिया में व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि साधनों के माध्यम से किया जा रहा है। आज हम अपनी बात कुछ ही पल में दुनिया भर के सामने रखने में सक्षम हो  हैं। सोशल मीडिया एक अपरम्परागत मीडिया के रूप में हम सब के बीच अपना कार्य कर रहा है।अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए यह एक सरल साधन


            बन चुका है। आज 93 प्रतिशत लोग सोशल मीडिया से जुड़े हुए हैं आकड़ो की यदि बात करें तो एक व्यक्ति औसतन 24 घण्टे में लगभग 3 घण्टे अपने मोबाइल के माध्यम से सोशल मीडिया से जुड़ा रहता है। इस अपरम्परागत मीडिया ने समाज में अपनी अहम भूमिका भी निभाई है इसके माध्यम से किसी भी व्यक्ति, संस्था, समूह तथा देश की सामाजिक, सांस्कृतिक को समृद्ध भी बनाया जा सकता है। परन्तु क्या हमने कभी विचार किया है कि वर्तमान में सोशल मीडिया के दुरुपयोग से कितनी बड़ी चुनौती हमारे समक्ष खड़ी है आज देश में इसके गलत उपयोग व निजी स्वार्थ के चलते हम एक अप्रत्यक्ष युद्ध लड़ रहे हैं। एक ऐसा युद्ध जिसमें प्रहार भी स्वंम के द्वारा किया जा रहा है और घायल भी खुद को किया जा रहा है।        

            हर बात के दो पहलू है ये हम सभी जानते हैं बस हमारी दृष्टि और विवेक किस पहलू को महत्व दे रही है यह विचार करने का विषय होता है। सोशल मीडिया का सदुपयोग करते हुए भारत में अभी कुछ वर्ष पूर्व भ्र्ष्टाचार के विरोध में अन्ना हजारे के नेतृत्व में एक महाअभियान का प्राम्भ किया गया था जिसके परिणाम स्वरूप भ्र्ष्टाचार को लेकर भारत के नागरिकों में जागरूकता का आदान प्रदान हुआ यह आंदोलन एक सफल प्रयास रहा इस दौरान मीडिया के साथ साथ सोशल मीडिया का भी योगदान सरहानीय रहा।


            देश में हुए 2014 के चुनाव में भी सोशल मीडिया ने एक प्रभावशाली मंच की भूमिका निभाई जिसके परिणामस्वरूप देश का युवा एकमत हो कर मौजूदा सरकार के लिए सेतू के रूप में सामने आया अब इस उदाहरण में किसी राजनीतिक दल का वैचारिक मतभेद हो सकता है परन्तु तत्कालीन समय में सोशल मीडिया ने सकारात्मक ऊर्जा संचार किया था। वहीं दूसरे पहलू पर यदि नजर डाले तो वर्तमान में इसका दुरुपयोग करके कुछ दल सगठन या फिर व्यकिगत रूप से लोग भी सस्ती लोकप्रियता हासिल करने में लगे हुए हैं। भारत में जहाँ पड़ोसी देशों की सीमाओं पर तनाव है वहीं आंतरिक रूप से देश में सोशल मीडिया पर भी कुछ ऐसी स्थिति देखी जा रही है। परम्परागत मीडिया जैसे समाचार पत्र, न्यूज़ चैनलों से भी तेज रफ्तार में चल रही है यह अपरम्परागत मीडिया। किसी भी मैसेज,चित्र या वीडियो को वायरल करने की तो जैसे प्रतिस्पर्धा हो गई है बिना कुछ सोच विचार किए हम कुछ भी कही भी भेजने में संकोच नहीं करते फिर चाहे वह सूचना किसी धर्म जाति,संगठन या राष्ट्र के अहित में ही क्यों न हो सोशल मीडिया की आड़ में कुछ लोग अपनी आधारहीन राजनीति चमकाने में निरंतर प्रयास करते रहते है।आज जब देश कोरोना जैसी महामारी और पड़ोसी देशों की कुदृष्टि से बचने की लड़ाई में दिन रात लगा हुआ है वहीं सोशल मीडिया पर एक दूसरे दलों व समुदायों, धर्मों पर कटाक्ष करने का खेल

