विजय दिवस पीएसआर कांग्रेस ने दोहराया इतिहास

26 जुलाई, 1999 को भारत ने कारगिल युद्ध में विजय हासिल की थी। इस दिन को हर वर्ष विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिन घुसपैठिए पाकिस्तानियों को हमारे जांबाजों ने खदेड़ बाहर किया था और कारगिल की चोटियों पर तिरंगा फहराया था। पूरा देश जहां कारगिल विजय दिवस के उल्लास में डूबा हुआ है वहीं सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी के इस वीडियो में कह रहे हैं, ”कारगिल युद्ध बीजेपी की लड़ाई थी, इस युद्ध से देश का कुछ लेना देना नहीं था।”

गौरतलब है कि 26 जुलाई, 1999 के भारतीय सेना ने घुसपैठिए पाकिस्तानियों को खदेड़ कर बाहर किया था और कारगिल की चोटियों पर तिरंगा फहराया था। इस युद्ध में भारत के 527 वीर सपूतों ने अपनी शहादत दी थी जबकि 1300 से अधिक सैनिक घायल हुए थे। हर देशवासी भारत मां के वीर सपूतों के बलिदान को सेल्यूट करता है, लेकिन कांग्रेस पार्टी और उनके नेता वीर शहीदों को सम्मान नहीं देती, और न ही सेना की इस उपलब्धि पर गर्व करती है। हालांकि ये वीडियो पुराना बताया जा रहा है, लेकिन यह साफ है कि कांग्रेस के नेता देश की सेना के लिए सम्मान का भाव नहीं रखते हैं। 

गौरतलब है कि 1999 के बाद से 2003 तक देश में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार रही। उस दौरान  हर साल संसद में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता रहा, लेकिन मई 2004 में जैसे ही कांग्रेस के पास सत्ता आई तो सोनिया गांधी के आदेश से संसद में कारगिल विजय दिवस कार्यक्रम पर ही बैन लगा दिया गया। नतीजा रहा  कि 2004 से लेकर 2009 तक भारत की संसद में कारगिल के बलिदानियों को श्रद्धांजलि नहीं दी गई और न ही विजय दिवस मनाया गया। हालांकि जुलाई 2009 में एनडीए के राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने जब मामले को उठाया तो संसद में खूब हंगामा हुआ। इसके बाद कारगिल विजय दिवस संसद में नियमित रूप से मनाया जाने लगा।

Did u know 2004-2009 Cong led UPA did not celebrate or honor
on July26 till I insistd in

इसी तरह 2009 में ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने खुलेआम कह दिया था कि कारगिल युद्ध बीजेपी की लड़ाई थी, इस युद्ध से देश का कुछ लेना देना नहीं था। दरअसल कांग्रेस नेताओं की मंशा ही नहीं बल्कि परम्परा ही हमेशा देश के सेना का अपमान करने की रही है।

21 जून, 2018

कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सेना को नरसंहार करने वाला कहा।

11 जून, 2017

कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने सेना प्रमुख को गुंडा कहा।

16 अप्रैल, 2017

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सेना को कश्मीरी लोगों का हत्यारा कहा।

04 अक्टूबर, 2016

कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने सर्जिकल स्ट्राइक को Fake कहा।

15 अक्टूबर, 2015

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अर्धसैनिक बल के जवान को थप्पड़ मारा।

09 फरवरी, 2013

कांग्रेस नेता सलमान निजामी ने भारतीय सेना को रेपिस्ट कहा।

Nation is busy remembering ‘Kargil’ and Congress at it best

Today ABVP PU remembered Martyrs on the occasion of Vijay Diwas at Student center in Panjab University, Chandigarh. ‘ This pious land of Panjab University does not belong to the stone pelters who abuse Indian Army openly but to the heroes of the kargil war Captain Vikram Batra And Major Sagar, we must respect our Armed forces who protect us’ said senior ABVP leader Harmanjot Singh Gill. All the members of Party paid tribute to the heros and celebrated the Kargil Victory Day..

