सपा और अपना दल (के) में ठनी रार के बीच आया एक और उम्मीदवार!

समाजवादी पार्टी में टिकट के लिए ओवरफ्लो है। अखिलेश  यादव सपा और अपना दल के गठबंधन  के  निर्णय के फैसले पर असहजता का जवाब देंगे। हमारे लिए सबसे बड़ा सवाल हमारे मुद्दों की बात है। अपना दल के पंकज निरंजन ने कहा कि पार्टी के द्वारा घोषित 7 सीटों के अलावा भी अन्य सीटों पर हमारी पूरी तैयारी थी। गठबंधन परिवार में असहजता होने पर भी हम त्याग के लिए तैयार हैं। सूत्रों का कहना है कि अपना दल और समाजवादी पार्टी के बीच प्रयागराज और वाराणसी सीट को लेकर विवाद हुआ है। इस विवाद के बाद अपना दल ने समाजवादी पार्टी को अपनी सीटें लौटा दीं है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, लखनऊ(ब्यूरो) :

उत्तर प्रदेश में जारी विधानसभा चुनाव के बीच अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और कृष्णा पटेल की अपना दल (कमेरावादी) के बीच एक सीट को लेकर सियासी खींचतान देखे को मिल रही है। उत्तर प्रदेश की घोरावल विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी और अपना दल (के) के बीच दरार पैदा हो गई है। क्योंकि इस सीट पर न केवल दोनों ने अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं, बल्कि एक और शख्स ने पर्चा खरीदकर हलचल तेज कर दी है।

समाजवादी पार्टी और कृष्णा पटेल की अगुवाई वाले अपना दल (कमेरावादी) के बीच चुनावी गठजोड़ में दरार आ गई है। सीटों को लेकर दोनों दलों के बीच हुई शनिवार की शाम को हुई बातचीत बेनतीजा रही। इस बातचीत के बाद अद (कमेरावादी) के नेता दूसरे विकल्पों पर भी विचार करने लगे हैं। हालांकि उनकी उम्मीदें अभी सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर टिकी हैं।

अपना दल (कमेरावादी) के प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता गगन प्रकाश यादव ने बताया है कि शनिवार की शाम को सपा की तरफ से बातचीत के लिए अधिकृत एमएलसी ठा. उदयवीर सिंह और अद (कमेरावादी) के राष्ट्रीय महासचिव पंकज निरंजन के बीच सीटों के बंटवारे पर बातचीत हुई। जिसमें सपा नेता सीटों के बंटवारे को लेकर पूर्व में हुई बातों से पीछे हट गए। गगन प्रकाश का कहना है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।

सपा द्वारा दो दिन पूर्व जारी प्रत्याशियों की सूची में प्रयागराज (पश्चिम) से प्रत्याशी की घोषणा कर दिए जाने के बाद से ही बात बिगड़ने लगी थी। अद (कमेरावादी) ने इस पर आपत्ति दर्ज कराते हुए सपा द्वारा दी गई सभी सीटों को वापस कर दिए जाने की बात कही थी।

पूर्वांचल व बुंदेलखंड में कुर्मी बिरादरी में पैठ है अद (कमेरावादी) की
अद (कमेरावादी) का संगठनात्मक ढांचा पूर्वांचल और बुंदेलखंड में है। वाराणसी और प्रयागराज मंडल में पार्टी के पास ठीकठाक जनाधार है। ऐसी स्थिति में गठबंधन टूटने की स्थिति में इन क्षेत्रों में सपा को कुर्मी मतों को अपने साथ जोड़े रखने में दिक्कतें आ सकती हैं। 

बता दें कि बीते 29 जनवरी को अद (कमेरावादी) ने प्रेसवार्ता कर गठबंधन के तहत सात सीटें मिल जाने और कुछ अन्य सीटों के बाद में मिलने की जानकारी दी थी। इन सात सीटों में वाराणसी जिले की पिंडरा और रोहनिया, जौनपुर जिले की मड़ियाहूं, मिर्जापुर जिले की मड़िहान, सोनभद्र जिले की घोरावल, प्रतापगढ़ जिले की सदर सीट तथा प्रयागराज जिले की शहर पश्चिम सीट शामिल थी।

मोरनी टिककर ताल मामला

पंचकूला संवाददाता, डेमोरेटिक फ्रंट :