            भी जारी है।समाचार पत्रों और न्यूज़ चैनलों से पहले ही खबर प्रकाशित भी हो जाती है और प्रसारित भी हो जाती है रही तथ्यों की बात तथ्यों का महत्व वर्तमान सोशल मीडिया में ना के बराबर ही रह गया है और कभी कभी इस लापरवाही का भुगतान भी करना पड़ता है क्योंकि कई बार बात इतनी बढ़ जाती है कि सरकार सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल करने वालों पर कड़ा रुख अपनाते हुए कानूनी कार्यवाही भी करती है लेकिन इसके बाद भी यह सोशल मीडिया का यह अप्रत्यक्ष युद्ध रुकने का नाम नही ले रहा। इस माध्यम से समाज के कुछ असमाजिक तत्व अभिव्यक्ति की आजादी का दुरुपयोग करने में लगे हुए हैं समाज में दुर्भावनाओं का प्रचार प्रसार करके सौहार्दपूर्ण वातवरण को दूषित करने की संकीर्ण मानसिकता के कारण यह कारोबार शिखर पर है।

व्यकितविशेष के अलावा राजनीतिक दल भी अब सोशल मीडिया को एक हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं आए दिन इसके माध्यम से एक दूसरे पर कटाक्ष का कीचड़ उछालने में लगे हैं आम आदमी से जुड़ी समस्याओं को मुद्दा बनाकर सस्ती लोकप्रियता की चाह में राह से भटक गए है। पुराने मैसेज व वीडियो को अपलोड करके अन्य किसी दल समुदाय या व्यकितविशेष का भ्रामक व दुष्प्रचार करना अब सोशल मीडिया का अभिन्न हिस्सा बन चुका है जो हम सभी के लिए भविष्य में बहुत ही घातक सिद्ध हो सकता है। राजनीतिक दलों के सक्रिय आई टी सेल्स अपनी उपलब्धियों के बारे में कम जानकारी दे रहे हैं अपितु दूसरे दलों की आलोचना करने में अधिक विश्वास रखते हैं। जैसे जैसे चुनाव नजदीक आता है इनके पास हजारों वर्ष के आंकड़े भी पहुंच जाते हैं और फिर होता है जनता को गुमराह करने का खेल और दुर्भाग्यवश कुछ लोग भी इस खेल में बिना कोई विचार किए खुद को खिलाड़ी समझ कर कूद जाते है जिसका परिणाम होता है हर बार जनता की हार। बहरहाल जो भी हो हमें अपने विवेक से ही अपने भविष्य का चयन करना होगा सोशल मीडिया के दोनों पहलुओं से अवगत हो कर ही इसका उपयोग स्वंम के और राष्ट्रहित में करना है किसी भी व्यकितविशेष या दल के द्वारा डाली गई पोस्ट या न्यूज़ के तथ्यों की गहनता से जाँच करने के बाद ही अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करनी होगी।कहते है आवश्यकता अविष्कार की जननी है सोशल मीडिया वर्तमान में हमारी आवश्यकता है और आवश्यकता से अधिक अपेक्षाएं रखना मानवीय मूल्यों के विरुद्ध हो जाता है। क्योंकि हम और हमारा देश वर्तमान परिदृश्य में विपरीत परिस्थितियों से जूझ रहा है ऐसे में सोशल मीडिया के माध्यम से किया गया तथ्यहीन प्रचार किसी को भी असमंजस की स्थिति में डाल रहा है।

 हमें इस नवीनतम माध्यम के दोनों पहलुओं में से सकारात्मक पहलु का चयन करके अपने राष्ट्र को सुदृढ़ता प्रदान करने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि यह सवेदनशील समय सोशल मीडिया पर एक दूसरे की आलोचना का नही अपितु विवेचना करने का है। 

