‘मैं आपको बताऊंगा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब के मुख्यमंत्री के पद से क्यों हटाया गया: राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा, ‘मैं आपको बताऊंगा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को पंजाब के मुख्यमंत्री के पद से क्यों हटाया गया? इसका कारण यह है कि वह गरीब लोगों को मुफ्त बिजली देने के लिए राजी नहीं हुए। उन्होंने कहा कि मेरा बिजली आपूर्ति कंपनियों के साथ अनुबंध है।’ इससे पहले 13 फरवरी को, कांग्रेस नेता प्रियंका वाड्रा ने दावा किया था कि अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार को बदलना पड़ा क्योंकि इसे दिल्ली से भाजपा चला रही थी। कोटकपूरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री का नाम लिए बिना कहा था, ‘यह सच है कि यहां 5 साल हमारी सरकार थी, यह भी सच है कि उस सरकार में कुछ कमियां थीं। हम कहीं रास्ता भटक गए थे।’

डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली(ब्यूरो):

20 फरवरी को होने जा रहे पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार जोर-शोर से जारी है। कांग्रेस, भाजपा, आप, अकाली दल समेत सभी पार्टियां अपनी पूरी ताकत झोंककर प्रचार कर रही हैं। इसी क्रम में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पंजाब के फतेहगढ़ साहिब पहुंचे जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान राहुल ने बताया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह को आखिर क्यों पंजाब के मुख्यमंत्री के पद से हटाया गया? राहुल गांधी ने कहा कि कैप्टन ने बिजली आपूर्ति कंपनियों के साथ अपने कॉन्ट्रैक्ट का हवाला देते हुए राज्य के गरीब लोगों को मुफ्त बिजली देने से इनकार कर दिया था।

रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि आप (अमरिंदर) पंजाब के मुख्यमंत्री हो, आपका पंजाब की जनता के साथ कॉन्ट्रैक्ट नहीं है क्या। यही सवाल मैंने चन्नी से पूछा कि आप सीएम बने हैं और बिजली माफी का पंजाब के गरीब लोगों का मामला है। इसको आप देखकर ठीक करिए। उन्होंने (चन्नी) ये नहीं कहा कि हमारा कॉन्ट्रैक्ट है किसी के साथ। उन्होंने एकदम 1500 करोड़ रुपये 20 लाख परिवारों के माफ कर दिए।

इस दौरान राहुल गांधी ने पंजाब की मुख्य विपक्षी पार्टी आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केजरीवाल जी ने मजीठिया से माफी क्यों मांगी? राहुल गांधी ने कहा, “क्या मैंने या चन्नी जी ने मजीठिया से माफी मांगी, फिर केजरीवाल ने क्यों माफी मांगी। मेरे ऊपर 20-25 केस है, मैंने आज तक किसी से माफी नहीं मांगी।

करहल में बेटे अखिलेश का नाम ही भूल गए मुलायम यादव

मुलायम सिंह ने कहा ‘समाजवादी पार्टी की नीतियां हैं कि हमारे किसान को प्राथमिकता दी जाए, उनके लिए खाद बीज का इंतजाम किया जाए और उनको सिंचाई का साधन उपलब्ध कराया जाए, जिससे पैदावार बढे़। पैदावार बढे़गी तो किसान की हालत सुधरेगी । इसी तरह हमारे पढे़ लिखे नौजवानों के लिए रोजगार और नौकरी का इंतजाम होना चाहिए, यह कोई सरकार नही कर रही हैं।’

डेमोक्रेटिक फ्रंट, लखनऊ(ब्यूरो) :

उत्तर प्रदेश में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए वोट की अपील करने के लिए सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव करीब तीन साल बाद चुनावी मैदान में उतरे। अखिलेश यादव के पिता और पार्टी संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने गुरुवार को मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट पर वोट की अपील की और किसानों, नौजवानों एवं व्यापारियों को देश के विकास के लिए मजबूत स्तंभ करार दिया। सभा के दौरान जब मुलायम सिंह यादव मंच से प्रचार कर रहे थे, तब एक वक्त ऐसा भी आया कि वह न केवल अखिलेश यादव के लिए वोट मांगने की अपील करना भूल गए, बल्कि करहल से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सपा अध्यक्ष का नाम तक भूल गए।

