CERTIFICATES HANDED OVER TO ALL PUNJAB RAJYA SABHA CANDIDATES

Chandigarh, March 25:

All five Punjab Rajya Sabha candidates, who were elected unopposed yesterday, have secured their certificates on Friday.

Four candidates received their certificate themselves, while Harbhajan Singh’s certificate received by his authorised representative Mr. Gulzar Inder Chahal.

Earlier in the morning, the certificate was handed over to Mr. Sanjeev Arora by the Punjab Chief Electoral Officer-cum-Observer Dr. S. Karuna Raju and Rajya Sabha Election Punjab 2022 Returning Officer-cum-Punjab Vidhan Sabha Secretary Mr. Surinder Pal, while Mr. Sandeep Kumar Pathak, accompanied by Cabinet Ministers Mr. Harpal Singh Cheema and Mr. Lal Chand Kataruchak, was given certificate by the Secretary Mr. Surinder Pal.

In the evening, Mr. Raghav Chadha, representative of Mr. Harbhajan Singh and Mr. Ashok Mittal received their certificates.

ALL ARRANGEMENTS IN PLACE FOR KHARIF MARKETING SEASON: LAL CHAND KATARUCHAK

INFORMATION AND PUBLIC RELATIONS DEPARTMENT, PUNJAB

FOR-SALE OF WHEAT BANNED; VIOLATORS TO FACE EXEMPLARY ACTION

APPEALS TO PEOPLE FOR COOPERATION IN NABBING WRONGDOERS

Chandigarh, March 25:

The Punjab Government has decided to go in for strict action against the unscrupulous elements trying to sell the wheat again in Punjab on the Minimum Support Price (MSP) after purchasing the same on lesser rates from the other states. 

Disclosing this here today, the Food, Civil Supplies and Consumer Affairs Minister Mr. Lal Chand Kataruchak said that the MSP is only for the farmers and not for those traders who purchase the produce of the farmers at exorbitant rates and then sell the same in the Mandis to earn handsome profits which is nothing but sheer organized loot of the precious Government funds and taxpayers money.

The minister further pointed out that the DGP has been asked to put up Nakas or check posts at the borders of the State besides going in for thorough checking of all the trucks laden with wheat, entering Punjab. “Any unscrupulous element would not be spared”, said the Minister also appealing to the farmers, NGOs, and the general public to assist the State Government in identifying any such element who tried to sell wheat in the mandis in an illegal manner.

Apprising about the preparations concerning the approaching Kharif Marketing Season, the Minister said that all the necessary arrangements have been made with more than 2300 mandis fully geared up to receive farmers from April 1. The State has also received ‘Bardana’ in ample measure with robust arrangements being put in place regarding transportation and labour.

The minister exhorted the farmers to bring dry produce in the grain market so as to make sure that the precious time is not wasted in drying it before purchase. The Government would buy every single bale of farmers’ produce and won’t let them encounter any difficulty, added the Minister. 

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने ‘विंग्स इंडिया-2022 इंटरनेशनल’ समिट’ में लिया हिस्सा

  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा की नागरिक उड्डयन नीतियों की हुई चर्चा – डिप्टी सीएम
  • विदेशी निवेशक भी प्रदेश की नीतियों से प्रभावित, नए निवेश की उम्मीद – दुष्यंत चौटाला
  • नागरिक उड्डयन क्षेत्र हरियाणा को देगा ऊंची उड़ान, प्रदेश में मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर हो रहा तैयार – डिप्टी सीएम

हैदराबाद/चंडीगढ़, 25 मार्च:

आधुनिक टेक्नोलॉजी के युग के मद्देनजर हरियाणा प्रदेश में निवेश और रोजगार के लिए एक बड़ा द्वारा खुलने जा रहा है। इसके लिए नागरिक उड्डयन क्षेत्र तरक्की की नई उड़ान भरने को तेजी से तैयार हो रहा हैं। आज हरियाणा की नागरिक उड्डयन नीतियों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा है और विदेशी निवेशक हरियाणा सरकार द्वारा बनाई जा रही नीतियों से खासा प्रभावित हैं यानी कि भविष्य में इस क्षेत्र में बड़े निवेश की अपार संभावनाएं है। यह जानकारी हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, जिनके पास हरियाणा में नागरिक उड्डयन विभाग का प्रभार भी हैं, ने शुक्रवार को हैदराबाद में आयोजित ‘विंग्स इंडिया-2022 इंटरनेशनल’ समिट’ में हिस्सा लेने के बाद दी।