पंचकूला के मोरनी में रविवार को टिक्कर ताल में हुए हादसे को लेकर स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर एक्टिविटी इंचार्ज गौरव गर्ग ने आरोपों को बताया बेबुनियाद।

पंचकूला के मोरनी स्थित टिककर ताल में सोफा राइड पलट जाने से 5 बच्चों के झील में गिर जाने का रविवार को जो हादसा हुआ था उसे लेकर आज पंचकूला के सेक्टर 1 स्थित होटल रेड बिशप में स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर एक्टिविटी इंचार्ज गौरव गर्ग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि उनके द्वारा सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था।

गौरव गर्ग ने कहा कि उन पर जो आरोप लगाए गए हैं वह सरासर बेबुनियाद हैं।

आपको बता दें कि परिजनों ने यह आरोप लगाया था कि बिना सेफ्टी बेल्ट के बच्चों को राइड के लिए झील में भेज दिया गया था इसपर गौरव गर्ग ने कहा कि उन्हें सेफ्टी जैकेट पहना कर झील में भेजा गया था और वो बिना सेफ्टी जैकेट के किसी को भी राइड पर बैठने नहीं देते है।

उन्होंने कहा कि चलती हुई राइड में बच्चों के जगह बदलने के कारण यह घटना हुई लेकिन रेस्क्यू टीम ने 2 मिनट 27 सेकंड में सभी पांचों बच्चों को झील से सुरक्षित बाहर निकाल लिया था।

उनके पास इन एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए हरियाणा सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त लाइसेंस है।

तथा उसकी बकायदा फीस भी देते हैं।

उन्होंने सुरक्षा के सभी तरह के इंतजाम राइड के लिए किए हुए हैं।

मेडिकल किट तथा रेस्क्यू टीम हमेशा मौके पर मौजूद रहती हैं।

साथ ही परिजनों द्वारा लगाए गए औवरलोडिंग के आरोपों को भी निराधार बताते हुए गौरव गर्ग ने कहा कि यह सोफा राइट 500 से ज्यादा तक के वजन का वहन कर सकती है इसलिए 5 बच्चों के ओवरलोडिंग का सवाल पैदा ही नहीं होता।

कल हुई घटना की शिकायत बच्चों के परिजनों ने मोरनी चौकी में भी दी थी जिस पर गौरव ने कहा कि उन्होंने सभी तरह के डॉक्यूमेंट पुलिस के सामने पेश कर दिए हैं और वह इस मामले में पूरी तरह बेकसूर है।

शिखा निझावन को रेजिडेंट्स वेलफेयर कमेटी, से. 27-डी की अध्यक्ष चुना गया

चण्डीगढ़ :

शिखा निझावन को सर्वसम्मति से रेजिडेंट्स वेलफेयर कमेटी, सेक्टर 27-डी, चण्डीगढ़ का अध्यक्ष चुना गया है। अध्यक्ष चुने जाने पर शिखा निझावन ने कल्याण समिति के अन्य पदाधिकारी चुने जिसके तहत  गुरदीप सिंह चौहान को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सुभाष पलटा को उपाध्यक्ष, परवीन मित्तल को महासचिव, जसमीत कौर को संयुक्त सचिव, अमरदीप सिंह सहगल को कैशियर और राजीव गुप्ता को ऑडिटर नियुक्त किया गया। शिखा निझावन ने सेक्टर की बेहतरी और विकास के लिए काम करने का संकल्प लिया।

वैलेंटाइन डे चंडीगढ़ के व्यापारियों का ब्लैक डे

चंडीगढ़ :