दरअसल, मैनपुरी की करहल सीट से चुनाव लड़ रहे अखिलेश यादव के प्रचार के लिए गुरुवार को पहली बार समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव भी मैदान में उतरे। उन्होंने करहल में जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव के लिए वोट मांगा। लंबे समय बाद चुनावी सभा में आए मुलायम यादव के जोश में कोई कमी नहीं थी, लेकिन उनकी आवाज में अब उम्र का असर जरूर दिखा। नेताजी ने किसानों, नौजवानों और व्यापारियों की तरक्की को देश की मजबूती के लिए जरूरी बताया। हालांकि, इस दौरान वह अखिलेश को जितवाने की अपील करना भूल गए और भाषण को खत्म करने लगे तो धर्मेंद्र यादव को उन्हें याद दिलाना पड़ा।

मुलायम सिंह यादव का पूरा भाषण किसानों, व्यापारियों और नौजवानों पर केंद्रित रहा। उन्होंने कई बार दोहराया कि सपा सरकार इनके लिए काम करेगी, क्योंकि इनकी खुशहाली से ही देश मजबूत होगा। जनता को आभार जताते हुए मुलायम सिंह यादव अपने भाषण को खत्म करने की ओर बढ़ने लगे तो पास में ही खड़े सांसद धर्मेंद्र यादव ने एक पर्ची पकड़ाते हुए उनके कान में कहा-वोट मांगिए। यह सुनकर खुद मुलायम सिंह यादव और आसपास खड़े सभी लोग हंसने लगे। इतना ही नहीं, मुलायम सिंह यादव एक पल के लिए करहल के प्रत्याशी और अपने बेटे अखिलेश का नाम भी भूल गए और कहा कि जो भी यहां उम्मीदवार हैं, उन्हें जिता देना। सांसद धर्मेंद्र ने फिर उनकी मदद की तो मुलायम सिंह यादव ने कहा कि अखिलेश यादव को भारी मतों से जिता देना।

मुलायम सिंह यादव ने यहां भारी जनसैलाब के बीच चुनावी सभा में कहा कि सपा की नीतियां हैं कि किसानों को प्राथमिकता दी जाए, खाद बीज और सिंचाई का साधन उपलब्ध कराया जाए। पैदावार बढ़ेगी तो किसानों की हालत सुधरेगी. व्यापारियों को भी सुविधा दी जाए ताकि वह किसानों की पैदावार खरीदे. लाखों नौजवानों को नौकरी-रोजगार दिलाने की जरूरत है। किसान नौजवान और व्यापारी ये तीन मिलकर ही देश को मजबूत बनाएंगे। करहल में आयोजित सभा में उमड़ी भारी भीड़ को देखकर सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव बेहद गदगद दिखे। उन्होंने अपने भाषण में कई बार भारी भीड़ का जिक्र करते हुए कहा कि लाखों लोग उम्मीद के साथ यहां आए हैं। उन्होंने भरोसा दिया कि सपा लोगों की उम्मीदों को टूटने नहीं देगी।

चण्डीगढ़ के कृष पाल ने एक बार फिर भारतीय मुक्केबाजी टीम में अपनी जगह बनाई

अम्मान (जॉर्डन) में होने वाली जूनियर एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए हुआ चयन

चण्डीगढ़ :