डिप्टी सीएम ने बताया कि उन्होंने हैदराबाद में एशिया की सबसे बड़ी नागरिक उड्डयन ‘विंग्स इंडिया-2022 इंटरनेशनल’ समिट में भाग लिया। इसमें अंतरराष्ट्रीय निवेशकों ने हरियाणा में व्यावसायिक उड्डयन के क्षेत्र में रुचि दिखाई है क्योंकि समिट में जब उन्हें हरियाणा की नागरिक उड्डयन योजनाओं से अवगत करवाया गया तो वे काफी उत्साहित दिखे। उन्होंने बताया कि समिट में विदेशी निवेशकों के साथ हरियाणा में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा हुई है और चर्चा उपरांत प्रदेश में इस क्षेत्र में नए निवेश की पूरी उम्मीद है।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार नागरिक उड्डयन क्षेत्र में इससे जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास एवं आधुनिकता पर तेजी से कार्य कर रही है और इसे देखते हुए इस बार प्रदेश सरकार ने नागरिक उड्डयन विभाग के बजट में 380 प्रतिशत बढ़ोत्तरी की ताकि इससे जुड़े कई बड़े प्रोजेक्ट्स सिरे चढ़े। यही नहीं राज्य सरकार जल्द एयरोस्पेस एंड डिफेंस पॉलिसी लेकर आ रही है ताकि राज्य में इससे जुड़े अधिक से अधिक उद्योगों को आमंत्रित किया जा सके और हरियाणा इन क्षेत्रों में भी एक हब बनकर उभरे। डिप्टी सीएम ने बताया कि इस दिशा में हिसार में एविएशन हब तैयार किया जा रहा है ताकि इससे एयरोस्पेस और डिफेंस क्षेत्र के अन्य उद्योगों को भी आने का अवसर मिले। इसके साथ-साथ हरियाणा में विभिन्न जिलों की हवाई पट्टियों को विकसित कर वहां हवाई प्रशिक्षण शुरू करने, फ्लाइंग स्कूल, एयरस्ट्रिप्स पर रनवे-लाइट्स, हैंगर की व्यवस्था आदि पर निरंतर पूरा जोर दिया जा रहा है। दुष्यंत चौटाला ने यह भी बताया कि गुरुग्राम में पहला हेली हब बनाया जाएगा, जहां एक ही स्थान पर हेलीकॉप्टरों के लिए पार्किंग, मरम्मत जैसी तमाम एविएशन सुविधाएं मिलेगी।

प्रशासन द्वारा तोड़े जा रहे हिन्दू मन्दिर ,देवी देवताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा बजरंग दल। 

  • हिन्दुओ के सम्मान में राष्ट्रीय बजरंग दल मैदान में- राष्ट्रीय बजरंग दल

विजेश शर्मा, पंचकूला, डेमोक्रेटिक फ्रंट :

जिला पंचकूला में दिनों दिन हिन्दू देवी देवताओं के मंदिर गैर कानूनी बताकर  तोड़े जाने को लेकर प्रशासन के नोटिस थमने का नाम नही ले रहे हैं जिसको लेकर हिन्दू धर्म के लोगों में भारी रोष है। जिसका एक और नमूना शुक्रवार को गाँव नाड्डा साहिब के पास स्थित हाइवे पर मोरनी टी पॉइंट पर लाखो श्रद्धालुओ की भावनाओ,आस्थाओं  का केंद्र प्राचीन गुग्गा माढ़ी का अधिकतम स्थान दो वर्ष पूर्ण भी एनएच हाइवे विभाग वालो ने सड़क निर्माण के लिया था ओर माढ़ी कमेटी ने सड़क निर्माण में बिना किसी भेदभाव के अपना पूरा सहयोग दिया और उस समय हाईवे प्रशासन ने ये कहा था कि अब हाईवे बन गया है ओर भविष्य में धार्मिक स्थल को कदापि नही छेड़ा जाएगा लेकिन अब दो वर्ष बाद फिर नेशनल हाईवे प्रशाशनिक अधिकारी प्रदीप अत्रि के आदेशानुसार ड्यूटी मजिस्ट्रेट गगनदीप द्वारा भारी पुलिस बल लेकर माढ़ी तोड़ने के लिए पहुंचे , इसकी सूचना मिलते ही मौके पर ग्रामीण श्रद्धालु  व राष्ट्रीय बजरंग दल जिला कार्यकारिणी पंचकूला के साथ संयुक्त रूप से माढ़ी को बचाने के लिए आंदोलन कर प्रशासन का विरोध किया व प्रदर्शन के पश्चात राष्ट्रीय बजरंग दल श्रद्धालुओ के साथ नेशनल हाईवे अधिकारी प्रदीप अत्रि के कार्यालय पर जाकर माढ़ी की सुरक्षा में चर्चा की राष्ट्रीय बजरंग दल टीम सभ्य व अनुशाषित रूप से अपील करता है कि प्राचीन माढ़ी ओर आँच ना आये अन्यथा नेशनल  हाईवे  प्रशासन का जोरदार घेराव होगा उग्र प्रदर्शन होगा हिन्दुओ की आस्थाओं को ध्यान में रखते हुए ही प्रशासन अपनी प्रतिकिर्या दे इस पर कटाक्ष करते हुए राष्ट्रीय बजरंग दल पंचकूला टीम ने कहा कि प्रशासन को यहां अपनी बात से मुकरना नही चाहिए था क्योंकि यह मामला  2 वर्ष पूर्व निबट गया था जब एक बार सड़क निर्माण हम माढ़ी की जमीन दे चुके है फिर प्रशासन बार बार क्यों माढ़ी के साथ छेड़छाड़ कर रहा है हिन्दू संस्कृति,सभ्यता,मन्दिरो,मठो पर किसी भी प्रकार का प्रहार या अपमान बर्दाशत करने योग्य नही होगा राष्ट्रीय बजरंग दल मठ मन्दिरो की सुरक्षा में हर प्रकार के संघर्ष के लिए सक्षम है और तैयार भी है और किसी भी तरह से देश मे हिंदुत्व का अपमान नही होने दिया जाएगा।