on the other hand Congress Party states:

courtesy HEADLINES TODAY

 

एनएसयूआई 28 जुलाई को हरियाणा के मुख्यमंत्री के आवास का घेराव करेगी : दिव्यान्शु बुद्धिराजा

 

एन एस यू आई की हरियाणा इकाई आगामी 28 जुलाई को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के आवास का घेराव करेगी। यह जानकारी प्रदेशाध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा ने आज एक पत्रकार वार्ता में दी।
भाजपा सरकार की शक्श और छात्र विरोधी नीतियों की भर्त्सना करते हुए प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि सरकार अपने वादों से मुकरती नज़र आ रही है। उन्होंने बताया कि जवाब दो -हिसाब दो अभियान के तहत प्रदेश भर में संगठन घोषणा पत्र में किए गए वादों का हिसाब मांगेगा।
बुद्धिराजा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री लोकतन्त्र की धज्जियाँ उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। एन एस यू आई द्वारा पिछले छः महीने से लगातार सम्पर्क किये जाने के बावजूद खट्टर मिलने का समय नहीं दे रहे। ऐसा लगता है जैसे कि उनको छात्रों के भविष्य से कोई सरोकार नहीं। गत 12 जनवरी 2018 को जब एक कार्यक्रम के दौरान छात्र नेताओं ने मुख्यमंत्री से सवाल किये तो उन्होंने जवाब में उनकी गिरफ्तारी करवा दी उनके खिलाफ मामला अभी न्यायालय में है।
छात्र नेता ने आरोप लगाया कि राजकीय महाविद्यालयों से 39 विषय समाप्त करके निजी संस्थानों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।
प्रदेश में छात्र संघ के चुनावों की बहाली का वादा भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। उन्होंने माँग की कि जल्द से जल्द चुनाव बहाल करवाये जाएँ ।
इसके अलावा वादे के अनुसार पंचकूला क्षेत्र में विश्विद्यालय खोला जाए जिससे प्रदेश के छात्रों को दूसरे राज्यों में शिक्षा के लिए न जाना पड़े।

कार बाज़ार आएगा मनीमाजरा

 

 

नगर निगम चंडीगढ़ की 260वीं सदन की बैठक के दौरान आज हल्लोमाजरा स्थित निर्मित कार बाजार की जगह मनीमाजरा में कार बाजार के लिए सहमति बनी। पूर्व डिप्टी मेयर एवं भाजपा पार्षद अनिल दुबे की चेयरमैनशिप में गठित कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी। जिसे सर्वसम्मति से मंजूर कर लिया गया है। गौरतलब है कि हल्लोमाजरा में मूलभूत सेवाओं की कमी थी, यहां पर गाडिय़ां भी सुरक्षित नहीं थी इसलिए शुरू से ही इसका विरोध चल रहा था।

अब मनीमजारा में जो खाली जगह पड़ी है उसमें गाडिय़ां भी सुरक्षित रहेंगी और यहां पर सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। निगम को यहां कुछ पैसे लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। किंतु कांग्रेस पार्षद दविंदर सिंह बबला के यह कहने पर कि कुछ लोगों द्वारा इस जगह कार बाजार का विरोध किया जा रहा है। जवाब में अनिल दुबे ने कहा कि ओमप्रकाश बुद्धिराजा, नरेश पन्ना सहित कुछ लोगों ने इस पर एतराज किया है।

उन लोगों ने सुझाव दिया है कि कार बाजार यदि संडे की बजाय मंडे को कर दी जाए तो उन्हें भी कोई एतराज नहीं होगा। आज की बैठक शुरू होते ही बबला ने मेयर और निगम कमिश्नर से सवाल किया कि एक तरफ निगम ने विकास के सभी कार्य रोक रखे हैं दूसरी तरफ वह शहरवासियों पर तरह तरह के टैक्स लगाने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में उनकी पार्टी इस बात का विरोध करेगी। बबला की शिकायत थी कि उनके वार्ड में कम्यूनिटी सेंटर का रेनोवेशन रोक दिया गया। इसके अलावा निगम के और भी विकास कार्य रोक दिए गए।

