जाने-माने पत्रकार सिंह भुल्लर नहीं रहे

जाने-माने पत्रकार शिंगारा सिंह भुल्लर अब नहीं रहे। आज शाम उन्होंने यहां अंतिम सांस ली । वह 74 वर्ष के थे । वह अपने पीछे अपनी पत्नी दो पुत्रियां और एक पुत्र छोड़ गए हैं।

शिंगारा सिंह भुल्लर पंजाबी ट्रिब्यून के संपादक भी रहे और साहित्य में भी उनका अहम स्थान है ।इसके अतिरिक्त वह देश विदेश एक अप्रवासी समाचार पत्र के सम्पादक भी रहे ।
प्रकाश सिंह बादल ने इस विख्यात पत्रकार की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है उन्होंने कहा उनके जाने से पत्रकार साहित्य जगत को क्षति पहुंची है

125/105 नागरिक संशोधन बिल पास

नई दिल्ली(ब्यूरो):

नागरिकता संशोधन बिल 2019 (Citizenship Amendment Bill 2019) लोकसभा में पास होने के बाद बुधवार को राज्यसभा में प्रस्तुत किया गया है. बिल पर चर्चा के दौरान विपक्षी नेताओं ने इसपर कई तरह के सवाल उठाए. बिल पर वोटिंग से पहले गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) विपक्ष की ओर से उठाए गए सारे सवालों का जवाब दे रहे थे. अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि अगर देश का बंटवारा नहीं होता तो यह बिल कभी भी नहीं लाना पड़ता. देश के बंटवारे के बाद जो परिस्थितियां आईं, उनके समाधान के लिए मैं ये बिल आज लाया हूं. पिछली सरकारें समाधान लाईं होती तो भी ये बिल न लाना होता.

उन्होंने कहा कि नेहरू-लियाकत समझौते के तहत दोनों पक्षों ने स्वीकृति दी कि अल्पसंख्यक समाज के लोगों को बहुसंख्यकों की तरह समानता दी जाएगी, उनके व्यवसाय, अभिव्यक्ति और पूजा करने की आजादी भी सुनिश्चित की जाएगी, ये वादा अल्पसंख्यकों के साथ किया गया. लेकिन वहां लोगों को चुनाव लड़ने से भी रोका गया, उनकी संख्या लगातार कम होती रही. और यहां राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, चीफ जस्टिस जैसे कई उच्च पदों पर अल्पसंख्यक रहे. यहां अल्पसंख्यकों का संरक्षण हुआ है.

पढ़ें अमित शाह की कही गई मुख्य बातें-:

– मैं पहली बार नागरिकता के अंदर संशोधन लेकर नहीं आया हूं, कई बार हुआ है. जब श्रीलंका के लोगों को नागरिकता दी तो उस समय बांग्लादेशियों को क्यों नहीं दी? जब युगांड़ा से लोगों को नागरिकता दी तो बांग्लादेश और पाकिस्तान के लोगों को क्यों नहीं दी?
– आज नरेन्द्र मोदी जी जो बिल लाए हैं, उसमें निर्भीक होकर शरणार्थी कहेंगे कि हाँ हम शरणार्थी हैं, हमें नागरिकता दीजिए और सरकार नागरिकता देगी.
जिन्होंने जख्म दिए वो ही आज पूछते हैं कि ये जख्म क्यों लगे.
– जब इंदिरा जी ने 1971 में बांग्लादेश के शरणार्थियों को स्वीकारा, तब श्रीलंका के शरणार्थियों को क्यों नहीं स्वीकारा. समस्याओं को उचित समय पर ही सुलझाया जाता है. इसे राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए.
– अनुच्छेद 14 में जो समानता का अधिकार है वो ऐसे कानून बनाने से नहीं रोकता जो reasonable classification के आधार पर है.
– यहां reasonable classification आज है. हम एक धर्म को ही नहीं ले रहे हैं, हम तीनों देशों के सभी अल्पसंख्यकों को ले रहे हैं और उन्हें ले रहे हैं जो धर्म के आधार पर प्रताड़ित है.
– दो साथी संसद को डरा रहे हैं कि संसद के दायरे में सुप्रीम कोर्ट आ जाएगी. कोर्ट ओपन है. कोई भी व्यक्ति कोर्ट में जा सकता है. हमें इससे डरना नहीं चाहिए. हमारा काम अपने विवेक से कानून बनाना है, जो हमने किया है और ये कानून कोर्ट में भी सही पाया जाएगा.
– कांग्रेस पार्टी अजीब प्रकार की पार्टी है. सत्ता में होती है तो अलग-अलग भूमिका में अलग-अलग सिद्धांत होते हैं. हम तो 1950 से कहते हैं कि अनुच्छेद 370 नहीं होना चाहिए.
– कपिल सिब्बल साहब कह रहे थे कि मुसलमान हमसे डरते हैं, हम तो नहीं कहते कि डरना चाहिए. डर होना ही नहीं चाहिए. देश के गृह मंत्री पर सबका भरोसा होना चाहिए. ये बिल भारत में रहने वाले किसी भी मुसलमान भाई-बहनों को नुकसान पहुंचाने वाला नहीं है.
– कांग्रेस के एक संकल्प को मैं पढ़ता हूं- ‘कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान के उन सभी गैर मुस्लिमों को पूर्ण सुरक्षा देने के लिए बाध्य है जो उनकी उनके जीवन और सम्मान की रक्षा के लिए सीमा के उस पार से भारत आए हैं, या आने वाले हैं.’ आज आप अपने ही संकल्प को नहीं मान रहे हैं.
– डॉ. मनमोहन सिंह ने भी पहले इसी सदन में कहा था कि वहां के अल्पसंख्यकों को बांग्लादेश जैसे देशों में उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है. अलग उनको हालात मजबूर करते हैं तो हमारा नैतिक दायित्व है कि उन अभागे लोगों को नागरिकता दी जाए.
– पहले भी निश्चित समस्या के समाधान के लिए भारत सरकार ने नागरिकता के मामले पर निर्णय लिया है. इस बार भी तीन देशों में धार्मिक प्रताड़ना के शिकार लोगों के लिए ही तीन देशों को शामिल किया गया है. इसमें किसी के साथ भी भेदभाव नहीं किया गया है.
– शिवसेना ने कल लोकसभा में इस बिल का समर्थन किया था. महाराष्ट्र की जनता जानना चाहती है कि रात में ही ऐसे क्या हुआ कि उन्होंने आज अपना स्टैंड बदल दिया?
– इतिहास तय करेगा कि 70 साल से लोगों को भगवान के भरोसे छोड़ दिया था. इसको न्याय नरेन्द्र मोदी जी ने दिया, इतिहास इसको स्वर्ण अक्षरों से लिखेगा.
– लाखों-करोड़ों लोग नर्क की यातना में जी रहे थे. क्योंकि वोट बैंक के लालच के अंदर आंखे अंधी हुई थी, कान बहरे हुए थे, उनकी चीखें नहीं सुनाई पड़ती थी. नरेन्द्र मोदी जी ने केवल और केवल पीड़ितों को न्याय करने के लिए ये बिल लेकर आए हैं.
– इस बिल में मुसलमानों का कोई अधिकार नहीं जाता. ये नागरिकता देने का बिल है, नागरिकता लेने का बिल नहीं है. मैं सबसे कहना चाहता हूं कि भ्रामक प्रचार में मत आइए. इस बिल का भारत के मुसलमानों की नागरिकता से कोई संबंध नहीं है.
– मुझे idea of India समझाने का प्रयास करते हैं. मेरी तो सात पुश्ते यहां जन्मी हैं, मैं विदेश से नहीं आया हूं. हम तो इसी देश में जन्में हैं, यहीं मरेंगे.
– कांग्रेस के नेताओं के बयान और पाकिस्तान के नेताओं के बयान कई बार घुल-मिल जाते हैं. कल ही पाकिस्तान के पीएम ने जो बयान दिया और आज जो इस सदन में बयान दिए गए हैं, वो एक समान हैं.
– एयर स्ट्राइक के लिए जो पाकिस्तान ने बयान दिए वो और कांग्रेस के नेताओं के बयान एक समान हैं. सर्जिकल स्ट्राइक के समय जो बयान पाकिस्तान के नेताओं और कांग्रेस के नेताओं ने दिए वो एक समान हैं.
– मैं जो बिल लेकर आया हूं वो किसी की भावना को आहत करने के लिए नहीं है. किसी भी धर्म समुदाय के लोगों को दुखी करने के लिए नहीं है.
– 2013-14 में कांग्रेस सरकार के अंतिम बजट में अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए 3,500 करोड़ रुपये थे. नरेन्द्र मोदी जी की सरकार में 2019-20 में 4,700 करोड़ रुपये दिए गए. हमारे देश का राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति जैसे उच्च पदों पर अल्पसंख्यक आसीन हो सकता है

