वेब न्यूज़ पोर्टल को मिलेगी सरकारी मान्यता

कोरल ‘पुरनूर’ चंडीगढ़ – 06 जुलाई :

देर रात हरियाणा केबिनेट ने एक बड़ा फैसला लिया है। आज से हरियाणा में वेब समाचार पोर्टल मणि होंगे। सरार के इस बड़े अहम फैसले से वेब पोर्टल में काम करने वाले पत्रकार और कैमरामेन लाभान्वित हो सकेंगे।

आज हरियाणा केबिनेट ने वेब समाचार पोर्टल और वेब टीवी को मानिता देने संबंधी अध्यादेश पर मंजूरी दे दी है। इस संबंधी नयी गाइड लाइन भी जारी कर दीं गईं हैं। अब वेब समाचार पत्रों के पत्रकार और कैमरामेन (छायाकार) सरकारी मान्यता से लाभान्वित हो सकेंगे। वेब पोर्टलों को सरकारी विज्ञापन भी मिल सकेंगे।

कुछ जिलाध्यक्षों ने वेब समाचार पोर्टल्स को बैन कर रखा था जिससे उन जिलों में इन पर लगी पाबन्दियाँ ख़त्म हो जाएंगीं।

भारतीय रुख से घबराया चीन 2 किलोमीटर पीछे हटा

भारत और चीन के बीच सीमा विवाद पर इस वक्त बड़ी खबर आ रही है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और चीन के विदेश मंत्री के बीच बातचीत हुई थी. ये बातचीत 5 जुलाई को हुई थी और दो घंटे तक चली थी. बातचीत में सीमा पर तनाव कम करने पर चर्चा हुई. दोनों देश भविष्य में शांतिपूर्ण माहौल बनाने पर सहमत हुए हैं. भारतीय सेना को चीन के किसी भी वादे पर भरोसा नहीं है अत: गलवान घाटी में अपनी सीमाओं में भारतीय फौजों की तैनाती बढ़ा दी गयी है।

कोरल ‘पुरनूर’, चंडीगढ़ – 06 जुलाई :

भारत-चीन सीमा पर गलवान घाटी में चल रहे तनाव के बीच चीन पीछे हटने को मजबूर हो गया है। समझौते के बाद दोनों पक्षों द्वारा वहाँ अस्थायी तौर पर जो संरचनाएँ बनाई गई थीं और निर्माण कार्य किया गया था, उसे भी हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। साथ ही दोनों पक्षों द्वारा ‘फिजिकल वेरफिकेशन’ भी किया जा रहा है। ‘लाइन ऑफ कण्ट्रोल (LAC)’ पर चीन के पीछे हटने के बाद स्थिति सुधरने की उम्मीद जताई जा रही है।

ये सब मीडिया रिपोर्ट्स में अंदरूनी सूत्रों के हवाले से दावा किया जा रहा है। जहाँ जून 15, 2020 को चीन की धोखेबाजी के बाद भारत की सेना के साथ उसका संघर्ष हुआ था और 20 भारतीय सैनिक वीरगति को प्राप्त हो गए थे। साथ ही 43 चीनी सैनिकों को भी मार गिराया गया था। चीनी सैनिक अब उस स्थल से 2 किलोमीटर पीछे चले जाने को मजबूर हो गए हैं। भारत ने भी वहाँ बंकरों और अन्य संरचनाओं का निर्माण किया था, ताकि चीन पर नज़र रखी जा सके।

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने राष्ट्रिय दैनिक को बताया कि जून 30 को हुए कमांडर स्तर की वार्ता में ये समझौता हुआ, जिसके बाद चीन की सेना पीछे हटने को मजबूर हुई। ये भारत के लिए जीत की तरह है क्योंकि हमारे लिए जो LAC की परिभाषा है, वहाँ से चीन पीछे हट गया है। इसके बाद रविवार को एक फिजिकल सर्वे भी किया गया, जिसमें ये देखा गया कि चीन की सेना वादे के मुताबिक पीछे गई भी है या नहीं।

फिजिकल वेरिफिकेशन के बाद पाया गया कि गलवान संघर्ष स्थल से चीन की सेना 2 किलोमीटर पीछे चली गई है और सारी संरचनाएँ हटा दी गई हैं। ‘द हिन्दू’ की खबर के अनुसार, दोनों देशों के बीच हुई कमांडर स्तर की वार्ता में सहमति बनी थी कि सबसे पहले गलवान, पांगोंग और हॉट स्प्रिंग- इन तीनों स्थलों पर तनाव कम किया जाएगा। इसके बाद उत्तर में स्थित देस्पांग प्लेन्स पर तनाव कम किया जाएगा क्योंकि वो ज्यादा कॉम्प्लेक्स क्षेत्र है।

