होटल राजनीति: डि॰ सीएम पाइलट बाड़ेबंदी के चलते दिल्ली में
- प्रदेश में 19 जून को राज्यसभा की 3 सीटों के लिए चुनाव होने हैं, कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने अपने दो-दो उम्मीदवार उतारे हैं
- आज से विधायकों को वोट डालने के लिए मॉक ड्रिल संबंधी प्रशिक्षण कार्यक्रम होंगे, इसके लिए दिल्ली से पदाधिकारी भी बुलाए जा सकते हैं
शनिवार को सचिन पायलट कांग्रेस की वर्कशॉप ले रहे थे. बताया जा रहा है कि जैसे ही सेशन खत्म हुआ उनको दिल्ली से एक कॉल आया. डिप्टी सीएम फिर फौरन दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
नयी दिल्ली(ब्यूरो) – जून 13:
राजस्थान में विधायकों की बाड़ेबंदी शनिवार को चौथे दिन भी जारी है। शिव विलास होटल में ठहरे सभी विधायकों को शुक्रवार को होटल मेरियट में शिफ्ट कर दिया गया। खुद मुख्यमंत्री आशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट होटल में शुक्रवार से ही मौजूद हैं।
शुक्रवार की रात विधायकों के साथ सीएम का डिनर भी आयोजित किया गया था। मेरियट में ठहरे विधायकों के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम तय किया गया है। विधायकों को वोट डालने के लिए मॉक ड्रिल से लेकर प्रशिक्षण के लिए दिल्ली से पदाधिकारी बुलाने पर चर्चा की गई। 17 को मॉक पोलिंग होगी।
प्रदेश में 19 जून को राज्यसभा की 3 सीटों के लिए चुनाव होने हैं। इसके लिए कांग्रेस ने केसी वेणुगोपाल, नीरज डांगी तथा भाजपा ने राजेंद्र गहलोत व ओंकार सिंह लखावत को मैदान में उतारा है। चुनावों में हर प्रत्याशी को जीत के लिए प्रथम वरियता के 51 वोट चाहिए।
मालूम हो कि राज्यसभा चुनाव के चलते राजस्थान में जारी उठापटक के बीच कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों की राजधानी जयपुर के सात सितारा होटल में की गई स्वैच्छिक बाड़ेबंदी की कमान खुद सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने संभाल रखी है. सीएम रात को विधायकों के साथ ही रुक रहे हैं. शुक्रवार देर रात को सीएम गहलोत ने होटल में कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों के साथ संवाद भी किया. अब 19 जून को वोटिंग होने तक सभी विधायक स्वैच्छिक बाड़ेबंदी में ही रहेंगे.
पीसी में लगाए गंभीर आरोप
गौरतलब हो कि राज्यसभा चुनाव को लेकर राजस्थान में कांग्रेस विधायकों की बाड़ाबंदी के बाद बढ़ रही हलचल के बीच शुक्रवार को सीएम अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट, राज्यसभा चुनाव के कांग्रेस के पर्यवेक्षक रणदीप सुरजेवाला, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और राज्यसभा प्रत्याशी केसी वेणुगोपाल ने जयपुर में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजीपी और केन्द्र सरकार पर हमला बोला था. सीएम अशोक गहलोत ने हाल में राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी पर विधायकों को प्रलोभन देने का आरोप लगाया था. गहलोत ने कहा था कि बीजेपी चुनाव में समर्थन लेने के लिए विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग में लगी है.
एसीबी ने शुरू की जांच
राज्यसभा चुनावों के मद्देनजर सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी की ओर से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) में चुनावों को लेकर विधायकों (MLAs) को प्रलोभन देने की शिकायत पर अब जांच का काम शुरू हो गया है. एसीबी ने अब इस मामले में जांच शुरू कर दी है. एसीबी की इंटेलिजेंस विंग ने एसआईआर दर्ज कर इस मामले की जांच शुरू की है. एसीबी के एडीजी सौरभ श्रीवास्तव के मुताबिक सूत्र सूचना के आधार पर इस तरह की रिपोर्ट दर्ज की जाती है. एसीबी की गोपनीय शाखा द्वारा रिपोर्ट दर्ज होने के बाद अब इस शिकायत को गोपनीय तरीके से विकसित करने की कोशिश की जाएगी.