“मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूँ, कृपया गोली न चलाएँ।” CM योगी के लौटते ही 15 दिन में 50 अपराधियों ने किया सरेंडर

उत्तर प्रदेश में अपराधियों के आत्मसमर्पण करने की शुरुआत 10 मार्च के बाद हुई। 15 मार्च 2022 को सहारनपुर में अपहरण और जबरन वसूली के मामले में फरार चल रहे गौतम सिंह ने गोंडा जिले के छपिया थाने में जाकर आत्मसमर्पण किया। इसके तीन दिन के भीतर ही सहारनपुर के चिलकाना थाने में एक साथ 23 अपराधियों ने भी सरेंडर कर दिया। देवबंद में भी चार अपराधियों ने सरेंडर किया और कसम खाई कि वो अपराध नहीं करेंगे। इसी तरह से शामली में भी हुआ, जहाँ गोहत्या के 18 आरोपितों ने गढ़ीपुख्ता और थानाभवन थानों में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया। हनी उर्फ हिंमांशू ने तो गोली न मारने की विनती करते हुए सरेंडर किया।

लखनऊ(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :

उत्तर प्रदेश  में योगी सरकार 2.0  की वापसी के बाद ही अपराधियों में खौफ दिखने लगा है। इतना ही नहीं यह खौफ 10 मार्च को चुनाव के नतीजों के साथ ही शुरू हो गया था। इसका असर यह हुआ कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के 10 मार्च को सत्ता में वापस आने के 15 दिन के अंदर कम से कम 50 अपराधियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। अपराधी गले में तख्तियों के साथ थानों में पहुंचे, जिस पर एक संदेश लिखा हुआ था। मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूं, कृपया गोली न चलाएं।

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रचार के दौरान अपराधियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि वो मई-जून की गर्मी शिमला बना देंगे। मई-जून तो नहीं आया, लेकिन अपराधियों की गर्मी अब शाँत होती दिख रही है। यूपी में बीजेपी की वापसी के 15 दिन के अंदर ही अब तक 50 अपराधियों ने थानों में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया है।

इन अपराधियों को या तो पुलिस एनकाउंटर या फिर घरों पर बुल्डोजर चलने का डर सताने लगा है। ये अपराधी अपने गले में तख्तियाँ लपेटकर थानों में गए और सरेंडर किया। इसमें लिखा था, “मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूँ, कृपया गोली न चलाएँ।” इस मामले में यूपी के एडीजी लॉ एँड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि 50 अपराधियों ने थानों में न केवल आत्मसमर्पण किया है, बल्कि अपराध छोड़ने की भी कमस खाई।

“मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूँ, कृपया गोली न चलाएँ।”

पुलिस अधिकारी ने कहा, “प्रदेश के कोने-कोने में अपराधियों में भय पैदा करने के लिए माइक्रो प्लानिंग के तहत कानून व्यवस्था में सुधार के लिए त्वरित एवं सख्त कार्रवाई की जा रही है। अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस न केवल माफिया पर प्रभावी कार्रवाई के बारे में है, बल्कि यूपी-112 द्वारा नए सिरे से सतर्कता और सघन पेट्रोलिंग करना है। 2017 के बाद से राज्य में कोई साम्प्रदायिक दंगा नहीं हुआ।”

उत्तर प्रदेश में अपराधियों के आत्मसमर्पण करने की शुरुआत 10 मार्च के बाद हुई। 15 मार्च 2022 को सहारनपुर में अपहरण और जबरन वसूली के मामले में फरार चल रहे गौतम सिंह ने गोंडा जिले के छपिया थाने में जाकर आत्मसमर्पण किया। इसके तीन दिन के भीतर ही सहारनपुर के चिलकाना थाने में एक साथ 23 अपराधियों ने भी सरेंडर कर दिया। देवबंद में भी चार अपराधियों ने सरेंडर किया और कसम खाई कि वो अपराध नहीं करेंगे। इसी तरह से शामली में भी हुआ, जहाँ गोहत्या के 18 आरोपितों ने गढ़ीपुख्ता और थानाभवन थानों में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया। हनी उर्फ हिंमांशू ने तो गोली न मारने की विनती करते हुए सरेंडर किया।

कॉंग्रेस ने पश्चिम बंगाल में की अनुच्छेद 355 की मांग

लोकसभा में कांग्रेस के नेता ने पत्रकारों से कहा कि इन परिस्थितियों में पार्टी पश्चिम बंगाल में अनुच्छेद 355 लागू करने के पक्ष में है, जहां सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और ‘पुलिस मंत्री’ ममता बनर्जी ‘‘स्थिति को काबू में करने में बुरी तरह नाकाम’’ रही हैं। संविधान का अनुच्छेद 355 आपात स्थिति से संबंधित है, जिसके तहत केंद्र बाह्य आक्रमण या आंतरिक अशांति से किसी राज्य की रक्षा करने के लिये हस्तक्षेप कर सकता है।

