फिक्र न करें मैं 2019 में वापिस आ रहा हूँ: मोदी

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अहमदाबाद में आतंकवाद पर बोलते हुए कहा कि हम आतंकियों को घर में घुसकर मारेंगे. अगर आतंकी पाताल में छिपे होंगे तो उन्हें खोजकर मारेंगे. पीएम ने कहा, हम किसी का इंतजार नहीं कर सकते, समय रहते सभी का जवाब देने की फितरत है. हमारा सिद्धांत है कि जो नुकसान पहुंचाएगा उसे घर में घुसकर मारेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि, मैं आज अहमदाबाद की धरती पर आया हूं, सिविल हॉस्पिटल में आया हूं. पीएम मोदी ने कहा, 2008 के बम ब्लास्ट की तस्वीर भूल नहीं सकता हूं.

मैं आपको कहना चाहूंगा कि, अगर आतंकी पाताल में भी होंगे तो उनको मैं छोडूंगा नहीं. पीएम ने कहा, कि भारत के नेता बयानबाजी करते हैं. वे ऐसा बयान देते हैं कि पाकिस्तानी अखबार हेडलाइन बनाता है. उनके बयान पर पाकिस्तान की संसद में ताली बजाई जाती है. पीएम मोदी ने एअर स्ट्राइक पर बोलते हुए कहा कि, देश की सेना ने हिम्म्त दिखाई और आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया. पीएम मोदी ने कहा, मैं इंतजार नहीं कर सकता हूं. चुन-चुन के हिसाब लेने की मेरी फितरत है. 

इस दौरान पीएम मोदी ने भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाने वाले विपक्ष पर भी जबरदस्त हमला बोला. उन्होंने कहा कि, एयर स्ट्राइक के बाद विपक्ष के पेट में दर्द हो रहा है.पीएम मोदी ने कहा, हमें सत्ता की चाहत नहीं है, हमें तो सिफर् देश की चिंता है. उन्होंने कहा कि अगर भारतीय वायुसेना का बालाकोट मिशन फेल  हो जाता, तो कौन जिम्मेदार होता? किसका इस्तीफा मांगा जाता. पीएम का कहना था कि, आतंकवाद चाहे सात पाताल में क्यों न हो, हम वहां घुसकर मारेंगे.

PM मोदी ने जनता से कहा- चिंता मत कीजिए मैं 2019 में वापसी कर रहा हूं
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यहां भरोसा जताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार 2019 लोकसभा चुनाव में सत्ता में फिर से आएगी. उन्होंने यहां से पास में स्थित जसपुर में पाटीदार समुदाय की विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “चिंता मत कीजिए..मैं 2019 में वापसी कर रहा हूं, इसलिए अगर आपको केंद्र सरकार से कुछ चाहिए तो आप मुझे बोल सकते हैं. “

प्रधानमंत्री अहमदाबाद के बाहरी इलाके में समुदाय के 1000 करोड़ रुपये के उमिया माता मंदिर परिसर की आधारशिला रखने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे.उमिया माता फाउंडेशन के न्यासियों को उनकी परियोजना के लिए शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा, “अगर आपको इसके लिए कुछ चाहिए, नई दिल्ली में मेरा घर आपका है, और चिंता मत कीजिए मैं 2019 चुनाव के बाद भी रहूंगा.”

मेट्रो सेवा के पहले चरण का उद्धाघटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद मेट्रो ट्रेन सेवा के पहले चरण का उद्घाटन किया. मोदी ने उद्धाटन के बाद मेट्रो से यात्रा भी की. वस्त्राल को अपैरल पार्क को जोड़ने वाले इस खंड की लंबाई 6.5 किलोमीटर है.  प्रधानमंत्री मोदी ने वस्त्राल गांव मेट्रो स्टेशन पहुंचकर मेट्रो सेवा के पहले चरण का उद्धाघटन किया. 

उन्होंने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया और उसमें कुछ दूर तक सवारी भी की.  अहमदाबाद मेट्रो का पहला चरण 40 किमी लंबा होगा.  जिसमें 6.5 किमी का रास्ता भूमिगत है जबकि बाकी एलिवेटेड (खंभों पर) होगा है.  इसमें दो रास्ते होंगे.  पहला वस्त्राल गांव से थलतेज गांव तक और दूसरा ग्यासपुर डिपो को मोटेरा स्टेडियम से जोड़ेगा. 