गवर्नमेंट मॉडल हाई स्कूल, सेक्टर 43-ए में 10वीं कक्षा के विद्यार्थी कृष पाल ने एक बार फिर भारतीय मुक्केबाजी टीम में अपनी जगह बना ली है। हाल ही में उनका चयन अम्मान (जॉर्डन) में होने वाली जूनियर एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप के लिए हुआ है, और अभी रोहतक में राष्ट्रीय प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रहे हैं। इससे पहले कृष पाल ने सोनीपत में हुई जूनियर राष्ट्रीय मुक्केबाज़ी प्रतियोगिता में अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन दिखाते हुए ‘मोस्ट प्रोमिसिंग बॉक्सर’ का ख़िताब अपने नाम किया था। इसी प्रदर्शन के चलते ही उन्होंने पिछले वर्ष हुई एशियाई बॉक्सिंग चैंपियनशिप (दुबई) में भाग लिया था। विद्यालय के स्पोर्ट्स शिक्षक गुरजीत बाजवा और जितेंदर सिंह ने बताया कि कृष पाल की इस सफलता के पीछे उसकी कड़ी मेहनत एवं लगन के अलावा उनके कोच भगवंत सिंह का भी काफी बड़ा हाथ है। उनके चयन से ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए विद्यालय की मुख्याध्यापिका हरमनीत कौर ने होने वाली प्रतियोगिता में अच्छे प्रदर्शन के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।

पीजीआई में स्थित गुरु रविदास भवन में समाजसेवी संस्था ने शेड निर्माण का कार्य शुरू करवाया  

चण्डीगढ़ :

पीजीआई स्थित गुरु रविदास भवन में श्री नीलकंठ धाम चैरिटेबल ट्रस्ट पंचकूला-चण्डीगढ़ व श्री सत्या साई ग्रामीण जागृति संस्था द्वारा संत रविदास महाराज की 645वीं जयंती के अवसर पर एक शेड के निर्माण का कार्य शुरू करवाया गया जिसमें लगभग 200 मरीजों का ठहराव हो सकेगा। संस्थाओं के चेयरमैन सतीश गर्ग ने इस शेड के निर्माण कार्य का शुभारम्भ किया।इस कार्यक्रम में इग्नू के प्रो. कौशल पवार, अम्बेडकर महासभा के अध्यक्ष सत्यवान सिरोहा औऱ हरियाणा सरकार में कमिश्नर गीता भारती आदि मौजूद रहे। गुरु रविदास सभा ने आए हुए सभी गणमान्य व्यक्तियों को सरोपा व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। अंत में गुरु जी का अटूट लंगर चलाया गया।

आरडब्ल्यूए कैंप ऑफिस पार्क में ओपन एयर जिम का उद्घाटन किया महापौर ने

मनीमाजरा :

महापौर सरबजीत कौर ने आज मॉडर्न हाउसिंग काम्प्लेक्स (एमएचसी), सेक्टर 13, चण्डीगढ़ में आरडब्ल्यूए कैंप ऑफिस पार्क में ओपन एयर जिम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर रेसिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) के अध्यक्ष कर्नल (से.नि.) गुरसेवक सिंह ने महापौर का स्वागत किया व उन्हें नगर निगम की ओपन एयर जिम पॉलिसी को लेकर एक ज्ञापन दिया। कर्नल गुरसेवक सिंह ने कहा कि एमएचसी क्षेत्र में 18 पार्क आते हैं परन्तु ओपन एयर जिम केवल पांच पार्कों में ही हैं।निगम की ओपन एयर जिम के बारे में पॉलिसी के मुताबिक ओपन एयर जिम स्थापित करने के लिए पार्क का क्षेत्रफल 0.5 एकड़ होना चाहिए। कर्नल गुरसेवक सिंह ने कहा कि एमएचसी, सेक्टर 13 में सभी वर्गों के  निवासियों को पार्कों में ओपन एयर जिम की सुविधा मिलनी चाहिए, चाहे जिम स्टेशंस की संख्या पार्क के आकार के हिसाब से कम कर दी जाए। इसके अलावा उन्होंने ज्ञापन में ये पॉइंट भी उठाया कि बारिश होने पर पार्कों में कई दिन तक कीचड रहने से जिम की सुविधा का आम जन इस्तेमाल नहीं कर सकते, इसलिए जिम स्टेशंस को सीमेंटेड एरिया या फिर टाइल्स लगा कर स्थापित किया जाना चाहिए। सरबजीत कौर ने इन मांगों की ओर ध्यान देने का आश्वासन दिया।    

इस मौके पर महापौर ने निगम के बागवानी विभाग के जेई हरचंद सिंह व रोड़ विंग के सुपरवाइजर सोहन सिंह को उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित भी किया। पूर्व उप महापौर जगतार सिंह जग्गा, बागवानी विभाग के अधिकारीगण व आरडब्ल्यूए के जन सम्पर्क सचिव ललित कुमार बजाज आदि भी इस अवसर पर मौजूद रहे।  

यूपी – बिहार वाले अपने ब्यान पर ‘चन्नी’ की सफाई

चन्‍नी ने गुरुवार को कहा क‍ि मैं उन लोगों के बारे में बात कर रहा था जो बाहर से आते हैं और यहां व्यवधान पैदा करते हैं। पंजाब में यूपी-बिहार, राजस्थान और अन्य जगहों के जितने लोग हैं, जो यहां आकर काम करते हैं, जितना पंजाब हमारा है, उतना ही उनका है। इसलिए मेरे बयान को किसी और तरीके से पेश करना ठीक नहीं। मेरे बयान का गलत अर्थ निकाला जा रहा है। पंजाब में आज तक आए सभी प्रवासी मजदूरों ने मेहनत कर विकास के पथ पर अग्रसर किया है। हमें उनके लिए केवल प्यार है, इसे कोई नहीं बदल सकता। उनके अनुसार उनके बयान को बहुत अलग तरीके से पेश किया गया जिसका साफ साफ अर्थ है कि पत्रकार ही ठीक से काम नहीं कर रहे, सभी उनके बयान की वीडियो दिखा रहे हैं और गलत तरीके से काम कर रहे हैं।

  • मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है: चरणजीत सिंह चन्नी
  • इनका काम है कि कुछ भी घुमा दो, इनके साथ पूरी मीडिया है। आप (पत्रकार /मीडिया वाले) लोग इनके साथ हैं। यह लोग किस भी चीज को ट्विस्ट कर देते हैं : चन्नी
  • केजरीवाल हरियाणा के रहने वाले हैं- उनसे हमारी पानी की लड़ाई है : चन्नी
  • अरविंद केजरीवाल और राघव चड्ढा जैसे लोग पंजाब पर आकर कब्जा करना चाहते हैं : चन्नी

राजवीरेन्द्र वसिष्ठ, चंडीगढ़, डेमोक्रेटिक फ्रंट :

पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि ‘मैंने केजरीवाल के लिए बाहरी शब्द का इस्तेमाल किया था, केजरीवाल हरियाणा के रहने वाले हैं- उनसे हमारी पानी की लड़ाई है। प्रवासी मजदूर हमारे अपने हैं, उनका अपना पंजाब है – मैंने प्रवासी मजदूरों के बारे में कुछ नहीं कहा है। अरविंद केजरीवाल और राघव चड्ढा जैसे लोग पंजाब पर आकर कब्जा करना चाहते हैं, उनके बारे में कहा था।’

(उनके पूरे बयान में ‘भइये’ शब्द का प्रयोग हुआ जिनहे खुद इनहोने बिहारी और यूपी का कहा, हरियाणा का तो नाम भी नहीं लिया था।)

यूपी और बिहार का जिक्र वाले अपने बयान को लेकर अब सीएम चन्नी की तरफ से सफाई सामने आई है अपनी सफाई में चन्नी ने कहा कि, “मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। प्रवासी पंजाब में विकास के लिए आता है, केजरीवाल अराजकता फैलाते हैं।” हालांकि चन्नी की सफाई काफी देर से आई है। क्योंकि उनके विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर अब तक उन पर कई तरह के वार कर दिए हैं। साथ ही जनता तक ये मैसेज पहुंचाने की कोशिश हो रही है कि चन्नी बाहर से आए लोगों का विरोध कर रहे हैं। 

पंजाब की जिस रैली में चरणजीत सिंह चन्नी ने ये बयान दिया था, उसमें प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं। जब चन्नी ने ये बयान दिया तो प्रियंका ने भी इस पर हाथ ऊपर कर तालियां बजाई थीं। प्रियंका की तालियों को लेकर भी बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को निशाने पर लिया। अब चन्नी के साथ-साथ प्रियंका गांधी ने भी इस मामले पर सफाई दी है। प्रियंका गांधी ने कहा कि, चन्नी जी ने बोला कि पंजाब की सरकार, पंजाबी चलाएंगे। मुझे नहीं लगता कि कोई चाहेगा कि वो यूपी से आकर पंजाब में राज करे, न यूपी के लोग चाहेंगे कि उनके यहां कोई पंजाब से आकर के राज करे। इनका काम है कि कुछ भी घुमा दो, इनके साथ पूरी मीडिया है। आप लोग इनके साथ हैं। यह लोग किस भी चीज को ट्विस्ट कर देते हैं। चन्नी जी एक संदर्भ में बात कर रहे थे।

प्रियंका का ब्यान यूपी में बहुत चला “मैं लड़की हूँ, लड़ सकती हूँ” और पंजाब में यूपी के भईया को बाहर भगाओ”

बता दें कि 15 फरवरी को प्रियंका गांधी पंजाब के रूपनगर में चुनाव प्रचार करने पहुंची थीं। इस दौरान उनके साथ चरणजीत सिंह चन्नी भी मौजूद दिखे। चन्नी ने प्रियंका की मौजूदगी में कहा कि, “पंजाबियों की बहू हैं प्रियंका गांधी… पंजाबन हैं, पंजाबियों की बहू हैं, पूरी ताकत के साथ एक तरफ हो जाओ पंजाबियों… यूपी के, बिहार के, दिल्ली के भइया जो पंजाब में आकर राज करना चाहते हैं उन्हें हम घुसने नहीं देंगे।”

राष्ट्रीय मतदाता जागरूकता प्रतियोगिता ‘मेरा वोट मेरा भविष्य-एक वोट की शक्ति’ के लिए 15 मार्च तक प्रविष्टियां आमंत्रित


प्रतियोगिता का उद्देश्य प्रतिभागियों की रचनातमक अभिव्यक्ति के  माध्यम से हर वोट के महत्व को दर्शाना-जिला निर्वाचन अधिकारी महावीर कौशिक

पंचकूला, 17 फरवरी :

रचनात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से हर वोट के महत्व को दर्शाने के उद्देश्य से भारत निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस 2022 के अवसर पर ‘मेरा वोट मेरा भविष्य-एक वोट की शक्ति’ विषय पर एक राष्ट्रीय मतदाता जागरूकता प्रतियोगिता शुरू की है, जिसके लिए 15 मार्च तक आॅनलाइन माध्यम से प्रविष्टियां आमंत्रित की गई हैं।

इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त श्री महावीर कौशिक ने बताया कि भारत के चुनाव आयोग के ‘स्वीप’ (व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी) कार्यक्रम की यह राष्ट्रीय मतदाता जागरूकता प्रतियोगिता लोगों की प्रतिभा और रचनात्मकता को उजागर करने के साथ-साथ उनकी सक्रिय भागीदारी के माध्यम से लोकतंत्र को भी मजबूत करती है। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में सभी आयु वर्ग के लोग भाग ले सकते हैं। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य क्राउडसोर्सिंग के माध्यम से लोकतंत्र में हर एक वोट के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करना है।

पांच श्रेणियों में आयोजित की जाएगी प्रतियोगिता

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्तर की यह प्रतियोगिता पांच श्रेणियां में आयोजित की जाएगी, जिनमें प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता, गीत प्रतियोगिता, वीडियो निर्माण प्रतियोगिता और पोस्टर डिजाइन प्रतियोगिता शामिल है। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में आवेदक तीन श्रेणियों नामतः  संस्थागत, व्यावसायिक और एमेच्योर श्रेणी के तहत भाग ले सकते हैं। संस्थागत श्रेणी के तहत प्रासंगिक केंद्र या राज्य सरकार अधिनियम के तहत पंजीकृत शैक्षणिक संस्थान/संगठन जैसे कि स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय भाग ले सकेंगे। इसी प्रकार, व्यावसायिक श्रेणी के तहत व्यक्ति जिनकी आजीविका का मुख्य स्रोत वीडियो बनाना/पोस्टर डिजाइनिंग/गायन या किसी भी रूप में काम करना है और जिनका राजस्व का प्रमुख स्रोत वीडियो/पोस्टर बनाना व गायन है, इस प्रतियोगिता में भाग ले सकेंगे। चयनित प्रतिभागी को पेशेवर श्रेणी के संबंध में प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। एमेच्योर श्रेणी के तहत वे व्यक्ति भाग ले सकते हैं जो अपनी रचनात्मकता को प्रस्तुत करने के लिए शौकिया तौर पर वीडियो बनाते हैं, पोस्टर डिजाइन व गायन करते हैं, परंतु उनकी आय का प्रमुख स्रोत कुछ और है।

शीर्ष तीन विजेताओं को आकर्षक नकद पुरस्कार से किया जाएगा सम्मानित

उन्होंने बताया कि प्रत्येक श्रेणी में शीर्ष तीन विजेताओं को आकर्षक नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक श्रेणी में एक ‘स्पेशल मेंशन’ श्रेणी के तहत भी नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। संस्थागत श्रेणी में चार स्पेशल मेंशन होंगे जबकि व्यावसायिक और एमेच्योर श्रेणी में तीन-तीन स्पेशल मेंशन होंगे। विभिन्न श्रेणियों में प्रविष्टियों पर निर्णय भारत के चुनाव आयोग द्वारा गठित एक जूरी द्वारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रविष्टियों के पुनर्मूल्यांकन के दावों से संबंधित किसी भी आग्रह पर विचार नहीं किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि आवेदकों की सुविधा के लिए प्रतियोगिता की वेबसाइट https://ecisveep.nic.in/contest/   पर प्रतियोगिता से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश, नियम  एवं शर्ते दी गई हैं। प्रतिभागी 15 मार्च, 2022 तक अपनी प्रविष्टियों को विवरण के साथ  voter-contest@eci.gov.in  पर ईमेल कर सकते हैं। प्रतिभागियों को ईमेल में अपनी प्रतियोगिता और श्रेणी के बारे में स्पष्ट रूप से उल्लेख करना होगा।

बाल श्रम पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के लिये शीघ्र चलाया जायेगा अभियान -उपायुक्त महावीर कौशिक

  • विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर बाल मजदूरी में संलिप्त बच्चों को छुडवाया जाये और बच्चों से जबरन मजूदरी करवाने वालों के विरूद्ध की जायें सख्त कार्रवाही*
  • स्कूल-कॉलेजों में बच्चों को बाल मजदूरी की रोकथाम के लिए करें जागरूक
  • बाल श्रम से संबंधित कोई भी मामला संज्ञान में आये तो जिलवासी अवश्य दें जानकारी-उपायुक्त

पंचकूला, 17 फरवरी :

जिला में बाल श्रम पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के लिये शीघ्र ही अभियान चलाया जायेगा। उपायुक्त महावीर कौशिक ने आज निर्देश दिये कि विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर बाल मजदूरी में संलिप्त बच्चों को छुडवाया जाये और बच्चों से जबरन मजूदरी करवाने वालों के विरूद्ध नियमानुसार सख्त कार्रवाही की जायें। इसके अलावा  अब तक रेस्क्यू किये गये बच्चों का पुर्नंवास सुनिश्चित किया जाये।

कौशिक आज लघु सचिवालय के सभागार में बाल श्रम से संबंधित मामलों के लिए गठित जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उपायुक्त ने कहा कि बाल श्रम (रोकथाम और विनियमन) संशोधन अधिनियम के तहत 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों से दुकानों, फैक्ट्रियों, कारखानों, होटल, ढाबो और घरों में काम करवाना अपराध हैं और ऐसे मामलों में संलिप्त पाये जाने पर 10 हजार रुपये से लेकर 50 हजार रुपये जुर्माना तथा 6 महीने से 2 साल तक की सजा का प्रावधान है।