स्वामी के बयानों से कॉंग्रेस हुई विचलित

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन बिल 2019 (Citizenship Amendment Bill 2019) पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस के सांसद जबरदस्त विरोध जाहिर करते दिखे. तभी चर्चा बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी बिल को लेकर अपनी बात कहनी शुरू की. कांग्रेसी सांसदों के शोर-शराबे के बीच स्वामी ने पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉक्टर मनमोहन सिंह का 16 साल पुराना बयान दोहराया. स्वामी ने 2003 में दिए मनमोहन सिंह के बयान को दोहराते हुए कहा, ‘मनमोहन सिंह ने कहा था कि बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए हमें उदार होना चाहिए. बीजेपी सरकार ने मनमोहन सिंह की कही बातों को मूर्त रूप दिया है. आर्टिकल-14 नागरिकता संशोधन विधेयक को रोक नहीं सकता है. मुझे लगता है कि कांग्रेस ने ठीक से संविधान का अध्ययन नहीं किया है.’ 

नागरिकता संशोधन बिल 2019 पर चर्चा पूरी हो जाने के बाद वोटिंग कराई जाएगी. दोनों पक्षों के सांसद बिल को लेकर अपनी-अपनी बात रख रहे हैं.

CAB का मकसद पूर्वोत्तर में ‘जातीय सफाया’ : राहुल

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को नागरिकता(संशोधन) विधेयक, 2019 को ‘नरेंद्र मोदी-अमित शाह सरकार द्वारा पूर्वोत्तर में जातीय सफाया करने का प्रयास बताया’ और कहा कि यह लोगों पर ‘आपराधिक हमला’ है. राहुल ने ट्वीट किया, ‘सीएबी मोदी-शाह सरकार द्वारा पूर्वोत्तर में जातीय सफाये का प्रयास है. यह पूर्वोत्तर पर, वहा के लोगों के जीवन के तौर-तरीके और भारत के विचार पर एक आपराधिक हमला है. मैं पूर्वोत्तर के लोगों के साथ खड़ा हूं और उनकी सेवा में तत्पर हूं.’

जद (यू) राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक के समर्थन में

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) ने बुधवार को राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 का समर्थन करने का निर्णय लिया है. जद (यू) के सदस्य रामचंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी विधेयक का समर्थन करती है. उन्होंने कहा, ‘मैं इस विधेयक का समर्थन कर रहा हूं. मैं वास्तव में इस विधेयक के बारे में सदन में चर्चा को लेकर आश्चर्यचकित हूं.’ उन्होंने दावा किया कि विधेयक स्पष्ट है कि जिन लोगों को धर्म के कारण सताया गया है, उन्हें नागरिकता के अधिकार दिए जाएंगे और उनकी रक्षा की जाएगी.

उन्होंने कहा, “जो भी भारत के नागरिक हैं, उनके समान अधिकार हैं. भारत की अपनी संस्कृति है. उन्होंने कहा कि लोग अनावश्यक रूप से इस पर शोरगुल मचा रहे हैं.

उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत के तीन राष्ट्रपति अल्पसंख्यक समुदाय से रहे हैं. सिंह ने कहा, ‘लेकिन हम सभी जानते हैं कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ क्या हो रहा है.’ अपनी पार्टी के बारे में सिंह ने कहा, ‘हम भाईचारे का समर्थन करते हैं. इस देश में अगर धर्म के नाम पर कुछ भी होता है तो हम कभी पीछे नहीं रहेंगे. हम सभी भारतीय हैं.’