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने फरवरी में अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण को भी मंजूरी दे दी है.  दूसरा चरण 28 किलोमीटर से ज्यादा लंबा होगा.  यह चरण मोटेरा स्टेडियम से लेकर गांधीनगर में महात्मा मंदिर को जोडे़गा.  गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने बयान में कहा , ” इन मेट्रो परियोजनाओं से न सिर्फ सम्पर्क सुविधा बढ़ेगी बल्कि यात्रा समय भी कम होगा. इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सफर करने में काफी आसानी भी होगी.  ” मेट्रो सेवा यात्रियों, खासकर अहमदाबाद और गांधीनगर क्षेत्र के लोगों को आरामदायक और विश्वसनीय सार्वजनिक परिवहन सुविधा देगी.  

कछ गुजरात में पाकिस्तानी यूएवी को मर गिराया गया

बीकानेर। भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय बीकानेर सीमा पर पाकिस्तानी सेना के मानव रहित विमान (यूएवी) को उड़ान भरने के दौरान भारतीय वायुसेना ने मार गिराया। यह घटना सोमवार दोपहर की बताई जा रही है, जिसमें पाकिस्तान ने एक बार फिर नापाक हरकत को अंजाम देते हुए यूएवी को भारतीय वायुक्षेत्र में घुसपैठ कराने की कोशिश की, जिसे वायुसेना मार गिराया।

सूत्रों ने दावा किया है कि यूएवी का मलबा पाकिस्तान के फोर्ट इलाके में गिरा है, जो बहावलपुर के समीप है। अनूपगढ़ सेक्टर में एयर डिफेंस रडार पर एक संदिग्ध यूएवी की जानकारी मिलने के बाद हरकत में आई वायुसेना के सूरतगढ़ एयरबेस से सुखोई लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरकर यूएवी पर मिसाइलें दागीं, जिससे यह यूएवी पाक सीमा में गिरकर ध्वस्त हो गया। हालांकि वायुसेना ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
पाकिस्तान की ओर से तेज धमाके की आवाज-श्रीगंगानगर जिले से लगती भारत-पाकिस्तान अंतककाष्ट्रीय सीमा में सोमवार को पाकिस्तान की तरफ से तेज धमाके होने के समाचार मिले। मामला अनूपगढ़ से जुड़ा बताया जा रहा है। सोमवार दोपहर करीब 1 से 2 बजे के बीच में इस तरह के धमाके सुने गए, जिसके बाद कई आशंकाओं के चलते सीमा सुरक्षा बल(बीएसएफ) से लेकर खुफिया तंत्र भी सक्रिय हो गया है। हालांकि बीएसएफ ने सीमा पार किसी तरह के धमाकों की पुष्टि नहीं है। दरअसल, भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के बाद से ही तेज धमाकों की आवाजों को लेकर कई बार सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं।

शिवरात्रि : काठगढ़ में दर्शन करें अर्धनारीश्वर शिवलिंग के

 हिमाचल प्रदेश की भूमि को देवभूमि कहा जाता है। यहां पर बहुत से आस्था के केंद्र विद्यमान हैं। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के इंदौरा उपमंडल में काठगढ़ महादेव का मंदिर स्थित है।  यह विश्व का एकमात्र मंदिर है जहां शिवलिंग ऐसे स्वरुप में विद्यमान हैं जो दो भागों में बंटे हुए हैं अर्थात मां पार्वती और भगवान शिव के दो विभिन्न रूपों को ग्रहों और नक्षत्रों के परिवर्तित होने के अनुसार इनके दोनों भागों के मध्य का अंतर घटता-बढ़ता रहता है। ग्रीष्म ऋतु में यह स्वरूप दो भागों में बंट जाता है और शीत ऋतु में पुन: एक रूप धारण कर लेता है।

अर्धनारीश्वर शिवलिंग : काठगढ़
शिव पुराण में वर्णित कथा

शिव पुराण की विधेश्वर संहिता के अनुसार पद्म कल्प के प्रारंभ में एक बार ब्रह्मा और विष्णु के मध्य श्रेष्ठता का विवाद उत्पन्न हो गया और दोनों दिव्यास्त्र लेकर युद्ध हेतु उन्मुख हो उठे। यह भयंकर स्थिति देख शिव सहसा वहां आदि अनंत ज्योतिर्मय स्तंभ के रूप में प्रकट हो गए, जिससे दोनों देवताओं के दिव्यास्त्र स्वत: ही शांत हो गए।