कोल्कोत्ता(ब्यूरो), डेमोरेटिक फ्रंट :

पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शासन में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति चरमरा जाने का आरोप लगाते हुए रविवार को राज्य में अनुच्छेद 355 (Article 355) लागू करने की मांग की. चौधरी ने फरवरी में छात्र नेता अनीस खान की रहस्यमय मौत की निष्पक्ष एवं स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए हावड़ा में कदमताला से एस्प्लेनेड इलाके तक एक ‘पदयात्रा’ का नेतृत्व कर रहे थे.

संघ का यह कर्तव्य होगा कि वह बाह्य आक्रमण और आंतरिक अशान्ति से प्रत्येक राज्य की संरक्षा करे और प्रत्येक राज्य की सरकार का इस संविधान के उपबंधों के अनुसार चलाया जाना सुनिश्चित करे।

चौधरी फरवरी में छात्र नेता अनीस खान की रहस्यमय मौत की निष्पक्ष एवं स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए हावड़ा में कदमताला से एस्प्लेनेड इलाके तक एक ‘पदयात्रा’ का नेतृत्व कर रहे थे।

बहरामपुर से सांसद चौधरी ने दावा किया, ‘‘पश्चिम बंगाल में एक के बाद एक घटना हो रही है। छात्र नेता अनीस खान को उसके घर की तीसरी मंजिल से धक्का दिया गया और जांच में असली दोषियों को बचाया जा रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘फिर बीरभूम जिले के रामपुरहाट में बर्बर घटना हुई, जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत आठ लोगों को जलाकर मार डाला गया। झालदा नगरपालिका से हमारे पार्षद तपन कंडू को नजदीक से गोली मारी गयी लेकिन कोई उचित जांच नहीं की गयी है। ये सभी घटनाएं राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त होने और सत्तारूढ़ टीएमसी की मिलीभगत का संकेत देती हैं।’’

लोकसभा में कांग्रेस के नेता ने पत्रकारों से कहा कि इन परिस्थितियों में पार्टी पश्चिम बंगाल में अनुच्छेद 355 लागू करने के पक्ष में है, जहां सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और ‘पुलिस मंत्री’ ममता बनर्जी ‘‘स्थिति को काबू में करने में बुरी तरह नाकाम’’ रही हैं।

संविधान का अनुच्छेद 355 आपात स्थिति से संबंधित है, जिसके तहत केंद्र बाह्य आक्रमण या आंतरिक अशांति से किसी राज्य की रक्षा करने के लिये हस्तक्षेप कर सकता है।

चौधरी ने पश्चिम बंगाल में अनुच्छेद 355 लागू करने के मुद्दे के संबंध में ‘‘केंद्रीय नेतृत्व की चुप्पी’’ के लिए भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा।

एक अन्य सवाल के जवाब में सांसद ने कहा कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के बाद ईंधन की कीमत में कई बार वृद्धि के मुद्दे को संसद में उठाया जाएगा।

कांग्रेस नेता ने बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर उनसे पश्चिम बंगाल में अनुच्छेद 355 लागू करने का अनुरोध किया था, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य सरकार संविधान के प्रावधानों के अनुसार काम करे।

नीतीश कुमार ने मुकेश सहनी को अपने मंत्रिमंडल से बरख़ास्त किया

बीते बुधवार की शाम को मुकेश सहनी के सभी विधायकों ने उनका साथ छोड़ कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के तीनों विधायकों राजू सिंह, सवर्णा सिंह और मिश्री लाल यादव ने दल बदल कानून के तहत पार्टी छोड़ कर बीजेपी में शामिल होने और विधानसभा में वीआईपी का विलय बीजेपी में कराने का पत्र विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा को सौंपा था।

मुकेश सहनी, मंत्रिमंडल, बिहार

पटना:(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट:  

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को वीआईपी प्रखुख और मतस्य मंत्री मुकेश सहनी को मंत्री पद से बर्खास्त करने की अनुशंसा कर दी है। भारतीय जनता पार्टी ने सीएम नीतीश कुमार को अनुशंसा पत्र भेजा। इस पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने राज्यपाल फागू चौहान के पास भेज दिया है। राज्यपाल जल्द इस पर फैसला ले सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा कोटे से मंत्री बने मुकेश सहनी को बर्खास्त करने के लिए बीजेपी ने सीएम नीतीश कुमार से कहा था।