व्यापारी एकता मंच के लिये  वैलेंटाइन डे रहा   ब्लैक डे, सोमवार को इंडस्ट्रियल एरिया के सभी व्यापारियों ने  अपनी यूनिट के बाहर काले झंडे लगाए व काले कपड़े पहन कर 2.30 बजे   अपने यूनिट्स बंद करके  इंडस्ट्रियल एरिया फेस-2 से , पूरे इंडस्ट्रियल एरिया में रोष मार्च  आयोजित किया  ।चंडीगढ़ के लगभग  सभी बिजनेस एसोसिएशन  भी , व्यापारी एकता मंच का साथ देते हुए रोष मार्च में सहभागी बने । संघर्षरत व्यापारियों ने मांग की है के लोगों में डर का माहौल बनाने के लिए सर्वे करने की बजाय चंडीगढ़ प्रशासन लोगों की मांगों को ध्यान में रखते हुए सैंपल सर्वे करवाएं और लंबे समय से लंबित पड़ी मांगों जिनमें लीज होल्ड से फ्री होल्ड करना और एफ़ ए आर  रेशियो को बढ़ाना और एमएसएमईडी एक्ट के तहत छोटे व्यापारियों को होलसेल व्यापार करने की इजाजत देने की दिशा में कोई कारगर पॉलिसी बनाए।व्यापारी वर्ग का कहना है कि    हम यह ब्लैक डे मना कर प्रशासन को अपनी जायज डिमांड की ओर उनका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं ताकि व्यपारियों का वर्ग जो कि शहर को सबसे ज्यादा रेवेन्यू  टैक्स के रूप में देता है उनकी अनदेखी न की जाए। चंडीगढ़ प्रशासन एक ओर तो बड़े बड़े आई टी पार्क  व स्टार्टअप पॉलिसी बना रहा है लेकिन दूसरी ओर शहर  में शुरू से स्थापित  छोटे व्यापारियों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों कर रहा है। गौरतलब है कि इंडस्ट्रियल एरिया के व्यापारी पिछले 8 दिनों से संघर्षरत हैं वह पिछले 3 दिनों में उन्हें अपनी युनिट्स भी बंद रखीं  व ट्रिब्यून चौक तक रोष मार्च भी निकाला व लगातार भूख हड़ताल पर भी रहे लेकिन चंडीगढ़ प्रशासन के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। व्यापारी एकता मंच की मांग है कि जल्द से जल्द प्रशासन उन्हें बुलाकर उनकी समस्याओं का समाधान करें वरना यह संघर्ष पूरे शहर कि हर मार्केट में मज़बूरन मंच को करना पड़ेगा 

पंजाब में PM मोदी ने उठाया सुरक्षा का मुद्दा, कहा- मंदिर जाकर देवी का आशीर्वाद लेना चाहता था, पंजाब पुलिस ने हाथ खड़े किए

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज मेरी इच्छा थी कि देवी जी के चरणों में जाकर नमन करूं, उनका आशीर्वाद लूं। लेकिन यहां के प्रशासन और पुलिस ने हाथ खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि हम व्यवस्था नहीं कर पाएंगे आप हेलीकॉप्टर से ही चले जाइए। अब ये हाल हैं सरकार के यहां।’ पिछले महीने ही पंजाब के फिरोजपुर जाते समय रास्ते में एक फ्लाईओवर प्रधानमंत्री का काफिला करीब आधे घंटे फंसा रहा। इसे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक बताया गया और पंजाब पुलिस पर सवाल उठे थे।

  • पंजाब के जालंधर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैली
  • मोदी बोले- मंदिर जाना था, मगर पुलिस ने हाथ खड़े कर दिए
  • पीएम मोदी ने कहा- आपने देश के लिए मेरी मेहनत देखी है
  • मोदी ने कहा- कांग्रेस के नेता ही पार्टी की पोल-पट्टी खोल रहे

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़(ब्यूरो) :

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पंजाब के जालंधर में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि “आज मेरी इच्छा थी कि शक्तिपीठ देवी तालाब की देवी माता त्रिपुरमालिनी के चरणों में जाकर नमन करूं, उनका आशीर्वाद लूं। लेकिन यहां के प्रशासन और पुलिस ने हाथ खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि हम व्यवस्था नहीं कर पाएंगे आप हेलीकॉप्टर से ही चले जाइए। अब ये हाल हैं सरकार के यहां। लेकिन मैं माँ के पास दोबारा जरूर आऊँगा। माँ के चरणों में सिर झुका कर रहूँगा।”

पीएम मोदी ने कहा कि पंजाब ने मुझे तब रोटी खिलाई है जब मैं भाजपा का एक साधारण कार्यकर्ता के तौर पर यहां गांव-गांव में काम करता था। पंजाब ने मुझे इतना कुछ दिया है कि मैं इसका कर्ज उतारने के लिए जितनी सेवा करता हूं, मुझे उतनी ही और मेहनत करने का मन करता है।  

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की, हमारे वीर शहीदों की तीसरी बरसी है। वो पंजाब की धरती से भारत माँ के वीर शहीदों के चरणों में श्रद्धापूर्वक सर झुकाते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद इतने दशकों में पंजाब के पास कम ही विकल्प रहे। उन्होंने कहा कि जब वह अकाली दल के साथ थे, तो उन्हें बड़ा भाई मानकर हमेशा अपनी छोटी भूमिका को स्वीकार किया था।