योगी का 2.0

यूपी के मुख्‍यमंत्री के रूप में योगी आज लगातार दूसरी बार शपथ ले चुके हैं। मुख्यमंत्री योगी के साथ मंत्रिपरिषद ने भी शपथ ली है। योगी मंत्रीमंडल में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के तौर पर नितिन अग्रवाल, कपिलदेव अग्रवाल, असीम अरुण नरेंद्र कश्यप, रविंद्र जायसवाल, संदीप सिंह, गुलाब देवी, गिरीश यादव, धर्मवीर प्रजापति, जेसीएस राठौर, दयाशंकर सिंह, अरुण सक्सेना, दिनेश प्रताप सिंह, दयाशंकर मिश्र, मयंकेश्वर सिंह, दिनेश खटिक, संजीव गौड़, बलदेव औलख, अजीत पाल, जसवंत सैनी ने शपथ ली।

योगी आदित्यनाथ ने आज दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही वह प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन गए हैं जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सत्ता संभाली है। गुरुवार को योगी आदित्यनाथ ने सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उनके डिप्टी के रूप में केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने शपथ ली।

शपथ ग्रहण समारोह के बाद पीएम मोदी ने सभी नेताओं से मुलाकात की। साथ ही नेताओं के साथ सामूहिक फोटो खिंचवाई। स्टेडियम में मौजूद नेताओं व कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया। पीएम मोदी को अपने बीच पाकर कार्यकर्ता काफी उत्साहित दिखे। इस दौरान पूरा स्टेडियम भारत माता की जय, वंदे मातरम, योगी-मोदी जिंदाबाद के नारे गूंजता रहा।

योगी मंत्रिमंडल में इन विधायकों को बनाया गया राज्यमंत्री

  • मयंकेश्वर सिंह
  • दिनेश खटीक
  • संजीव गोंड
  • बलदेव सिंह ओलख
  • अजीत पाल
  • जसवंत सैनी
  • रामकेश निषाद
  • मनोहर लाल मन्नू कोरी
  • संजय गंगवार
  • बृजेश सिंह
  • के पी मलिक
  • सुरेश राही
  • सोमेंद्र तोमर
  • अनूप प्रधान ‘वाल्मीकि’
  • प्रतिभा शुक्ला
  • राकेश राठौर गुरु
  • रजनी तिवारी
  • सतीश शर्मा
  • दानिश आजाद अंसारी
  • विजय लक्ष्मी गौतम

योगी सरकार में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

  • नितिन अग्रवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
  • कपिल देव अग्रवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
  • रवींद्र जायसवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
  • संदीप सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
  • गुलाब देवी -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
  • गिरीश चंद्र यादव -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
  • धर्मवीर प्रजापति -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
  • असीम अरुण -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
  • जेपीएस राठौर -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
  • दयाशंकर सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
  • नरेंद्र कश्यप -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
  • दिनेश प्रताप सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
  • अरुण कुमार सक्सेना -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
  • दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

लेक्सस का  चंडीगढ़ में शानदार नया गेस्ट एक्सपीरियंस सेंटर लांच


चंडीगढ़, 25 मार्च 2022: 

लेक्सस इंडिया ने औद्योगिक क्षेत्र फेस 1 चंडीगढ़  में अपना नया और भव्य गेस्ट एक्सपीरियंस सेंटर लांच किया , लेक्सस के अनुभव को अपने मुअज्जिज  मेहमानों के लिए और अधिक विश्वसनीय और अद्वितीय बनाने के उद्देश्य से चंडीगढ़ लेक्सस एक्सपीरियंस सेंटर लांच किया गया  । चंडीगढ़ के अलावा, लेक्सस के एक्सपीरियंस सेंटर  मुंबई, नई दिल्ली, बैंगलोर और हैदराबाद में भी हैं।

सभी लेक्सस एक्सपीरियंस सेंटर का उद्देश्य “ओमोतेनाशी” के जापानी दर्शन को एक पटल पर लाने की कोशिश है , जिसका अर्थ है मेहमानों की जरूरतों का अनुमान लगाने और उन्हें अद्भुत लेक्सस अनुभव प्रदान करने के लिए “अतिथि देवो भव” की भारतीय भावना के साथ असाधारण आतिथ्य प्रदान करना

चंडीगढ़ शहर में स्थित, लेक्सस जीईसी प्रसिद्ध स्विस-फ्रांसीसी वास्तुकार, डिजाइनर, शहरी योजनाकार, ली कॉर्बूसियर के डिजाइन दर्शन को  प्रेरणा स्तोत्र मानता है  , जिन्हें  आधुनिक वास्तुकला के अग्रदूतों में से एक माना जाता है जिन्होंने चंडीगढ़ शहर को डिजाइन किया था।  उनका मानना था कि वास्तुकला एक ऐसा उपकरण है जो जीवन भर के संबंधों को स्थापित कर सकता है और उन डिजाइनों में विश्वास करता है जिनमें एक व्यावहारिक लेकिन भावनात्मक अपील थी।