उनका विधान परिषद का कार्यकाल भी इस साल जुलाई से पहले समाप्त हो रहा है। ऐसे में अब उनकी पार्टी में एक भी विधायक या विधान पार्षद नहीं होगा। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर उम्मीदवार उतार कर उन्होंने भाजपा को नुकसान पहुँचाया था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने आरोप लगाया है कि मुकेश सहनी के कार्यकाल में राज्य के मत्स्य जीवी समाज को खासा नुकसान उठाना पड़ा है। उप-मुख्यमंत्री रेणु देवी ने भी इशारों-इशारों में उन्हें इस्तीफे की सलाह दे डाली थी।

राजभवन से इससे सम्बंधित पत्र जारी होते ही मुकेश सहनी अपना मंत्री पद खो देंगे। लगातार माँग के बावजूद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था। उन्होंने ‘आरक्षण कार्ड’ खेल कर भाजपा-जदयू को ब्लैकमेल करने की कोशिश की थी। हालाँकि, उन्हें इसका अंदाज़ा था। इसीलिए, उन्होंने सरकारी गाड़ी छोड़ दी थी और अपना नेम प्लेट हटा कर निजी गाड़ी इस्तेमाल कर रहे थे। बोचहाँ विधानसभा उपचुनाव के लिए VIP ने भाजपा के खिलाफ उम्मीदवार उतार दिया, जिसके बाद भाजपा ने उन्हें हटाने की सिफारिश की।

हाल ही में मुकेश सहनी की VIP के तीनों विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। 2022 के विधानसभा चुनाव में इनकी पार्टी जीती तो 4 सीटों पर थी, लेकिन मुजफ्फरपुर के बोचहाँ विधायक मुसाफिर पासवान के लंबी बीमारी से निधन होने के बाद उनके पास ये तीन विधायक बचे थे – मुजफ्फरपुर के साहेबगंज से राजकुमार सिंह, दरभंगा के गौरा बौराम से स्वर्णा सिंह और उसी जिले के अलीनगर से मिश्रीलाल यादव। तीनों अब भाजपा में हैं।

करारी हार के बाद पंजाब कांग्रेस में बैठकों का दौर शुरू हो गया है, नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग

विधानसभा चुनाव में मिला हार के बाद कांग्रेस नेता हार पर मंथन के साथ भविष्य की रणनीति बनाने में जुटे हैं। चर्चा है, इस बैठक के जरिए सिद्धू अपनी खोई प्रतिष्ठा हासिल करने की जुगत में हैं। जाहिर है हार के बाद लंबी चुप्पी साधे रहने के बाद सिद्धू एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं। इधर, खबर है कि प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में सुखपाल खैरा, अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रताप सिंह बाजवा में शामिल है. इन्ही में से किसी को नेता प्रतिपक्ष भी बनाया जा सकता है। ऐसे में सिद्धू को क्या जिम्मेदीर मिलेगी ये आलाकमान ही तय करेगा।

डेमोरेटिक फ्रंट संवाददाता, अमृतसर :

पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से मिली करारी हार के बाद पंजाब कांग्रेस में बैठकों का दौर शुरू हो गया है। इस बीच पार्टी में एक बार फिर नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। बीते दिन शनिवार को कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी में सिद्धू समेत प्रदेश कांग्रेस के दो दर्जन नेताओं ने बैठक की।

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, बैठक में शामिल रहे विधायक सुखपाल खेड़ा ने कहा कि यह पार्टी को दोबारा तैयार करने की कोशिश है। विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस नेता खेड़ा को विपक्ष का नेता बनाने की इच्छा जता रहे हैं। जबकि, कुछ नेताओं का कहना है कि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का प्रमुख नियुक्त किया जाना चाहिए।

एक पूर्व विधायक ने अखबार को बताया कि मीटिंग के दौरान चुनाव में हार और भविष्य की योजनाओं को लेकर चर्चाएं की गई। साथ ही खेड़ा को विपक्ष का नेता और साफ छवि के चलते सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का प्रमुख बनाने पर सहमति जाहिर की। खेड़ा ने ट्वीट किया, ‘हम पता है कि पार्टी बदलाव के जनादेश के साथ भविष्य के फैसले योग्यता और ईमानदारी के आधार पर लेगी।’

खेड़ा ने कहा कि 24 ‘एक समान विचारधारा’ वाले कांग्रेस नेताओं ने सुल्तानपुर लोधी में विधायक नवतेज सिंह चीमा के आवास पर बैठक की। मीटिंग में विधायक, पूर्व विधायक, 2022 चुनाव के उम्मीदवार और पंजाब कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष शामिल हुए। बैठक के बाद सिद्धू ने ट्वीट किया, ‘हम अच्छी सोच और गंभीरता के साथ पंजाब के अधिकारों के लिए लड़ेंगे।’