प्रधानमंत्री ने कहा “बीते वर्षों में आप सभी ने देश के लिए मेरी मेहनत देखी है। हम देश के लिए जो संकल्प लेते हैं, उसे हम प्रकल्प बनाते हैं और प्रकल्प को परिपूर्ण करने के लिए जीवन खपा देते हैं।” पीएम ने कहा कि पंजाब में NDA गठबंधन की सरकार बनेगी अब ये पक्का है। पंजाब में विकास का एक नया अध्याय शुरू होगा। पंजाब के एक-एक व्यक्ति को, मेरे नौजवानों को मैं विश्वास देने आया हूँ कि आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए हमारे प्रयास में कोई कमी नहीं रहने देंगे।

पीएम ने कॉन्ग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कॉन्ग्रेस की सारी सरकारें रिमोट कंट्रोल से दिल्ली से एक परिवार चलाता है। संविधान के आधार पर वो सरकारें नहीं चलती। उन्होंने कहा कि अभी पंजाब में व्यापार-कारोबार को जिस तरह माफियाओं के कब्जे में दे दिया गया है, ये खेल भाजपा सरकार में नहीं चलने दिया जाएगा। भाजपा की सरकार में यहाँ का व्यापारी, बिना किसी अत्याचार के, बिना किसी खौफ के अपना व्यापार करेगा। उन्होंने कहा कि आज कॉन्ग्रेस पार्टी की क्या गति है, आज उनकी अपनी ही पार्टी बिखर रही है। पार्टी के लोग अपने नेताओं की सारी पोल पट्टी खोल रहे हैं। आपस में लड़ रहे लोग पंजाब को स्थिर सरकार नहीं दे सकते हैं। अपनी कुर्सी बचाने में जुटे ये लोग पंजाब का विकास नहीं कर सकते हैं। 

पीएम ने कहा कि पंजाब को एक ऐसी सरकार की जरूरत है जो देश की सुरक्षा के लिए गंभीर रहकर काम करे। कॉन्ग्रेस का इतिहास गवाह है कि वो कभी पंजाब के लिए काम नहीं कर सकती और जो काम करना भी चाहता है, वो उसके आगे हजार रोड़े खड़े कर देती है।

प्रधानमंत्री के कारण नहीं मिली मेरे हेलीकाप्टर को उड़ान भरने की इजाजत- चन्नी का पीएम मोदी पर निशाना:

पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर जुबानी तेज जंग हुई, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं वायनाड सांसद राहुल गांधी की होशियारपुर में आयोजित रैली में ना जा पाने के कारण मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा, सूबे के मुख्यमंत्री चन्नी ने दावा किया- ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के कारण उनके हेलिकॉप्टर को होशियारपुर जाने की अनुमति नहीं दी गई, मैं सुबह 11 बजे ऊना में था, लेकिन अचानक पीएम मोदी की रैली के कारण होशियारपुर के लिए हेलिकॉप्टर को उड़ान भरने से मना कर दिया गया क्योंकि इस क्षेत्र को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया गया था, जिसके कारण मेरा हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर पायाऔर मैं राहुल गांधी की रैली में शामिल नहीं हो सका , अगर प्रधानमंत्री को लैंडिग की इजाजत दी जा सकती हैतो फिर मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर को उड़ने की इजाजत क्यों नहीं दी जा सकती?’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज होशियारपुर विशाल जनसभा को किया था संबोधित, कुछ कारणों की वजह से सीएम चन्नी के हेलिकॉप्टर को इजाजत नहीं मिली थी , जिसके कारण राहुल गांधी की सभा में नहीं पहुंच पाए थे चन्नी।

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोरेटिक फ्रंट:

 पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के हेलीकॉप्टर को सोमवार को चंडीगढ़ के राजेंद्र पार्क से उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी गई। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मूवमेंट के चलते इलाके में ‘नो फ्लाई जोन’ लगाया गया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की चुनावी रैली में शामिल होने के लिए सीएम चन्नी को पंजाब के होशियारपुर जाना था। वहीं पीएम मोदी जालंधर में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। फिलहाल राहुल गांधी के हेलिकॉप्टर को होशियारपुर में उतरने की इजाजत दे दी गई।