 चंडीगढ़ में लेक्सस जीईसी  आधुनिक लेकिन व्यावहारिक और भावनात्मक अपील को ध्यान में रखते हुए  लकड़ी के एलिमेंट से बनाया गया है, जो देखने, सुनने, सूंघने, स्वाद और स्पर्श की 5 इंद्रियों पर  केंद्रित करता है ,जो मेहमानों को घर जैसा महसूस कराने के लिए गर्मजोशी  का एहसास महसूस  कराता है।

जीईसी का कंसेप्चुअल  डिजाइन प्रवेश द्वार पर वर्टीकल हरी दीवार, सेमी वॉल्टेड छत और  आधुनिक और सुनियोजित शहर चंडीगढ़  बिल्डिंग में लगने वाली  फसाड  विट्रिफाइड टाइलों के माध्यम से प्रदर्शित गर्मजोशी  की भावना व्यक्त करता है। विभिन्न पॉकेट्स  में विभाजित, जीईसी  पूरी तरह सुसज्जित सर्विस एरिया , खुशनुमा डिलीवरी रूम और आरामदेह लाउंज  शामिल है, ताकि इसके मेहमान अपने यहां घर जैसा  आराम महसूस कर सकें।  लूवर्ड सिलिंग्स  पर वार्म सीलिंग लाइट्स  डिजाइन में आधुनिक, सुरुचिपूर्ण लेकिन वार्म माहौल बनती हैं

उद्घाटन के दौरान, लेक्सस चंडीगढ़ जीईसी के एमडी श्री संपत सिंह ने कहा : “हम लेक्सस को इस क्षेत्र में अपने मुअज्जिज  मेहमानों के बीच  लाकर बहुत खुश हैं, जिसमें असाधारण आतिथ्य प्रदान करने और लेक्सस स्वामित्व यात्रा के दौरान अद्भुत अनुभव प्रदान करने की मजबूत प्रतिबद्धता है। “

इस अवसर पर बोलते हुए, लेक्सस इंडिया के अध्यक्ष, श्री नवीन सोनी ने कहा, “हम हमेशा अपने मेहमानों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने में विश्वास करते हैं और हमें चंडीगढ़ में अपने नवीनतम लेक्सस जीईसी के उद्घाटन की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। देश भर में विभिन्न सुविधाओं को खोलने के बाद, हमारा नवीनतम जीईसी एक शानदार अनुभव प्रदान करने के करीब एक कदम है और जीईसी में हमारे नवीनतम मॉडल, लेक्सस एनएक्स350एच के साथ, हम अपने कई और मेहमानों का स्वागत लेक्सस के साथ नवीनतम और अद्भुत अनुभव” की शुरुआत के साथ करने को तत्पर हैं ।   लेक्सस इंडिया जल्द ही कोच्चि और चेन्नई में  गेस्ट एक्सपीरियंस सेंटर  के अपने नेटवर्क का विस्तार करेगी। लेक्सस गुड़गांव में एक लेक्सस ब्रांड एक्सपीरियंस सेंटर, केरल में एक “गो टू होम” लेक्सस लाउंज और वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर एक लेक्सस एक्सपीरियंस सेंटर खोलने की भी योजना बना रहा है ताकि मेहमानों के करीब जा सकें।बेहतर कल के निर्माण की मूल सोच की ओर, भारत में लेक्सस के पास पर्यावरण के अनुकूल हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों की एक पूरी श्रृंखला है जिसमें एलसी 500एच, एलएस 500एच, आरएक्स 450एचएल, एनएक्स 350एच और ईएस 300एच शामिल हैं।

 लेक्सस के बारे में

लेक्सस को 1989 में एक प्रमुख सेडान और एक अतिथि अनुभव के साथ लॉन्च किया गया था जिसने प्रीमियम ऑटोमोटिव उद्योग को परिभाषित करने में मदद की। 1998 में, लेक्सस ने लेक्सस आरएक्स के लॉन्च के साथ लक्जरी क्रॉसओवर श्रेणी की शुरुआत की। लग्जरी हाइब्रिड सेल्स लीडर, लेक्सस ने दुनिया का पहला लग्जरी हाइब्रिड दिया और तब से 2 मिलियन से अधिक हाइब्रिड वाहन बेचे हैं। मार्च 2017 में भारत में अपनी शुरुआत के बाद से, लेक्सस ने बेहतर कल तैयार करने और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था में विलासिता को फिर से परिभाषित करने का लक्ष्य रखा है। ब्रांड 6 वाहनों के पोर्टफोलियो के साथ समझदार भारतीय अतिथि को असाधारण डिजाइन और गुणवत्ता प्रदान करने का प्रयास करता है, जिनमें से 5 सेल्फ-चार्जिंग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन हैं। 2020 में, भारतीय बाजार में लेक्सस की उपस्थिति को इसके पहले स्थानीय रूप से उत्पादित मॉडल, ES 300h की शुरुआत के साथ और मजबूत किया गया था। बोल्ड, अडिग डिजाइन, असाधारण शिल्प कौशल और शानदार प्रदर्शन के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के साथ एक वैश्विक लग्जरी ऑटोमोटिव ब्रांड, लेक्सस ने वैश्विक लक्जरी मेहमानों की अगली पीढ़ी की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपना लाइनअप विकसित किया है और वर्तमान में दुनिया भर में 90 से अधिक देशों में उपलब्ध है। दुनिया भर में लेक्सस के सहयोगी/टीम के सदस्य अद्भुत अनुभवों को तैयार करने के लिए समर्पित हैं जो विशिष्ट रूप से लेक्सस हैं, और जो दुनिया को उत्साहित और बदलते हैं।