रोडरेज केस में बढ़ी नवजोत सिंह सिद्धू की टेंशन, SC ने फटकार लगाई और फैसला सुरक्षित रखा

पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान इस मामले की सुनवाई भी 3 फरवरी को होनी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे 25 फरवरी तक के लिए टाल दिया। चुनाव के दौरान सुनवाई स्थगित होने से नवजोत सिंह सिद्धू को काफी राहत मिली। हालांकि नवजोत सिंह सिद्धू विधानसभा चुनाव हार गए हैं। उनके लिए अब समय मुश्किल भरा चला हुआ है। कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। इस वजह से नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेशाध्यक्ष के पद से भी रिजाइन करना पड़ा था। नवजोत सिंह सिद्धू केखिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।

Navjot Singh Sidhu tension increased in road rage case SC reserved the  verdict also reprimanded - रोडरेज केस में बढ़ी नवजोत सिंह सिद्धू की टेंशन, SC  ने फैसला सुरक्षित रखा; फटकार भी

डेमोरेटिक फ्रंट, दिल्ली/अमृतसर:

 1988 के 34 साल पुराने रोडरेज मामले में कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।  सिद्धू के खिलाफ नोटिस की अवधि बढ़ाने की मांग वाली एक अर्जी पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। रोड रेज का मामला 27 दिसंबर 1988 का है। आरोप है कि सड़क पर  सिद्धू का एक बुजुर्ग से विवाद हो गया था। सिद्धू ने उन्हें  घूंसा मार दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।

जस्टिस एएम खानविल्कर की पीठ के समक्ष सिद्धू के वकीलों ने कहा कि उनका इरादा हत्या करने का नहीं था। यह झगड़ा गाड़ी पार्क करने को लेकर हुआ था, जिसमें हाथापाई में गुरनमा सिंह के चेाट लग गई और बाद में उनकी मृत्यु हो गई थी। याचिका में कहा गया कि घटना के 38 साल बाद अब सजा बढ़ाने पर की मांग करना कानून की प्रक्रिया का दुरुपयोग है। कोर्ट को इस याचिका को खारिज कर देना चाहिए। सिद्धू की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता व कांग्रेस सांसद एएम सिंघवी और आर वसंत पेश हुए। वहीं याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्क्ता सिद्धार्थ लूथरा ने बहस की।

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू से कहा कि 1988 के रोड रेज मामले में समीक्षा याचिकाओं के समय पर सवाल उठाना उचित नहीं था। आपको बता दें कि सिद्धू इस मामले में चार साल तक पेश नहीं हुए थे। सितंबर 2018 में पीड़ितों द्वारा दायर की गई समीक्षा याचिका पर पहली बार नोटिस जारी किया गया था। न्यायमूर्ति एएम खानविलकर और संजय किशन कौल की पीठ ने कहा, ‘‘इस मामले का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। जब आप नोटिस जारी होने के बावजूद हाजिर नहीं होते हैं तो आपकी ओर से टिप्पणी करना उचित नहीं है।”

सिद्धू ने कोर्ट से कहा कि इस मामले में उन्हें दी गई सजा की समीक्षा से संबंधित मामले में नोटिस का दायरा बढ़ाने की मांग करने वाली याचिका प्रक्रिया का दुरुपयोग है। सुनवाई के दौरान कांग्रेस नेता की तरफ से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता एएम सिंघवी ने पीठ से कहा, “यह नकारात्मक अर्थों में एक असाधारण मामला है, जो आपके विचार करने लायक नहीं है, क्योंकि इसके आपराधिक न्याय की बुनियादी नींव को नुकसान पहुंचाने की क्षमता है और इसलिए यह प्रक्रिया का दुरुपयोग भी है।”

इस मामले में शीर्ष अदालत ने मई 2018 में सिद्धू को 65 वर्षीय बुजुर्ग को ‘स्वेच्छा से चोट पहुंचाने’ के अपराध का दोषी ठहराया था। हालांकि, उसने सिद्धू को जेल की सजा नहीं सुनाई थी और उन पर 1,000 रुपये का जुर्माना लगाया था। न्यायमूर्ति एएम खानविलकर और न्यायमूर्ति एसके कौल की पीठ ने पहले सिद्धू से उस याचिका पर जवाब दाखिल करने को कहा था, जिसमें कहा गया है कि मामले में उनकी सजा केवल स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के छोटे अपराध के लिए नहीं होनी चाहिए थी। 