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पेश किया. विधेयक पेश करते हुए उन्होंने कहा कि विधेयक भारत के तीन पड़ोसी देशों-पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बांग्लादेश में बेहद गंभीर हालात में रह रहे अल्पसंख्यक लोगों के लिए यह उम्मीद की किरण है. इसके साथ ही यह ऐसे लोग जो भारत आए लेकिन उन्हें नागरिकता नहीं मिली, उनके लिए यह उम्मीद की किरण है. विधेयक को सोमवार को लोकसभा में मंजूरी दी गई.

Police Files, Chandigarh

Korel, DATED – 11.12.2019

One person arrested for consuming liquor at public place

       A case U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh against one person who was arrested while consuming liquor at public place near TPT parking, Sector 26, Chandigarh on 09.12.2019. Later he was released on bail.

One arrested for possessing illegal liquor

          Chandigarh Police arrested Ajay R/o # 1945 NIC, MM, Chandigarh, while he was illegally possessing 27 quarters of country made liquor, near Public Toilet Kacha Rasta, NIC, MM, Chandigarh on 10.12.2019. A case FIR No. 262, U/S 61-1-14 Excise Act has been registered in PS-IT Park, Chandigarh. Later he was released on bail. Investigation of case is in progress.

One arrested for MV Theft

Ritesh Jain R/o # 3119/2, Sec-41/D, Chandigarh reported that unknown person stole away Activa Scooter No. CH-01BG-7435 parked near his residence. Later one person Ravi Thakur R/o # 3001/1 Sec-41D, Chandigarh has been arrested in this case. A case FIR No. 446, U/S 379, 411 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

Three persons arrested for Eve-teasing

A case FIR No. 303, U/S 294 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh against Ram Layak R/o Village-Behlolpur, Mande Amdad Para, Gonda, (UP)  who was arrested while passing bad comments to a lady near Guga Mari Mandir, Village-Daria, Chandigarh on 10.12.2019. Later he was bailed out. Investigation of case is in progress.

A case FIR No. 260, U/S 294 IPC has been registered in PS-IT Park, Chandigarh against Sohail R/o # 700/12, Ph-3, BDC, Sector-26, Chandigarh age 19 years who was arrested while he was passing bad comments to women near # 102/1, Shastri Nagar, MM, Chandigarh on 10.12.2019. Later he was bailed out. Investigation of case is in progress.

A case FIR No. 203, U/S 294 IPC has been registered in PS-Maloya, Chandigarh against Pankaj R/o # 2615, Sector-52, Chandigarh age 19 years who was arrested while he was passing bad comments to girls near park, Bus Stand, Maloya, Chandigarh on 10.12.2019. Later he was bailed out. Investigation of case is in progress.

Theft

A girl resident of Maharana Partap Hostel, Sector-25, Chandigarh reported that unknown person stolen away her bag containing cash, mobile and some documents from State Library Sector-17, Chandigarh on 04.09.2019. A case FIR No. 383, U/S 379 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

Ishwar Dutt Sharma, J.E., Sub Divisional Engineer, MC, TH Sub Division No. 18, Chandigarh reported that unknown person stole away main hole cover near light point, Sector-22/23, Chandigarh on 29.11.2019. A case FIR No. 384, U/S 379 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

Ajjaj Ahmad R/o # 709/19, BDC, Sector-26, Chandigarh reported that unknown person stole away 4 mobile phones from his residence on the night intervening 08/09-12-2019. A case FIR No. 276, U/S 380 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

MV Theft

Chaman R/o # 1480, Sector-29/B, Chandigarh reported that unknown person stole away Bullet M/Cycle No. HR-3H-6733 parked near Booth No. 18/3, Sector-27/C, Chandigarh on the night intervening 21/22-11-2019. A case FIR No. 275, U/S 379 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

Jaswant Singh Negi R/o # 676, Krishna Enclave, Block-D, Dhakoli, Zirakpur, (PB) reported that unknown person stole away Yamaha M/Cycle No. CH01AU4723 from Elante Mall, Ph-1, Ind. Area, Chandigarh on 04-12-2019. A case FIR No. 302, U/S 379 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

Aashish Sharma R/o # 793, Sector-43/A, Chandigarh reported that unknown person stole away Honda City car No. CH03S2498 parked in front of his residence on the night intervening 8/9-12-2019. A case FIR No. 250, U/S 379 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

Cheating

A case FIR No. 277, U/S 420 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh on the complaint of Joginder Pal Kochhar R/o # 3298, Sector-46/C, Chandigarh who alleged that Munish Chaudhary R/o # 3947, Sector-47D, Chandigarh & other approached complainant to sell the share of firm M/s Holy Smoke Restaurants, SCO No. 60 Sector 26, Madhya Marg, Chandigarh up to the retirement for amount Rs. 72 lakh. They given post dated cheques which got dishonored from bank.  Investigation of case is in progress.

Accident

A case FIR No. 208, U/S 304A IPC has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh on the statement of Vinod Kumar Yadav R/o # 100, Raipur Khurd, Chandigarh who alleged that unknown driver of unknown vehicle sped away after hitting to Activa Scooter No. CH01BT1573 driven by complainant’s father Dilip Kumar Yadav near road Raipur Khurd to Zirakpur, Chandigarh on 09.12.2019. Injured person lifted to GMCH-32 where duty doctor declared him brought dead. Investigation of the case is in progress.