Reinterpreting Indo-Canadian cultural identity through Textile and Garment design

Chandigarh March 25, 2022

Shastri Indo- Canadian Lecture Series at UIFT, Panjab University

UIFT hosted the  THIRD online lecture of Shastri Indo Canadian Lecture Series “Taking traditions forward: Preserving and conserving culture and heritage in the South Asian Canadian Diaspora” .

Dr. Anu H. Gupta, Director of the Shastri, Indo Canadian Lecture Series, and Chairperson of UIFT & VD, revealed that the lecture series is focusing on global interactions beyond borders and exploring the exchange and impact of tradition, heritage, and culture of India and Canada through material culture.

As the guest of honour at this series, Professor Deepti Gupta, Dean International Students, Panjab University praised UIFT on connecting and exchanging knowledge with the global community. She stated that learning is now taking place outside of the classroom, and digital exchanges are another type of collaboration that has gained attention in recent years and are undoubtedly a good experience at both ends. Ms Sadia Karman, Manager, International Learning and Engagement at Ryerson University’s Creative School, also graced the occasion as a special guest.

As the day’s speaker, Professor Caron Phinney from Ryerson University’s School of Fashion in Canada gave her thoughts on the topic Re-interpreting Indo-Canadian cultural identity via Textile and Garment Design. The lecture covered many aspects of how various immigrants living in Canada’s multicultural society are attempting to rediscover their ethnic and traditional roots through an incorporated modern style in bridal attire. The difficulties of belonging to a foreign ethnicity raise difficult considerations for immigrants who face discrimination because of their skin colour or facial traits. As a result, the session discussed through case studies how women try to bridge the gap between two identities, where cultural identity is mostly influenced by the type of social connections one has.

She went on to discuss about one of her projects on Bridal dresses and Rituals which highlighted how the rituals and traditions are being performed by the people who do not to completely divorce from their roots. Since fashion relates to behavioural codes, thus the dresses emerge as an amalgamation of pre-existing values, ideas, perceptions and contemporary influences. To exhibit how clothing is a complex object that carries significant messages she shared another case study of Mani Jassal, an Indo-Canadian designer who has come up with her brand of creative costumes emphasizing her South Asian routes, where she foregrounds in her work a progressive approach to design.

Another impactful portion of the discussion was Jasmeet Rattan’s journaling of her own challenges, and Caron Phinney considered sharing the platform with her student so that ground realities might be heard openly. Jasmeet shared her path of being in denial of her cultural identity due to discrimination on multiple levels, but her true victory came when she accepted who she was and took forward her identity as a Sikh woman through her collection dubbed F2022 Women’s Sikh Formal Wear. The third lecture drew approximately 105 attendees. Dr. Rita Kant, UIFT & VD faculty, initially greeted the event’s attendees, guests, and resource person. The presentation of the speaker supported by Jasmeet’s presentation made the session interactive and an eye opener for the attendees, who were surprised to see how clothing can shape one’s identity of being a strong individual in a multi-cultural society. This elicited numerous questions from the audience, which were thoroughly discussed and debated by the speakers. Dr. Prabhdip Brar, UIFT & VD faculty, thanked everyone who participated and contributed to the success of the third lecture in series.

    What can you give, discussed in 2nd day of seven days  NSS Camp

Chandigarh March 25, 2022

Panjab University and NSS kept the zeal of the NSS Seven Day Camp alive by first conducting a session conducted under the guidance of Dr. Vivek kumar on Self Defence techniques in which the volunteers learnt various techniques to defend themselves with the help of police constables. The next session was dedicated to expert lectures moderated by Dr. Naveen Kumar and Dr. Simran Preet. First lecture was on “What can you give” by Dr. Jayanti Dutta, Dy. Director, HRDC, Panjab University in which the volunteers learnt what all they have to give to this beautiful country. It was followed by a lecture by Prof. Ganga Ram Chaudhary, Prof. of Chemistry and Director, CIL Panjab University where he talked about the various innovations happening at CIL, Panjab University and purification of water through nanotechnology. Volunteers thoroughly enjoyed both the lecture. After the lunch break, the camp resumed with a bunch of competitive eventsfacilitated by Dr. Amita Verma, Dr. Shankar Sehgal and Dr. Anuj Kumar. First event on the list was the Extempore in which the 1st Prize was bagged by Taha Ali. The Poem recitation competition was the next event to happen in which the 1st prize was bagged by Kavita. The 2nd place went to Arti with Revti and Shreya being the 3rd place holder. Lastly, all the volunteers visited the Botanical Garden, Panjab University.

