धनास की कच्ची कालोनी व सेक्टर-30 अफेक्टेड पॉकेट घोषित
राकेश शाह, चंडीगढ़:
चंडीगढ़ प्रशासन ने धनास की कच्ची कालोनी व सेक्टर-30 को अफेक्टेड पॉकेट घोषित कर दिया हे। ट्राईसिटी में अब तक कुल 107 लोग कोरोनावायरस संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 62 लोग मोहाली, 27 चंडीगढ़ और 18 पंचकूला से हैं। मामले जिस तरह बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए प्रशासन अब काफी सजग हो गया है और अब कोई भी ऐसा रिस्क नहीं लेना चाहता जिससे संक्रमण और फैले। हालांकि कई कालोनियों को पूरी तरह से सील किया गया है। चंडीगढ़ को जहाँ पहले पूरा कॉन्टेनमेंट जोन बना दिया गया है। वही अब चंडीगढ़ प्रशासन ने आज धनास की कच्ची कालोनी और सेक्टर-30 को अफेक्टेड पॉकेट घोषित कर दिया है। एक ही एंट्री-एग्जिट पॉइंट बनाया गया है। नॉन-असेंशियल सर्विसेज से संबंधित कोई भी अब यहां प्रवेश नहीं कर सकेगा। लेकिन शहर के दूसरे ऐसे कई एरिया हैं जहां ऐसे बहुत से जरूरी काम हैं जिन्हें रोका नहीं जा सकता। इसलिए प्रशासन अब कुछ जरूरी कामों के लिए कुछ छूट देने को तैयार हुआ है।
दूसरी और प्रशासन ने कुछ राहत भी दी हे
कई लोगों की ये समस्या थी कि घर में इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर्स और एसी मैकेनिक से संबंधित काम नहीं करवा पा रहे हैं। इसके चलते अब प्रशासन की तरफ से पूरे शहर को 6 अलग अलग जोन में बांटा गया है। जोन वाइस इन जरूरी सर्विसेज को शुरू किया गया है। प्रत्येक जोन में 4 इलेक्ट्रिशियन, 4 प्लंबर्स और 4 ही एसी मैकेनिक शामिल किए गए हैं। इनकी लिस्टें बनाई गई हैं जिनमें फोन नंबर दिए गए हैं। जिन पर लोग काॅल कर अपने काम के लिए इन लोगों को बुला सकते हैं। ये सभी प्राइवेट लोग हैं इसलिए सर्विस पूरी तरह से पेड हैं यानि अगर आप इनमें से किसी को भी काम के लिए बुलाते हैं तो उसके चार्जेज आपको देने होंगे। इस छूट का मतलब ये नहीं है कि आप घर में वायरिंग का काम शुरु करवा दें बल्कि सिर्फ इमरजेंसी में ही ये काम आप करवा सकते हैं।
बैंकों में 50% ब्रांचेज अल्टरनेट डे पर खुलेंगी, आधा स्टाफ ही आएगा
चंडीगढ़ में बैंक की ब्रांचेज भी 50 फीसदी के हिसाब से अल्टरनेट डे पर खुलेंगी। फाइनेंस डिपार्टमेंट चंडीगढ़ की तरफ से मंगलवार को सभी बैंकों को एडवाइजरी जारी की गई थी जिसमें कहा गया है कि बैंकों के सभी कंट्रोलिंग ऑफिस, बैंक ऑफिस, करंसी चेस्ट ब्रांचेज, ट्रेजरी ब्रांचेज, लोन प्रोसेसिंग सैल, चेक क्लीयरिंग या प्रोसेसिंग सेंटर्स में हर रोज सिर्फ 50 फीसदी स्टाफ के साथ ही काम हो सकेगा। सभी एटीएम ऑपरेटर्स वगैरह भी रोज काम कर सकते हैं। कैश इन ट्रांजिट, आईटी और इंजीनियरिंग स्पोर्ट वेंडर्स जो बैंकों के लिए ही काम कर रहे हैं, वे भी रोज काम कर सकेंगे।