Quarrel/Assault

A case FIR No. 261, U/S 323, 325, 506 IPC has been registered in PS-IT Park, Chandigarh on the complaint of Rajinder Singh R/o # 639, Village-Kishangarh, Chandigarh who alleged that Bhagwan Singh R/o # 600, Village-Kishangarh beaten complainant at roof of his residence on 07.12.2019. Complainant got injured and admitted in GMCH-32, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

काँग्रेस ने नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ धरना दिया

मोदी सरकार द्वारा असंवैधानिक तरीके से नागरिकता (संशोधन) बिल- 2019 लाने के विरोध में सैक्टर 5 पंचकुला के बैलाविस्टा होटल के समीप पार्क में आज धरना हुआ उस धरने मैं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्षा के राजनैतिक सचिव व पूर्व विधायक राम किशन गुज्जर जी, ने नागरिकता संशोधन बिल को फाड़ा व उन्होंने कहा कुमारी सेलजा जी के नेतृत्व मैं पुरी कांग्रेस पार्टी ईस बिल का विरोध करती है ओर अाज कुमारी सेलजा जी राज्यसभा मैं ईस बिल का विरोध करेंगीं 14 तारीख़ की हमारी भारत बचाओ रेली मैं हम इस बिल का कड़ा विरोध करेंगे यह भारतीय जनता पार्टी कि सरकार देश को बाटने का काम कर रही है लोगों का ध्यान मेहंगाई व बेरोज़गारी की तरफ़ से हटा रही है

पूर्व उप मुख्यमन्त्री भाई चन्द्रमोहन जी अपने परीवारीक काम से अपने पुरे परिवार के साथ पिछले काफ़ी दिनों से बाहर है इस लिय वो नहीं आ सके

कालका विधायक प्रदीप चौधरी जी ने कड़े शब्दों मैं बिल का विरोध किया ओर उनोहोने कहा किसी भी हालत मैं हम बिल पास नहीं होने देगैं

हरीयाणा प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रोहीत जैन जी ने बिल कि कड़े शब्दों मैं निंदा कि ओर कहा पड़े लिखे लोग बेरोज़गार घुम रहै है ओर घर बेठने पर मजबूर है भारतीय जनता पार्टी की सरकार हर महीने ध्यान भटकाने के लिय कोई न कोई नया शगुफा छोड़ देती है

शैली चौधरी विधायक , जसवीर मलोर पूर्व विधायक,ने भी बिल का कड़ा विरोध जताया, AICC मेम्बर प्रताप चौधरी जी व कार्यकारी अध्यक्ष सुधा भारद्वाज जी व पूर्व मेयर उपीनदरं आहलुवालीया व पूर्व मेयर मनवीर कोर गिल व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शशी शर्मा जी ने बिल कि कड़े शब्दों मैं निंदा की साथ कहा यह जुमलों कि सरकार है

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आर के ककड व पूर्व चेयरमेन कुलदीप चितकारा जी व राष्ट्रीय संयोजक रंजीता मेहता जी ने बिल के कड़े शब्दों मै निदाँ कि ओर रजीतां जी ने कहा जब जब भी पुरे देश मैं जी डी पी पाकिस्तान से निचे जाती है प्याज़ 120/ kg होता है लोगों का ध्यान भटकाने के लिये नया शगुफा छोड़ देते है धार्मिक मुद्दे उछाल कर अपनी राजनेतीक रोटियाँ सेकते है
जिला पचकुला महिला कोंग्रेस की अध्यक्ष सुषमा खन्ना ने बिल कि कड़े शब्दों मैं निंदा कि ओर कहा रोज़ बलात्कार हो रहै है यह सरकार को बने रहने का कोई हक़ नहीं

पूर्व ज़िला पचकुलां कांग्रेस प्रधान मुकेश मल्होत्रा जी ने मचं का संचालन किया व बिल की कड़े शब्दों मैं निंदा कि

इमरान खान और राहुल के ट्वीट से बदले शिवसेना के सुर

पाकिस्तान के प्रधान मंत्री ने कल भारतीय लोक सभा में पारित नागरिक संशोधन बिल को पाकिस्तान के आंतरिक मामलों में दखल बताया।

पाकिस्तान के प्रधान मंत्री ने इसे कई द्विपक्षीय मसौदों का उल्लंघन बताया। बस यह नहीं बताया की किस प्रकार मसौदों का उल्लंघन पाकिस्तान और बांग्लादेश ने किया। आज़ादी और धार्मिक आधार पर हुए बटवारे के 1947 में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की आबादी 23 प्रतिशत थी। 2011 में 23 प्रतिशत से कम होकर 3.7 प्रतिशत हो गयी.  बांग्लादेश में 1947 में अल्पसंख्यकों की आबादी 22 प्रतिशत थी जो 2011 में कम होकर 7.8 प्रतिशत हो गयी’। परंतु पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को तब के समझौते और मुसलमान देशों द्वारा उनका उल्लंघन याद नहीं आता।

कल से जब से पाकिस्तान की तरफ से भारतीय नागरिकता संशोधन बिल की भर्त्सना की गयी है तभी से शिव सेना भी इसी दुविधा में है की क्या करे। आज के संजय राओत के बयान से तो यही लगता है की कल लोक सभा में जो हुआ सो हुआ अब दोबारा यह गलती नहीं होगी, आखिर कुर्सी जो बचानी है,

नई दिल्ली(ब्यूरो): 

लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 (CAB) का समर्थन करने वाली शिवसेना ने इस विधेयक का राज्यसभा में शर्तें पूरी होने के बाद ही सहमति का ऐलान किया है. दरअसल, लोकसभा में इस बिल की समर्थक पार्टियों पर ट्वीट कर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हमला किया था. इसके बाद राज्यसभा में महज तीन सांसदों वाली पार्टी शिवसेना के सुर बदल गए हैं. लोकसभा में नागरिक संशोधन बिल का समर्थन कर शिवसेना ने  कांग्रेस की नाराजगी मोल ले ली है.

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सरकार को कांग्रेस का समर्थन हासिल है. ठाकरे सरकार एनसीपी और कांग्रेस की समर्थन की बैसाखी सहारे प्रदेश में सरकार चला रही है. शायद यही वजह है कि CAB का लोकसभा में समर्थन करने वाली शिवसेना अब राज्यसभा में इस बिल के विरोध मे सुर उठाने की तैयारी में है. महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की दलील है कि बिल में खामियों को दूर किए बिना राज्यसभा में बिल का विरोध करेंगे. दरअसल, शिवसेना को पता है कि लोकसभा में भाजपा का बहुमत है और वहां विरोध करने का कोई मतलब नहीं है.