चाइल्डलाइन टीम ने साइकल पर बिहार जा रहे बच्चे को वापिस मान बाप से मिलवाया

सुुुशील पंडित, यमुनानगर:

कल रात से बराड़ा में अपने माता-पिता के पास से एक बच्चा साइकिल लेकर घर से निकल पडा और यमुनानगर आ पहुंचा यहाँ फ़र्खपुर पुलिस ने बच्चे को देखा और रात 1 बजे उसको चाइल्डलाइन कार्यालय सौंप गए।जानकारी देते हुए चाइल्डलाइन के समन्वयक भानू प्रताप ने बताया कि पहले टीम ने रात को  उसके खाने व रहने की उचित व्यवस्था की और सुबह होते ही टीम उसके माता पिता की तलाश में लग गयी। टीम ने बच्चे की काउंसलिंग की उस दौरान वह बहुत डरा हुआ था वह कुछ भी बताने में असमर्थ था चाइल्ड लाइन टीम ने बच्चे को काउंसलिंग के माध्यम से उसके भय को दूर किया जिस पर उसने अपने माता-पिता का नाम बताया और अपने घर का पता बताया।वह बराडा का रहने वाला था। उसने बताया कि वह अपनी दादी दादा के पास बिहार जाने के लिए निकला है।

चाइल्डलाइन की टीम ने तुरंत बराड़ा पुलिस से संपर्क किया व उनको बच्चे के द्वारा बताई गई सारी जानकारी दी। बराड़ा पुलिस ने तुरंत इस कार्य में चाइल्डलाइन का सहयोग करते हुए माता पिता की तलाश शुरू की। क्योंकि ये एक प्रवासी मजदूरों का परिवार है इसलिए पुलिस को भी बच्चे के परिजनों को ढूंढने में काफी समय लग गया  परंतु दोपहर होते होते बच्चे के परिजनों को तलाश लिया व उसके माता-पिता से सम्पर्क किया गया और सकुशल बच्चे को उसके परिजनों को सौंप दिया गया।बच्चे के माता-पिता से मुलाकात की और बच्चे के घर से भाग जाने का कारण जानने की कोशिश की फिर पिता ने  बताया कि  मम्मी ने इसे डांट दिया था इसलिए ये घर से भाग गया था। इस पर टीम ने बच्चे की फिर से कॉउंसलिंग की ताकि वो भविष्य में ऐसा ना करें। चाइल्डलाइन और पुलिस की तत्परता से एक बच्चा आज फिर सकुशल अपने परिवार में पहुंच गया।

  चाइल्डलाइन, यमुनानगर निरंतर ऐसे बच्चों की 24 घंटे मदद कर रही है और आमजन ने अपील करते हैं कि ऐसे किसी भी बच्चे की सहायता के लिए 1098 पर निशुल्क सूचना दे सकते हैं।

rashifal

राशिफल 28 जून 2020

Aries

28 जून 2020: आज आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और प्रगति निश्चित है. आर्थिक तौर पर सुधार तय है. अगर आप अपनी घरेलू ज़िम्मेदारियों को अनदेखा करेंगे, तो कुछ ऐसे लोग नाराज़ हो सकते हैं जो आपके साथ रहते हैं. अगर आपका साथी अपना वादा न निभाए तो बुरा महसूस न करें. आपको बैठकर बातचीत के ज़रिए मामला सुलझाने की ज़रूरत है. आप चाहें तो परेशानियों को मुस्कुराकर दरकिनार कर सकते हैं या उनमें फंसकर परेशान हो सकते हैं. चुनाव आपको करना है. वैवाहिक जीवन के लिहाज़़ से यह बढ़िया दिन है. साथ में एक अच्छी शाम गुज़ारने की योजना बनाएं. टीवी पर फ़िल्म देखना और अपने नज़दीकी लोगों के साथ गप्पें मारना आज सही रहेगा. अगर आप थोड़ी कोशिश करें तो आपका दिन कुछ इसी तरह गुज़रेगा.