चुनाव खत्म होते ही फिर शुरू चाचा-भतीजे में जंग

लखनऊ में शनिवार को सपा कार्यालय में विधायक दल की बैठक हुई थी। इसमें सपा के चुने हुए विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष के नाम पर मुहर लगाई। इस बैठक में शिवपाल यादव को नहीं बुलाया गया था। इसके बाद शिवपाल ने कहा था कि वह 2 दिनों से बैठक का इंतजार रहे थे जिसके बाद वो इटावा लौट गए और फिर वहां से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इटावा में एक कार्यक्रम में उनका दर्द छलक उठा। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए रामायण और महाभारत के चरित्रों का उदाहरण दिया।

लहनौ(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव के बीच 2017 में शुरू हुआ सत्ता संघर्ष एक बार फिर से दिखाई देने लगा है। रविवार को शिवपाल सिंह यादव इटावा से नई दिल्ली चले गये हैं। शिवपाल सिंह यादव नई दिल्ली में अपने बडे भाई मुलायम सिंह यादव के समक्ष अपना दर्द बयां कर सकते हैं. हाल ही में शिवपाल को अखिलेश ने विधायक दल की बैठक में नहीं बुलाया था, जिस कारण वह अखिलेश से बेहद नाराज बताए जा रहे हैं।

शिवपाल अपनी परंपरागत सीट जसवंत नगर विधानसभा से सपा के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ पर चुनाव मैदान में उतरे थे लेकिन जब विधानसभा चुनाव के नतीजे सपा गठबंधन के पक्ष में नहीं आए तो शिवपाल सीधे तौर पर अखिलेश पर निशाना साधने लगे हैं। 26 मार्च को सपा मुख्यालय में हुई पार्टी विधायक दल की बैठक में शिवपाल को आमंत्रित नहीं किया गया तो नाराज शिवपाल ने पत्रकारों से कहा कि वह अब अपने गृह जिले इटावा जा रहे हैं जहां अपने लोगों के बीच बैठकर के निर्णय करेंगे और उसके बाद कोई सही ऐलान किया जाएगा।

लखनऊ से शिवपाल सीधे अपने विधानसभा क्षेत्र जसवंतनगर के उदयपुरा कला गांव पहुंचे जहां वह प्रसपा की छात्र सभा इकाई के महासचिव प्रशांत यादव के यहां हो रही भागवत समारोह में शामिल हुए। उन्होने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए रामायण और महाभारत के चरित्रों का उदाहरण देते हुए कहा कि हमें हनुमान की भूमिका भूलनी नहीं चाहिए, क्योंकि हनुमान की वजह से राम ने रावण के खिलाफ युद्ध में जीत हासिल की थी। भगवान राम का राजतिलक होने वाला था, लेकिन उनको वनवास जाना पड़ा । इतना ही नहीं हनुमान जी की भूमिका भी बेहद महत्वपूर्ण थी क्योंकि अगर वह नहीं होते, तो राम युद्ध नहीं जीत पाते। ये भी याद रखने वाली बात है कि हनुमान ही थे, जिन्होंने लक्ष्मण की जान बचाई।

शिवपाल ने कहा कि विषम परिस्थितियां कभी-कभी सामने आती हैं। आमजन ही नहीं, भगवान पर भी विषम परिस्थितियां आईं। कई संकट आए लेकिन अंत में जीत सत्य की ही होती है। महाभारत के पात्रों का भी जिक्र करते हुए कहा कि धर्मराज युधिष्ठिर को शकुनि से जुआ नहीं खेलना चाहिए था। अगर जुआ खेलना ही था तो दुर्योधन के साथ खेलते लेकिन जुआ शकुनि के साथ खेल लिया। अब ये भी सच है कि वह शकुनि ही थे, जिन्होंने महाभारत करा दी थी।

धार्मिक समारोह में शिवपाल के साथ उनके समधी सिरसागंज के पूर्व विधायक हरिओम यादव भी मौजूद थे। शिवपाल ने कहा कि हम तो चाहते थे कि हरिओम यादव विधायक बन जाएं, लेकिन वह हार गए। अगर शिवपाल के तल्ख रुख की बात करें तो अखिलेश से उनके रिश्ते सामान्य जैसे नहीं है। 26 मार्च को पार्टी के विधायकों की बैठक में शिवपाल को ना बुलाए जाने को लेकर के उनकी तल्खी सार्वजनिक हो चुकी है हालांकि सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने स्पष्ट किया है कि यह बैठक समाजवादी पार्टी के विधायकों से जुड़ी हुई थी। 28 मार्च को समाजवादी गठबंधन से जुड़े हुए विधायकों की बैठक बुलाई गई है जिसमें प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को भी बुलाया गया है और उनके साथ साथ गठबंधन के जितने भी दल है, सभी को शामिल करने के लिए आमंत्रित किया गया है।

ऐसे में शिवपाल सिंह यादव की ओर से उठाए गए सवालों ने भले ही राजनीतिक गर्मी ला दी हो लेकिन इस गर्मी का राजनीतिक फायदा शिवपाल के खाते में जाएगा या फिर अखिलेश के, यह तो शिवपाल सिंह यादव के निर्णय पर ही तय करेगा अगर 28 मार्च की बैठक में शिवपाल सिंह यादव शामिल करने के लिए नहीं जाते है तो फिर सवालो का ठीकरा शिवपाल पर फूटना तय है। वैसे अभी शिवपाल सिंह यादव ने 28 मार्च की बैठक में शामिल होने या ना शामिल होने के सिलसिले में कोई अपनी रायशुमारी नही की है। अभी उम्मीद है इस बात की जताई जा रही है कि शिवपाल सिंह यादव 28 मार्च को समाजवादी पार्टी मुख्यालय लखनऊ में होने वाली बैठक में शामिल हो सकते हैं क्योंकि अभी तक उन्होंने अपने आप को समाजवादी पार्टी का विधायक बताया हुआ है और इस लिहाज से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शिवपाल सिंह यादव 28 मार्च को होने वाली समाजवादी गठबंधन की बैठक में शामिल होंगे।

Panchkula Police

Police Files, Panchkula , 27 March – 22

अवैध अतिक्रमण हटानें टीम पर पत्थरबाजी करनें व कार्य में बाधा पहुँचानें वाला महिला सहित दो आरोपी को किया काबू

पचंकूला 27 मार्च :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पचंकूला मोहित हांडा भा.पु.से. के निर्देशानुसार, प्रंबधक थाना सेक्टर 20 पी.एस.आई गुरपाल सिंह के नेतृत्व में अवैध अतिक्रमण हटानें हेतु सरकारी कार्य में बाधा पहुँचानें व टीम पर पत्थर बाजी करनें के मामलें में आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान मनोज पुत्र सौदागर वासी गाँव अभयपुर सेक्टर 19 पचंकूला तथा इशरावती देवी पत्नी रमेश पाण्डेय वासी गाँव अभयपुर सेंक्टर 19 पचंकूला के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक मोहन लाल वासी अमरावती इन्कलेव इन्चार्ज अवैध अतिक्रमण टीम पचंकूला नें शिकायत दर्ज करवाई कि दिनांक 25 मार्च 2022 को अवैध अतिक्रमण हटानें हेतु टीम गाँव अभयपुर सेक्टर 19 पचंकूला में गई हुई थी जहा पर ईक्रोचमैन्ट हटाने के लिये 3 गाडीयों व मुलाजमान सहित वहां पर पहुँचें जैसे ही ईक्रोचमैंट हटाने लगे एक व्यकित आया जो जोर-2 बोलनें लगा और सब्जी इत्यादि फैकनें लगा जो सरकारी कार्य में बाधा पहुचानें लगा तभी वह अन्य महिलाओ नें जो टीम के साथ गाली गलौच व धक्का मुक्की करनें लगी

और कुछ देर पर टीम के ऊपर पत्थर फेकनें लगी जो एक पत्थर शिकायतकर्ता के सिर मे लगा तथा अन्य कर्मचारीयों को भी लगे । इसके अलावा सरकारी गाडी पर पत्थर लगे जिससे गाडी को नुक्सान हो गया । जिस बारे थाना में प्राप्त शिकायत पर धारा 186,332,353,34 भा.द.स तथा पी.डी.पी.पी. एक्ट के तहत थाना सेक्टर 20 में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में सलिप्त आरोपी को कल दिनांक 26 मार्च को आरोपी को गिरफ्तार किया गया । जिस आरोपी को पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया तथा मामलें में महिला आऱोपी को आज दिनांक 27 मार्च को गिऱफ्तार किया गया जिस महिला आरोपी को कल माननीय पेश अदालत किया जायेगा ।

पुलिस नें गोदाम से स्क्रैप प्लास्टिक चोरी करनें वालें आऱोपी  को लिया रिमांड

पचंकूला 27 मार्च :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पचंकूला के निर्देशानुसार, प्रबंधक थाना पिन्जौर इन्सपेक्टर हरवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस चौकी मढावाला की टीम नें प्लास्टिक चोरी करनें के मामलें में आरोपी को गिऱफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान मौ.फारुख पुत्र राजवाली वासी गाँव जुण्डी कला बद्दी हिमाचल प्रदेश के रुप में हुई ।ष

जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता मनोज कुमार वासी प्रीतम कालौनी मढावाला नें थाना मे शिकायत दर्ज करवाई कि उसका गाँव खौखरा में कबाड का गोदाम है जिस गोदाम में प्लास्टिक के समान का कट्टो से भर कर रखा हुआ है जो दिनांक 13 व 14 मार्च की रात्रि को किसी अन्जान व्यकित नें वहा से प्लास्टिक स्क्रैप को चोरी कर लिया । जिस बारें थाना में प्राप्त शिकायत पर धारा  457, 380 भा.द.स. के तहत थाना पिन्जौर में मामला दर्ज किया । जिस मामलें में आगामी तफतीश करते हुए उपरोक्त मामलें में चोरी करनें वालें आऱोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आऱोपी को पेश अदालत 1 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया ।

डिटैक्टिव स्टाफ नें 20 किलो चुरा पोस्त सहित ट्रक चालक को किया काबू

आरोपी को 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया

पचंकूला 27 मार्च :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पचंकूला के निर्देशानुसार, जिला पचंकूला में नशीले पदार्थो की तस्करी करनें वालों के खिलाफ कडी कार्यवाही की जा रही है जिस कार्यवाही के तहत कल दिनांक 26 मार्च को डिटेक्टिव स्टाफ इन्सपेक्टर मोहिन्द्र सिंह के नेतृत्व में डिटेक्टिव स्टाफ की टीम द्वारा नशीला पदार्थो 20 किलो 80 ग्राम चुरा पोस्त सहित आऱोपी को गिरफ्तार किया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान हरिपाल पुत्र नराता राम वासी गाँव डण्डारडू चण्डीमन्दिर हाल किरायेदार विश्वकर्मा पिन्जौर पचंकूला के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक डिटेक्टिव स्टाफ पचंकूला की टीम गस्त पडताल करते हुए नजदीक रामगढ के पास मौजूद थी तभी मुखबर नें सूचना दी कि उपरोक्त नाम का व्यकित जो कि नशीला पदार्थ चुरा पोस्त की खरीद फरोकत करता है जिस बारे सूचना प्राप्त करके शहजादपुर की रोड की तऱप से नाकाबंदी करते हुए एक ट्रक को काबू किया जो ट्रक को काबू किया जो ट्रक चालक नें अपना नाम पति हरीपाल पुत्र नराता राम निवासी गांव ढडारडु थाना चण्डीमन्दिर बतलाया जिस ट्रक की तलाशी लेनें पर ट्रक के अन्दर से 20 किलो 80 ग्राम चुरा पोस्त बरामद किया गया और आरोपी के खिलाफ धारा एन.डी.पी.एस एक्ट के तहत थाना चण्डीमन्दिर में मामला दर्ज किया गया औऱ आरोपी को ट्रक व नशीला पदार्थ चुरा पोस्त सहित काबू किया गया । जिस आरोपी को आज पेश अदालत 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया ।

क्राईम ब्रांच 19 नें दो पर्स स्नैचर को लिया रिमांड पर

  • दोनो स्नैचर को 1 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया

पचंकूला 27 मार्च :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पचंकूला के निर्देशानुसार, इन्सपेक्टर क्राईम ब्रांच सेक्टर 19 निरिक्षक निर्मल सिह के नेतृत्व में स.उप.नि. प्रदीप कुमार के द्वारा दिनांक 17 मार्च 2022 को सेक्टर 09 की मार्किट में स्नैचिंग की वारदात को अंजाम दो स्कूटी सवार आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो की पहचान हिमांशु कपुर पुत्र राजेश कपुर वासी शक्ति नगर डेरा बस्सी जिला मौहाली तथा गौरव पुत्र ओमप्रकाश वासी सेक्टर 09 डी चण्डीगढ के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता चचंल वासी सेक्टर 21 पचंकूला नें थाना में शिकायत दर्ज करवाई कि दिनांक 17 मार्च 2022 को सेक्टर 09 मार्किट की तरफ से वह अपनें घर पर जा रही थी तभी सेक्टर 10 की ट्रैफिक लाईट पर जैसे ही रुकी तो पीछें दो स्कूटी सवार लडको आयें और हाथ में से पर्स छिन्नकर भाग गये जिसमें पैसें मोबाईल व अन्य समान था । जिस बारें थाना में प्राप्त शिकायत पर धारा 379- ए. भा.द.स. के तहत थाना सेक्टर 05 में मामला दर्ज किया गया और मामलें में आगामी तफतीश कार्यवाही क्राईम ब्रांच सेक्टर 19 पचंकूला के द्वारा अमल में लाई गई । जो दौराने तफतीश उफरोक्त मामलें में गहनता से तकनीकी सहायत से तफतीश करते हुए पर्स स्नैचिंग की वारदात को अंजाम देनें वालें दोनो आरोपियो को कल दिनांक 26 मार्च को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आऱोपियो को पेश अदालत 1 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया ।

आम आदमी पार्टी की चली लहर: राठी

विजेश शर्मा, पंचकूला, डेमोक्रेटिक फ्रंट।कॉम, 27 मार्च :

आम आदमी पार्टी की पंजाब में बंपर जीत के बाद हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी की लहर चल पड़ी है शहर शहर और गांव गांव में लोग आम आदमी पार्टी से जुड़ने के लिए तैयार हैं आज रामगढ़ गांव में युवाओं ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा जिला प्रधान व राष्ट्रीय परिषद के सदस्य सुरेंद्र राठी ने बताया कि जब से पंजाब में इलेक्शन जीते हैं आम आदमी पार्टी से जुड़ने के लिए जनता में होड़ सी लग गई है आम आदमी पार्टी की नीतियों को लेकर गांव के युवा काफी जागरूक हैं और वह आम आदमी पार्टी से जुड़ रहे हैं।
गांव में आम आदमी पार्टी का बढ़ता परिवार को देखकर जनता कहने लगी बदलाव निश्चित है। इस मौके पर प्रवक्ता वीनस डाका ने युवाओं से आह्वान किया कि आप देश का भविष्य हैं अधिक से अधिक आदमी आम आदमी पार्टी के साथ जुड़े

 इस मौके पर राजवीर दलाल फूल कुमार अरुण जैरथ,एडवोकेट पूजन,नागरा दिनेश सत्यवान घनघस, होशियार सिंह पोर जसवीर शुभम विशाल मोहनलाल सुभाष आदि मौजूद थे। 

 “ADVANCED MOLECULAR BIOLOGY TECHNIQUES”

Chandigarh March 27, 2022

TRAINING PROGRAM

on

 “ADVANCED MOLECULAR BIOLOGY TECHNIQUES”

(Bioscience for Human Health Mission)

21st – 27th March, 2022

A seven-day training program on “ADVANCED MOLECULAR BIOLOGY TECHNIQUES” came to an end on 27th March 2022. The morning session included scientific session by Dr. Archana Chauhan, Assistant Professor, Department of Zoology, Panjab University, Chandigarh. She spoke on bioinformatics analysis of Sanger sequence and Sequence deposition in various databases. The session followed by visit of participants to SAIF/CIL facility, an evaluative test and feedback form was submitted.

The day concluded with valedictory session and it was graced by the chief guest Padam Shri Prof. R.C. Sobti (Former Vice Chancellor, Panjab University and Babasaheb Bhimrao Ambedkar University, Lucknow). Prof. Sobti did point out the importance of inter-disciplinary courses and collaborations. He beautifully correlated the basic science and its implications on the scientific research. He also emphasized on serving the society by implying the scientific knowledge.

Senate Meeting : VICE CHANCELLOR’S STATEMENT

Chandigarh March 27, 2022

  •         On behalf of this august house, I take pleasure in welcoming Bhagwant Singh Mann, Chief Minister, Punjab and Sh. Gurmeet Singh Meet Hayer, Minister for Higher Education, Government of Punjab as Ex-Officio members of this house. We are confident of being blessed from their profound knowledge and  rich experience.

·        Prof. S.K. Tomar, Fellow has been appointed as the Vice Chancellor of JC Bose University of Science and  Technology, YMCA, Faridabad.

·        As per the authorization given to me in the Senate meeting held on 8.1.2022, Prof. Renu Vig has been appointed as Dean of University Instruction and Prof. Sudhir Kumar as  Dean Research.

·        Mr. Deepak Singh, 26, has bagged the highest package of Rs. 53 lakh per annum in the placement drive conducted by Panjab University’s University Business School (UBS) for the current session.

·        Panjab University added itself to the medal tally with a Gold Medal in the All India Inter-University Rowing Championships.  The championship was organized by Panjab University at Sukhna Lake.

·        The Computer Science and Engineering Department of UIET, Panjab University, has been selected for the prestigious grant under the fund for improvement of S&T infrastructure in Universities and higher educational institutions (FIST) Level-I programme by DST, Govt. of India.   CSE has been granted Rs. 94 lakh for a period of five years to set up a data centre unit for the establishment and execution of centre of excellence for “Designing and Development of AI driven predictive systems for Smart City operations especially smart healthcare and smart transportation,” for students, faculty and researchers.