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘नागरिकता संशोधन बिल में शिवसेना के सुझावों को बिल में जोड़ा जाए, अन्यथा राज्य सभा में इस बिल को हम समर्थन नहीं करेंगे. केंद्र सरकार दूसरे अहम मुद्दों से ध्यान भटकाने मे लगी है. इस बिल को लेकर सरकार राजनीति साध रही है. सरकार देश के लोगों का ध्यान भटकाने में लगी है. मंहगाई, प्याज की कीमत जैसे मुद्दों को दरकिनार किया गया है.’

नागरिकता संशोधन बिल के समर्थन पर मुख्यमंत्री 

उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी के इस भ्रम को खत्म करना चाहिए कि जो वह करें और कहे वहीं देशहित है बाकी सब देशद्रोही. महाराष्ट्र में एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार चला रही शिवसेना ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल के पक्ष में वोट कर सबको हैरान कर दिया है. शायद हिंदुत्व मुद्दे पर शिवसेना का ये पैँतरा पार्टी की सियासी मजबूरी है. लिहाजा लोकसभा में इस बिल को लेकर सहयोगी कांग्रेस और एनसीपी के कदम से शिवसेना सदन मे ताल से ताल नहीं मिला पाई. सवाल है कि क्या शिवसेना का बिल को लेकर पैँतरा असर सूबे की उद्धव ठाकरे की महा विकास अघाड़ी सरकार पर भी असर पड़ेगा.

नागरिता संशोधन बिल को लेकर शिवसेना के मुखपत्र सामना में सवाल उठाने वाली शिवसेना ने लोकसभा में बिल के पक्ष में वोट दिया. अब जब सवाल उठने लगा है तो पार्टी प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कह रहे हैं कि अगर हमारे सवालों के जवाब नहीं मिलेंगे तो राज्यसभा में उनकी पार्टी वोट नहीं करेगी.

राहुल के ट्वीट से बदले शिवसेना के सुर

राहुल गांधी ने शिवसेना का नाम लिए बिना ट्वीट कर बिल का समर्थन करने वालों को घेरा है. इसके बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सांसत में पड़ गए हैं. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, CAB का समर्थन करने वाले राष्ट्र की बुनियाद पर प्रहार करने की कोशिश की है.’ कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा है कि अब राज्यसभा में शिवसेना अलग स्टैंड लेगी.

उधर बीजेपी, शिवसेना पर तंज कस रही है. महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सुधीर मुंगंटीवार ने कहा कि शिवसेना सत्ता सुंदरी प्रेम में पड़ी हुई है. इस बीच ऑल इंडिया उलेमा काउंसिल के बैनर तले मुस्लिम उलेमाओं ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलकर अपनी नाराजगी जताई. राज्यसभा में बिल के विरोध में वोट करने की मांग की है.

ऑल इंडिया उलेमा काउंसिल के सेक्रेटरी जनरल महमूद दरियाबाद ने कहा, ‘हमने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की और निवेदन किया कि राज्य सभा में इस बिल का विरोध करें.’

उद्धव की सरकार में नहीं है ‘ऑल इज वेल’

दरअसल, शिवसेना ने लोकसभा में नागरिक संशोधन विधेयक का समर्थन कर धीरे से यह बताने की कोशिश की है कि वह अभी भी हिंदुत्व नहीं भूली तो राज्यसभा में इस बिल का समर्थन कर महाविकास आघाड़ी के नए दोस्तों को नाराज नहीं करना चाहती. राज्य में सरकार बनाये 13 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभीतक 6 मंत्रियों के विभाग नहीं बांटे गए हैं. साफ है कि सरकार में सबकुछ ठीक नहीं, उधर कांग्रेस का कहना है कि शिवसेना अलग राजनीतिक दल है तो इस बिल को लेकर उसके विचार अलग हो सकते हैं.
 
शिवसेना राज्यसभा में अगर नागरिक संशोधन विधेयक का विरोध करती है तो भाजपा को इस बिल को राज्यसभा में पास कराने के लिए मुश्किल हो सकती है, लेकिन नागरिक संशोधन विधेयक को लेकर शिवसेना 2 डगर पर पांव रखती नज़र आ रही है जो उसके राजनीतिक भविष्य के लिए किसी खतरे से कम नहीं है.

आज का राशिफल

Aries

11 दिसंबर 2019 आज का दिन आपके लिए कोई भी बड़ा निर्णय लेने का शुभ दिन है. यदि आप संपत्ति खरीदना या किसी चीज़ में निवेश करना चाहते हैं, तो यह अच्छा है कि आप इसे आज ही करें. कार्ड आपके लिए काम कर रहे हैं और यह कुछ बड़ा करने के लिए एक अच्छा दिन है, खासकर आर्थिक रूप से.

Taurus

11 दिसंबर 2019 आपका काम आज आर्थिक रूप से बहुत अच्छा होने वाला है. आपको बहुत सारा व्यवसाय मिलेगा, और पूरे दिन पैसे बहेंगे. इससे पहले कि आप इसे पूरी तरह से उड़ा दें, बारिश के दिन के लिए कुछ बचाना न भूलें. अन्यथा, अपने पैसे के साथ मज़े करो.

Gemini

11 दिसंबर 2019 आर्थिक रूप से, चीजें आपके लिए अच्छी चल रही हैं, लेकिन आज आप आर्थिक रूप से कठिन दौर से गुजर सकते हैं. आपके लिए आज सबसे अच्छी बात यह है कि आप अपने सारे पैसे अपने वले में रखें और जरूरत की चीजों पर खर्च न करें.

Cancer

11 दिसंबर 2019 आप स्वर्ग दूत के हाथों से धन्य हैं, विशेष रूप से धन के मामले में तो आप अपने परिवार के किसी व्यक्ति से बहुत अधिक धन प्राप्त करने जा रहे हैं. शायद यह विरासत होगी, या बस कुछ अच्छा होगा. किसी भी तरह से, आज आपको अच्छी रकम मिलेगी.