Taurus

28 जून 2020: आप अपने परिवार की अपेक्षाओं पर खरे उतरने में नाकाम हो सकते हैं. आप चाहे जितनी कोशिश क्यों न कर लें, आप सभी की इच्छाओं को पूरा नहीं कर सकते हैं. ज़रूरी यह है कि आप हिम्मत न हारें और अपने काम पर ध्यान केंद्रित करें. अपने अतिरिक्त धन को सुरक्षित जगह पर रखिए, जो आने वाले वक़्त में आप फिर पा सकें. बच्चे भविष्य की योजनाएं बनाने की अपेक्षा घर के बाहर ज़्यादा समय बिताकर आपको निराश कर सकते हैं. प्यार के सकारात्मक संकेत आपको मिलेंगे. अगर आप अनुभवी लोगों की राय लेंगे और अपने काम में नई सोच का इस्तेमाल करेंगे, तो लाभ मिलेगा. ऐसे लोगों से जुड़ने से बचें जो आपकी प्रतिष्ठा को आघात पहुंचा सकते हैं. ज़रूरत के वक़्त आपका जीवनसाथी आपके परिवार की अपेक्षा अपने परिवार को ज़्यादा तरजीह देता हुआ नज़र आ सकता है. आपको महसूस हो सकता है कि आप अपना दिन बर्बाद कर रहे हैं.

Gemini

28 जून 2020: बहुत ज़्यादा चिंता करना मानसिक शांति को भंग कर सकता है. इससे बचें, क्योंकि ज़रा-सी चिंता और मानसिक तनव भी शरीर पर ख़राब असर डालते हैं. प्राप्त हुआ धन आपकी उम्मीद के मुताबिक़ नहीं होगा. अपने सामाजिक जीवन को दरकिनार न करें. अपनी व्यस्त दिनचर्या में से थोड़ा-सा समय निकालकर अपने परिवार के साथ किसी आयोजन में शिरकत करें. यह न सिर्फ़ आपका दबाव कम करेगा, बल्कि आपकी झिझक भी मिटा देगा. आज आप अपने प्रिय की बेजा मांगों को पूरा करने से बचें. जब तक आपको तसल्ली न हो जाए कि सारा काम पूरा हो चुका है, दस्तावेज़ अपने वरिष्ठ को न दें. ऐसी जानकारियों को उजागर न करें जो व्यक्तिगत और गोपनीय हों. ख़र्चों को लेकर जीवनसाथी से तनातनी संभव है. सफलता-प्राप्ति के लिए स्वप्न देखना बुरा नहीं है, परन्तु हमेशा दिवास्वप्न में खोये रहना आपके लिए नुक़सानदेह साबित हो सकता है.

Cancer

28 जून 2020: आपको अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है. हालांकि धन आपकी मुट्ठियों से आसानी से सरक जाएगा, लेकिन आपके अच्छे सितारे तंगी नहीं आने देंगे. परिवार की किसी महिला सदस्य की सेहत चिंता की वजह बन सकती है. आज आपको अप्रत्याशित रोमांस अचानक मिल सकता है. आईटी से जुड़े लोगों को अपना जौहर दिखाने का मौक़ा मिल सकता है. आपको क़ामयाबी पाने के लिए केवल काम पर एकाग्र होकर जी-तोड़कर मेहनत करने की ज़रूरत है. हितकारी ग्रह कई ऐसे कारण पैदा करेंगे, जिनकी वजह से आज आप ख़ुशी महसूस करेंगे. वैवाहिक जीवन में गर्मजोशी और गर्म खाने की बहुत अहमियत है. आप आज दोनों का ही लुत्फ़ उठा सकते हैं. आज आपके पास पर्याप्त वक़्त होने की संभावना है, लेकिन इन क़ीमती पलों को ख़्याली पुलाव पकाने में न गंवाएं. कुछ पुख़्ता करना आने वाले सप्ताह की बेहतरी में मददगार साबित होगा.