ब्रह्मा और विष्णु दोनों उस स्तंभ के आदि-अंत का मूल जानने के लिए जुट गए। विष्णु शुक्र का रूप धरकर पाताल गए, मगर अंत न पा सके। ब्रह्मा आकाश से केतकी का फूल लेकर विष्णु के पास पहुंचे और बोले- ‘मैं स्तंभ का अंत खोज आया हूं, जिसके ऊपर यह केतकी का फूल है।’

ब्रह्मा का यह छल देखकर शंकर वहां प्रकट हो गए और विष्णु ने उनके चरण पकड़ लिए। तब शंकर ने कहा कि आप दोनों समान हैं। यहीं भगवान शिव ने ब्रह्मा को कहीं भी न पूजे जाने का श्राप दिया, और केतकी पुष्प को असत्य बोलने के लिए प्रेरित करने पर अपनी पूजपुष्प होने का सम्मान भी छीन लिया। यही अग्नि तुल्य स्तंभ, काठगढ़ के रूप में जाना जाने लगा। ईशान संहिता के अनुसार इस शिवलिंग का प्रादुर्भाव फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी की रात्रि को हुआ था।

चूंकि शिव का वह दिव्य लिंग शिवरात्रि को प्रगट हुआ था, इसलिए लोक मान्यता है कि काठगढ महादेव शिवलिंग के दो भाग भी चन्द्रमा की कलाओं के साथ करीब आते और दूर होते हैं। शिवरात्रि का दिन इनका मिलन माना जाता है।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

विश्वविजेता सिकंदर ईसा से 326 वर्ष पूर्व जब पंजाब पहुंचा, तो प्रवेश से पूर्व मीरथल नामक गांव में पांच हज़ार सैनिकों को खुले मैदान में विश्राम की सलाह दी। इस स्थान पर उसने देखा कि एक फ़कीर शिवलिंग की पूजा व्यस्त था।

उसने फ़कीर से कहा- ‘आप मेरे साथ यूनान चलें। मैं आपको दुनिया का हर ऐश्वर्य दूंगा।’ फ़कीर ने सिकंदर की बात को अनसुना करते हुए कहा- ‘आप थोड़ा पीछे हट जाएं और सूर्य का प्रकाश मेरे तक आने दें।’ फ़कीर की इस बात से प्रभावित होकर सिकंदर ने टीले पर काठगढ़ महादेव का मंदिर बनाने के लिए भूमि को समतल करवाया और चारदीवारी बनवाई। इस चारदीवारी के ब्यास नदी की ओर अष्टकोणीय चबूतरे बनवाए, जो आज भी यहां हैं।

रणजीत सिंह ने किया पुनरुद्धार

कहते हैं, महाराजा रणजीत सिंह ने जब गद्दी संभाली, तो पूरे राज्य के धार्मिक स्थलों का भ्रमण किया। वह जब काठगढ़ पहुंचे, तो इतना आनंदित हुए कि उन्होंने आदि शिवलिंग पर तुरंत सुंदर मंदिर बनवाया और वहां पूजा करके आगे निकले। मंदिर के पास ही बने एक कुएं का जल उन्हें इतना पसंद था कि वह हर शुभकार्य के लिए यहीं से जल मंगवाते थे।

अर्धनारीश्वर का रूप

दो भागों में विभाजित आदि शिवलिंग का अंतर ग्रहों एवं नक्षत्रों के अनुसार घटता-बढ़ता रहता है और शिवरात्रि पर दोनों का ‘मिलन’ हो जाता है। यह पावन शिवलिंग अष्टकोणीय है तथा काले-भूरे रंग का है। शिव रूप में पूजे जाते शिवलिंग की ऊंचाई 7-8 फुट है जबकि पार्वती के रूप में अराध्य हिस्सा 5-6 फुट ऊंचा है।

भरत की प्रिय पूजा-स्थली

मान्यता है, त्रेता युग में भगवान राम के भाई भरत जब भी अपने ननिहाल कैकेय देश (कश्मीर) जाते थे, तो काठगढ़ में शिवलिंग की पूजा किया करते थे।