होशियारपुर के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने कहा, “सीएम चन्नी का यहां आना तय था, लेकिन यह शर्मनाक है कि इस सरकार ने चरणजीत सिंह चन्नी को होशियारपुर आने की अनुमति रद्द कर दी। अगर चुनाव आयोग इस पर संज्ञान नहीं लेता है, तो मैं समझूंगा कि ये चुनाव एक तमाशा है, एक दिखावा है।” बता दें कि पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होगा और वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी।

सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान को रोकने के लिये शीघ्र ही व्यापक स्तर पर चलाया जायेगा एक अभियान -उपायुक्त महावीर कौशिक

  • सिगरेट एवं तंबाकू सेहत के लिये हानिकारक है और शरीर में लग सकती है कई गंभीर बीमारियां
  • सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वालों के किये जायेंगे चालान-उपायुक्त

पंचकूला, 14 फरवरी :

उपायुक्त महावीर कौशिक ने कहा कि पंचकूला में सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान को रोकने के लिये शीघ्र ही व्यापक स्तर पर एक अभियान चलाया जायेगा, जिसके तहत सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वाले लोंगों के चालान किये जायेंगे।

महावीर कौशिक आज जिला सचिवालय के सभागार में सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (कोटपा) 2003 के संदर्भ में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उपायुक्त ने कहा कि सिगरेट एवं तंबाकू का सेवन सेहत के लिये हानिकारक है और इसके सेवन से शरीर में कई गंभीर बीमारियां लग सकती है। उन्होनंे कहा कि सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (कोटपा) 2003 के तहत सार्वजनिक स्थानों (होटल, रेलवे स्टेशन, सरकारी एवं गैर सरकारी कार्यालय, बस स्टेंड, सिनेमाहाल, स्कूल व काॅलेज आदि) पर सिगरेट, बीडी या किसी अन्य माध्यम से धूम्रपान करने पर प्रतिबंध है और इसकी उल्लंघना करने पर 200 रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है।

उन्होंने कहा कि शीघ्र ही संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक बुलाकर सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान के खिलाफ एक कारगर रणनीति तैयार की जायेगी। ये अधिकारी अपने-अपने अधिकृत क्षेत्रों में छापेमारी करेंगे और सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वालों के चालान करेंगे ताकि लोगों में एक कड़ा संदेश जाये। इसके अलावा लोगों में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से लोगों को धूम्रपान और तंबाकू के सेवन से शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव के बारे में अवगत करवाया जायेगा। उन्होनंे कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से सार्वजनिक कार्यालयों और स्थानों पर (यहां धूम्रपान करना निषेध है ) के संदेश वाले पोस्टर भी लगाये जायेंगे।

बैठक में एसडीएम ऋचा राठी, बीडीपीओ मारर्टिना महाजन, सीएमओ डाॅ मुक्ता कुमार, एसीपी राजकुमार, प्रदूषणा नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी वीरेंद्र पूनिया, डाॅ संदीप, डाॅ विकास गुप्ता, डाॅ राजीव नरवाल सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

कर्नाटक में हिजाब विवाद के बीच फिर से खुले स्कूल, हाईकोर्ट में चल ही सुनवाई

1 जनवरी को, उडुपी के एक कॉलेज की 6 छात्राओं ने कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआई) द्वारा तटीय शहर में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में भाग लिया था, जिसमें कॉलेज के अधिकारियों ने उन्हें हिजाब पहनकर कक्षा में प्रवेश से वंचित कर दिया था। इसके चार दिन बाद जब उन्होंने कक्षाओं में हिजाब पहनने की प्रमुख अनुमति का अनुरोध किया था, जिसकी अनुमति नहीं थी। कॉलेज के प्रिंसिपल रुद्रे गौड़ा ने कहा था कि तब तक छात्राएं हिजाब पहनकर कैंपस में आती थीं और स्कार्फ हटाकर कक्षा में प्रवेश करती थीं। रुद्रे गौड़ा ने कहा था कि संस्था में हिजाब पहनने पर कोई नियम नहीं था और चूंकि पिछले 35 वर्षों में कोई भी इसे कक्षा में नहीं पहनता था। इस मांग के साथ आए छात्राओं को बाहरी ताकतों का समर्थन प्राप्त था।

मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने अपनी प्रतिक्रिया दी है,”“अदालत जो निर्णय देगा उसे हम स्वीकार करेंगे, लेकिन तब तक पूरे राज्य में यूनिफार्म नियम लागू किया जाए।”

डेमोक्रेटिक फ्रंट बैंगलुरु(ब्यूरो) :