बैठक के बाद चीन का रुख नरम हुआ, जिसके कारण सीमा विवाद सुलझाने के लिए आगे होने वाली वार्ताओं के लिए भी रास्ता साफ़ हो गया है। इसे भारत की कूटनीतिक जीत के रूप में भी देखा जा सकता है क्योंकि चीन ने अब भूटान की जमीन पर दावा ठोक कर उस पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। चीन ने अब सीमा पर तनाव बढ़ाने की बजाए इधर-उधर से दबाव बनाए के तरीके आजमाने शुरू कर दिए हैं।

बता दें कि शुक्रवार को अचानक लेह पहुँचे पीएम मोदी ने भी चीन को चेतावनी देते हुए भारतीय सेना के जवानों से कहा था कि आप धरती के वीर हैं जिसने हजारों वर्षों से अनेकों आक्रांताओं के हमलों और अत्याचारों का मुँहतोड़ जवाब दिया है, हम वो लोग हैं जो बांसुरीधारी कृष्ण की पूजा करते हैं, वहीं सुदर्शन चक्रधारी कृष्ण को भी अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने कहा था कि आधुनिकीकरण और बुनियादी ढांचे के विकास ने हमारी रक्षा क्षमताओं को कई गुना बढ़ा दिया है।

दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी उपस्थिती से तिलमिलाया चीन

चीन का नाम और सीमा विवाद एक दूसरे के पर्याय हैं। ‘वह कौन सा सगा नहीं जिसको हमने ठगा नहीं’ वाली कहावत चीन पर सटीक बैठती है। चीन सदियों पुराने नक्शे ले कर सभी पर धौंस जामाता रहता है। जिस साम्राज्यवाद के खिलाफ चीन की कोम्युनिस्ट ताकतों ने अपनी लड़ाई लड़ी थी वही कोमुनिस्ट ताक़तें अब एक साम्राज्यवादी सोच वाले नेता के कब्जे में हैं। वह अपने विसतारवादी विचार चीन पर थोप चुका है और चीन का प्रशासन और चीन की सारी सेना उसके विसतारवादी नीति को आगे बढ़ाने के प्रयत्नों में लगे हैं। बात दक्षिण चीन सागर की हो या उत्तर चीन सागर की जल सीमाओं के लेकर भी चीन का विवाद रहता है। अभी दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी उपस्थिती से भी नाराज़ है।

सारिका तिवारी, चंडीगढ़ – 6 जुलाई :

पड़ोसियों को धौंस दिखाने की कोशिश कर रहा चीन दक्षिण चीन सागर (साउथ चाइना सी) में अमेरिकी नौसेना की मौजूदगी से बौखला गया है। चीन के आक्रामक तेवरों के जवाब में अमेरिका ने अपने दो एयरक्राफ्ट कैरियर इस इलाके में तैनात किए हैं।

2014 के बाद यह पहला मौका है जब दक्षिण चीन सागर में अमेरिकी नौसेना ने अपने दो बड़े एयरक्राफ्ट भेजे हैं। दोनों एयरक्राफ्ट के अलावा चार युद्धपोत भी इस इलाके में अभ्यास कर रहे हैं। इसका मकसद इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में निर्बाध आवाजाही सुनिश्‍चत करना है।

अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर यूएएस निमित्ज और यूएसएस रोनाल्ड रीगन के दक्षिण चीन सागर में तैनाती पर चीन के सरकारी अखबार ग्‍लोबल टाइम्‍स ने यूएस को ‘धमकी’ दी। ग्‍लोबल टाइम्‍स ने कहा कि चीन की सेना की किलर मिसाइलें डोंगफेंग-21 और डोंगफेंग-25 अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर को तबाह कर सकती हैं। ग्‍लोबल टाइम्‍स ने ट्विटर पर लिखा कि दक्षिण चीन सागर में तैनात अमेरिका के विमानवाहक पोत चीनी सेना की जद में हैं। चीनी सेना इन्‍हें बर्बाद कर सकती है। 

चीन की इस ‘धमकी’ पर यूएस नेवी ने चुटकी ली है। अमेरिकी नौसेना के चीफ ऑफ इनफॉर्मेशन ने जवाब देते हुए ट्वीट कर कहा, “और इसके बावजूद वे (यूएस नेवी के जहाज) वहाँ हैं। एयरक्राफ्ट कैरियर्स, दक्षिणी चीन सागर के अंतरराष्ट्रीय सीमा में घूम रहे हैं। यूएसएस निमित्ज और यूएसएस रोनाल्ड रीगन किसी से डरने वाले नहीं हैं।”

यूएसए के निमित्ज से एडमिरल जेम्स किर्क ने रॉयटर को दिए एक टेलीफोनिक इंटरव्यू में कहा, “उन्होंने हमें देखा है और हमने उन्हें देखा है।” वहीं चीन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने जान-बूझकर दक्षिण चीन सागर में अपने जहाजों को अपनी ताकत दिखाने के लिए भेजा है। बता दें कि साउथ चाइना सी में अमेरिकी नेवी के दो बड़े विमानवाहक युद्धपोत कैरियर 4 जुलाई से अभ्‍यास कर रहे हैं।

गौरतलब है कि ट्रंप प्रशासन ने 6 साल बाद साउथ चाइना सी में एयरक्राफ्ट कैरियर भेजे हैं। ये दुनियाभर में अमेरिकी नौसैनिक ताकत का प्रतीक माने जाते हैं। अमेरिका ने साउथ चाइना सी में यह युद्धाभ्यास ऐसे समय पर शुरू किया है जब इसी इलाके में चीन की नौसेना भी युद्धाभ्यास कर रही है। चीन की नेवी परासेल द्वीप समूह के पास पिछले कई दिनों से युद्धाभ्यास करके ताइवान और अन्‍य पड़ोसी देशों को धमकाने में जुटी हुई है। उधर चीन की लगातार नॉर्थ चाइना सी में जापान से भी झड़प जारी है।

मीरान हैदर के रजिस्टर में दफन हैं दिल्ली दंगों के कई राज़

सीएए विरोधी प्रदर्शनों का विभित्स रूप था दिल्ली का हिन्दू विरोधी दंगा। इस दंगों में जहां 200 से अधिक लोग घायल हुए वहीं 53 लोग मारे गए थे। दंगों की जांच में सबसे पहले आम आदमी पार्टी के ताहिर हुसैन पर सीधे सीधे आरोप लगे थे। वहीं शाहरुख नमक यवक ने दिल्ली पुलिस पर सरेआम गोलियां चलाईं थी। इन दंगों में जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी को जामिया के स्टूडेंट, ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोशिएसन, स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन, मुस्लिम स्टूडेंट फोरम, जामिया स्टूडेंट फोरम जैसे कई संगठन के लोगों ने शामिल होकर बनाया था। जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी को पीएफआई समेत कई इस्लामिक संगठनों ने बड़ी महती भूमिका निभाई थी। अब जांच में धीरे धीरे इन सभी की संलिप्तता के साक्ष्य सामने आ रहे हैं।

नयी दिल्ली ब्यूरो – 6 जुलाई :

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में इस साल फरवरी में हुए हिन्दू विरोधी दंगों की जाँच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे इस मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे है। स्पेशल सेल के सूत्रों ने सोमवार (जुलाई 6, 2020) को बताया कि उन्हें जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी के मेंबर मीरान हैदर के घर से एक रजिस्टर और ढाई लाख रुपए कैश बरामद किया गया है।

स्पेशल सेल ने मीरान हैदर के पास जो रजिस्टर बरामद किया है, उसमें साफ लिखा है कि कहाँ से कितने पैसे मिले, कहाँ कितना खर्च हुआ। बकायदा नाम के साथ सभी डिटेल हैं। रजिस्टर को हैंडराइटिंग की जाँच के लिए फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री (Forensic Science Laboratory) भेजा गया है।

पुलिस के सूत्रों ने बताया कि दिल्ली हिंसा से पहले यानी जनवरी महीने में मीरान हैदर के अकाउंट में 5 लाख रुपए आए थे। ये पैसे ओमान और यूएई से आए थे।

बताया जा रहा है कि ये रजिस्टर दंगों से ठीक पहले ही बनाया गया था। इस रजिस्टर में दिल्ली दंगों के कई राज दफन हैं। इस रजिस्टर में दंगों का पूरा बही-खाता दर्ज है। पैसा कहाँ से आया और किसे-किसे दिया गया वो सब इस रजिस्टर में लिखा है।

दिल्ली दंगों की जाँच करने वाली स्पेशल सेल की टीम ने जामिया कॉर्डिनेशन समिति के सदस्य मीरान हैदर को गिरफ्तार किया था। उसे UAPA अधिनियम की धाराओं के तहत 2 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। मीरान हैदर (35) कथित तौर पर पीएचडी छात्र है और दिल्ली में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की युवा इकाई का अध्यक्ष भी।

मीरान हैदर पर आरोप है कि मीरान हैदर ने शाहीन बाग, जामिया व अन्य जगहों पर चले विरोध-प्रदर्शन के दौरान बढ़-चढ़कर न सिर्फ हिस्सा लिया, बल्कि लोगों को उकसाया भी। मीरान के खिलाफ दंगे की साजिश रचने के अहम साक्ष्य मिले हैं। उस पर दंगों की साजिश रचने का आरोप है। 

गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने अदालत में पेश जाँच रिपोर्ट में कहा था कि पूर्वोत्तर दिल्ली में हुए हिन्दू विरोधी दंगों के लिए सऊदी अरब और देश के अलग-अलग हिस्सों से भी फंडिंग आई थी। पुलिस का कहना था कि दिल्ली में दंगे सुनियोजित साजिश और योजना के परिणामस्वरूप भड़के थे और यह अचानक नहीं था।

जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी को जामिया के स्टूडेंट, ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोशिएसन, स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गेनाइजेशन, मुस्लिम स्टूडेंट फोरम, जामिया स्टूडेंट फोरम जैसे कई संगठन के लोगों ने शामिल होकर बनाया था। जामिया कॉर्डिनेशन कमेटी को पीएफआई समेत कई जगहों से फंडिंग मिल रही थी। इस दंगे से भगोड़े इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के भी तार जुड़े हुए हैं। बता दें कि दंगों में 53 लोगों की मौत हुई और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

शहीद हेमरज मीणा के स्मृति पार्क और स्मारक नहीं बनाने दे रहे कांग्रेसी विधायक भारत सिंह: वीर वधू मधुबाला

रास्थान सरकार पर जहां एक समुदाय विशेष की दिलजोई की राजनीति के आरोप लगते रहते हैं वहीं अब ताज़ा आरोप कॉंग्रेस के विधायक भरत सिंह पर शहीदों के विरुद्ध जाने का कार्य करने के आरोप लगे हैं। यह संगीन आरोप किसी राजनैतिक दल ने नहीं आपित शहीद हेमराज मीणा की वीर वधू मधुबाला ने लगाए हैं। पुलवामा हमले में वीरगति प्राप्त हुए थे हेमराज मीणा। उनके नाम पर शहीद पार्क के विकास के लिए 20 लाख रुपए की राशि ओम बिड़ला ने सांसद विकास निधि से अनुशंसित की थी। हेमराज की प्रतिमा भी लगाई जानी थी। लेकिन यह काम अभी तक संभव नहीं हो सका। 

राजस्थान ब्यूरो – 6 जुलाई :

पुलवामा हमले में वीरगति प्राप्त हुए हेमराज मीणा की पत्नी मधुबाला मीणा ने कॉन्ग्रेस के स्थानीय विधायक भरत सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मामला राजस्थान के कोटा सांगोद के पास स्थित गाँव विनोद कला का है।

मधुबाला का कहना है कि चूँकि उन्होंने कॉन्ग्रेस नेता के कहने पर भी भाजपा उम्मीदवार ओम बिड़ला के ख़िलाफ़ चुनाव नहीं लड़ा, इसलिए अब उन्हें परेशान किया जा रहा है और उनके पति हेमराज मीणा का स्मारक बनने में अड़ंगे लगाए जा रहे हैं।

मधुबाला मीणा ने पूर्व सैनिक सेवा परिषद राजस्थान के बैनर तले आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कॉन्ग्रेस नेता की यह पोल खोली। उन्होंने अपने पति का स्मारक और स्मृति पार्क नहीं बनने के लिए विधायक से नाराजगी जताई और प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान साफ किया कि जब तक उनके पति के लिए स्मारक नहीं बनेगा, तब तक वह सरकार से लड़ती रहेंगी।

उन्होंने बताया कि ओम बिड़ला ने सांसद विकास निधि से उनके पति हेमराज मीणा के पैतृक गाँव विनोद कला में शहीद पार्क के विकास के लिए 20 लाख रुपए की राशि की अनुशंसा की थी। जिसके लिए स्थानीय ग्राम पंचायत द्वारा बाउंड्री बनाकर समतलीकरण कार्य और मिट्टी भराई का कार्य पूरा कर दिया गया था।

इसके बाद इस धनराशि से शहीद स्मृति पार्क में वीरगति प्राप्त हो चुके हेमराज की प्रतिमा लगाई जानी थी। लेकिन यह काम अभी तक संभव नहीं हो सका। जबकि जनसहयोग से प्रतिमा बनवाई जा चुकी है।

मधुबाला मीणा की मानें तो कॉन्ग्रेस के विधायक उनके गाँव में पार्क और प्रतिमा निर्माण में रोड़े अटका रहे हैं। उन्होंने ही सारी जानकारी मिलने के बाद चंबल फर्टिलाइजर के अधिकारियों को बुलाकर दबाव बनाया। साथ ही यह कहा कि उनकी जानकारी के बिना क्षेत्र में कोई काम नहीं होगा।

वे कहती हैं, “पिछले लोकसभा चुनाव में विधायक भरत सिंह ने ओम बिड़ला के खिलाफ कॉन्ग्रेस से मुझे चुनाव लड़ाने के लिए प्रस्ताव भेजा था, तब मैंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। इस बात से वो नाराज हो गए थे और अब शहीद स्मारक में रोड़ा अटका रहे हैं।”

मधुबाला मीणा ने यह भी बताया कि अदालत चौराहे पर उनके पति की मूर्ति लगाने के लिए बोला गया था, लेकिन कॉन्ग्रेस नेता अब वह भी नहीं होने दे रहे हैं। हेमराज की पत्नी कहती हैं कि एक बार वह कॉन्ग्रेस नेता से उनके एक कार्यक्रम में मिलने गई थी। लेकिन वहाँ बात करने की बजाय कॉन्ग्रेस नेता ने उन्हें बहुत कटुवचन बोल दिए थे।

अब पुलवामा के वीर की पत्नी की माँग है कि स्मृति पॉर्क और प्रतिमा स्थापना के अलावा सांगोद में अदालत चौराहे पर अविलंब उनके वीर पति की प्रतिमा स्थापित होनी चाहिए। इसके लिए पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने भी इस पूरे मामले में मधुबाला का समर्थन किया है। परिषद ने भूख हड़ताल की चेतावनी देते हुए जिला सैनिक कल्याण अधिकारी को भी खरी-खरी सुनाई है।

एक राष्ट्रिय टीवी चैनल की खबर के अनुसार, जब इस संबंध में कॉन्ग्रेस विधायक से बात हुई। तो उन्होंने अपनी सफाई में पूरे मामले से खुद को साइड कर लिया। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताते हुए कहा –

काश्मीर के लिए अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर पंचकुला भाजपा ने उन्हे श्रद्धांजलि दी

पंचकूला 6 जुलाई:

       भाजपा के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर सेक्टर 2 स्थित पार्टी कार्यालय में रक्तदान कैंप का आयोजन किया गया। इस कैंप का उद्घाटन भाजपा प्रदेश  अध्यक्ष सुभाष बराला ने किया। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री रत्न लाल कटारिया, हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चन्द गुप्ता भी मौजूद रहे।

कार्यकर्ताओं ने – जहां हुए बलिदान मुखर्जी वह कश्मीर हमारा है – के जोरदार नारो के साथ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी को याद किया।  प्रदेश अध्यक्ष ने रक्तदाताओं का हालचाल पूछा और बैज लगाकर सम्मानित किया और प्रशस्ति पत्र भी बांटे। कई  रक्तदाता पहली बार ब्लड दे रहे थे तो कई बार बार रक्तदान कर श्यामा प्रसाद मुखर्जी को समर्पित कर रहे थे।

इससे पूर्व उन्होंने सेक्टर 3 में बन रहे भाजपा कार्यालय में पोधरोपन   भी किया और उनकी देखभाल के लिए ट्री गार्ड लगाने तथा  उचित रखरखाव के लिए जिम्मेवारी सुनिश्चित करने को कहा।

  प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज पूरे हरियाणा में बीजेपी के संस्थापक का जन्म दिवस कार्यकर्ताओं द्वारा रक्तदान कर मनाया जा रहा है। इसके अलावा पोधे भी लगाए जा रहे है ताकि  ज्यादा से ज्यादा पोधारोपन कर  पर्यावरण को दूषित होने से बचाया जा सके स उन्होंने कहा कि बीजेपी संस्थापक ने जनसंघ के रूप में आजादी के बाद देश की एकता, अखंडता की आवाज उठाई। इसमें उन्होंने कहा कि देश में दो विधान, दो निशान नहीं चलेंगे। तब से लगाया हुआ राजनीति का पोधा एक वट वृक्ष बनकर फलफूल रहा है और आज पार्टी ने सत्ता में आते ही पहले 100 दिन के दौरान ही लोकसभा में धारा 370, 35 ए को समाप्त कर करोड़ों भारतीयों को उस दिन दिए नारे को याद दिला दिया जिस पर  पार्टी संस्थापक ने अपने प्राणों का बलिदान दिया।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी जम्मू कश्मीर में परमिट व्यवस्था को तोड़कर जेल गए। जेल में रहस्यमई परिस्थितियों में  उनकी मौत हो गई।  उनके बलिदान की नींव देश की एकता को अक्षु्ण बनाए रखने और मानवता को एकसूत्र में बांधने का कार्य कर रही है। इसके साथ ही मानवता के अंतिम उदय का मंत्र जो  श्री मुखर्जी ने दिया उस पर पार्टी कार्य कर रही है।

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष  बंत्तो कटारिया, जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा , महामंत्री वरिंदर राणा, विशाल सेठ, श्यामलाल बंसल, अजय मितल , कुलभूषण , मीडिया प्रभारी नवीन गर्ग, वीरेंद्र गर्ग, संजय आहूजा सहित कई पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे ।

पुलिस फ़ाइल, पंचकुला

पंचकूला 06 जुलाई :-  

कोविड19 से सम्बन्धित साइबर धोखाधडी को रोकने बारे जागरुकता

पंचकुला पुलिस ने एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी करते हुए नागरिकों को कोविड-19 का मुफ्त इलाज करने या राशि की प्रतिपूर्ति का वादा करने वाली ‘फ़िशिंग‘ ई-मेल बारे आगाह किया है। पचकुला पुलिस ने नागरिकों को सतर्क करते हुए कहा है कि वे ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक नहीं करें क्योंकि ऐसा करने से यूजर्स धोखाधडी का शिकार हो सकते हैं । नागरिकों को इस तरह के साइबर हमलों से सावधान रहने की सलाह देते हुए पचंकुला पुलिस साइबर अटैक को लेकर लगातार लोगों को सावधान करती आ रही है व समय समय पर आप लोगो को जागरुक कर रही है । ताकि आप लोग इस तरह की साईबर धोखाधडी से बच सको ।  साइबर क्रिमिनलस द्वारा भोलेभाले लोगों और व्यवसायों को लक्षित करते हुए कोविड-19 महामारी द्वारा उत्पन्न स्थिति का फायदा उठाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। ऐसे जालसाज यूजर्स की व्यक्तिगत जानकारी हासिल करने के लिए उन तमाम  प्राधिकरण का प्रतिरूपण कर सकते हैं जिन्हें कोविड-19 इलाज संबंधी सरकारी सहायता का काम सौंपा गया है ।

             मोहित हाण्डा भा॰पु॰से॰ पुलिस उपायुक्त पंचकुला ने धोखाधड़ी के तरीके बारे बताते हुए कहा कि साइबर हमलावर ncovid19@gov.in या इससे मिलते-जुलते प्रमाणिक एजेंसी के पते का उपयोग कर कोविड-19 बारे फ़िशिंग ईमेल भेज सकते हैं। इसके बाद ऐसे जालसाज सरकार द्वारा कोरोनावाइरस के अनिवार्य टैस्टिंग आदेशों के बारे में यूजर्स को सूचित करके जाली लिंक पर क्लिक द्वारा पंजीकरण करने के लिए कहते हैं। जैसे ही यूजर्स क्लिक करता है, साइबर धोखेबाज नागरिकों का महत्वपूर्ण और व्यक्तिगत डेटा चोरी या पैसे की धोखाधडी कर सकते है ।

                 साइबर सुरक्षा के उपायों को जिक्र करते हुए  मोहित हाण्डा भा॰पु॰से॰ पुलिस उपायुक्त पंचकुला ने कहा कि यूजर्स को असत्यापित ईमेल अटैचमेंट को डाउनलोड करने तथा फर्जी लिंक विशेषकर स्वास्थ्य सूचना या कोविड-19 से संबंिधत किसी भी लिंक पर जाने से बचने के लिए कहा गया है ।  इसके अतिरिक्त, लोगों को किसी भी ऐसे संदिग्ध लिंक पर क्लिक ना करे । जो कोविड-19 इलाज की प्रतिपूर्ति का वादा करता है। उन्होंने कहा कि ये फ़िशिंग मैसेज हैं और सरकार द्वारा कोविड-19 संबंधी वितीय सहायता के लिए जिम्मेदार सरकारी अधिकारियों द्वारा नहीं भेजे जाते हैं।

पचंकुला पुलिस ने लडाई झगडा करने वाले आरोपीयान को किया काबू ।

मोहित हाण्डा भा॰पु॰से॰ पुलिस उपायुक्त पंचकुला के निर्देशानुसार जिला पंचकुला मे अपराध की रोकथाम तथा अपराधियों की धरपकड़ करते हुए पुलिस थाना कलका पंचकुला की टीम के द्वारा लडाई झगडा के मामले के आरोपियान को विधि-पूर्वक गिरफ्तार कर लिया गया है । पकडे गये आरोपीयान की पहचान बिन्दास पुत्र मैहताब व प्रिन्स पुत्र मुन्ना लाल दोनो आरोपीयान वासी खेडा सीता राम  कालका के रुप मे हुई ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनाक 04.07.2020 को गाँव खेडा सीता राम कालका मे लडाई झगडा करने के सम्बन्ध मे थाना कालका द्वारा अभियोग अकिंत करके, अनुसधानकर्ता द्वारा अभियोग मे गहनता से कार्यवाही करते हुऐ आरोपीयान को विधि-पूर्वक गिरफ्तार करके कार्यवाही की गई ।

पैसे व कागजात के लेनदेन के आरोपी को किया पुलिस ने काबू ।

         मोहित हाण्डा भा॰पु॰से॰पुलिस उपायुक्त पंचकुला के निर्देशानुसार जिला पंचकुला मे अपराध की रोकथाम तथा अपराधियों की धरपकड़ करते हुए पुलिस थाना सैक्टर 05 पंचकुला की टीम के द्वारा पैसे लेनदेन के मामले मे एक आरोपी को किया विधि-पूर्वक गिरफ्तार कर लिया गया है । पकडे गये आरोपीयान की पहचान सुमित पुत्र आजाद वासी सैक्टर 21 पचकुलां के रुप मे हुई ।

प्राप्त जानकारी के अनुसार माह जून मे प्राप्त शिकायत बाबत पैसे व कागजात के लेने देन मामले पुलिस थाना सैक्टर 05 पंचकुला द्वारा शिकायत पर अभियोग दर्ज करके, अनुसधानकर्ता द्वारा अभियोग मे गहनता से कार्यवाही करते हुऐ आरोपी को विधि-पूर्वक गिरफ्तार करके कार्यवाही की गई ।

सहारनपुर में उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल द्वारा वृक्षारोपण

राहुल भारद्वाज, सहारनपुर:

सहारनपुर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल (रजि.), नगर निगम व एच डी एफ सी बैंक के संयुक्त तत्वधान मे वृक्षारोपण कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रथम चरण के वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि नगर आयुक्त ज्ञानेन्द्र सिहं द्वारा पहला पौधा रोप कर किया गया। कार्यक्रम के प्रथम चरण में पौधारोपण ट्री गार्ड सहित कोर्ट रोड पर ताज होटल के सामने, फिर आयकर भवन के सामने आदि भिन्न-भिन्न स्थानो पर किया गया।


मुख्य अतिथि नगर आयुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने कहा कि वृक्ष ही जीवन है कार्यक्रम के अन्तर्गत जिस प्रकार व्यापार मण्डल व एच डी एफ सी बैंक के सहयोग पौधारोपण कार्यक्रम किया जा रहा है वो सार्थक है उससे वायु मे भी सुधार होग व मानव जाति को साफ सुधरी आक्सीजन व स्वच्छ पीने का पानी मिलेगा। महानगर अध्यक्ष विवेक मनोचा व महानगर महामंत्री स० सुरेन्द्र मोहन सिहं चावला व एच डी एफ सी बैंक के क्लस्टर हेड आशीष भाटिया ने कहा कि दूसरे, तृतीय व चतुर्थ चरण मे इसी प्रकार कोतवाली क्षेत्र, मण्डी क्षेत्र, देहात कोतवाली क्षेत्र के भिन्न-भिन्न क्षेत्रो मे वृक्षारोपण किया जायेगा। भविष्य मे मानव जातिनके बचाव हेतु पौधे लगाना आवश्यक है पौधो से ही पर्यावरण का संतुलन बना रह सकता है ।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रदेश संगठन मंत्री स. राजपाल सिहं, आर के मल्होत्रा, संयोजक राजकुमार विज, प्रदेश महामंत्री आईटी श्री राजीव मदान, श्री अभिषेक सोडी,पारस अरोडा, रवि बब्बर, संजय आहूजा,  नीरज जैन, अशोक छाबडा, श्री यशपाल डाबरा ,गुलशन अनेजा, भरत मिगलानी, जसविन्द्र सिह जस्सी, सुरेन्द्र सिहं पुण्डीर, सूरज प्रकाश ठक्कर, अमित गगनेजा, हरीश खनेजा, मुकेश धनगर, सुधीर सेठी, राजीव जैन, हरमीत सिहं अशोक नारंग, हार्दिक खुराना आदि उपस्थित रहे।

