सोने की तस्करी के सबूत जलाने की कोशिश है सचिवालय में लगी आग : चेन्निथला

“यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य सरकार सोने की तस्करी से जुड़े सभी सबूतों को नष्ट करने की कोशिश कर रही है। इसके लिए बिजली की गड़गड़ाहट का हवाला देकर सचिवालय में सीसीटीवी कैमरे बदले गए। हमने हाल ही में कोई गड़गड़ाहट या बिजली की आवाज़ नहीं सुनी है। मुझे वास्तव में शक है। चेन्निथला ने कहा कि सभी सबूतों को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्य सचिव भी इसमें शामिल हैं।” सनद रहे कि तिरुवनंतपुरम में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 14.82 करोड़ रुपये का 24 कैरेट का 30 किलो सोना जब्त किया गया था। इस खेप को UAE के राजनयिक सामान में छल से शामिल कर दिया गया था, जिसे निरीक्षण से छूट मिली होती है। लेकिन विशिष्ट सूचना मिलने पर इस खेप को जब्त कर लिया गया था। सरित, जो खेप को लेने के लिए आया था, उसे गिरफ्तार कर लिया गया था।

नयी दिल्ली(ब्यूरो):

तिरुवनंतपुरम में केरल सचिवालय में मंगलवार (अगस्त 25, 2020) को आग लग गई, जिसे विपक्ष ने ‘सोने की तस्करी मामले से जुड़े सबूतों को नष्ट करने की साजिश’ कहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने केरल सरकार के खिलाफ सचिवालय के समक्ष धरना दिया। 5 जुलाई को तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे से 30 किलोग्राम सोना जब्त होने के बाद से केरल सोना तस्करी कांड गर्माया हुआ है।

केरल के भाजपा अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि यह सुनियोजित तोड़फोड़ और सोने की तस्करी मामले में मंत्रियों की भागीदारी को छिपाने का एक प्रयास था। रहस्यमयी तरीके से लगी इस आग को साजिश बताने के चलते भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन को विरोध प्रदर्शन के बाद मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी से पहले उन्होंने कहा, “लोकतंत्र का कत्लेआम किया गया है।” उनकी पार्टी के प्रदर्शनकारी नेताओं ने आग प्रभावित क्षेत्रों की फोरेंसिक जाँच की माँग की है।

रिपोर्ट के अनुसार, सचिवालय में लगी आग पर नियंत्रण पा लिया गया था, लेकिन इससे पहले कई फाइलें नष्ट होने की सूचना सामने आई हैं, जिसके कारण कई विपक्षी नेताओं को साजिश का संदेह हुआ है। सचिवालय में हाउसकीपिंग सेल के अतिरिक्त सचिव पी हनी ने कहा कि एक कंप्यूटर के शॉर्ट सर्किट से लगी आग से गोल्ड तस्करी मामले की जाँच कर रहे प्रोटोकॉल अधिकारी के कार्यालय को नुकसान हुआ है।

मौके पर अग्निशमन कर्मियों के आने तक, कांग्रेस और भाजपा ने इस मामले की उच्चस्तरीय जाँच की माँग की है। मुख्य सचिव विश्वास मेहता घटनास्थल पर पहुँचे और उन्होंने इस घटना की विस्तृत जाँच का आश्वासन दिया। हालाँकि, एक टीवी चैनल से उन्होंने कहा कि कोई महत्वपूर्ण फाइल नष्ट नहीं हुई हैं और वे सभी सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि घटना के समय कार्यालय में केवल दो लोग थे और वे सुरक्षित हैं।

पहले भी लगे हैं सुबूतों को नष्ट करने के आरोप

उल्लेखनीय है कि केरल के विपक्षी नेता रमेश चेन्निथला ने जुलाई 22, 2020 को आरोप लगाया था कि राज्य सरकार सचिवालय में सीसीटीवी कैमरे बदलकर सोने की तस्करी मामले में सबूत नष्ट करने की कोशिश कर रही है।

चेन्निथला ने कहा कि सभी सबूतों को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है जिसमें मुख्य सचिव भी इसमें शामिल हैं। एक टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार चेन्नीथला ने सबूतों को नष्ट करने का आरोप लगाते हुए कहा था, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य सरकार सोने की तस्करी से जुड़े सभी सबूतों को नष्ट करने की कोशिश कर रही है। इसके लिए बिजली की गड़गड़ाहट का हवाला देकर सचिवालय में सीसीटीवी कैमरे बदले गए। हमने हाल ही में कोई गड़गड़ाहट या बिजली की आवाज़ नहीं सुनी है। मुझे वास्तव में शक है। चेन्निथला ने कहा कि सभी सबूतों को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। मुख्य सचिव भी इसमें शामिल हैं।”

केरल गोल्ड स्मगलिंग केस

गौरतलब है कि यूएई वाणिज्य दूतावास की पूर्व कर्मचारी स्वप्ना सुरेश और दो अन्य लोगों के खिलाफ तिरुवनंतपुरम में ₹14.82 करोड़ कीमत के 30 किलो गोल्ड स्मगलिंग के हाई प्रोफाइल मामले में केस दर्ज किया गया था। यह घटना 5 जुलाई तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट की है।

बता दें कि यूएई वाणिज्य दूतावास की पूर्व कर्मचारी स्वप्ना सुरेश और दो अन्य लोगों के खिलाफ तिरुवनंतपुरम में 30 किलो गोल्ड स्मगलिंग मामले में केस दर्ज किया गया है. यह घटना 5 जुलाई तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट की है.