बबला के सवाल के बाद कमिश्नर व मेयर ने कहा कि यदि सब की राय बने तो कम्यूनिटी सेंटरों के निमार्ण कार्य चंडीगढ़ प्रशासन को दे दिया जाए। कार्य पूरा होने पर उसे वापस ले लिया जाए। सदन में इस बात पर सभी पार्षद सहमत दिखे फिर कमिश्नर ने कहा कि इस कार्य को वह जितना जल्दी हेागा पूरा करवाने का प्रयास करेंगे। पूर्व मेयर अरूण सूद व बबला द्वारा कमिश्नर व मेयर से सीधे सवाल किया गया कि फंड क्रं च को लेकर काफी पहले नगर प्रशासक व पंजाब के राज्यपाल से बैठक कर विचार विमर्श किया गया था।

उसके बाद उन्होंने दो तीन दिन में एडवाइजर से बात करने के बाद समस्या के निपटारे की बात की थी। किंतु आज तक कुछ पता नहीं चला। जवाब में कमिश्नर व मेयर ने कहा कि नगर प्रशासन की तरफ से निगम को पूरा सहयोग मिल रहा है। निगम के हिस्से का ८४.८० करोड़ आ चुका है शेष १०० करोड़ की और जरूरत है इतने में हमारे सभी कार्य पटरी पर आ जाएंगे। कमिश्नर ने कहा कि स्मार्ट सिटी के हिस्से में २४*७ पीने के पानी सप्लाई के शुरू करने के पैसे भी उनके पास आ गए हैं और काम भी शुरू हो चुका है। इसके लिए वह प्रशासन के धन्यवादी हैं। इसकेे अलावा चंडीगढ़ के अंतगर्त आने वालेे गांवों के विकास के लिए भी २५ करोड़ रूपये आ चुके हैं।

एलईडी के लिए भी काम शीघ्र शुरू हो जाएंगे। मेयर ने कहा कि निगम केा मिलने वाले सभी पैसे पाईप लाइन में हैं चुंकि प्रशासक शहर से बाहर हेैं जब वह वापस आएंगे तो शेष पैसे भी उन्हें शीघ्र मिल जाएंगे। बबला और अरूण सूद ने बारिश का हवाला देकर कहा कि शहर की सभी सडक़ें थोड़ी बरसात में ही भर जाती हैं। जल निकासी का कोई समूचित प्रबंध अब क्यों नहीं किया गया। दोपहर बाद २ बजे लंच ब्रेक होने तक किसी एजेंडे पर चर्चा नहीं शुरू हो चुकी थी खबर छापे जाने तक सदन की कार्रवाई जारी थी।

कैप्टन अभिमन्यु भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर झूठे व मनघड़ंत आरोप किस आधार पर लगा रहे हैं? कृष्णमूर्ति हुडा

file photo

हरियाणा के पूर्व मंत्री व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता कृष्णमूर्ति हुड्डा ने एडवोकेट संत कुमार के माध्यम से वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु को नोटिस दिया है और पूछा है कि वे बतायें कि हरियाणा के दिग्गज नेता व हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौ0 भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर झूठे व मनघड़ंत आरोप किस आधार पर लगा रहे हैं ? कैप्टन अभिमन्यु को आगामी 2019 के चुनाव में अपनी बुरी तरह से सम्भावित हार निश्चित नजर आ रही है और उससे बचने के लिए वह ओच्छे हथकंडे अपना रहे हैं। सुदीप कलकल जो कि कैप्टन अभिमन्यु की कोठी जलाने में अभियुक्त है और पिछले 2½ वर्ष से जेल में है, उनका कांग्रेस से कोई रिश्ता नहीं है, ना ही वह कांग्रेस पार्टी का सदस्य है। वित्त मंत्री स्पष्ट करें कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने क्या सोच कर सुदीप कलकल को अपने निवास पर दिए खाने पर विशेषतौर पर बुलवाया था ? सुदीप कलकल का सम्बन्ध भाजपा व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु से है। कैप्टन अभिमन्यु के साथ आरोपी सुदीप कलकल की फोटो सोशल मीडिया में अनेकों बार देखी गई है।