शिवरात्रि के त्यौहार पर प्रत्येक वर्ष यहां पर तीन दिवसीय भारी मेला लगता है। शिव और शक्ति के अर्द्धनारीश्वर स्वरुप श्री संगम के दर्शन से मानव जीवन में आने वाले सभी पारिवारिक और मानसिक दु:खों का अंत हो जाता है। इसके अलावा सावन के महीने में भी

ज्ञान चंद गुप्ता “अभयपुर” ने थामा कमल

पंचकूला 05 मार्च 2019:

आज महाशिवरात्रि के पावन त्यौहार के अवसर पर अभयपुर आशियाना में एक कार्यक्रम के दौरान पंचकूला विधायक व हरियाणा सरकार में मुख्य सचेतक ज्ञान चंद गुप्ता एवं जिला महामंत्री हरेंद्र मलिक की उपस्थिति में कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता संतोष चैहान व दर्शन सिंह ने बडी संख्या में अपने साथियों के साथ भाजपा का दामन थामा। विधायक ज्ञान चन्द गुप्ता द्वारा पार्टी का पटका पहनने  के पश्चात उन्होंने कहा हम केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  एवं राज्य में मनोहर लाल सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए।

   इस अवसर पर ज्ञानचंद गुप्ता ने संतोष चैहान व उनके साथियों का पुनः धन्यवाद किया और विश्वास दिलाया कि उन्हें पार्टी में पुरा मान-सम्मान मिलेगा और यह भी कहा  कि भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसमें कार्यकर्ता अपने कार्य और विश्वास के कारण पार्टी के किसी भी पद पर पहुंच सकते हैं।  इस अवसर पर माॅं चंडी मंडल अध्यक्ष श्री सतपाल गुप्ता जी, चेयरमैन नगरानी कमेटी पंचकूला, श्री विनय पांडे, श्री अब्दुल मियां, श्री प्रेमपाल आर्य, श्री जयसवाल और देवेन्द्र आदि अन्य स्थानीय कार्यकर्ता भी मौजूद रहे ।

NTRO: एयर स्ट्राइक दौरान आतंकी कैंपों में 300 मोबाइल फोन एक्टिव थे

नई दिल्ली: 

पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर तबाह कर दिया था. कहा जा रहा है कि इन आतंकी ठिकानों पर हुए हमले में 300 आतंकियों की मौत हो गई थी. इसके बाद से ही विपक्ष के कई नेताओं ने एयर स्ट्राइक के सबूत देने और मारे गए आतंकियों की संख्या बताने को लेकर केंद्र सरकार से सवाल पूछना शुरू कर दिया था. सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन (NTRO) ने बताया है कि एयर स्ट्राइक दौरान आतंकी कैंपों में 300 मोबाइल फोन एक्टिव थे.

सूत्रों के अनुसार, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को बालाकोट में आतंकी ठिकानों पर हमले के दौरान टेक्निकल सर्विलांस से पता चला था कि आतंकी कैंपों में 300 मोबाइल एक्टिव थे. इससे साफ पता चलता है कि वहां पर 300 लोग मौजूद थे. सूत्रों के अनुसार, NTRO ने भारतीय वायुसेना से अनुमति मिलने के बाद खैबरपख्तुनवा क्षेत्र के आतंकी ठिकानों को सर्विलांस में लिया था. 

पाक विमानों ने की भारतीय वायुसीमा में घुसने की कोशिश
पाकिस्तान के विमानों ने सोमवार को एकबार फिर भारतीय वायुसीमा में घुसने की कोशिश की. बताया जा रहा है कि राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तान के विमानों ने भारतीय वायुसीमा में घुसने की कोशिश की. इसके जवाब में भारतीय वायुसेना के विमानों ने तत्काल उड़ान भरकर पाक विमानों को वापस लौटने पर मजबूर कर दिया. खबर है कि बीकानेर में एक पाकिस्तानी ड्रोन को भी मार गिराया गया है.  

भारतीय वायुसेना के 12 मिराज-2000 युद्धक विमानों ने की थी एयर स्ट्राइक
भारतीय सेना ने पुलवामा हमले के बदला लेते हुए 26 फरवरी को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में घुसकर आतंकियों के ठिकानों को तबाह कर दिया था. भारत ने PoK में चल रहे आतंकी कैंपों को निशाना बनाते हुए भारतीय वायुसेना के विमानों से बमबारी की. सूत्रों के हवाले से खबर है कि इस एयर स्ट्राइक ऑपरेशन को भारतीय वायुसेना के 12 मिराज-2000 विमानों ने अंजाम दिया. वायुसेना के मिराज-2000 ने पीओके में घुसकर आतंकी ठिकानों पर 1000 किलो से ज्यादा के बम गिराए. भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई में 200 से 300 आतंकी मारे गए और कई आतंकी ठिकाने और लॉन्च पैड तबाह हो गए हैं.