प्रवर्तन निदेशालय की कस्टडी में स्वप्ना सुरेश ने NIA की पूछताछ में बताया कि विभिन्न बैंकिंग और गैर बैंकिंग चैनल के जरिये निवेश करके इस अपराध को अंजाम दिया गया. हवाला नेटवर्क की अधिकारी पहले से ही जांच कर रहे हैं. सूत्रों ने मीडिया को बताया कि वित्तीय जांच एजेंसी यह पता लगा रही है कि क्या स्मगलिंग के जरिये मनी लॉन्ड्रिंग की गई.

मौजूदा संगठन पार्टी को आगे ले जाने की स्थिति में नहीं: वीरप्पा मोइली

चंडीगढ़(ब्यूरो):

कांग्रेस में सामूहिक नेतृत्व और पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में शामिल, पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने मंगलवार को कहा कि यह ‘स्वीकार्य तथ्य’ है कि पार्टी का मौजूदा संगठन कांग्रेस की सोच को आगे ले जाने और लोकतंत्र की रक्षा करने की स्थिति में नहीं है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोइली ने सोनिया गांधी के नेतृत्व की तारीफ करते हुए यह भी कहा कि पत्र का मकसद पार्टी को अगले लोकसभा चुनाव और अन्य चुनावों के लिए तैयार करना था और पार्टी के प्रति उनकी वफादारी जीवन भर रहेगी.

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘केंद्र की राजग सरकार लोकतंत्र के बुनियादी मूल्यों के लिए खतरा बन गई है. कांग्रेस को भाजपा की विभाजनकारी नीतियों का मुकाबला करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए.’’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले नेताओं में मैं भी शामिल हूं. इसका मकसद पार्टी को 2024 के लोकसभा चुनाव, अन्य विधानसभा चुनावों और स्थानीय निकाय के चुनावों के लिए तैयार रखना है.’’

मोइली ने कहा, ‘‘यह स्वीकार्य तथ्य है कि देश में चल रहे संकट के मौजूदा माहौल और हालात में कांग्रेस का संगठन पार्टी की सोच को आगे ले जाने और लोकतंत्र की रक्षा करने में स्थिति में नहीं है.’’

उनके मुताबिक, ‘‘गांधी परिवार हमेशा से देशभक्ति और त्याग के लिए जाना जाता है. सोनिया गांधी इस सोच का प्रतिनिधित्व करती हैं. उनके नेतृत्व की हमेशा जरूरत है और कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर बने रहने के लिए उनका सहमत होना स्वागत योग्य कदम है.’’ मोइली ने कहा कि कांग्रेस के प्रति मेरी वफादारी हमेशा से दृढ़ रही है और जीवन भर रहेगी.

हम विरोधी नहीं, कांग्रेस नेतृत्व को कभी चुनौती नहीं दी

इस बीच कांग्रेस में सामूहिक नेतृत्व और पूर्णकालिक एवं सक्रिय अध्यक्ष की मांग को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में शामिल कई ने मंगलवार को कहा कि उन्हें विरोधी नहीं समझा जाए और उन्होंने कभी भी पार्टी नेतृत्व को चुनौती नहीं दी. कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की हंगामेदार और मैराथन बैठक के एक दिन बाद इन नेताओं ने यह भी कहा कि पत्र लिखने का मकसद कभी भी सोनिया गांधी या राहुल गांधी के नेतृत्व पर अविश्वास जताना नहीं था और वे सोनिया के अंतरिम अध्यक्ष बने रहने के फैसले का स्वागत करते हैं.

पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि यह किसी पद के लिए नहीं, बल्कि देश के लिए है जो उनके लिए सबसे ज्यादा मायने रखता है. वह भी इन 23 नेताओं में शामिल हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘यह पद के लिए नहीं है. यह मेरे देश के लिए है, जो सबसे ज्यादा महत्व रखता है.’’

गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिब्बल ने यह टिप्पणी उस वक्त की है कि जब एक दिन पहले ही कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी की एक कथित टिप्पणी और फिर उन पर सिब्बल की तरफ से निशाना साधे जाने के बाद विवाद हो गया था. बाद में सिब्बल ने कहा कि खुद राहुल गांधी ने उन्हें सूचित किया कि उनके हवाले से जो कहा गया है वो सही नहीं हैं और ऐसे में वह अपना पहले का ट्वीट वापस लेते हैं.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि पत्र लिखने वाले नेताओं का इरादा देश के मौजूदा माहौल को लेकर ‘साझा चिंताओं’ से नेतृत्व को अवगत कराना था और यह सब पार्टी के हित में किया गया. पार्टी सांसद विवेक तन्खा के एक ट्वीट के जवाब में शर्मा ने कहा, ‘‘अच्छा कहा. पार्टी के हित में और देश के मौजूदा माहौल एवं संविधान के बुनियादी मूल्यों पर लगातार हो रहे हमलों को लेकर अपनी चिंताओं से अवगत कराने के लिए पत्र लिखा गया.’’