उपायुक्त ने कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि शहर की कुछ लाईंट प्वाईंटस पर बच्चों से फोर्सड लेबर करवाई जाती है। उन्होंने निर्देश दिये कि शीघ्र ही एक टीम गठित करके ऐसी लाईट प्वाईंटस पर छापेमारी कर बच्चों को रेस्क्यू किया जाये। उन्होनंे यह भी निर्देश दिये कि बच्चों से जबरन काम करवाने वाले गिरोह को पकड़कर, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाही की जाये ताकि ऐसे लोगों को एक कड़ा संदेश जाये। इसके अलावा बाल श्रम के साथ-साथ भीख मांगने वाले मुख्य स्थानों पर भी छापेमारी करें तथा भीख मांगने वाले बच्चों को ऐसा न करने के लिए जागरूक करें। उन्होंने कहा कि बाल श्रम के साथ-साथ चाईल्ड बैगिंग (बच्चों द्वारा भीख मांगना) भी अपराध है।

उन्होंने कहा कि आज के समय में बच्चे तथा युवा हर कार्य को जोश तथा जिद के साथ करते हैं और इस दिशा में वे सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल-कॉलेजों में बच्चों को बाल मजदूरी की रोकथाम के लिए जागरूक करें कि यदि उन्हें कहीं बाल श्रम होता दिखे तो वे इसकी सूचना दें। विद्यार्थियों को भीख मांगने वाले बच्चों को भीख न देने तथा दूसरों को भी ऐसा करने के बारे में जागरूक करें।

उपायुक्त ने जिलावासियों से अपील की कि यदि उनके संज्ञान में  बाल श्रम से संबंधित कोई भी मामला आता है तो वे इसकी जानकारी चाईल्ड लाईन नंबर 1098 पर दें । इसके अलावा वे केंद्र सरकार के पेंसिल पोर्टल और सहायक श्रम आयुक्त की ईमेल locopkl1@gmail.com  पर भी जानकारी दें सकते है।
बैठक में बताया गया कि जिला टास्क फोर्स द्वारा पिछले महीने जनवरी 2022 में ही एक अनाथ बच्चे को रायपुररानी से रेस्क्यू किया गया हैं। बच्चे से घरेलू कार्य करवाया जा रहा था। बैठक में बताया गया कि वर्ष 2021 में विभिन्न स्थानों से कुल 16 बच्चों को रेस्क्यू करवाया गया।

इस अवसर पर सहायक श्रम आयुक्त नवीन शर्मा, जिला बाल संरक्षण अधिकारी आरू वशिष्ट, डीईओ उर्मिला देवी, डिप्टी डीईओ अंजु ग्रोवर, पीओ देवेंद्र सांगवान, लेबर इंस्पेक्टर तेजबीर सिंह, बचपन बचाओ आंदोलन से गजेन्द्र नौटयाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।

केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने वीआरएस ग्रुप को क्रेडाई पंजाब रियल्टी कॉन्क्लेव अवार्ड-2022 प्रदान किया

चण्डीगढ़ :

केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप पुरी गत रोज हयात रीजेंसी हियएल में आयोजित क्रेडाई पंजाब रियल्टी कॉन्क्लेव में मुख्य अतिथि के तौर पर पधारे। इस अवसर पर  हरदीप पुरी ने वीआरएस ग्रुप के एमडी एवं सीईओ सुमित जिंदल तथा चेयरमैन राजेश अरोड़ा को बुनियादी ढाँचा विषयक क्षेत्र में उच्च मानक स्थापित करने पर क्रेडाई पंजाब रियल्टी कॉन्क्लेव अवार्ड-2022 प्रदान किया।

ACADEMIC WRITING WORKSHOP BY UIFT& VD AND DLLL & E CONCLUDES

Chandigarh February 17, 2022

University Institute of Fashion Technology and Vocational Development. Panjab University, Chandigarh in collaboration with Department of Life Long learning & Extension organized an online Academic Writing Workshop from 10 February to 17 February, 2022, for Research scholars and Post Graduate students with an objective to guide them and direct them towards producing a better quality of thesis and dissertation work. Around 50 Research scholars, Masters’ students and faculty from UIFT & VD and various colleges and Universities like IIS University, Jaipur, Amity University , Noida etc. attended this workshop. The workshop aimed at highlighting the helpful approaches of academic writing, essential for communicating a research idea in a comprehensive and engaging manner. Five experts:Prof. Sharda Kaushik, Prof. Pushpinder Syal, Prof. Deepti Gupta, Dr. Apara Sharma and Ms. Jashanpreet Kaur were invited to share their expertise and enlighten the learners about the pertinent approaches and myriad aspects of academic writing.