कॉंग्रेस ने पचकुलां भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में की गई बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ सोपां ज्ञापन

पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन व विधायक कालका प्रदीप चौधरी की अध्यक्षता में महामहिम राष्ट्रपति महोदय,मार्फ़त ज़िला उपायुक्त,पचकुलां भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में की गई बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ सोपां ज्ञापन

पचकुलां :

पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा  भाजपा की जीत के साथ मोदी जी द्वारा लाए “महंगे दिन” वापस आ गए हैं जिन पर चुनावों तक अल्पविराम था। भाजपा सरकार ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में “चुनाव जिताओ और होली पर मुफ़्त गैस सिलेंडर पाओ” जैसे झूठे वादों पर जीत दर्ज करते ही पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में कमरतोड़ इजाफा कर जनता का जीना दुभर कर दिया है। अभी तो राज्य सरकारों का गठन भी नहीं हुआ है और भाजपा ने महंगाई के साथ फ़िर से गठजोड़ कर लिया है। यह कहने में भी कोई अतिश्योक्ति नहीं कि भाजपा की जीत के साथ अहंकार, निरंकुशता और महंगे दिन आते हैं।

विधायक कालका प्रदीप चौधरी ने कहा है की महामहिम महोदय, भाजपा सरकार द्वारा की गई बेतहाशा वृद्धि की तुलना आकड़ों सहित निम्न प्रकार है:-

  1. मई 2014 में जब भाजपा ने सत्ता संभाली थी तो पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क क्रमशः केवल 9.20 रुपये प्रति लीटर और 3.46 रुपये प्रति लीटर था, जिसमें भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल पर 18.70 प्रति लीटर और डीजल पर 18.34 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गयी है, जो यूपीए सरकार की तुलना में क्रमशः 203 और 531 प्रतिशत ज्यादा है। 
  2. वर्ष 2014-15 से वर्ष 2021-22 तक आठ वर्षों की अवधि के बीच, केंद्रीय भाजपा सरकार ने बार-बार पेट्रोल और डीजल पर करों में वृद्धि करके जनता की गाढ़ी कमाई से आठ साल में 26 लाख करोड़ रुपए वसूले हैं। 
  3. दो साल पहले लॉकडाउन के बाद से भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर कीमतों और उत्पाद शुल्क में बार-बार बढ़ोतरी करके जबरन वसूली और मुनाफाखोरी की सीमा सभी प्रकार के शोषणों को पार कर गई। दो साल पहले, 22 मार्च 2020 को पेट्रोल और डीजल की दरें क्रमशः 69.59 रुपये और 62.29 रुपये थीं, जिसे बढ़ाकर क्रमश: 96.21 रुपये प्रति लीटर और 87.47 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है।
  4. 26 मई 2014 को जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली थी, तब भारत की तेल कंपनियों को कच्चा तेल 108 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल मिल रहा था, आज भी 108.25 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल है। उस समय पेट्रोल व डीजल क्रमशः 71.41 रुपए प्रति लीटर और 55.49 रुपए प्रति लीटर में उपलब्ध था, जो आज क्रमशः 96.21 और 87.47 रुपए प्रति लीटर बेचा जा रहा है। अमेरिकी डॉलर में कच्चे तेल की कीमत वही होने के बावजूद पेट्रोल व डीजल की कीमतें क्रमशः 24.80 रुपये और 31.98 रुपये प्रति लीटर ज्यादा हैं।
  5. भारत के लोगों को धोखा देने और उनकी मेहनत की कमाई से लूट होने का सबसे बड़ा सबूत इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले आठ साल में कच्चे तेल की कीमतें यूपीए सरकार के शासन की तुलना में बहुत कम रही हैं लेकिन डीजल और पेट्रोल की कीमतें यूपीए सरकार की दरों की तुलना में बहुत अधिक हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पिछले आठ साल में कच्चे तेल की औसत कीमत 60.6 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल है, जो यूपीए सरकार के आखिरी तीन वर्षों में यानी वर्ष 2011 से 2014 तक 108.46 अमेरिकी डॉलर थी। (आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध)
  6. 22 मार्च, 2022 को कच्चे तेल की कीमत 108.25 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल थी। याद रहे की 26 मई, 2014 को जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली थी, उस दिन भी कच्चे तेल की कीमत 108 अमेरिकी डॉलर ही थी। लेकिन आज पेट्रोल- डीजल बहुत महंगे हैं। 
  7. एलपीजी की दरें सऊदी अरामको की एलपीजी कीमतों के आधार पर तय की जाती हैं, जो वर्तमान में 769.11 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन है, जो कि डॉलर-रुपये की विनिमय दर 75.89 के अनुसार 58,367.75 प्रति मीट्रिक टन, यानी एलपीजी की अंतरराष्ट्रीय कीमत 58.37 रुपये प्रति किलोग्राम है। एक घरेलू गैस सिलेंडर में 14.2 किग्रा गैस होती है, यदि इसका आधार मूल्य निकाला जाए तो यह 828.82 रु. प्रति सिलेंडर बनती है। फिर इस कीमत पर, मोदी सरकार 5% जीएसटी, बॉटलिंग शुल्क, एजेंसी कमीशन, परिवहन शुल्क लेती है और फिर कंपनियों के अपने लाभ में वृद्धि करती है और इस देश के गरीब लोगों से प्रत्येक सिलेंडर के लिए 949-1100 रुपये की मोटी राशि वसूल की जा रही है।
  8. यूपीए की सरकार में एलपीजी का अंतर्राष्ट्रीय मूल्य 2012-2013 और 2013-2014 में 885.2 और 880.5 यूएस डॉलर था, लेकिन यूपीए की सरकार महंगे भाव से एलपीजी को खरीदकर आम जनता को भारी सब्सिडी देकर केवल 339-414 रूपये प्रति सिलेंडर के भाव में देती थी।
  9. पेट्रोलियम प्लानिंग और एनालिसिस सेल के अधिकृत आंकड़े बताते हैं कि यूपीए सरकार ने देश की जनता को पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस पर सब्सिडी के रूप में 2011-12 में 1,42,000 करोड़ रुपए की राहत दी, जो 2012-13 में 1,64,387 करोड़ रुपए और 2013-14 में 1,47,025 करोड़ रुपए थी, जिसे भाजपा सरकार 2016-17 में 27,301 करोड़, 2017-18 में 28,384 करोड़, 2018-19 में 43,718 करोड़, 2019-20 में 26,482 करोड़ और 2020-21 में 11,729 करोड़ रुपए पर ले आई। 

पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा है कि महामहिम महोदय, यदि यूपीए और भाजपा सरकारों द्वारा पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की अंडर रिकवरी और एक्साइज ड्यूटी वसूली को देखा जाए, तो साफ ज़ाहिर होता है कि यूपीए सरकार महंगे अंतर्राष्ट्रीय मूल्य पर एलपीजी खरीदकर देश के ग्राहकों को सब्सिडी देकर आज से आधे दामों पर देती थी, इसी प्रकार पेट्रोल और डीजल पर भी जनता पर कम टैक्स लगाकर कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय मूल्यों पर अंडर रिकवरी, यानि मूल्यों से बहुत कम वसूला जाता था। 

महामहिम महोदय, कांग्रेस पार्टी आपसे अनरोध करती है कि केंद्र की भाजपा सरकार को हिदायतें जारी करें कि पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर की कीमतों को कांग्रेस-यूपीए सरकार की दरों पर लाया जाए ताकि लोगों को इस महंगाई के दौर में कुछ राहत मिल सके ईस प्रदर्शन में पूर्व मन्त्री लहरी सिंह जी, रवीन्द्र रावल पूर्व प्रधान नगर परिषद पचकुलां,पूर्व पार्षद व पूर्व प्रधान सिटी कांग्रेस पचकुलां आर के कक्कड़,हेमंत किंगर वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय धीर,राजनीतिक सचिव, पार्षद पंकज, पार्षद अकक्षदीप चोधरी,हरियाणा कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका सिंह हुड्डा ,हरियाणा प्रदेश कांग्रेस महासचिव पवन कुमारी,वरिष्ठ कांग्रेस नेता दलीप बिशनोई, सुषमा खन्ना ज़िला युथ कांग्रेस, कांग्रेस नेता रणदीप राणा चेयरमैन बरवाला,, युथ कांग्रेस नेता बहादुर राणा , पूर्व पार्षद दलवीर बालमिकी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन जैन, वरिष्ठ कांग्रेस नेता नरेश मान, कांग्रेस पार्षद पद के उम्मीदवार रहै ओम शुक्ला कांग्रेस पार्षद पद के उम्मीदवार रहै योगेन्द्र कवातरा, एडवोकेट व हरियाणा प्रदेश कांग्रेस लिगल सेल प्रदेश महासचिव उदित महदींरता , वरिष्ठ कांग्रेस नेता रवीन्द्र रिहोड शर्मा, कांग्रेस नेता नासिर मोहमद, आदर्श यादव पूर्व प्रधान ज़िला युथ कांग्रेस, कांग्रेस नेता राजु धिमान, युथ कांग्रेस नेता राजीव बुकल एडवोकेट निरज चौहान,एडवोकेट रोहीत शर्मा  मान सिंह चरनिया,, विजय मोहन वर्मा, रविन्द्र मेहता, शरणजीत काका, माया देवी, रामकरण चौधरी, खुशहाल बेहलों, सुच्चा सीयूडी, अश्विनी चुना, मनदीप करणपुर, अमन जैलदार, विक्की, भूरी बेगम, गुरभाग धमाला, श्याम गीदरांवाली, मान सिंह गुमथला, प्रगास ,संदीप जलौली,राजेश आशियाना,अंकुर बिशनोई, कांग्रेस नेता जगदीश राय, काका सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता अछरु राम, कांग्रेस पार्षद पद के उम्मीदवार रहै दयाल सिंह, अमर सरपंच बरवाला,डाक्टर शिव राज बरवाला , भंभूल राणा बतोड,संजीव सरपंच सुल्तानपुर,कुलवंत मानक्याना, नरिंदर कामी, ओमवीर बरवाला,पवन टोका,श्याम लाल बिल्ला सरपंच,