कृष्ण मूर्ति हुड्डा ने कहा कि वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु पूर्व मुख्यमंत्री चौ0 भूपेन्द्र सिंह हुड्डा व मेरे सीधे तौर पर रिश्तेदार हैं, लेकिन वित्त मंत्री की क्या मजबूरी है कि वह इस रिश्ते को छिपा रहे हैं ? पूर्व मुख्यमंत्री चौ0 भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की भतीजी की शादी कैप्टन अभिमन्यु की बहन के लड़के के साथ हुई है और कैप्टन अभिमन्यु की दो भतीजियों की मेरे साले के लड़कों के साथ पांच साल पहले शादी हुई थी। यह बड़े खेद की बात है कि वह इस प्रकार के रिश्ते को छिपा कर और कितने छोटे स्तर पर उतर कर अपनी डूबती हुई नैय्या को पार करने के लिए मेरे उपर व चौ0 भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। वित्त मंत्री का स्तर देखिये कि उन्होंने 2½ वर्ष पूर्व मेरी पुत्रवधु को सारे नियम ताक पर रख कर रोहतक से चण्डीगढ़ बदल दिया था। वित्त मंत्री ने प्रतिशोधवश अपने राजनैतिक विरोधियों के परिवार की महिलाओं को भी नहीं बख्शा। मेरी पुत्रवधु श्रम विभाग में डिप्टी डायरेक्टर है। इन सब बातों के बाद हरियाणा की जनता समझ सकती है कि वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु किस छोटी सोच के नेता हैं ?

पूर्व मन्त्री ने कहा की वित्त मन्त्री पहली बार विधायक व मन्त्री बने है लेकिन उन्हें सत्ता का नशा चढ़ गया है और वह सत्ता के नशे में चूर हैं। 2019 में हरियाणा की जनता उनका पूरा नशा उतार देगी। मेरे बेटे गौरव हुड्डा को 2½ वर्ष बाद सीबीआई ने भाजपा सरकार के इशारे पर झूठा फँसाया गया है, केवल इसलिए कि पूर्व मुख्य मन्त्री चौ0 भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को बदनाम किया जा सके। मेरा बेटा 100 प्रतिशत निर्दोष है, जिसको कि हम अदालत में साबित कर देंगे। वित्त मन्त्री कैप्टन अभिमन्यु को रोहतक के एडवोकेट सन्त कुमार के माध्यम से कानूनी नोटिस भेज दिया है। अगर वे 15 दिन में पूर्व मुख्य मन्त्री चौ0 भूपेन्द्र सिंह से अपनी विवादास्पद टिप्पणियों के लिये माफी नहीं मांगते तो मैं उन पर अदालत में मानहानि का मुकद्मा करूंगा। वित्त मंत्री को पता चलेगा कि सस्ती लोकप्रियता के लिए अपने विरोधियों पर कीचड़ उछालने की कितनी कीमत चुकानी पड़ती है ?

मणिकर्ण घाटी में बादल फटने से ब्रहम गंगा नदी में बाढ़, कई जगह भू स्खलन

शिमला। हिमाचल में मॉनसून पीक पर है और हर तरफ बारिश आफत बनकर बरस रही है। कई जिलों में लैंड स्लाइड हो रहे हैं और सूबे की सभी नदियां उफान पर है। मणिकर्ण घाटी में बादल फटने से जहां ब्रहम गंगा नदी में बाढ़ आ गई है, वहीं पर पहाड़ी दरकने से शिमला चंडीगढ़ नेशनल हाईवे करीब एक घंटे तक बंद रहा।