पत्र लिखने वाले नेताओं में शामिल राज्यसभा सदस्य तन्खा ने ट्वीट किया, ‘‘हम विरोधी नहीं हैं, बल्कि पार्टी को फिर से मजबूत करने के पैरोकार हैं. यह पत्र नेतृत्व को चुनौती देना नहीं था, बल्कि पार्टी को मजबूत करने के उद्देश्य से कदम उठाने के लिए था. चाहे अदालत हो या फिर सार्वजनिक मामले हों, उनमें सत्य ही सर्वश्रेष्ठ कवच होता है. इतिहास बुजदिल को नहीं, बहादुर को स्वीकारता है.’’

इनके इस ट्वीट के जवाब में कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक ने कहा कि इस पत्र को अपराध के तौर पर देखने वालों को आज नहीं तो कल, इसका अहसास जरूर होगा कि पत्र में उठाए गए मुद्दे विचार योग्य हैं. वासनिक ने भी पत्र पर हस्ताक्षर किये हैं.

दूसरी तरफ, इस पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले एक अन्य नेता ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर एजेंसी से कहा, ‘‘सीडब्ल्यूसी की बैठक में जो नतीजा निकला, उससे हम संतुष्ट हैं. पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले कई नेता सीडब्ल्यूसी की बैठक में मौजूद थे और सबने प्रस्ताव पर सहमति जताई. ’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमने कभी सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नेतृत्व पर कोई अविश्वास नहीं जताया और सोनिया जी जो भी कदम उठाएंगी , वो हमें मंजूर होगा.’’

पत्र लिखने वालों पर निशाना साधने वाले कांग्रेस नेताओं पर बरसते हुए इस नेता ने कहा, ‘‘हम पार्टी को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं, किसी के खिलाफ काम नहीं कर रहे हैं. जो हम पर आरोप लगा रहे हैं वो सिर्फ चापलूसी कर रहे हैं. अगर यह जारी रहा तो पार्टी का नुकसान होगा.’’

यह पूछे जाने पर कि क्या पत्र को अब सार्वजनिक रूप से जारी कर दिया जाएगा तो उन्होंने कहा, ‘‘पत्र को जारी करने का मतलब नहीं है जब इसे बैठक में रख दिया गया और उस पर चर्चा हो गई.’’

पत्र लिखने वाले कई अन्य नेताओं से भी संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.

सीडब्ल्यूसी ने सोमवार को करीब सात घंटे तक चली मैराथन बैठक के बाद सोनिया गांधी से पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बने रहने का आग्रह किया और उन्हें जरूरी संगठनात्मक बदलाव के लिए अधिकृत किया.

पार्टी के 23 नेताओं की ओर से नेतृत्व के मुद्दे पर सोनिया को लिखे गए पत्र से खड़े हुए विवाद की पृष्ठभूमि में हुई यह बैठक हंगामेदार रही और इसमें तकरीबन सभी नेताओं ने सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया.

कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई ने नेताओं को कांग्रेस का अनुशासन एवं गरिमा बनाए रखने के लिए अपनी बातें पार्टी के मंच पर रखने की नसीहत दी और कहा कि किसी को भी पार्टी एवं इसके नेतृत्व को कमजोर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

सुक्षाव देने का मतलब पार्टी से मतभेद नहीं: आनंद शर्मा

कांग्रेस में मजबूत नेतृत्व के गठन को लेकर लिखी गई चिट्ठी से जुड़ा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को इसी मुद्दे पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई थी. सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने आनंद शर्मा पर पत्र लिखने का आरोप लगाया और खेद व्यक्त किया कि आजाद, मुकुल वासनिक और आनंद शर्मा जैसे वरिष्ठ नेता उस पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले लोगों में शामिल थे. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट करके कहा कि बीजेपी से मुकाबला करने के लिए भारत को एक मजबूत विपक्ष की जरूरत है. ईमानदारी से सुझाव देने का मतलब पार्टी से मतभेद नहीं है. काश सभी साथियों ने इसे पढ़ा होता.

चंडीगढ़(ब्यूरो):

कांग्रेस में अंतर्कलह का दौर अभी थमा नहीं है। ट्वीट का सिलसिला अभी भी जारी है। पार्टी नेताओं के ट्वीट से मनभेद व मतभेद साफ झलकते हैं। इसी बीच मंगलवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने चिठ्ठी विवाद पर पहली बार चु्प्पी तोड़ी है। उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर कहा है कि भाजपा का सामना करने के लिए देश को एक मजबूत विपक्ष की जरूरत है। उन्होंने ये भी कहा कि सुक्षाव देने का मतलब पार्टी से मतभेद नहीं। ईमानदारी से पार्टी के नवीनीकरण के सुझाव असहमति नहीं हैं। काश, सभी साथियों ने इसे पढ़ा होता। 