Leo

11 दिसंबर 2019 आज, अपने आप से कुछ भी न संभालें, अपनी मदद के लिए एक साथी खोजें. आप वित्तीय संकट में हैं, और यह आपके विचार की ट्रेन को अवरुद्ध करने वाला है. तो, आपको सही काम करने में मदद करने के लिए एक साथी की आवश्यकता है. इसे अपने आप से संभालने की कोशिश न करें, क्योंकि यह काम नहीं करता है.

Virgo

11 दिसंबर 2019 यदि आप एक नया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो आज ऐसा करने के लिए एक अच्छा दिन है. आपका वित्त कतार में है, और एक अच्छी योजना बनाने के लिए आपका दिमाग भी बहुत स्पष्ट है. इसलिए यदि कोई नया उपक्रम आप उठाना चाहते हैं, तो आज ही अपना लें.

Libra

11 दिसंबर 2019 आपने हाल ही में अपने बिलों को नहीं छुआ है, आज आपको वही करना है जो आपको करना है. बैठो और अपने सभी बिलों का भुगतान करें ताकि आपके पास तनाव मुक्त महीने आगे हो. यदि आप अभी अपने बिलों का भुगतान नहीं करते हैं, तो आप अपना सारा पैसा अन्य चीजों पर खर्च करेंगे और आपके पास महत्वपूर्ण सामानों का भुगतान करने के लिए पैसा नहीं होगा

Scorpio

11 दिसंबर 2019 पैसा, पैसा, पैसा – यह सब आपके दिमाग में है लेकिन बाकी सब के बारे में क्या है जो पैसा नहीं है? आज अपने डुबिए कार्ड को किनारे पर रखें, और अपने परिवार और दोस्तों पर ध्यान केंद्रित करें. पैसा दुनिया के चक्कर नहीं लगाता है, लेकिन परिवार करता है. इसलिए आज अपने पैसों से ज्यादा अपने रिश्तों पर ध्यान दें.

Sagittarius

11 दिसंबर 2019 आपका व्यवसाय हाल ही में बहुत अच्छा नहीं कर रहा है, लेकिन आज आपको उस बारे में चिंतना करने की आवश्यकता नहीं है. आपका व्यवसाय चुनने जा रहा है और आप आज बहुत अधिक बिक्री प्राप्त करने जा रहे हैं. इसलिए बहुत अधिक तनाव न लें, सफलता बस कुछ ही बिक्री दूर है.

Capricorn

11 दिसंबर 2019 आपके नेतृत्व कौशल वे हैं जो आपकी कंपनी को आगे ले जाने वाले हैं. हो सकता है कि आपके वरिष्ठ अब यह न देखें, लेकिन धैर्य रखें क्योंकि वे जल्द ही इसे महसूस करने वाले हैं. आप जिस तरह से काम कर रहे हैं, उसी तरह से काम करते रहें, और प्रशंसा और पैसा जारी है.

Aquarius

11 दिसंबर 2019 आपके परिवार में आपको हमेशा धन की प्राप्ति होती है, लेकिन आज आप उनके द्वारा काटे जा सकते हैं. आज जब आपको अपने दो पैतरों पर खड़ा होना सीखना होगा – तो यह सबसे अच्छा है अगर आप नौकरियों के लिए शिकार करना शुरू करते हैं.

Pisces

11 दिसंबर 2019 अपनी नौकरी बदलने की सोच रहे हैं? क्या इसलिए कि आपको पर्याप्त धन नहीं मिल रहा है? वैसे आप सही हैं आप अभी गलत जगह पर हैं, और आपके कौशल का उपयोग और सराहना नहीं की जा रही है. इसलिए अगर आप नौकरी बदलना चाहते हैं, तो आज का दिन अच्छा है.

‘नागरिकता संशोधन बिल’ पर राज्य सभा में भाजपा का ‘एसिड टेस्ट’

सारिका तिवारी, चंडीगढ़ – 11 दिसंबर:

Sarika Tiwari Editor, demokratikfront.com

लोकसभा से नागरिकता संशोधन बिल पास होने के बाद बुधवार को बिल राज्यसभा में पेश होगा. राज्यसभा में इस वक़्त 240 सांसदों की संख्या है, क्योंकि राज्यसभा में 5 सीटें खाली पड़ी हुई हैं. इस हिसाब से 121 सांसदों के समर्थन के बाद ही ये बिल राज्यसभा में पास हो सकता है. बीजेपी के पास इस वक़्त राज्यसभा में 83 सांसद हैं यानि कि बीजेपी को 38 अन्य सांसदों की आवश्यकता पड़ेगी.

नागरिकता संशोधन विधेयक को सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी बुधवार को राज्य सभा में दो बजे पेश कर सकती है.

इससे पहले सरकार ने इस विधेयक को लोकसभा में आसानी से पास करवा लिया. लोकसभा में बीजेपी के पास खुद अकेले दम पर बहुमत है. इस विधेयक पर वोटिंग के दौरान बीजेपी के 303 लोकसभा सदस्यों समेत कुल 311 सासंदों का समर्थन हासिल हुआ. अब राज्यसभा में इस विधेयक को रखा जाना है. जहां से पास होने की स्थिति में ही यह क़ानून की शक्ल लेगा. बीजेपी ने 10 और 11 दिसंबर को अपनी पार्टी के राज्यसभा सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है.

साभार ANI

लेकिन सत्ताधारी पार्टी के लिए राज्यसभा की डगर लोकसभा जितनी आसान नहीं है.

क्या है राज्यसभा का गणित?

राज्यसभा में कुल 245 सांसद होते हैं. हालांकि वर्तमान सांसदों की संख्या 240 है.

राज्यसभा में इस वक़्त 240 सांसदों की संख्या है, क्योंकि राज्यसभा में 5 सीटें खाली पड़ी हुई हैं. इस हिसाब से 121 सांसदों के समर्थन के बाद ही ये बिल राज्यसभा में पास हो सकता है. बीजेपी के पास इस वक़्त राज्यसभा में 83 सांसद हैं यानि कि बीजेपी को 38 अन्य सांसदों की आवश्यकता पड़ेगी. लेकिन बीजेपी के लिए चिंता की बात इसलिए नहीं नज़र आ रही है क्योंकि बीजेपी के सहयोगी दलों के साथ साथ कुछ अन्य दल नागरिकता संशोधन बिल पर सरकार के साथ नज़र आ रहे हैं. AIADMK(11), JDU (6), SAD (3), निर्दलीय व अन्य समेत 13 सांसदों का समर्थन बीजेपी को राज्यसभा में मिल सकता है. इस तरह बिल के समर्थन में 116 सांसद नज़र आ रहे हैं. 