बाढ़ में बहे तीन घर…

chandigarh shimla NH

ब्रह्मगंगा नदी में आई बाढ़ से नदी किनारे के तीन घर बह गए। साथ ही बाढ़ से दो पुल भी बह गए। इस घटना से लोग सकते में हैं। लोगों के नदी किनारे बने घर प्रशासन ने खाली करवा दिए हैं। कुल्लू के एसडीएम डा. अमित गुलेरिया ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि टीम क्षेत्र में भेजी गई हैं।

शिमला चंडीगढ़ हाईवे पर लगा 4 किमी लंबा जाम…

उधर भारी बारिश से चक्की मोड़ के पास हुए भू-स्खलन के कारण चंडीगढ़-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग करीब एक घंटे बंद रहा। इसके कारण दोनों ओर करीब 4 किलोमीटर लम्बा जाम लग गया। फोरलेन का निर्माण कर रही कंपनी ने 2 जे.सी.बी. मशीनों से सड़क पर गिरी चट्टानों व मलबे को हटाकर यातायात को बहाल किया। पहाड़ी से पत्थर लगातार गिर रहे थे। इसे देखते हुए बारी-बारी से एक तरफ के वाहनों को निकाला जा  रहा था।

एचसीएस रीगन कुमार सस्पेंड किए गए।

एचसीएस रीगन कुमार सस्पेंड किए गए।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिए आदेश

उत्कर्ष मामले में हुई प्रशासनिक जांच के बाद उठाया गया कदम

मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने दी जानकारी

24,600 के सिक्के लेकर कोर्ट पहुँचा पति


कोर्ट में इतने सिक्के देखकर सब हैरान हो गए. इन सिक्कों को गिनने के लिए कोर्ट को वक्त और स्टाफ की कमी हो गई


चंडीगढ़ की जिला अदालत में एक मामले की सुनवाई के दौरान अजीब स्थिति तब बन गई, जब पेशे से एक वकील एक व्यक्ति ने हर्जाने की रकम सिक्कों में अदा की. उसे 24 हजार 600 रुपये देने थे. कोर्ट में इतने सिक्के देखकर वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए. कोर्ट ने सिक्कों की गिनती के लिए मामले में अगली तारीख लगा दी. अब 27 जुलाई को सिक्के गिने जाएंगे.

ये है मामला

एक वकील और उनकी पत्नी के बीच तलाक का केस चल रहा है. इस केस में चंडीगढ़ की ज़िला अदालत ने वकील को आदेश दिया कि दो महीने का खर्च पत्नी को दे. इस आदेश के बाद वकील ने जो किया, उसने सभी को हैरान कर दिया. वकील ने पत्नी को हर्जाने के रूप में ‘पैसे’ ही दिए. जी हां, खर्च की सारी रकम 24,600 रुपये थी, जिसे वकील सिक्कों के रूप में कोर्ट में ले आया.

पत्नी ने किया सिक्के दिए जाने का विरोध

जिला अदालत में एडीजे रजनीश कुमार शर्मा की कोर्ट में मामले की सुनवाई थी. कोर्ट के आदेशानुसार, इस वकील को मेंटेनेंस के तौर पर अपनी पत्नी को दो महीने के 24600 रुपये देने थे. कोर्ट के आदेशानुसार, वकील ने हर्जाने के तौर पर 24600 रुपये सिक्कों के रूप में दिए. अदालत में पत्नी ने सिक्के के रूप में भुगतान किये जाने पर विरोध किया.

सिक्के गिनने के लिए पड़ गई स्टाफ की कमी

इतने सिक्के देखकर कोर्ट में सभी हैरान रह गए. सिक्कों की गिनती के लिए कोर्ट को समय और स्टाफ की कमी पड़ गई. जिसके बाद एडीजे रजनीश कुमार शर्मा ने इस मामले में तीन दिन का समय और दे दिया. इस मामले की अगली तारीख़ 27 जुलाई को है. तभी सिक्के गिने जाएंगे. अदालत में वकील ने कहा कि उसके पास सिर्फ इतने ही पैसे हैं और यह भी वह मांगकर, इकट्ठे करके लाया है.

2014 में हुई थी शादी

महिला ने कहा कि उसके पति के मन में उसके लिए कभी इज़्ज़त नहीं थी, जिसका सबूत सबके सामने है. महिला ने कहा कि उसका पति पेशे से वकील है. कई बड़े लोग उसके क्लाइंट हैं, इसलिये उसके पास रुपयों की कोई कमी नहीं है. वह परेशान करने की नीयत से अदालत में इतने सिक्के लाया है. महिला ने बताया कि 8 फरवरी 2014 को उसकी शादी हुई थी. शादी के दो महीने बाद ही पति ने उसको घर से बहार निकाल दिया. मई 2014 को पति ने ज़िला अदालत में ज्यूडिशियल सेपरेशन की याचिका दायर की थी लेकिन एक साल बाद खुद ही वापस ले ली. इसके बाद अक्टूबर 2015 में पति ने तलाक के लिए केस दर्ज कर दिया. इस पर महिला ने मेंटेनेंस के लिए अदालत में अर्ज़ी दी थी, जो मंज़ूर हो गई.

डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर डेरा प्रबंधक रंजीत हत्या मामले में आज हुई सुनवाई

डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर डेरा प्रबंधक रंजीत हत्या मामले में आज हुई सुनवाई।

पंचकूला स्थित हरियाणा की विशेष सीबीआई अदालत में हुई सुनवाई।

मुख्य आरोपी राम रहीम विडिओ कॉन्फ्रेंसिंग से हुआ सीबीआई कोर्ट में पेश।

वहीं मामले के अन्य आरोपी जसबीर,शब्दिल,इन्द्रसेन,अवतार और कृष्ण प्रत्यक्ष रूप से सीबीआई कोर्ट में हुए पेश।

आज मामले की सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष ने 18 गवाहों की लिस्ट दाखिल की।

जिसे सीबीआई कोर्ट ने मंजूर कर दिया।

इस मामले की अगली सुनवाई अब
27 जुलाई को होगी।

वहीं 27 जुलाई को सीबीआई कोर्ट ने गुरमीत राम रहीम पर डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या व पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या दोनो मामलों के गवाहों की होगी गवाही।

उत्कृष्ट व सराहनीय सेवाओं के लिये हरियाणा पुलिस के 96 पुलिस अधिकारी व कर्मचारी होंगे सम्मानित

चंडीगढ, 25 जुलाई –

फ़ाइल फोटो

हरियाणा के राज्यपाल प्रो0 कप्तान सिंह सोलंकी 27 जुलाई को यहां राजभवन में आयोजित किए जाने वाले अलंकरण समारोह में हरियाणा पुलिस के 96 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को उनकी उत्कृष्ट व सराहनीय सेवाओं के लिये सम्मानित करेंगे। इस समारोह में वर्ष 2014 से 2017 तक के पदक प्रदान किए जाएंगे। यह जानकारी आज यहां हरियाणा पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता ने दी।
प्रवक्ता ने आगे जानकारी देते हुये बताया कि पुलिस महानिरीक्षक गुप्तचर विभाग श्री अनिल कुमार राव तथा उप-पुलिस महानिरीक्षक श्री सतेन्द्र कुमार गुप्ता को पुलिस में बहादुरी सेवाओं के लिये सम्मानित किया जाएगा।
प्रवक्ता के अनुसार पुलिस महानिदेषक श्री शील मधुर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक श्री पी0 के अग्रवाल, सुधीर चैधरी, डा0 आर0 सी0 मिश्रा, शत्रुजीत सिंह कपूर, ओ0पी0 सिंह, अजय सिंघल तथा अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक ; सेवानिवृत द्ध राजबीर सिंह देषवाल को उनकी विषिष्ट सेवाओं के लिये राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जायेगा।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इसी के साथ साथ पुलिस महानिदेषक श्री के0पी0 सिंह, बी0 के0 सिन्हा, अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक आलोक कुमार मितल, पुलिस महानिरीक्षक चारू बाली, सुभाष यादव, डा0 एम0 रवि किरण, संजय कुमार तथा राजिन्द्र कुमार, उप-पुलिस महानिरीक्षक षिबास कविराज, वाई0 पूरण कुमार, पुलिस अधीक्षक अषोक कुमार, ओम प्रकाष, कीर्तपाल सिंह, कुलदीप सिंह,राजेष कुमार दुग्गल, सुरेन्द्र पाल सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बलबीर सिंह ; सेवानिवृत द्ध, रमेष पाल ; सेवानिवृत द्ध ,उप- पुलिस अधीक्षक मोहिन्द्र पाल ; सेवानिवृत द्ध,अनूप सिंह ; सेवानिवृत द्ध, दलबीर सिंह; सेवानिवृत द्ध, विरेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र सिंह; सेवानिवृत द्ध, दलीप कुमार; सेवानिवृत द्ध, उदय राज सिंह तनवर, धर्मवीर, सुरेष चन्द, शकुन्तला देवी, हिषम सिहं तथा अजय कुमार को उनकी सराहनीय सेवाओं के लिये पुलिस पदक सम्मानित किया जायेगा।
इसके अतिरिक्त निरीक्षक श्री रामबीर सिंह; सेवानिवृत द्ध,लाल सिंह; सेवानिवृत द्ध,कमल सिंह; सेवानिवृत द्ध,ज्योती शील ; सेवानिवृत द्ध,अनूप सिंह ;सेवानिवृतद्ध,राजरूप सिंह; सेवानिवृतद्ध,अमर सिंह; सेवानिवृत द्ध,वतन सिंह,राजपाल सिंह, विजयपाल, अजाद सिंह, अष्वनी कुमार, मलकीयत सिंह, सत्यबीर सिंह,सतपाल, उमेद सिंह, बलराज सिंह, सुरेन्द्र सिंह, ओ0 आर0 पी0 निरीक्षक विरेन्द्र सिंह तथा ओ0 आर0 पी0 निरीक्षक इद्रपाल सिंह को भी इनकी सराहनीय सेवाओं के लिये पुलिस पदक से सम्मानित किया जायेगा।
सराहनीय सेवाओं के लिए सम्मनित होने वालों में उप-निरीक्षक श्री देवेन्द्र सिंह, रामकरण, सुषील कुमार, राजीव मोहन, सुल्तान सिंह, हरबिलास सिंह,सिकन्द्र लाल, बलदेव कृष्ण, रमेष चन्द, विनोद कुमार, हरि राम, गुरविन्द्र सिंह,रणजीत सिंह, किरपाल सिंह ओ0 आर0 पी0 उप-निरीक्षक जगबीर सिंह, ओ0 आर0 पी0 उप-निरीक्षक जितेन्द्र सिंह तथा ओ0 आर0 पी0 उप-निरीक्षक सतपाल सिंह भी शामिल है।
प्रवक्ता ने आगे बताया कि इस अवसर पर सहायक उप-निरीक्षक श्री मनोज कुमार, राम कुमार, देवी लाल, जसबीर सिंह, शमषेर सिंह, मोहन सिंह, इन्द्र दीप सिंह, महिला सहायक उप-निरीक्षक सीमा गुप्ता, जनक कुमारी, सुखजिन्द्र पाल कौर, ई0 ए0 एस0 आई0 सुरेष चन्द, गुरमीत सिंह, कुलबीर सिंह, प्रदीप कुमार, सुरेन्द्र सिंह, भगीरथ, रविन्द्र कुमार, भगवान दास, राजबीर सिंह तथा नरेष कुमार को भी उनकी सराहनीय सेवाओं के लिये पुलिस पदक से नवाजा जायेगा।