“हमारा काम लक्ष्य भेदने का था लाशें गिनने का नहीं”: धनोंआ

माया, ममता, केजरीवाल, सिद्धू और कुछ पार्टियों के प्रवक्ताओं द्वारा सरकार और सेना को घेरने और फिर उन्हीं नेताओं के बयानों को पाकिस्तान का सहारा आबंटे देख पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में जैश के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक के बाद पहली बार एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने मीडिया को ब्रिफिंग दी. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना हर नापाक हरकत का जवाब देने की ताकत रखती है. एयर स्ट्राइक में कितने आतंकी मारे गए? इस सवाल पर एयर चीफ मार्शल ने कहा कि हमारा काम लक्ष्य भेदना था. लाशें गिनना नहीं.

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Air Chief Marshal BS Dhanoa: We hit our target. The air force doesn’t calculate casualty numbers, the government does that.1,68612:34 PM – Mar 4, 2019811 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy

एयर चीफ मार्शल ने कहा, ‘पाकिस्तान के बालाकोट में अपने टार्गेट को भेदा, जो हमारा काम था. एयरफोर्स का काम यह बताना नहीं है कि जमीन पर कितने लोग थे. हमारे पास कितने लोग मारे गए इसकी कोई जानकारी नहीं है. भारत सरकार इसपर ज्यादा बेहतर तरीके से बता सकती है.

एयर चीफ मार्शल ने कहा, एगर हम किसी टारगेट को हिट करने का प्लान बनाते हैं तो हम उसे हिट करते हैं. अगर हमने जंगल में बम गिराए होते तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री एयर स्ट्राइक पर प्रतिक्रिया क्यों देते?

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Air Chief Marshal BS Dhanoa on air strikes: The target has been clearly amplified by FS in his statement. If we plan to hit the target, we hit the target, otherwise why would he (Pak PM) have responded, if we dropped bombs in the jungles why would he respond.4,83012:32 PM – Mar 4, 20192,663 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy

उन्होंने कहा, ‘F-16 से डॉग फाइट के लिए मिग-21 का इस्तेमाल किया गया. हमें इसके सबूत मिले हैं, जिसे अधिकारियों को सौंपा गया है.’ एयर चीफ मार्शल ने कहा, पाकिस्तान ने f-16 इस्तेमाल करके नियम तोड़ हैं. पाकिस्तान पर कार्रवाई अभी खत्म नहीं हुई है.

एयर स्ट्राइक में मिग-21 का इस्तेमाल क्यों हुआ? इस सवाल पर वायुसेना प्रमुख ने कहा, ‘मिग-21 हमारा एक कामगार विमान है, जिसे अपग्रेड कर दिया गया है. इस विमान के पास बेहतर रडार है.’ उन्होंने बताया, ‘जो भी विमान हमारे बेड़े में है, हम उसे अपनी लड़ाई में इस्तेमाल करते हैं

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#WATCH Air Chief Marshal BS Dhanoa says, “The Mig-21 Bison is a capable aircraft, it has been upgraded, it has better radar, air-to air missiles and better weapons system.”2,41612:44 PM – Mar 4, 2019763 people are talking about thisTwitter Ads info and privacy

इसके अलावा धनोआ ने ये भी कहा, ‘जब आप कोई ऑपरेशन प्लान करते हैं तो आप ये भी प्लान करते हैं कि इस ऑपरेशन में कौनसा एयरक्राफ्ट इस्तेमाल होगा. लेकिन जब दुश्मन की तरफ से स्ट्राइक होती है तो उस वक्त जो एयर क्राफ्ट उपलबध होता है, उसका ही इस्तेमाल स्ट्राइक का जवाब देने के लिए किया जाता है. उन्होंने ये भी कहा कि सभी एयरक्राफ्ट में दुश्मन से लड़ने की क्षमता है.’