दरअसल, शर्मा ने राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा के ट्वीट का जवाब देते हुए आनंद शर्मा ने लिखा कि पत्र हमारे दिलों में पार्टी के सर्वोत्तम हित के साथ लिखा गया था और उसमें देश में वर्तमान माहौल पर साझा चिंताओं को व्यक्त किया। ऐसे समय में जब संविधान के मूलभूत मूल्यों पर निरंतर हमला किया जा रहा है। बता दें कि तनखा ने अपने ट्वीट में लिखा था, ‘पत्र नेतृत्व के लिए चुनौती नहीं है, लेकिन पार्टी को मजबूत करने के लिए कार्रवाई की एक बानगी है।’

पटेल ने लगाया था आनंद शर्मा पर पत्र लिखने का आरोप 

बता दें कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने आनंद शर्मा पर पत्र लिखने का आरोप लगाया था और खेद व्यक्त किया था कि गुलाम नबी आजाद, मुकुल वासनिक और आनंद शर्मा जैसे वरिष्ठ नेता उस पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले लोगों में शामिल थे। कांग्रेस कार्यसमिति में सर्वसम्मत से निर्णय लिया गया था कि सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष के पद पर बनी रहेंगी। अध्यक्ष पद के लिए चुनाव अगले चार पांच महीने में होगें। वहीं, बैठक में यह भी तय किया गया कि अब कांग्रेस का सदस्यता अभियान भी शुरू किया जाना चाहिए। इससे पहले बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने पत्र को दुर्भाग्यपूर्ण बताया जबकि एके एंटनी ने पत्र को क्रूर कहा।

गुलाम नबी आजाद समेत कांग्रेस के 23 नेताओं ने लिखी थी चिट्ठी

बता दें कि गुलाम नबी आजाद समेत कांग्रेस के 23 नेताओं ने सोनिया को संगठन में बदलाव के लिए एक पत्र लिखा था। इसमें सीडब्ल्यूसी के सदस्य, यूपीए सरकार में मंत्री रहे नेता और सांसद शामिल थे। 

हथियार के बल पर गाडी लूटने वाले आरोपीयो को धर-दबोचा

 मनोज त्यागी करनाल 25अगस्त

दिनांक 08/09 जुलाई 2020 की रात को चार अज्ञात आल्टो कार सवार बदमाशों द्वारा नहर पुल काछवा रोड से हथियार दिखाकर एक स्विफ्ट डिजायर गाडी लूटी गई थी। जिस संबंध में गाडी मालिक सन्नी पुत्र बलबीर सिह वासी म0न0.1सेक्टर-08 करनाल के बयान पर दिनांक 09.08.2020 को थाना सदर करनाल में धारा 392 भा.द.स. व 25-54-59 शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।  मामले की की तफतीश सीआईए-01 करनाल इंचार्ज निरिक्षक श्री दिपेंद्र राणा व सहयोगी टीम सहायक उप निरिक्षक दशरथ कुमार द्वारा अमल मे लाई गई। दौराने तपतीश दिनांक 16.08.2020 को कामयाबी हासिल हुई कि गुप्त सूचना के आधार पर रेलवे अंडरब्रिज कैथल बाईपास रोड झिलमिल ढ़ाबा के पीछे से आरोपियान… 1. राहुल थाना सांपला जिला रोहतक  व आरोपी.. 2. मनीष थाना पेहवा जिला कुरूक्षेत्र को लूटी हुई गाडी स्विफ्ट डिजायर सहित गिरफतार किया गया। दौराने पूछताछ आरोपियान ने बताया कि हम शराब के नशे के आदि हैं। और नशे की पूर्ति व अय्यासी करने के लिये हमनेे इस वारदात को अंजाम दिया था। ताकि हम अपने शौक पूरे कर सकें। आरोपियान राहुल व मनीष को पेश अदालत किया जाकर पहले ही जेल भेजा जा चुका है।

       दिनांक 23.08.2020 को उपरोक्त मामले में सीआईए-01 की टीम को तीसरे आरोपी अजय   सहरसा जिला कुरूक्षेत्र को काछवा रोड करनाल से वारदात में इस्तेमाल आल्टो कार सहित गिरफतार किया गया। दौराने पूछताछ आरोपी अजय ने भी नशे की पूर्ति व अय्यासी करने के लिये वारदात को अंजाम देने की बात कबूली। आरोपी को आज पेश अदालत किया जाकर जिला जेल भेजा जायेगा। वारदात में शामिल चौथे आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार किया जायेगा। 

29 अगस्त को राष्ट्रीय ई- लोक अदालत का आयोजन

मनोज त्यागी, करनाल – 25 अगस्त:

 मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, करनाल अमित शर्मा ने बताया कि हरियाणा में पहली बार ई-राष्ट्रीय लोक अदालत करनाल में 29 अगस्त को लगेगी। इसके लिए जिला एवं सत्र न्यायाधीश जगदीप जैन  ने 11 बेंच बनाई है, जिसमें 9 बेंच जिला स्तर पर और 2 बेंच उपमंडल स्तर पर, एक बेंज करीब 30 केसों की सुनवाई व्हाट्सएप, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स एवं अन्य डिजिटल प्लेटफार्म की मदद से वीडियो कॉल के जरिए करेगी। इसकी रूपरेखा लगभग तैयार हो चुकी है। लोक अदालत में कुल कितने केसों की सुनवाई होगी। वैसे हर दो माह में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन होता है, लेकिन कोरोना वायरस के फैलाव के कारण लोक अदालत करीब 6 माह से नहीं लग रही थी। अंतिम बार इसका आयोजन फरवरी में हुआ था। इसके बाद अप्रैल में आयोजित होने वाली लोक अदालत को कोविड-19 के कारण कैंसिल करना पड़ा था। अब कोविड-19 के कारण ही ई-लोक अदालत का आयोजन हो रहा है। हरियाणा से पहले छत्तीसगढ़ और दिल्ली में ई-लोक अदालत का आयोजन हो चुका है।

पहले ही रिकॉर्ड में लिए जाएंगे समझौते

सीजेएम एवं डीएलएसए के सचिव अमित शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार स्थानीय न्यायिक परिसर में ई-लोक अदालत लगाई जाएगी। इसमें उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, सिविल, अपराधिक, मोटर वाहन दुर्घटना, बैंक ऋण, राजस्व, 138 एनआई एक्ट और वैवाहिक आदि मामलों का निपटारा किया जाएगा। इसमें पहले ही दोनों पक्षों से समझौते के कागजात वकील व डीएलएसए के माध्यम से फाइल में रिकॉर्ड में लिए जाएंगे। इसके बाद सुनवाई में वेरिफाई के बाद दोनों पक्षों का समझौता करा दिया जाएगा।

इसमें न किसी की हार, न किसी की जीत

सीजेएम अमित शर्मा ने बताया कि लोक अदालत में दोनों पक्षों की रजामंदी से ही मामले का निपटारा किया जाता है। इसमें न किसी की हार होती है और न ही किसी की जीत। इससे भाईचारा को बढ़ावा मिलता है। यहां निपटारा होने के बाद कोई सा पक्ष उच्च अदालत में अपील भी नहीं कर सकता। हर बार की लोक अदालत में सैकड़ों केसों का निपटारा किया जाता है।

पुलिस फ़ाइल, पंचकुला

पंचकूला 25 अगस्त :

मोटर साईकिल चोर से मोटर साईकिल बरामद करके आरोपी को भेजा जेल

 प्राप्त जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता नीरज कन्सल वासी सैक्टर 09 पचंकुला की शिकायत मोटर साईकिल चोरी करने बारे थाना सैक्टर 05 पचंकुला ने अभियोग दर्ज किया जाकर । आगामी तफतीश हेतु क्राईम ब्रांच सैक्टर 19 द्वारा कार्यवाही करते हुए । क्राईम ब्रांच की सैक्टर 19 टीम ने उपरोक्त अभियोग मे दिनाक 21.08.2020 को आरोपी कपील उर्फ विजय कुमार वासी जुलमगढ पंचकुला के मोटर साईकिल के आरोप मे गिरफ्तार किया था जो पेश माननीय अदालस से 2 दिन का पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया था जो बाद प्राप्त रिमाण्ड आरोपी से मोटरसाईकिल बरामद कर ली गई है व आरोपी को न्यायिक हिरासत भेज दिया गया ।

सार्वजनिक स्थान पर शराब का सेवन करने वाले आरोपियो को नही बख्शेगी पचंकुला पुलिस । जो पुलिस ने माह जुलाई मे 53 लोगो को सार्वजनिक स्थान पर शराब का सेवन करने के जुर्म मे गिरफ्तार किया ।

  मोहित हाण्डा भा॰पु॰से॰ पुलिस उपायुक्त पंचकुला के दिये गये निर्देशानुसार कार्य करते हुए जिला पंचकुला मे अपराधो पर रोकथाम लगाते हुए पचकुला क्षेत्र मे माह जुलाई 2020 मे सार्वजनिक स्थान पर शराब का सेवन करने वाले 53 लोगो कि खिलाफ की कार्यवाही । पचकुला पुलिस किसी भी हालात मे कानून की उल्लघना करने वालो को नही बखेशगी । सार्वजनिक स्थान पर सरेआम शराब का सेवन करने वाले आरोपियो के खिलाफ अभियोग दर्ज करके कार्यवाही की गई

प्राप्त जानकारी के अनुसार माह जुलाई 2020 मे सार्वजनिक स्थान पर शराब पीने वालो के खिलाफ कार्यवाही करते हुए पचंकुला पुलिस 49 अभियोग दर्ज करके 53 आरोपियो को काबू किया । जिसमे से थाना सैक्टर 05 से 23 लोगो के, थाना सैक्टर 14 से 2 लोगो के ,थाना सैक्टर 20 पंचकुला से 4 लोगो के, थाना पिन्जौर से 15 लोगो के , थाना कालका से 4 लोगो के व थाना मन्शा देवी थाना से 5 लोगो के खिलाफ सार्वजनिक स्थान पर शराब पीने के जुर्म मे कानूनी कार्यवाही की गई । पचंकुला पुलिस कानून की उल्लंघना करने वालो को नही बखसेगी जैसे माह जुलाई माह मे सट्टा खिलाने वाले 17 लोगो को 19200/- रुपये सहित काबू किया व ताश खिलाने वाले पाँच जुआरियो को 203800/-रुपये सहित काबू किया था । जिनके खिलाफ थाना अधिकार क्षेत्र मे अभियोग दर्ज करके कार्यवाही की गई ।  