कर्नाटक का हिजाब विवाद ऐसा तूल पकड़ा की यह राज्य के साथ देश और राजनीति तक फैल गया। कर्नाटक के कालेजों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने के बाद खूब विरोध हुआ, जिस पर अभी भी राजनीतिक बयानबाजी और विरोध प्रदर्शन जारी है। विवाद का माहौल इतना बिगड़ गया कि देश में अलग-अलग जगहों पर हिजाब मामले को लेकर गर्माहट बढ़ गई है। इन सबके बीच, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार यानी की आज से राज्य के 10वीं तक स्कूल खोलने की घोषणा कर दी। राज्य में हो रहे विरोध प्रदर्शन के बीच, सभी छात्र स्कूल जाते हुए नजर आए।

वहीं, कुछ जगह स्कूलों में हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश के अनुसार, हिजाब वाली छात्राओं को परिसर में प्रवेश नहीं देने पर अभिभावकों को स्कूल शिक्षकों में बहस भी देखने को मिली। हालांकि, स्कूल प्रबंधन ने सभी को हिजाब उतारने के बाद ही परिसर और कक्षाओं में प्रवेश दिया

उधर, सावधानी बरतते हुए रविवार को ही उडुपी जिला प्रशासन ने सभी हाई स्कूल, और उनके आसपास के क्षेत्रों में धारा-144 (Section 144) लागू कर दी थी। यह आदेश 14 फरवरी को सुबह छह बजे से 19 फरवरी की शाम छह बजे तक प्रभावी रहेगा। सरकार और जिला प्रशासन की ओर से पर्याप्त सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। वहीं, मुख्यमंत्री ने राज्य में शांति व्यवस्था कायम रहने की उम्मीद जताई है। 

यह कदम एहतियात के तौर पर उठाया गया है, क्योंकि राज्य में हिजाब बनाम भगवा गमछे का विवाद सियासी और धार्मिक रंग लेता जा रहा था। इससे पहले राज्य सरकार ने स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया हुआ था। घोषित छुट्टियां के पूरी होने के बाद अब सोमवार को स्कूल फिर से खुल गए हैं। 

उधर, हुबली में कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य में सोमवार से 10वीं तक के स्कूल खुलेंगे। मैंने डीसी, एसपी और स्कूल प्रशासन को शांति समिति की बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, उच्च कक्षाओं और डिग्री कॉलेजों के स्कूल स्थिति की समीक्षा के बाद फिर से खोले जाएंगे। 

इससे पहले रविवार को उडुपी के डीसी एम कूर्मा राव ने जिला पुलिस अधीक्षक को सभी हाई स्कूलों के आसपास 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लगाने का आदेश दिया था। आदेश के अनुसार, स्कूल परिसर के आसपास पांच या अधिक सदस्यों के एकत्रित होने की अनुमति नहीं है। विरोध-प्रदर्शन और रैलियों सहित सभी प्रकार की सभाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है। वहीं, नारे लगाने, गाने बजाने और भाषण देने पर सख्ती से रोक है।

इससे पहले राज्य के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने बताया था कि हाईस्कूल की कक्षाएं सोमवार, 14 फरवरी से शुरू कराई जाएंगी। जबकि, प्री यूनिवर्सिटी और डिग्री कॉलेजों को वापस से खोलने पर सरकार सोमवार को फैसला कर सकती है। प्री-यूनिवर्सिटी और डिग्री कॉलेज फिलहाल, 15 फरवरी तक बंद रहेंगे। 

हिजाब और ड्रेस कोड मामले को लेकर कर्नाटक उच्च न्यायालय में अगली सुनवाई सोमवार, 14 फरवरी को होनी है। इससे पहले गुरुवार, 10 फरवरी को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने अंतरिम आदेश जारी कर फैसला आने तक स्कूल-कॉलेजों में हिजाब समेत अन्य धार्मिक कपड़े पहनने पर रोक लगा दी थी। साथ ही हाईकोर्ट ने स्कूल-कॉलेज पुन: खोलने को कहा था।


 

“International Book Giving Day” on 14th of February 2022 @ Panjab University

Chandigarh February 14, 2022

    Centre for Social Work, Panjab University, Chandigarh in order to mark the “International Book Giving Day” on 14th of February 2022, distributed books and stationary items to the underprivileged children residing in the construction sites in Chandigarh.