इन पार्टियों के अलावा सरकार के साथ बीजेडी (7), YSRCP (2), TDP (2) सांसदों के साथ नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन कर सकती हैं. कुल मिलाकर 127 सांसदों के साथ यह बिल पास कराने में सरकार सफल हो सकती है. 

शिवसेना ने लोकसभा में इस बिल का समर्थन किया था लेकिन राज्यसभा में शिवसेना के 3 सांसद क्या इस बिल का समर्थन करेंगे या नहीं, इस पर सस्पेंस बरक़रार है. 

वहीं अगर विपक्ष की रणनीति पर नज़र डालें तो वह इस मुद्दे पर एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस के राज्यसभा में 46 सांसद है और वह इस बिल के ख़िलाफ़ ज़्यादा से ज़्यादा मतदान कराना चाहती है. मंगलवार को कांग्रेस नेताओं ने संसद भवन में अन्य विपक्षी दलों के साथ बातचीत भी की है. नागरिकता संशोधन बिल पर राज्यसभा में डीएमके (5), RJD (4), NCP (4), KC(M)-1, PMK(1), IUML(1), MDMK (1), व अन्य 1 सांसद ख़िलाफ़ वोट करेंगे. यानि इस तरह से यूपीए का आँकड़ा 64 सांसदों का पहुँचता है. 

लेकिन यूपीए के साथ साथ कई अन्य विपक्षी दल भी इस बिल के ख़िलाफ़ राज्यसभा में वोट करेंगे, जिसे लेकर समाजवादी पार्टी समेत कई दलों ने अपने सांसदों को व्हिप भी जारी किया है. TMC(13), Samajwadi Party (9), CPM(5), BSP (4), AAP (3), PDP (2), CPI (1), JDS (1), TRS (6) जैसे राजनीतिक दलों के सांसद इस बिल के ख़िलाफ़ हैं. यूपीए के अतिरिक्त कई विपक्षी दलों के 44 सांसद भी इस बिल के ख़िलाफ़ वोट कर सकते हैं.

नागरिकता संशोधन विधेयक के प्रस्तावित संशोधनों के ख़िलाफ़ राज्यसभा में विपक्ष दो सूत्रीय रणनीति पर काम करेगा.

लोकसभा में यह पास हो चुका है लेकिन इस मामले के जानकारों के मुताबिक अगर यह विधेयक राज्यसभा में पास भी हो गया तो विपक्ष इसकी समीक्षा प्रवर समिति (सेलेक्ट कमेटी) से करवाने के लिए दबाव डालेगा. कांग्रेस, डीएमके और वाम दलों ने इसे लेकर अपने अपने मसौदे तैयार किए हैं. ये पार्टी इस बात पर तर्क करेंगी कि चूंकि यह विधेयक भारत की नागरिकता क़ानूनों की नींव में भारी बदलाव करेगा लिहाजा इसे समीक्षा के लिए एक सेलेक्ट कमेटी को भेजना चाहिए.

क्या होती है सेलेक्ट कमेटी?

संसद के अंदर अलग-अलग मंत्रालयों की स्थायी समिति होती है, जिसे स्टैंडिंग कमेटी कहते हैं. इससे अलग जब कुछ मुद्दों पर अलग से कमेटी बनाने की ज़रूरत होती है तो उसे सेलेक्ट कमेटी कहते हैं. इसका गठन स्पीकर या सदन के चेयरपर्सन करते हैं. इस कमेटी में हर पार्टी के लोग शामिल होते हैं और कोई मंत्री इसका सदस्य नहीं होता है. काम पूरा होने के बाद इस कमेटी को भंग कर दिया जाता है.

क्या है नागरिकता संशोधन विधेयक?

नागरिकता संशोधन विधेयक (Citizenship Amendment Bill) को संक्षेप में CAB भी कहा जाता है और यह बिल शुरू से ही विवाद में रहा है.

इस विधेयक में बांग्लादेश, अफ़गानिस्तान और पाकिस्तान के छह अल्पसंख्यक समुदायों (हिंदू, बौद्ध, जैन, पारसी, ईसाई और सिख) से ताल्लुक़ रखने वाले लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रस्ताव है. मौजूदा क़ानून के मुताबिक़ किसी भी व्यक्ति को भारतीय नागरिकता लेने के लिए कम से कम 11 साल भारत में रहना अनिवार्य है. लेकिन इस विधेयक में पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों के लिए यह समयावधि 11 से घटाकर छह साल कर दी गई है.

इसके लिए नागरिकता अधिनियम, 1955 में कुछ संशोधन किए जाएंगे ताकि लोगों को नागरिकता देने के लिए उनकी क़ानूनी मदद की जा सके. मौजूदा क़ानून के तहत भारत में अवैध तरीक़े से दाख़िल होने वाले लोगों को नागरिकता नहीं मिल सकती है और उन्हें वापस उनके देश भेजने या हिरासत में रखने के प्रावधान है.

नागरिकता संशोधन बिल आज दोपहर 2 बजे राज्य सभा में पेश होगा

नागरिकता संशोधन बिल पर राज्यसभा में समर्थन को लेकर शिवसेना ने सस्पेंस बढ़ा दिया है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि राज्यसभा में कल आएगा, लोकसभा में जो हुआ वो भूल जाइए. बता दें कि शिवसेना ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन किया है.