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#WATCH Air Chief Marshal BS Dhanoa on Mig-21 Bison, says, “One is a planned operation in which you plan & carry out.But when an adversary does a strike on you, every available aircraft goes in, irrespective of which aircraft it is. All aircraft are capable of fighting the enemy”

अशोक खेमका की 54वी ट्रान्सफर

अशोक खेमका उत्तर भारत खासकर हरियाणा में कोई नया नाम नहीं हैं। हरियाणा के सीनियर आईएएस अपनी ईमानदारी, बेबाकी और कर्तव्यनिष्ठा के रहते सुर्खियों में आते रहे हैं। उनके 27 साल के करियर में यह उनकी 54वी बदली है। इससे यही बात समझ में आती है की महकमा कोई भी हो, हरियाणा का कोई भी विभाग भ्रष्टाचार से मुक्त नहीं है। सरकारें बदलतीं गईं लेकिन खेमका का मिजाज और कार्यशैली वही रही। सरकारें बादल जातीं हैं लेकिन उच्च अधिकारी वहीं रहते हैं जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है। अपने पुराने कुकृत्यों को छुपाने के लिए एक कर्मठ और ईमानदार अफसर को अपना बिस्तरबंद हमेशा तैयार ही रहना पड़ता है और कई बार तो नयी नियुक्ति के पश्चात उसे खोलने की भी नौबत नहीं आती।

हरियाणा के IAS अधिकारी अशोक खेमका एक बार फिर अपने ट्रांसफर के चलते वह सुर्खियों में आ गए हैं. दरअसल हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने 1991 बैच के अशोक खेमका सहित 9 आईएएस अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया है. सूत्रों के अनुसार सरकार की तरफ से तबादले और तैनाती के आदेश बीते विवार रात जारी किए गए. अशोक खेमका को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग में प्रधान सचिव के पद पर ट्रांसफर किया गया है.

बता दें, अशोक खेमका 1991 बैच के अधिकारी हैं. अशोक खेमका के करियर को 27 साल हुए हैं. 27 साल के करियर में अशोक खेमका का यह 52वां ट्रांसफर है. इससे पहले बीते साल नवंबर में अशोक खेमका को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रधान सचिव पद से हटाकर खेल एवं युवा मामले विभाग में तैनात किया गया था. आईएएस अधिकारी अशोक खेमका के 27 साल के करियर में यह उनका 52वां ट्रांसफर है. इससे पहले 51वें तबादले के बाद परेशान होकर उन्होंने कहा था, अब तो लगता है कि जैसे भेजा फ्राई हो गया है. 1991 बैच के अधिकारी खेमका को लगभग 15 महीने पहले खेल और युवा मामलों के विभाग में तैनात किया गया था.

आईएएस अधिकारी खेमका का नाम 2012 में चर्चा में आया था, जब उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति राबर्ट वाड्रा की कंपनी और रीयल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के बीच हुए जमीन सौदे को रद्द कर दिया था. स्थानांतरित किए गए अन्य आईएसएस अधिकारियों में अमित झा, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान के अतिरिक्त मुख्य सचिव, हरियाणा सरस्वती हेरिटेज बोर्ड के सलाहकार और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शामिल हैं.

अभिनंदन के शौर्य से इस शब्द के माने बदल जाएँगे: मोदी

पीएम मोदी ने कहा, हिंदुस्तान जो भी करता है, दुनिया उसे बड़े गौर से देखती है, बीते कुछ दिनों में जो हुआ उससे संस्कृत का शब्द ‘अभिनंदन’ का मतलब अब बदल गया है

भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन वर्तमान की वापसी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह भारत की कूटनीतिक जीत है. दिल्ली में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, हिंदुस्तान जो भी करता है, दुनिया उसे बड़े गौर से देखती है.

सूत्रों के अनुसार बीते कुछ दिनों में जो हुआ उससे संस्कृत का शब्द ‘अभिनंदन’ का मतलब अब बदल गया है. ‘Construction Technology India 2019’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- भारत की ताकत है कि वो डिक्शनरी के शब्दों का अर्थ बिल्कुल बदल देता है.

कभी अभिनंदन का अर्थ होता था बधाई देना और अब अभिनंदन अर्थ ही बदल जाएगा. बता दें कि बीते शुक्रवार रात पाकिस्तान ने वाघा बॉर्डर पर अभिनंदन को भारत को सौंपा. इस मौके पर वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उनके माता-पिता वाघा बॉर्डर पर मौजूद थे. इसके साथ-साथ कई अन्य लोग भी अभिनंदन के स्वागत के लिए वाघा बॉर्डर पर पहुंचे थे. लोगों ने ढोल बजाकर और तिरंगा लहराकर देश के इस वीर को सम्मान दिया और भारत माता की जय के नारे जमकर लगाए.

दरअसल भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे पाकिस्तान के F-16 विमान को निशाना बनाने के बाद विंग कमांडर अभिनंदन का मिग-21 बीते बुधवार को क्रैश हो गया था. उन्हें पैराशूट के जरिए इजेक्ट होना पड़ा था. वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चले गए थे जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने उन्हें हिरासत में ले लिया था. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके अभिनंदन वर्तमान का देश वापसी पर स्वागत किया था.

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर लिखा था- घर में आपका स्वागत है विंग कमांडर अभिनंदन! राष्ट्र को आपके अनुकरणीय साहस पर गर्व है. हमारे सुरक्षा बल 130 करोड़ भारतीयों के लिए प्रेरणा हैं. वंदे मातरम!

भारतीय वायु सेना ने हमारे ट्रेनिंग कैंप तभाह किए: मौलाना अममार

एक ओर जहां पाकिस्तान कई बार भारत द्वारा बलकोट में हवाई हमले की बात को नकारता रहा है वहीं आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने वीडियो जारी कर माना है कि उसके ठिकाने पर भारतीय वायुसेना ने हमला किया था. जैश के सरगना मसूद अज़हर के भाई मौलाना अम्मार ने कबूला कि भारत की वायुसेना ने उस जगह पर बम गिराए जहां जैश आतंकियों को ट्रेनिंग देता था. हालांकि demokraticfront.com वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.

उसने माना कि भारत ने किसी एजेंसी की बिल्डिंग पर हमला नहीं किया या किसी एजेंसी के मुख्यालय पर हमला नहीं किया बल्कि भारत ने उस जगह को निशाना बनाया जहां एजेंसी के लोग आकर मीटिंग करते थे. जहां तालिब इल्म जिहाद को समझते थे और कश्मीर की मदद को अपने लिए फ़र्ज़ करार देते थे.

इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वहां कश्मीर में जिहाद के नाम पर लोगों को तैयार किया जाता था. इस ऑडियो में लोगों को भारत के लड़ाकू विमानों के हमले की आड़ में जिहाद के लिए उकसाया जा रहा है. पाकिस्तान से निष्कासित पत्रकार ताहा सिद्दिकी ने भी इस वीडियो को अपने ट्विटर अकाउंट पोस्ट किया है.

बता दें पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने सीमा पार छुपे बैठे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी. वायुसेना के विमानों ने नियंत्रण रेखा के पार आतंकी कैंप्स पर करीब 1000 किलोग्राम के बम बरसाए थे. ऐसा कहा जा रहा है कि इस हमले में करीब 200-300 आतंकियों की मौत हो गई. हालांकि सरकार ने इस संबंध में कोई आंकड़े जारी नहीं किया है.

इस्लामाबाद में शांति का संदेश दे रहे पाक ने सीमा पर जारी रखी गोलाबारी

नई दिल्‍ली/जम्‍मू: शांति‍ का राग अलाप रहा पाकिस्‍तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. सीमा पर वह गोलि‍यां बरसा रहा है तो पाकिस्‍तान समर्थ‍ित आतंकियों ने शनि‍वार शाम को शोपियां में एक आर्मी कैंप पर गोलिया चलाईं. शोपियां के 44 राष्‍ट्रीय रायफल्‍स के डाचू कैंप पर गोलियां चलाई गईं. इसके बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है. इस घटनाक्रम में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. 

इससे पहले पुंछ राजौरी में सीमा पर पाक‍िस्‍तान ने गोलीबारी की. भारतीय सेना ने भी इसका जवाब दिया. भारत की ओर से गोलीबारी में पाक‍िस्‍तान के दो सैन‍िक ढेर हो गए. उधर पाकिस्‍तान के साथ चल रहे तनाव के बीच थलसेना अध्‍यक्ष वि‍प‍िन रावत जम्‍मू के दौरे पर पहुंच गए हैं.

यहां पर थलसेना अध्‍यक्ष जनरल विपिन रावत ने घाटी और एलओसी के हालात का जायजा लिया. उन्‍होंने लेफ्ट‍िनेंट जनरल रनबीर सिंह के साथ मीटिंग की.