प्रियंका समेत कॉंग्रेस का जागा राम मोह
आज अचानक ही प्रियंका वाड्रा का ट्विट्टर सोशल मीडिया पर दिखा जहां उन्होने रामभक्ति से ओत प्रोत एक संदेश प्रसारित किया। हैरानी की बात यह है की राम मंदिर के प्रतिपक्ष में अपने वकीलों का दल भेजने वाली कॉंग्रेस आज अचानक ही राम लला से इतना मोह कैसे? खैर श्रीमति वाड्रा के ट्वीट करने भर की देरी थी कि उनका दशकों पुराना वोट बैंक दरक गया। मुसलिम समुदाय ने अपनी पीड़ा ट्विट्टर पर ही उंढेली, अमेठी से दौड़ कर वायनाद पहुंचे राहुल गांधी की गठ जोड़ की पार्टी ने भी आनन फानन आपात बैठक बुला ली।कॉन्ग्रेस ने केरल में मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन किया है। कॉन्ग्रेस अध्यक्ष के रोड शो में वायनाड में बड़ी संख्या में मुस्लिम लीग (IUML) के झंडे देखे गए। सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए थे, जहाँ आईयूएमएल के झंडे लहराते हुए देखे गए थे। सच्चाई तो सामने आ ही जाएगी लेकिन कॉंग्रेस के साथ कहीं “न ख़ुदा ही मिला न विसाल – ए – सनम, न इधर के रहे न उधर के रहे”।
नयी दिल्ली (ब्यूरो) – 4 अगस्त :
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) ने राम मंदिर के पक्ष में कई कॉन्ग्रेस नेताओं के बयानों के बारे में जानने के बाद बुधवार (अगस्त 5, 2020) को अपने शीर्ष अधिकारियों की एक आपातकालीन बैठक बुलाई है। बता दें कि इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग केरल में कॉन्ग्रेस के नेतृत्व वाले UDF का दूसरा सबसे बड़ा घटक है।
पार्टी महासचिव प्रियंका गाँधी सहित कॉन्ग्रेस के शीर्ष नेताओं ने समारोह के पक्ष में बयान जारी किए हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने घर पर हनुमान चालीसा का आयोजन किया। प्रियंका गाँधी ने अपने बयान में कहा कि कार्यक्रम भगवान राम के आशीर्वाद से हो रहा है। उन्होंने आगे कहा, “भगवान राम की कृपा से यह कार्यक्रम उनके संदेश को प्रसारित करने वाला राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कार्यक्रम बने।”
कॉन्ग्रेस नेताओं के इस तरह के बयान से इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के नेताओं के बीच असंतोष पैदा हो गया है। वरिष्ठ सांसद पीके कुन्हालीकुट्टी और पार्टी सुप्रीमो पणक्कड़ हैदराली शिहाब थंगल उन नेताओं में शामिल हैं जो आपात बैठक में भाग लेने जा रहे हैं। बुधवार को अयोध्या में भूमि पूजन के समापन तक बैठक का परिणाम सामने आ जाएगा।
केरल में कॉन्ग्रेस और IUML का गठबंधन
कॉन्ग्रेस ने केरल में मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन किया है। कॉन्ग्रेस अध्यक्ष के रोड शो में वायनाड में बड़ी संख्या में मुस्लिम लीग (IUML) के झंडे देखे गए। सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए थे, जहाँ आईयूएमएल के झंडे लहराते हुए देखे गए थे। कॉन्ग्रेस पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन में है, जो जमात-ए-इस्लामी और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ़ इंडिया (SDPI) के साथ गठबंधन में है। बता दें कि इन दोनों ही पार्टी पर राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने केरल में कट्टरपंथ फैलाने का आरोप लगाया है।
राहुल गाँधी जब अपना नामांकन दाखिल करने के लिए वायनाड गए थे तो इस दौरान IUML के सदस्यों ने नरेंद्र मोदी को गाली देते हुए रैलियाँ निकालीं थी। वायनाड यात्रा के दौरान IUML के सदस्यों को “S*ala K*tta नरेंद्र मोदी” चिल्लाते हुए सुना गया।
IUML की पृष्ठभूमि
बता दें कि इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML), जो 1948 में भारतीय स्वतंत्रता के बाद अस्तित्व में आने का दावा करती है, वह वास्तव में पाकिस्तान के संस्थापक और इस्लामवादी मोहम्मद अली जिन्ना की ऑल इंडिया मुस्लिम लीग (AIML) की एक उपशाखा है।
ऑल इंडिया मुस्लिम लीग को पाकिस्तान में मुस्लिम लीग और भारत में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग द्वारा सफल बनाया गया था। अपनी वेबसाइट में, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) का दावा है कि इसका आदर्श वाक्य धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिक सद्भाव है, मगर अक्सर इन्हें अपने आदर्श वाक्य के विपरीत काम करते हुए देखा गया है। मुस्लिम लीग ने मुस्लिम बहुल राष्ट्र-राज्य की स्थापना की पुरजोर वकालत की थी।