          The program was initiated by Ms. Babita & Ms. Jashanjot Brar who were the Research Scholars in the centre. And the team of trainee of MSW 2nd year also participated in the distribution program. In the program, the children were distributed with the books and stationary items and were made aware with the significance of International Books Giving Day. Also told the children to study hard and inculcate good studying habits.

National Pharmacy Training Program Begins at PU

Chandigarh February 14, 2022

University Institute of Pharmaceutical Sciences, Panjab University inaugurated a one-week long (February 14 to 19) web faculty training school under the initiative of UGC Networking Resource Centre (UGC-NRC), on “Emerging Trends and Alternatives in Pharmacological Research” for pharma faculty and researchers across the country.

A total of 147 participants were selected among over 172 applicants for training, hailing from various Colleges/Universities, representing 20 different states of India and 2 from abroad. The course intends to apprise and train young researchers about emerging tools, techniques and various alternatives to animals in pharmacological research.

Professor Raj Kumar, Hon’ble Vice Chancellor, Panjab University, Chandigarh presided over the function and addressed the audience. He urged pharma researchers and professionals to revisit the adopted methodologies and mindset in a better way, to serve the society. The abstract booklets of the current and previous training course were also released by worthy Vice Chancellor.

Professor Indu Pal Kaur, Chairperson, UIPS and Program Coordinator extended a cordial welcome to the audience and apprised them about the UGC Networking Resource Centre Program.

Professor Anil Kumar, Course Coordinator, 31st UGC-NRC summarized about the course content to the participants.

Professor Kanwaljit Chopra, Former Chairperson, UIPS introduced the Chief Guest.

Chief Guest of the occasion, Dr Rajeev Singh Raghuvanshi, Secretary-cum-Scientific Director, Indian Pharmacopoeia Commission, Ministry of Health and Family Welfare Government of India gave a very lucid account of Indian Pharmacopoeia Commission and its role in successfully running the Pharmacovigilance Program of India (PvPI), thus ensuring patient care and safety. Indian Pharmacopoeia Commission is a separate, dedicated, autonomous institution created by the Govt. of India to deal with matters relating to timely publication of the Indian Pharmacopoeia, official book of standards for drug. Dr Raghuvanshi urged the audience to actively participate in the adverse event reporting of drugs and medical devices, as lack of reporting is one of the major challenges in Pharmacovigilance Program.

Dr Raghuvanshi is a highly accomplished persona with 14 granted US patents; >250 published PCTs and Indian patents; >25 publications in peer reviewed journals and has co-authored 6 chapters in books. He has >200 products developed by him and his teams which are currently being sold in India, US Europe and emerging markets. Leadership development has been his passion and many of his team members mentored by him are holding leadership roles in Indian and global pharmaceutical companies.

The inaugural session concluded with a vote of thanks by Dr Anurag Kuhad, Joint Course Coordinator.

More than 330 members joined the Inauguration including distinguished guests, eminent speakers, PU & UIPS faculty and participants joined the inauguration.

Earlier, the day started with an ice breaking session by the Course Coordinators followed by a lecture on “Ocular Delivery: Opportunities and Scope” by Professor Indu Pal Kaur, Program Coordinator, UGC-NRC; Chairperson & Professor of Pharmaceutics, UIPS, Panjab University, Chandigarh. The post-tea session covered an informative recorded talk by Dr Vijay Pal Singh, Assistant Professor, Academy of Scientific and Innovative Research (AcSIR) & Veterinarian (STO), CSIR-Institute of Genomics and Integrative Biology, New Delhion “Design of Animal Experiment: Welfare as a top priority”. The post lunch sessions were by Mr Muktesh Sharma, Assistant Manager, AD Instruments South Asia (India) Pvt. Ltd. New Delhi on “Online demonstration of the Powerlab System and techniques”; DrNeeraj Kumar Singh, Deputy Librarian, Readers’ Services, A C Joshi Library, Panjab University, Chandigarh on “Research visibility and measuring Impact of Scientific research // Research Support Tools for faculty” and Professor Kanwaljit Chopra, Professor & Head, Pharmacology & Former Chairperson, UIPS, Panjab University, Chandigarh on “Preclinical Evaluation of Nutraceuticals in Diverse Pathologies: A Pharmacologist’s Narrative”

UIPS is the first and the only Pharmacy Institute in the country selected by MHRD for creating UGC Networking Resource Centre to promote and foster research and academics in the field of Pharmaceutical Sciences by training young pharma professionals, across the nation.