पचंकुला पुलिस ने इस साल की सबसे बडी ऱाशी जुआरियो से की बरामद :- दो लाख तीन हजार आठ सौ रुपये (203800/-रुपये)  सहित पाँच जुआरियो को कांईम ब्रांच पचंकुला ने किया काबू ।

मोहित हाण्डा भा॰पु॰से॰ पुलिस उपायुक्त पंचकुला के दिये गये निर्देशानुसार जिला पंचकुला मे कार्य करते हुए । अपराधो पर रोकथाम व अपराधियो की धरपकड करते हुए ।  क्राईम ब्रांच सैक्टर 26 पंचकुला के इन्चार्ज निरिक्षक श्री अमन कुमार व इनकी टीम ने सराहनता से कार्य करते हुए दिनाक 10.07.2020 को गस्त पडताल के दौरान खडक मन्गौली पचंकुला से पाँच जुआरियो को काबू किया है काबू किये गये आरोपियो की पहचान 1. रत्न लाल पुत्र मिश्रा लाल वासी 2. विजय भाटिया पुत्र शिव कुमार 3. राजेश कुमार पुत्र रघुवीर सिह 4. जसविन्द्र सिह उर्फ रिन्कु पुत्र निर्मल सिह 5. विशाल पुत्र बृजमोहन के रुप मे हुई ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनाक 10.07.2020 को क्राईम ब्रांच सैक्टर 19 पचकुला की टीम दौराने गस्त पडताल पर थी । तभी गस्त पडताल के दौरान मुखबर खास द्वारा सुचना प्राप्त कि रत्न लाल पुत्र मिश्रा लाल वासी खडक मन्गौली पचंकुला मे अपने घर मे पैसे लेकर लोगो को ताश जुआ खिला रहा है । जिस पर क्राईम ब्रांच की टीम ने घर पर सर्च वारण्ट सहित घर पर जाकर रेड की रेड के दौरान ताश जुआ खेलने वाले उपरोक्त पाँच आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । व आरोपियो से जुआ मे 2 लाख तीन हजार आठ सौ रुपये बरामद किये गये । आरोपियो के खिलाफ थाना सैक्टर 05 पचकुला मे 13-03-67 जुआ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज करते कार्यवाही की गई ।

पार्टी नेतृत्व में कुछ कमी, राज्य से आने वाले नेताओं के लिए वरिष्ठ नेताओं से मिलना आसान नहीं : अनिल शास्त्री

कांग्रेस नेता अनिल शास्त्री ने मंगलवार को राहुल गांधी या प्रियंका गांधी में से किसी एक को पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का नेतृत्व अगर गांधी परिवार के हाथ में नहीं रहेगा तो पार्टी जीवित नहीं रहेगी, पार्टी को बचाए रखने के लिए अध्यक्ष गांधी परिवार में से ही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर सोनिया गांधी अध्यक्ष नहीं रहना चाहती है तो राहुल गांधी या प्रियंका गांधी को अध्यक्ष होना चाहिए।

  • कांग्रेस पार्टी में जारी घमासान के जल्द थमने के आसार नहीं आ रहे हैं नजर
  • कांग्रेस नेता अनिल शास्त्री ने कहा, ‘पार्टी नेतृत्व में कुछ कमी, राज्य से आने वाले नेताओं के लिए वरिष्ठ नेताओं से मिलना आसान नहीं
  • अनिल शास्त्री ने मंगलवार को राहुल गांधी या प्रियंका गांधी में से किसी एक को पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने की वकालत की

नयी दिल्ली(ब्यूरो):

कॉन्ग्रेस में बढ़ती कलह के बीच अब पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिवंगत प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे अनिल शास्त्री ने अपनी बात रखते हुए कहा है कि पार्टी नेतृत्व में कुछ कमी है। उन्होंने कहा कि सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी पार्टी नेताओं से नहीं मिलते हैं। उन्होंने सलाह दी कि अगर सोनिया-राहुल नेताओं से मिलना-जुलना शुरू कर दें तो आधी समस्या अपने-आप हल हो जाएगी। अनिल शास्त्री कॉन्ग्रेस के हिंदी विभाग के अध्यक्ष हैं।

हालाँकि, उन्होंने ये भी कहा कि प्रियंका गाँधी या राहुल गाँधी में से किसी एक को पार्टी अध्यक्ष बनना चाहिए। उन्होंने गाँधी परिवार से ही किसी को अध्यक्ष बनाए जाने की वकालत की। उन्होंने कहा कि कुछ चीजें हैं, जो पार्टी नेतृत्व में कमी की ओर इशारा करती है और नेताओं के बीच बैठकें ही नहीं होती हैं। उन्होंने कहा कि जब दूसरे राज्यों से कोई नेता दिल्ली आता है, तो राहुल-सोनिया से उनका मिलना मुश्किल हो जाता है।

अनिल शास्त्री का बयान ऐसे समय में आया है, जब वर्किंग कमिटी की बैठक में सोनिया गाँधी के अध्यक्ष बने रहने का फैसला किया गया और कॉन्ग्रेस का अधिवेशन होने तक उनकी मदद के लिए नेताओं की एक टीम गठित करने की बात कही गई। बैठक में उन नेताओं के प्रति नाराजगी जताई गई, जिन्होंने पत्र लिख कर पार्टी में सुधार की माँग की थी। कॉन्ग्रेस अधिवेशन में राहुल गाँधी के फिर से अध्यक्ष बनने की बात तय मानी जा रही है।

अनिल शास्त्री दिल्ली, बरेली, इंदौर और प्रयागराज में लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर स्थापित शिक्षण संस्थानों के अध्यक्ष हैं। वो काफी समय से राजनीति में सक्रिय हैं। 1989 में उन्होंने वाराणसी से लोकसभा का चुनाव जीता था, जिसके बाद वो केंद्रीय मंत्री भी बने थे। उन्होंने कहा है कि कॉन्ग्रेस में एक सिंडिकेट उभर रहा है, ऐसे में प्रियंका गाँधी को अध्यक्ष बनाना सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।

उन्होंने कहा कि प्रियंका गाँधी की पूरे कॉन्ग्रेस कैडर में गजब की स्वीकार्यता है और वो पहले ही साबित कर चुकी हैं कि वो एक परिपक्व नेता हैं। उन्होंने 23 नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि पत्र लिख कर उसे सार्वजनिक करना मतलब पार्टी को मजबूत करना नहीं है। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी की वापसी से डरे लोग उन्हें रोकने के लिए ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि गाँधी परिवार के बिना कॉन्ग्रेस अस्तित्व में ही नहीं रहेगी।

ज्ञात हो कि बगावत के ये तेवर जो आज दिख रहे हैं, इसकी नींव 5 महीने पहले ही पड़ गई थी। कॉन्ग्रेस में रिफॉर्म की माँग के लिए एजेंडा शशि थरूर द्वारा आयोजित एक डिनर पार्टी में ही तैयार कर लिया गया था, जिसमें कई कॉन्ग्रेस नेता शामिल हुए थे। इसका ही परिणाम सोनिया गाँधी को पत्र भेजे जाने के रूप में सामने आया। थरूर के डिनर में इस बात पर चर्चा हुई थी कि पार्टी का जीर्णोद्धार कैसे किया जाए और इसकी सेक्युलर विचारधारा की तरफ कैसे लौटा जाए। 

जल्दी ही Unlock 4.0 की आएंगी गाइडलाइंस

Unlock4: पूरे देश में एक सितंबर से आवाजाही और आसान हो सकती है, स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल खोलने की नहीं मिलेगी अनुमति. अनलॉक-चार के गाइडलाइंस में किन-किन क्षेत्रों को खोला जा रहा है का जिक्र नहीं होगा। इसके बजाय सिर्फ उन क्षेत्रों का जिक्र होगा जो प्रतिबंधित रहेंगी।

नयी दिल्ली(ब्यूरो)

कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण जारी लॉकडाउन के कारण देश भर के स्कूलों और कॉलेजों को बंद हुए 5 महीने हो चुके हैं. 31 अगस्त को अनलॉक 3.0 समाप्त होने के साथ यह उम्मीद की जा रही है कि गृह मंत्रालय (MHA) जल्द ही अनलॉक 4.0 के तहत स्कूलों को फिर से खोलने पर निर्णय ले सकता है. इस महीने के अंत तक दिशानिर्देश (guidelines) जारी किए जाने की भी संभावना है.

एक सितंबर से देश में अनलॉक 4 की शुरुआत हो रही है. ऐसे में सबकी नजर स्कूल और कॉलेज खोलने को लेकर सरकार के फैसले पर है. गृह मंत्रालय की ओर से जारी होने वाली गाइडलाइंस से पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को साफ कर दिया है कि सरकार की ओर से स्कूल और कॉलेज खोलने को लेकर कोई निर्देश नहीं हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि अनलॉक को लेकर गृह मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइंस में स्कूल और कॉलेज के खोलने से संबंधित कोई निर्देश नहीं हैं.

राजेश भूषण ने कहा कि देश में जो भी गतिविधियां खोली जा रही हैं उसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय एसओपी जारी करती है. जब भी स्कूल और कॉलेज को खोलने का निर्णय होगा तो वो एसओपी प्रभाव में आएगा और उसको लागू किया जाना होगा. 

‘3 करोड़ से ज्यादा टेस्ट किए जा चुके’

देश में कोरोना की स्थिति को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. मंत्रालय की ओर से बताया गया कि देश में अब तक 3 करोड़ 60 लाख से ज्यादा टेस्ट किए जा चुके हैं. स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि देश में ठीक हुए मरीजों की संख्या एक्टिव केस से तीन गुना ज्यादा है. उन्होंने बताया कि देश में लैब की संख्या में भी इजाफा हुआ है. इसमें प्राइवेट और सरकारी लैब दोनों हैं. जिसके कारण टेस्टिंग की संख्या बढ़ी है. 

मंत्रालय की ओर से बताया गया कि कुल मामलों के 22.2 प्रतिशत केस ऐक्टिव हैं. रिकवरी रेट 75 प्रतिशत से ज्यादा हो गया है. देश में कोरोना से मृत्युदर 1.58 प्रतिशत है जो कि दुनिया में सबसे कम में शामिल है. पिछले 24 घंटे में एक्टिव केस की संख्या में 6,400 की गिरावट दर्ज हुई है. ये पहली बार हुआ है.

आईसीएमआर के महानिदेशक प्रोफेसर डॉ. बलराम भार्गव ने बताया कि भारत में कोरोना की तीन वैक्‍सीन का परीक्षण चल रहा है. सीरम इंस्‍टीट्यट की वैक्‍सीन का 2 (बी) फेज और 3 फेज टेस्‍ट चल रहा है. भारत बायोटेक और जेडस कैडिला की वैक्‍सीन ने 1 फेज का टेस्‍ट पूरा कर लिया है.   
 

Police Files, Chandigarh

Korel ‘Purnoor’, CHANDIGARH – 25.08.2020

 Dowry

A lady resident of Chandigarh alleged that her husband resident of Distt. Bilaspur (HP) harassed complainant to bring more dowry. A case FIR No. 67, U/S 406, 498-A IPC has been registered in PS-Women, Chandigarh. Investigation of case is in progress.

MV Theft

Hakikat singh R/o # 508, Milk colony, Dhanas, Chandigarh, reported that unknown person stole away his motorcycle No. CH04L-5843 from his residence. A case FIR No. 111, U/S 379 IPC has been registered in PS-19, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Ikram Singh Sandhu R/o # 1504, Sector-34, Chandigarh, reported that unknown person stole away his car No. CH03U-8060 from his residence. A case FIR No. 173, U/S 379 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Accident

Santosh Kumar R/o # 3360, Maulijagran Complex, Chandigarh reported that Aamir Khan R/o # 2034/2, Sector-47, Chandigarh driver of motorcycle No. CH01BH-6036 who hit to complainant’s brother (bicyclist) namely Jai Prakash near Kali Bari light point on 23.08.2020. A case FIR No. 175, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Suraj R/o # 1565, Sector 52, Chandigarh reported that unknown driver of truck No. PB65AN-5395, who hit to a complainants auto No. PB65AN-4160 near Sector-51/52 light point on 24.08.2020. A case FIR No. 166, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Assault/Quarrel

          A case FIR No. 136, U/S 147, 148, 149, 452, 323 IPC has been registered in PS-MM, Chandigarh on the complaint of Mustaq R/o # 2489, Mari Wala Town, MM, Chandigarh alleged that Talib, Tokir, Kuldeep and Pinku all resident of Govindpura, Manimajra, Chandigarh who beaten to complainant near his residence on 23.08.2020. Complainant got injured and admitted in Civil Hospital, Manimajra, Chandigarh. Accused arrested in this case. Investigation of case is in progress.

Missing/Abduction

A person resident of Karanal, Haryana, reported that his daughter aged about 16 years has been missing/abducted from her PG, Sector-21, Chandigarh from 23.08.2020. A case FIR No. 69, U/S 363 IPC has been registered in PS-19, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Shradhanjali given to Arun Jaitley

Chandigarh August 25, 2020

Panjab University Chandigarh under Doctor Bheem Rao Ambedkar Centre organised first punyatithi shradhanjali in the sacred memory of Shri Arun Jaitley, Former Finance Minister. 

PU Vice Chancellor Prof. Raj Kumar initiated the proceedings while offering his salutation to the great personality of Shri Arun Jaitley . He shared with the audience how he has personally  learned many things from the personality of Shri Jaitley  who was always eager to help others. He commended various economic reforms like disinvestment of non performing PSUs, demonetisation, GST and Indian bankruptcy Code which have helped Indian economy to undergo structural reforms to help its millions of citizens. 

Shri Satyapal Jain ji, Additional Solicitor General Government of India , shared his life anecdotes with Shri Arun Jaitley whom he had personally known for last 45 years. He remembered his contributions in various fields ranging from Student politics to legal representation in the court rooms. He finds him  as a person  who was always ready  to sacrifice anything for his noble ideals. He also highlighted how as a product of public movement against the Emergency, Shri Arun Jaitley always remained connected to the grassroots. 

Shri K D Batish, Advocate High Court, Himachal Pradesh remembered Shri Arun Jaitley as a personality par excellence who was honest to the core and always ready to help others. He praised his acumen as an advocate.

 Professor Anju Suri, Chairperson, department of History , conducted the proceedings and eugolised the personality of Shri Arun Jaitley ji. Dr. Gurpal Singh offered vote of thanks whereas Dr. Monica welcomed the guests and Dr. Shiv Kumar Dogra highlighted the achievements of Shri  Arun Jaitley .