कॉंग्रेस छोड़ भाजपा के मंत्री बने यशपाल पुन:कॉंग्रेस में और अब चाहते हैं विपक्षी नेता का पद

यशपाल आर्य की कांग्रेस में वापसी हुई है। भाजपा का दामन छोड़ कर यशपाल आर्य ने कांग्रेस का दामन थामा और चुनावों से कुछ देर पहले मंत्री पद से इस्तीफा दिया। इस बार चुनावों पर पूर्व नतीजे हिल गए। पहले उत्तरखण्ड में एक बार भाजपा तथा दूसरी बार कॉंग्रेस जीतती आई। यशपाल और उनके बेटे ने 2017 में कॉंग्रेस छोड़ कर भाजपा का ‘कमल’ थामा और अब उन्हे कॉंग्रेस पर विश्वास था अत: भाजपा छोड़ कॉंग्रेस में शामिल हुए। यशपाल के साथ ही उनके बेटे ने भी कांग्रेस का हाथ थामा है। 2017 में कांग्रेस को छोड़ भाजपा में गए पिता-बेटे ने 2021 में फिर से कॉंग्रेस में वापसी की है। इस बार कॉंग्रेस के हारने के बाद उन्हे फिर से कोई मंत्री पद नहीं मिलेगा इसीलिए वह एक विपक्षी नेता का पद चाहते हैं।

देहरादून ब्यूरो, डेमोक्रेटिक फ्रंट:

विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस हाईकमान के सख्त रुख से उत्तराखंड में पार्टी नेताओं में खलबली मची है। चुनाव परिणाम के हफ्तेभर के भीतर ही प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल से इस्तीफा लेने के बाद पार्टी संगठन में बदलाव की सुगबुगाहट है। अध्यक्ष के इस्तीफे के साथ ही प्रदेश कार्यकारिणी को जारी रखे जाने को लेकर असमंजस गहरा गया है। वहीं, नए प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर पार्टी हाईकमान का क्या रुख अपनाता है, नजरें अब इस पर टिक गई हैं। माना ये भी जा रहा है कि आने वाले समय में कुछ बड़े चेहरों पर भी गाज गिर सकती है।

फिलहाल राज्य कांग्रेस में विपक्ष के नए नेता को लेकर राजनीति गर्माने लगी है और कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। राज्य में निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, धारचूला विधायक हरीश धामी के बाद अब बदरीनाथ के विधायक राजेंद्र भंडारी का नाम तेजी से उभर रहा है। बहरहाल भंडारी के समर्थकों ने उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाने के लिए पैरवी शुरू कर दी और इसके लिए हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया है। हालांकि माना जा रहा है कि आलाकमान की सहमति के बाद से ही नेता प्रतिपक्ष के नाम पर मुहर लगेगी। निर्वतमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं और वह फिर से इस पद के लिए दावा कर रहे हैं। प्रीतम सिंह को कई केन्द्रीय नेताओं का समर्थन प्राप्त है

सदन में विपक्ष की ओर से सरकार के सामने खड़ा होने के लिए नेता प्रतिपक्ष का होना जरूरी है। इस वक्त निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का नाम सबसे आगे हैं। लेकिन, इस बार धारचूला विधायक हरीश धामी खुलकर अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं। उनके साथ ही पूर्व काबीना मंत्री यशपाल आर्य, बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी, मदन बिष्ट का नाम भी चर्चा में है।

सूत्रों के अनुसार शीर्ष नेतृत्व इनमें ऐसे सर्वमान्य चेहरे को तलाश रहा है जिनके झंडे के नीचे सभी 19 विधायक सहजता से रह सके। दूसरी तरफ, पिछले नौ दिन से उत्तराखंड कांग्रेस बिना मुखिया के ही चल रही है। 15 मार्च को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने इस्तीफा दे दिया था।

उनके साथ ही कार्यकारिणी भी निष्प्रभावी हो गई है। नौ दिन से कांग्रेस में असमंजस की स्थिति है।  प्रदेश अध्यक्ष के लिए खटीमा विधायक भुवन कापड़ी, यशपाल आर्य, मनोज तिवारी के नाम की चर्चा भी की जा रही है। कुमाऊं के ब्राह्मण नेताओं में फिलहाल भुवन का नाम आगे हैं।

हालांकि कांग्रेस का एक बड़ा वर्ग निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को ही दोबारा अध्यक्ष बनाए जाने के पक्ष में है। इसके पीछे गोदियाल के अल्प कार्यकाल और इस चुनाव में वर्ष 2017 के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन को वजह बताया जा रहा है। विधानसभा चुनाव 2022 में श्रीनगर विधानसभा सीट से भाजपा के डॉ. धन सिंह रावत ने गोदियाल को हराया है। 

नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष का विषय हाईकमान के विचाराधीन है। मैंने अपनी पूरी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष को दे दी है। उम्मीद है जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी।