संजय राउत और केजरीवाल के मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ ED की बड़ी कार्रवाई, करोड़ों की संपत्ति कुर्क
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवर्तन निदेशालय ने कुल 11 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई है। इसमें से 9 करोड़ के मालिक संजय के दोस्त प्रवीण राउत हैं। वहीं, 2 करोड़ की संपत्ति संजय राउत की पत्नी की है। ED ने 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चावल भूमि घोटाला मामले में शिवसेना नेता की पत्नी वर्षा की संपत्ति कुर्क की है। ED ने इसी मामले में महाराष्ट्र के कारोबारी प्रवीण राउत को फरवरी में गिरफ्तार किया था। उनके खिलााफ अदालत में चार्जशीट भी दाखिल की जा चुकी है। संजय राउत ने कहा “क्या मैं विजय माल्या, मेहुल चोकसी, नीरव मोदी या अंबानी-अदानी हूं? चाहे हमारी प्रोपर्टी जब्त हो, गोली मारो या जेल भेजो हम नहीं डरेंगे। 2 साल से चुप बैठाने की कोशिश है, चुप बैठा क्या? जिसको फुदकना है, नाचना है नाचने दो। आगे पता चलेगा कि सच क्या है और झूठ क्या है।”
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) और शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) के परिवार की करोड़ों रुपये की संपत्ति को जब्त कर लिया है। सत्येंद्र जैन के मामले में ED ने भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के तहत उनके सहयोगियों की 4.81 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति जब्त की है।
नयी दिल्ली/ मुंबई(ब्यूरो) :
इस सिलसिले में साल 2017 में सत्येंद्र जैन और उनके सहयोगियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। दोनों मामले अलग-अलग हैं जिनमें ED ने कार्रवाई की है। एक मामला शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी वर्षा से संबंधित है, जबकि दूसरा आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन के परिवार से संबंधित है।
खबरों के मुताबिक, ईडी ने 11 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच की है। इसमें से 9 करोड़ की प्रॉपर्टी प्रवीण राउत की और 2 करोड़ की प्रॉपर्टी संजय राउत की पत्नी की है। प्रवर्तन निदेशालय ने राउत की पत्नी की संपत्ति कुर्क की है। इसमें अलीबाग स्थित प्लॉट और दादर स्थित फ्लैट शामिल है।
बता दें कि कुछ समय पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को एक पत्र लिखा था, जिसमें दावा किया गया था कि 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनके और उनके रिश्तेदारों, दोस्तों और परिचितों के खिलाफ अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। संजय राउत ने आरोप लगाया था कि ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकारों को गिराने के लिए ‘मंशा’ से किया जा रहा है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, 2007 में, HDIL (हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) की एक सहयोगी कंपनी, गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को MHADA (महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी) द्वारा पात्रा चॉल के पुनर्विकास के लिए कॉन्ट्रैक्ट मिला था। गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को पात्रा चॉल के 672 किरायेदारों के लिए फ्लैट तैयार करने थे और लगभग 3000 फ्लैट MHADA को सौंपने थे। कुल भूमि 47 एकड़ की थी। MHADA और पात्रा चॉल किरायेदारों को फ्लैट सौंपने के बाद गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन को बची हुई भूमि को बिक्री और डेवलपमेंट के लिए अनुमति दी जानी थी।
लेकिन गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन ने पात्रा चॉल या MHADA को दिए जाने वाले किसी अन्य फ्लैट को डेवलप नहीं किया। बल्कि उसने 1,034 करोड़ रुपये में लगभग आठ अन्य बिल्डरों को जमीन बेच दी।
प्रवीण राउत, जिसे अब ईडी ने गिरफ्तार किया है, वह HDIL के सारंग और राकेश वधावन के साथ फर्म में निदेशकों में से एक था, जो पीएमसी बैंक घोटाला मामले में मुख्य आरोपी हैं।
मार्च 2018 में, म्हाडा ने गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। फरवरी 2020 में प्रवीण राउत को ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार किया था, जबकि सारंग वधावन को उसी साल सितंबर में ईओडब्ल्यू ने गिरफ्तार किया था। बाद में प्रवीण राउत को जमानत पर रिहा कर दिया गया।
ईडी ने मामले में ईसीआईआर दर्ज किया और 1 फरवरी को एजेंसी ने प्रवीण राउत और उनके सहयोगी सुजीत पाटकर के आवास कार्यालयों सहित लगभग सात स्थानों पर तलाशी ली। प्रवीण राउत को 2 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था, जबकि पाटकर का बयान ईडी ने दर्ज किया था।
प्रवीण राउत शिवसेना नेता संजय राउत के दोस्त हैं और पीएमसी बैंक घोटाला मामले में जांच के दौरान उनका नाम भी सामने आया था। यह पता चला था कि प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा को 55 लाख रुपये का ब्याज मुक्त ऋण दिया था, जिसका उपयोग राउत परिवार द्वारा दादर में एक फ्लैट खरीदने के लिए किया गया था। ईडी ने वर्षा और माधुरी राउत का बयान दर्ज किया था।
ईडी के सूत्रों के अनुसार, 2010 में, प्रवीण राउत को इक्विटी और भूमि सौदे की बिक्री की आड़ में उनके बैंक खाते में 95 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, जबकि कंपनी प्रोजेक्ट को पूरा करने में सक्षम नहीं थी और कोई आय भी नहीं हुई थी। एक अन्य व्यक्ति, सुजीत पाटकर, जिसके आवास पर ईडी ने मामले के सिलसिले में तलाशी ली थी, वह प्रवीण राउत का सहयोगी है, और संजय राउत के साथ भी जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
पाटकर पिछले साल से एक वाइन ट्रेडिंग फर्म में संजय राउत की बेटी के साथ पार्टनर हैं। पाटकर की पत्नी और संजय राउत की पत्नी ने इससे पहले अलीबाग में संयुक्त रूप से जमीन खरीदी थी। अलीबाग भूमि सौदा ईडी जांच के दायरे में है क्योंकि ऐसा संदेह है कि जमीन की खरीद के लिए धन का इस्तेमाल किया गया था।
सत्येंद्र जैन की 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क
वही, दूसरा तरफ दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन के परिवार और रिश्तेदारों से जुड़े 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा हुआ है। कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन के परिवार के सदस्य किसी ऐसी फर्म से जुड़े थे जो PMLA की जांच के दायरे में है।
कुर्क की गई 4.81 करोड़ रुपये की संपत्तियां अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड, प्रयास इंफोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जे.जे. आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड, वैभव जैन की पत्नी स्वाति जैन, अजीत प्रसाद जैन की पत्नी सुशीला जैन और सुनील जैन की पत्नी इंदु जैन की हैं।