Leo

28 जून 2020: बहुत ज़्यादा चिंता करना मानसिक शांति को भंग कर सकता है. इससे बचें, क्योंकि ज़रा-सी चिंता और मानसिक तनाव भी शरीर पर ख़राब असर डालते हैं. आर्थिक तौर पर सुधार तय है. परिवार के सदस्यों के साथ कुछ आराम के पल बिताएं. रोमांस के लिए बढ़ाए गए क़दम असर नहीं दिखाएंगे. कार्यक्षेत्र में हालात आपके पक्ष में रुख़ करते मालूम होंगे. उन लोगों पर नज़र रखें जो आपको ग़लत राह पर ले जा सकते हैं या फिर ऐसी जानकारी दे सकते हैं, जो आपके लिए नुक़सानदेह साबित हो सकती है. वैवाहिक जीवन में सूखे-सर्दीले दौर के बाद आपको धूप नसीब हो सकती है. लंबे समय के बाद आप भरपूर नींद का मज़ा ले पाएंगे. इसके बाद आप बहुत शांत और तरोताज़ा महसूस करेंगे.

Virgo

28 जून 2020: योग और ध्यान आपको बेडौल होने से बचाने और मानसिक तौर पर सेहतमंद रखने में मददगार साबित होंगे. आर्थिक समस्याओं ने रचनात्मक सोचने की आपकी क्षमता को बेकार कर दिया है. वैवाहिक बंधन में बंधने के लिए अच्छा समय है. आपके प्रिय को आपसे भरोसे और वादे की ज़रूरत है. नौकरों और सहकर्मियों से परेशानी होने की संभावना को ख़ारिज नहीं किया जा सकता है. दिक़्क़तों का तेज़ी से मुक़ाबला करने की आपकी क्षमता आपको ख़ास पहचान दिलाएगी. कई लोग साथ तो रहते हैं, लेकिन उनके जीवन में रोमांस नहीं होता. लेकिन यह दिन आपके लिए बेहद रोमानी होने वाला है. लंबे समय के बाद आप भरपूर नींद का मज़ा ले पाएंगे. इसके बात आप बहुत शांत और तरोताज़ा महसूस करेंगे.

Libra

28 जून 2020: आज आप थकावट महसूस करेंगे और छोटी-छोटी बातों पर नाराज़ भी हो सकते हैं. आर्थिक तौर पर बेहतरी के चलते आपके लिए ज़रूरी चीज़ें ख़रीदना आसान होगा. शाम के समय कुछ हंसी-ख़ुशी भरा वक़्त अपने बच्चों के साथ गुज़ारें. आज आपको महसूस होगा कि आपका महबूब आपसे कितना प्यार करता है. दिवास्वप्नों में समय खपाना नुक़सानदेह रहेगा, इस मुग़ालते में न रहें कि दूसरे आपका काम करेंगे. अपनी ख़ासियत और भविष्य की योजनाओं पर फिर से सोचने का समय. जब आप किसी के साथ रहते हैं, तो थोड़े-बहुत झगड़े होते ही हैं. आपका अपने जीवनसाथी से वाद-विवाद हो सकता है. परिवार में किसी सदस्य के साथ कहासुनी के चलते माहौल थोड़ा बोझिल हो सकता है, लेकिन यदि आप स्वयं को शांत रखें और धैर्य से काम लें तो सबका मूड बढ़िया कर सकते हैं.

Scorpio

28 जून 2020: कुछ लोग सोच सकते हैं कि आप नया सीखने के लिए काफ़ी उम्रदराज़ हो चुके हैं, लेकिन यह सच्चाई से बहुत दूर है. आप अपने तेज़ और सक्रिय दिमाग़ की वजह से कुछ भी आसानी से सीख सकते हैं. सिर्फ़ अक़्लमंदी से किया गया निवेश ही फलदायी होगा. इसलिए अपनी मेहनत की कमाई सोच-समझकर लगाएं. अपने बर्ताव में उदार बनें और परिवार के साथ प्यार भरे लम्हें गुज़ारें. प्रेम का आह्लाद महसूस करने के लिए आप किसी नए व्यक्ति से मिल सकते हैं. अगर आप कई दिनों से कामकाज में दिक़्क़त महसूस कर रहे हैं, तो आज के दिन आपको राहत महसूस हो सकती है. तनाव से भरा दिन, जब नज़दीकी लोगों से कई मतभेद उभर सकते हैं. आज के दिन आपका वैवाहिक जीवन एक विशिष्ट दौर से गुज़रेगा. दिन के पहले भाग में ख़ुद को थोड़ा अलसाहट भरा महसूस कर सकते हैं.

Sagittarius

28 जून 2020: आज आपके पास ख़ुद के लिए पर्याप्त समय होगा, तो मौक़े का फ़ायदा उठाएं और अच्छी सेहत के लिए पैदल सैर पर जाएं. अपने निवेश और भविष्य की योजनाओं को गुप्त रखें. अपने घर के वातावरण में कुछ बदलाव करने से पहले आपको सभी की राय जानने की कोशिश करनी चाहिए. आज आप अपने दोस्त की महक उसकी अनुपस्थिति में महसूस करेंगे. कामकाज के मोर्चे पर आपकी कड़ी मेहनत ज़रूर रंग लाएगी. अगर आप आज वाक़ई फ़ायदा चाहते हैं तो दूसरों की राय को ग़ौर से सुनें. यह दिन आपके जीवनसाथी के रूमानी पहलू को भरपूर तरीक़े से दिखाएगा. सितारे कह रहे हैं कि आज का दिन तनहा गुज़रने वाला है. अपने पालतू पशु के साथ समय बिताकर इस समस्या से निजात पा सकते हैं

Capricorn

28 जून 2020: मुमकिन है कि आज के दिन आपका स्वास्थ्य पूरी तरह ठीक न रहे. अगर आप लंबे वक़्त के लिए निवेश करें, तो अच्छा-ख़ासा फ़ायदा हासिल कर सकते हैं. बच्चों को पढ़ाई पर ध्यान लगाने और भविष्य के लिए योजना बनाने की ज़रूरत है. प्रेम के दृष्टिकोण से उत्तम दिन है. यदि आप अपने फ़ोन को किनारे उठाकर नहीं रखेंगे, तो कोई बड़ी ग़लती हो सकती है. दीर्घावधि में कामकाज के सिलसिले में की गयी यात्रा फ़ायदेमंद साबित होगी. अपने रिश्ते को कड़वाहट से बचाने के लिए कभी-कभी चुप रहना ही अच्छा है. आज का दिन आपके धैर्य की परीक्षा ले सकता है. टीवी पर फ़िल्म देखना और अपने नज़दीकी लोगों के साथ गप्पें मारना बेहतर हो सकता है. अगर आप थोड़ी कोशिश करें तो आपका दिन कुछ इसी तरह गुज़रेगा.

Aquarius

28 जून 2020: मुस्कुराएं, क्योंकि यह सभी समस्याओं का सबसे उम्दा इलाज है. कोई बड़ी योजनाओं और विचारों के ज़रिए आपका ध्यान आकर्षित कर सकता है. किसी भी तरह का निवेश करने से पहले उस व्यक्ति के बारे में भली-भांति जांच-पड़ताल कर लें. बुज़ुर्ग और परिवार के सदस्य स्नेह देंगे और ख़्याल रखेंगे. आप आज प्यार की मनोदशा में होंगे और आपके लिए काफ़ी मौक़े भी होंगे. कार्यक्षेत्र में आप किसी षड्यंत्र का शिकार हो सकते हैं. अगर आप किसी परिस्थिति से घबराकर भागेंगे, तो वह आपका पीछा हर निकृष्ट तरीक़े से करेगी. अपने साथी पर किया गया संदेह एक बड़ी लड़ाई का रूप ले सकता है. सकारात्मक सोच ज़िंदगी में ग़ज़ब का जादू कर सकती है. कोई प्रेरणादायी पुस्तक पढ़ना या फ़िल्म देखना आज के दिन बढ़िया रहेगा.

Pisces

28 जून 2020: दूसरों की सफलता को सराहकर आप उसका लुत्फ़ ले सकते हैं. वे आर्थिक लाभ जो आज मिलने वाला था- टल सकता है. आज के दिन परिवार का कोई सदस्य अगर आपको कुछ ज़्यादा ही तनाव दे, तो हालात बेक़ाबू होने से पहले उसकी सीमा तय कर दें. आज आपको अपने प्रिय का एक अलग ही अंदाज़ देखने को मिल सकता है. कार्यक्षेत्र में आपकी उन्नति कुछ बाधाओं के चलते अटक सकती है, बस धैर्य से काम लें. अगर आप किसी परिस्थिति से घबराकर भागेंगे. तो वह आपका पीछा हर निकृष्ट तरीक़े से करेगी. जीवनसाथी से निकटता आज आपको ख़ुशी देगी. अकर्मण्यता पतन की जड़ है; ध्यान व योगाभ्यास करके आप इस जड़ता को दूर भगा सकते हैं.

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पंचांग 28 जून 2020

आज 28 जून को हिंदू पंचांग के अनुसार अषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है. आज रविवार भी है. रविवार को सूर्य देव की पूजा करने से सारे कष्ट दूर होते हैं और यशगान बढ़ता है. साथ ही सफलता भी मिलती है. 

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः आषाढ़़, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः अष्टमी रात्रिः 12.36 तक है, 

वारः रविवार, 

नक्षत्रः उत्तराफाल्गुनी प्रातः 08.46 तक, 

योगः वरीयान दोपहर 08.13 तक, 

करणः विष्टि, 

सूर्य राशिः मिथुन, 

चंद्र राशिः कन्या, 

राहु कालः सायं 4.30 से सायं 6.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.30, 

सूर्यास्तः 07.19 बजे।

नोटः आज श्री दुर्गाष्टमी व्रत है।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर रविवार को पान खाकर लाल चंदन, गुड़ और लड्डू का दान देकर यात्रा करें।

पब्लिक पार्क और फुट ओवर ब्रिज का कार्य प्रगति पर

अगले 2 महीनो में इनके मुकम्मल होने की है उम्मीद,  साईट विजिट कर अधिकारियों को काम स्पीडअप करने के दिए निर्देश।  उपायुक्त एवं निगमायुक्त निशांत कुमार यादव 

 मनोज त्यागी करनाल  27 जून:

           रेलवे लाईन के साथ राम नगर एरिया में नगर निगम की ओर से बनाया जा रहा विशाल पब्लिक पार्क इस क्षेत्र का सबसे सुंदर और भव्य पार्क होगा। उपायुक्त एवं निगमायुक्त निशांत कुमार यादव ने शनिवार के दिन पार्क की साईट का दौरा किया और निगम इंजीनियरों के साथ चल रहे कार्य की प्रगति जानकर इसे स्पीडअप करने को कहा। अब पार्क का काम तेजी से आगे बढ़ेगा और आगामी सितम्बर तक मुकम्मल होगा।जानिए, क्या होगा पार्क में- एक एकड़ तीन कनाल भूखंड पर फैले पार्क की लम्बाई 560 फुट  और चौड़ाई 109  फुट की है। इसमें 4 से 5 फुट तक अर्थ फिलिंग यानि मिट्टी भराई का काम हो चुका है। बाउंडरी वाल पर पर्याप्त ऊंचाई वाले पिलर भी खड़े किए जा चुके हैं, जिन पर सुंदर व मजबूत ग्रिल लगाने का काम चल रहा है। एक हाई मास्ट लाईट भी लगा दी गई है। मानसून में बारिश से मिट्टी अच्छे से सेट हो जाएगी, उसके बाद जुलाई में पार्क के चारों ओर फुटपाथ बनाने का काम शुरू होगा। सुंदर घास, सजावटी फूल-पौधे, ओपन एयर जिम के उपकरण, 2 हट, बच्चों के खेलने के लिए झूले और समूचे पार्क में 70 बोलार्ड लाईटें लगेंगी, रात्रि में इनकी रोशनी से पार्क की छटा देखते ही बनेगी। रेन वाटर हार्वेस्टर और फ्रंट में 2 भव्य गेट बनाए जाएंगे, डिजाईन के अनुसार उनमें से पशुओं का प्रवेश नहीं होगा। पार्क में विचरण करने वाले नागरिकों के लिए 20 बैंच भी लगाए जाएंगे। फ्रंट में सुंदर टाईलें भी लगाई जाएंगी। इन सभी कार्यों पर अनुमानित 88 लाख रूपये की राशि खर्च होगी।

                 उपायुक्त ने बताया कि पार्क का निर्माण नगर निगम की ओर से करवाया जा रहा है। जगह रेलवे की थी, जिसकी एन.ओ.सी. ले ली गई थी। राम नगर क्षेत्र में रहने वाले लोगों की इस मांग को प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूरा किया। उन्होंने बताया कि पार्क के विकसित हो जाने के बाद इस क्षेत्र का सौंदर्य बढ़ेगा और लोगों की सुकून भरी जिंदगी होगी।जनता की जुबानी, पार्क बनाने की बात अकल्पनीय थी- यहां बसे लोगों ने आज कहा कि जिस जगह पर पार्क विकसित किया जा रहा है, यहां एक जंगली घास से भरा गंदगी युक्त जोहड़ था। लोग यहां कूड़ा-कर्कट डालते थे। घास के अंदर दल-दल में कई बार तो पशु गिरकर फंस जाते थे। अब यहां का स्वरूप बदल रहा है, जिससे लोगों का रहन-सहन भी बदलेगा। पार्क के आगे बसे एक नवयुवक अर्जुन ने बताया कि इस जगह पर गंदगी का आलम यह था कि उसे देखकर मेहमान तक आने में हिचकिचाते थे। अब हम लोग नर्क से स्वर्ग में आ गए हैं, स्वच्छता से स्वस्थता आएगी। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल और जिला प्रशासन की सराहना की।

                   उपायुक्त ने फुट ओवर ब्रिज के कार्य की प्रगति देखी- पार्क साईट को विजिट करने के बाद उपायुक्त ने इसके पास ही निर्माणाधीन फुट ओवर ब्रिज के कार्य की प्रगति का भी जायजा लिया। एफ.ओ.बी. का अधिकांश कार्य पूरा हो चुका है। रेलवे क्रॉसिंग के ऊपर बनाए जा रहे ब्रिज में पैदल पथ के साथ-साथ टू-व्हीलर के लिए भी प्रावधान किया गया है। लाईन के ऊपर के भाग को रेलवे तथा टू-व्हीलर ब्रिज की दोनो साईड की अपरोच को नगर निगम की ओर से बनवाया जा रहा है, जिस पर 2 करोड़ 39 लाख रूपये की राशि खर्च होगी। उपायुक्त ने कार्य की प्रगति देखने के बाद बताया कि अगले 2 महीनो में इसके पूरा कर लिए जाने की उम्मीद है और मुख्यमंत्री से इसका उद्घाटन करवाएंगे। उन्होंने कहा कि राम नगर क्षेत्र के लोगों की फुट ओवर ब्रिज की मांग काफी पुरानी थी, जिस पर मुख्यमंत्री ने विचार कर इसे मूर्त रूप देने का काम किया। इसके मुकम्मल हो जाने से राम नगर साईड से शहर की ओर से और शहर से राम नगर की ओर जाने वाले लोगों को बड़ी सहूलियत मिलेगी। उन्हें कैथल और काछवा रोड पुल से नहीं जाना पड़ेगा।

               उपायुक्त की विजिट के दौरान, नगर निगम के कार्यकारी अभियंता सतीश शर्मा, सहायक अभियंता सुनील भल्ला, जे.ई. सुख्खा सिंह व वरूण शर्मा तथा वार्ड-19 के पार्षद राजेश अग्घी भी मौजूद थे