‘Education Liberates the Mind’ Shankaranand

Korel, Chandigarh July 6, 2020

The Department of History and Interdisciplinary Centre of Swami Vivekananda Studies, Panjab University, Chandigarh organized a Web Lecture of Shri Shankarananda, a prominent Academician and the All India Joint Organising Secretary of the Bharatiya Shikshan Mandal (BSM) on the theme of ‘Economics and Cultural Amalgamation: The Only Way to Achieve Economic Stability’.  

Prof Raj Kumar,Vice Chancellor in his opening remarks applauded the effort of the Department for organizing the Web Lecture of high academic caliber. Prof Raj Kumar touched on the relevance of the theme in the light of the ongoing Covid-19 pandemic and how the economy of the country has undergone a major shock. He remarked that there is the need to steer the economy forward but not at the cost of  cultural heritage.  

Shri Shankarananda began his lecture by congratulating the organizers and said that they deserve appreciation for organizing a series of web lectures. He then started his exposition on the theme by asserting that it is erroneous to compartmentalize various branches of education. This compartmentalisation acts as impediment in the holistic growth of the mind through education. Education, as per Indian objectives always aims at the sacred principle that ‘education liberates the mind’. The intellectual abilities, oratory skills and analytical presentation captured the mind and soul of the audience as the speaker recounted how culture and education can be brought together to create a powerful medium for the modern world. Through many anecdotes, stories and extensive quoting from the ancient sources of wisdom such as Vedas and Shastras, Shri Shankarananda spoke about how the economy still is dependent on age-old values and ethics to be able to function and thrive. The speaker also spoke about how it is possible to predict the vagaries of the economic situation using the traditional modes which have been spelled out in the Indian classical Sanskrit treatises. He highlighted the importance of economy, values of life, culture and dharma, the hallmarks of ancient Indian history and appealed that these should be adopted in consonance and coordination for the economic stability. These are useful in the process of our nation building. Our nation by adhering to them can lead the whole world in showing the path of ultimate solace and economic stability in the present time especially when the entire globe is coping with the challenge of Covid-19 which has led to global economic instability.   

Earlier,Professor Anju Suri, Chairperson of Department of History, the Director of the event apprised the audience of the credentials of the eminent speaker, who is an Engineer by formal education.  Speaking in chaste Hindi, in which the entire event was organised, Dr Suri delved on various aspects of Indian culture in a nutshell. Shri Shankarananda who has devoted his life to the service of the nation and Mother India is actively engaged in education reforms in India. He is of the belief that the Indianisation of education is important to liberate Indian academia from intellectual colonial dependency of the west.  

Professor Devendra Singh Thakur, Co-ordinator, Ambedkar Centre, Panjab University, Chandigarh and Co-ordinator, Bhartiya Shikshan Mandal delivered the Vote of Thanks and congratulated the Department of History and ICSVS for having conducted a series of webinars featuring such distinguished speakers, who have been able to shed light on many known and unknown aspects of history, culture, science, education etc. He remarked that the moral values and ethics may be included in the syllabi of the University as the effective tools for practically following the message of Shri Shankarananda ji.   

The highly incisive and informative lecture was co-organised by Dr. Priyatosh Sharma, the Associate Professor of the Department of History who partnered Professor Anju Suri and Professor Renu Thakur in organising the Web Lecture. The lecture was joined by experts from academic, scientists, researchers, students and faculty members from various diverse Departments.  

PU Results

Chandigarh July 6, 2020

                          It is for the information of the general public and students of Panjab University Teaching Departments/Colleges in particular that result of the following examinations have been declared:-

  1. B.Sc(Hons.)Zoology-Ist Semester,Dec-19
  2. M.Sc(Hons.)Zoology-Ist Semester,Dec-19
  3. M.Sc(Statistics)-3rd Semester,Dec-19
  4. B.Sc,B.Ed-Ist Semester,Dec-19

The students are advised to see their result in their respective Departments/Colleges/University website.