नई दिल्ली(ब्यूरो):

नागरिकता संशोधन बिल 2019 (CAB) लोकसभा से पारित होने के बाद बुधवार (11 दिसंबर) को राज्यसभा में दोपहर 2 बजे पेश किया जाएगा. विपक्ष ने इस बिल का विरोध तेज कर दिया है. कांग्रेस ने अपनी सभी जिला इकाइयों को देशभर में प्रदर्शन करने को कहा है तो वहीं सरकार राज्यसभा में इस बिल को पास कराने के लिए प्रतिबद्ध दिख रही है. सरकार की तरफ से राज्यसभा के लिए पूरा होमवर्क किया गया है और तमाम पार्टियों से समर्थन लेकर संख्या बल जुटाने की कोशिश हो रही है. 

यूएस की संस्था ने किया बिल का विरोध

लोकसभा में पास हुए इस बिल का अमेरिका (यूएस) के इंटरनेशनल कमीशन ऑन रिलीजन फ्रीडम ने भी विरोध किया है. कमीशन ने तो यहां तक कहा है कि लोकसभा के बाद यदि सरकार इस को राज्यसभा में पास कराती है तो यूएस को इस मामले में विरोध करना चाहिए. इसको नागरिकता अधिकारों का उल्लंघन बताया है, लेकिन यूएस के इस कमीशन की तरफ से की गई टिप्पणी को भारतीय विदेश मंत्रालय ने सिरे से खारिज कर दिया है.

भारतीय विदेश मंत्रालय ने साफ कहा है की यूएस के इंटरनेशनल कमीशन ऑन रिलीजन फ्रीडम की यह टिप्पणी गैर जिम्मेदाराना और अस्वीकार्य है कमीशन का नजरिया भारत को लेकर खास मानसिकता से ग्रसित है.

भारत सरकार ने कहा आतंरिक मामलों में कोई दखल ना दे

भारत ने यह बिल अपने देश में जो दूसरे देश से पीड़ित लोग पलायन करके आये हैं, उनको नागरिकता देने के लिए भारत सरकार लाई है एक तरह से इस बिल का स्वागत किया जाना चाहिए, लेकिन यूएस कमीशन विरोध कर रहा है. वैसे भी भारत के आंतरिक मामलों में दखल भी है जिसको भारतीय विदेश मंत्रालय ख़ारिज करता है भारतीय विदेश मंत्रालय ने कमीशन की इस टिप्पणी को सिरे से खारिज कर दिया है. लोकसभा में सरकार ने 311 का संख्या बल जुटाकर इस बिल को भारी बहुमत से पारित करा लिया था और विपक्ष में महज 80 वोट पड़े. लोकसभा में शिवसेना जेडीयू बीजेपी जैसी पार्टियों ने सरकार के समर्थन में वोट किया था लेकिन अब राज्यसभा में शिवसेना के तेवर बदल गए हैं

दोपहर 2:00 बजे राज्यसभा में आएगा बिल

लेकिन सरकार की तरफ से दूसरी पार्टियों से बात की जा रही है और सरकार का अपना कैलकुलेशन है कि वह राज्यसभा में इस बिल को आसानी से पास करा लेगी वाईएसआर कांग्रेस के साथ ही एआईएडीएमके ने भी इस बिल का राज्यसभा में समर्थन करने का ऐलान किया है दोपहर 2:00 बजे बुधवार को राज्यसभा में यह बिल पेश होगा और इस बिल की बहस के लिए 6 घंटे का वक्त सभापति की तरफ से रखा गया है विपक्ष के तमाम विरोध के बावजूद सरकार इस पर अडिग है कि वह राज्यसभा में इस बिल को पास कराएगी गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से विपक्ष के तमाम सवालों का लोकसभा में जवाब दिया गया था.

नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों की तरफ से जो चिंता जताई गई थी उसको भी एड्रेस किया गया सरकार का साफ तौर पर कहना है कि यह बिल  किसी धर्म के खिलाफ नहीं है ना ही धार्मिक आधार पर है इस बिल का मकसद सिर्फ और सिर्फ पाकिस्तान बांग्लादेश और अफगानिस्तान में जो अल्पसंख्यक सताए गए हैं वहां पर माइनोरटी में है खासतौर से हिंदू जो दशकों से पीड़ित रहे हैं वह विस्थापन करके आये  हैं और कई वर्षों से रह रहे हैं उनको नागरिकता प्रदान करना ही इस बिल का मकसद है.

सरकार को दूसरे दलों से समर्थन की उम्मीद

राज्यसभा में NDA के पास 106 का आंकड़ा है और दूसरे सहयोगी पार्टी के सहारे बहुमत का आकड़ा जुटाने का भरोसा है. किस पार्टी का सरकार को समर्थन मिलता है और कौन विरोध करती है इसकी तस्वीर बुधवार को साफ होगी लेकिन मोदी सरकार को पूरा भरोसा है लोकसभा की तरह ही राज्यसभा में बहुमत से इस बिल को पास कराने लेगी.

शिवसेना के बदले सुर, AIADMK ने किया सपोर्ट

लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन करने वाली शिवसेना के सुर अब बदलते दिख रहे हैं. विधेयक के राज्यसभा में पेश होने से पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि इसपर पर्याप्त चर्चा होनी चाहिए. नागरिकता संशोधन बिल पर राज्यसभा में समर्थन को लेकर शिवसेना ने सस्पेंस बढ़ा दिया है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि राज्यसभा में कल आएगा, लोकसभा में जो हुआ वो भूल जाइए. बता दें कि शिवसेना ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन किया है. हालांकि AIADMK ने घोषणा की है कि वह नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन करेगी.

aaj ka panchang

पंचांग 11 दिसम्बर 2019   

विक्रमी संवत्ः 2076, 

शक संवत्ः 1941, 

मासः मार्गशीर्ष़, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः चतुर्दशी प्रातः 10.59 तक है, 

वारः बुधवार, 

नक्षत्रः रोहिणी प्रातः 06.22 तक है, 

योगः सिद्धि अपराहन् 03.20 तक, 

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः वृश्चिक, 

चंद्र राशिः वृष, 

राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 07.07, 

सूर्यास्तः 05.21 बजे।

नोटः आज श्री दत्तात्रेय जंयती एवं श्री सत्यनाराण व्रत कथा है। श्री त्रिपुर भैरवी जंयती व्रत है।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।