Prof. Sharda Kaushik, former Professor and Head, Centre of Management and Humanities, Punjab Engineering College, Chandigarh discussed the importance of publishing quality research work in valuable journals. She emphasised the importance of writers, reviewers, editors, and readers in helping to publish excellent academic works on a global platform. The interactive workshop provided research researchers with theoretical as well as practical exposure. In another session, Dr. Kaushik conducted a practical task, in which audience was asked to sum up each paragraph of a research paper in a single phrase. The task helped the audience to learn the importance of effective communication which is achieved with each paragraph forming a building block.

Prof. Pushpinder Syal, Department of English and Cultural Studies, Panjab University  provided an in-depth insight into the style, language, and structure of an article, journal, or any other piece of academic writing. From conceiving a concept to giving it a formal academic shape, the session delves into the process of research analysis. Prof.  Syal further emphasised the importance of decision-making at both the macro and micro levels. The students were inspired to participate in active research projects in order to add something unique and noteworthy to their respective fields.

Prof. Deepti Gupta, Dean International Students and Professor in the Department of English and Cultural Studies, Panjab University spoke about ‘Plagiarism in Academic Writing’. She used appropriate examples to explain the meaning and types of plagiarism. She emphasised the need of following the research ethics religiously while explaining the challenges with thesis writing and what researchers should bear in mind while writing theses. Participants were demonstrated how to paraphrase a sentence by changing active to passive, negative to positive or vice versa and they were involved with exercises on paraphrasing. The resource person emphasised that language is a tool and participants can use this tool to their advantage, and encouraged them to become friends with the language.

Another session focused on the role of language in academic writing was led by Dr. Apara Sharma, Assistant Professor, Department of English, Mehr Chand Mahajan DAV College for Women, Chandigarh. She compared language to a dress. Academic writing is incomplete without language, just as a clothing is incomplete without adornment. She clarified several grammar topics, including basic punctuation rules, choosing proper words, constructing a logical structure, and using the appropriate tone in academic writing. She discussed proper citation practises as well as the ethics of using citations.

Ms. Jashanpreet Kaur from the Department of English and Cultural Studies, Panjab University, spoke in detail about the features of Academic Writing, difference between Academic Writing and Non-Academic Writing, Types of Writing etc., the structure of Academic Text, that include Introduction, Body and Conclusion.

Participants in the sessions were invited to speak about the difficulties they faced when writing their theses, research papers, and synopses. A thought-provoking discussion between the experts and the participants completed the sessions. After each session, students were invited to submit their inquiries and questions, and they were given the opportunity to engage in a productive discourse with the resource person. Hands-on exercises were also undertaken during the workshop to promote student participation. Students appreciated the programme because it proved to be highly useful for their future research endeavours. Ms. Nidhi, a student from M.Sc. Fashion and Lifestyle Technology said that

“Thanks for organizing this workshop. I feel learning about the details of academic writing at Masters level is going to help us a lot in reducing the chances of errors and repetitions in our research work.” 

The workshop was well received by students as it proved to be very helpful for their future research projects. The success of the workshop was evident with the enthusiastic participation of the students. Dr. Anu H. Gupta, Chairperson, UIFT & VD lauded the commendable sessions delivered by all the experts and encouraged the participants to improve their writing skills by attending such insightful workshops and continuously working on their writing pursuits. Such initiatives and workshops, according to Dr. Paramjit Singh Kang, Chairperson, DLLL&E, assist researchers enhance their creative skills and constitute a lifelong learning process.