शहीदों के नाम पर होंगे केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और काश्मीर के सरकारी विद्यालयों के नाम

केंद्र सरकार ने शुक्रवार को जहां राजीव गांधी खेल रत्न को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न कर दिया है तो वहीं जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से एक आदेश जारी किया गया है। जिसमें ऐतिहासिक पहल करते हुए केंद्र शासित प्रदेश के स्कूलों का नाम अब शहीद सेना, सीआरपीएफ और पुलिस के जवान के नाम पर किया जाएगा।

  • शुक्रवार को दो बड़े फैसले लिए गए
  • राजीव गांधी खेल रत्न नाम बदने के बाद जम्मू कश्मीर में बड़ा फैसला लिया गया
  • जम्मू संभाग में स्कूलों को अंतिम रूप देने के लिए पत्र भी जारी कर दिया गया है

जम्मू कश्मीर(ब्यूरो) :

राज्य से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार एक के बाद एक कदम उठा रही है। इसी क्रम में जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने एक ऐतिहासिक पहल करते हुए केंद्र शासित प्रदेश के स्कूलों का नाम सेना, पुलिस और सीआरपीएफ के शहीद जवानों के नाम पर रखने का फैसला किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस संबंध में प्रशासनिक पत्र जारी किया गया है, जिसमें वीरगति प्राप्त करने वाले जवानों के नाम पर रखे जा सकने वाले सरकारी स्कूलों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए जिला स्तर पर एक समिति गठित करने की बात कही गई है।

इसके बाद सत्यापन किया जाएगा और विवरण तैयार किया जाएगा। आधिकारिक नोटिस के अनुसार, जिला स्तर पर सूची को अंतिम रूप देने के लिए समिति में एसएसपी, एडीसी, डीपीओ या एसी पंचायत और सेना के प्रतिनिधियों को शामिल किया जा सकता है।

इसके अलावा सभी उपायुक्तों को इस सूची को 5 अगस्त 2021 तक जम्मू संभागीय आयुक्त कार्यालय को भेजने के लिए कहा गया था। सूत्रों के अनुसार, कुछ जिलों ने पहले ही उन स्कूलों की सूची जमा कर दिए हैं, जिनका नाम देश की रक्षा में अपने प्राणों को बलि देने वाले बलिदानियों को नाम पर रखे जाने हैं।

इस मामले में सरकारी अधिसूचना पिछले सप्ताह जारी की गई थी। इसमें जम्मू, कठुआ, डोडा, पुंछ, रामबन, सांबा, किश्तवाड़, राजौरी, उधमपुर और रियासी के उपायुक्तों को अपने-अपने जिलों के गाँवों/नगरपालिका वार्डों में सरकारी स्कूलों की पहचान करने का निर्देश दिया गया था। इस साल (2021) के शुरुआत में पंजाब सरकार ने भी 17 सरकारी स्कूलों का नाम स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर रखा था। जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम कविंदर गुप्ता ने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया है।

राज्य सरकार के इस फैसले को लेकर वरिष्ठ पत्रकार आदित्य राज कौल ने ट्वीट कर इस घोषणा के पूर्ण होने की उम्मीद जताई। उन्होंने लिखा कि कुछ साल पहले कश्मीर में सड़कों का नाम शहीदों के नाम पर रखने का एलान हुआ था, लेकिन अभी तक उसका इंतजार किया जा रहा है।

पुलिस भर्ती (पुरुष) परीक्षा की सभी तैयारियां पुख्ता, उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश

– परीक्षा के सफल आयोजन के लिए गंभीरता से अपना दायित्व निभाएं अधिकारी : उपायुक्त अनीश यादव
– 70 परीक्षा केंद्रों पर 68 हजार से अधिक परीक्षार्थी देंगे पुलिस भर्ती (पुरुष) की परीक्षा

सतीश बंसल, सिरसा, 06 अगस्त:

उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि सात व आठ अगस्त को जिला में आयोजित होने वाली पुलिस भर्ती (पुरुष) परीक्षा की परीक्षाओं को नकल रहित, पारदर्शिता व शांति पूर्ण ढंग से संपन्न करवाने के लिए सभी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। ड्यूटी पर तैनात अधिकारी व कर्मचारी परीक्षा के सफल आयोजन के लिए गंभीरता से अपना दायित्व निभाएं और किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें। जिला में बनाए गए 70 परीक्षा केंद्रों पर 68 हजार 400 से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। शांतिपूर्ण व पारदर्शी ढंग से परीक्षा के आयोजन के लिए 19 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं और सात ड्यूटी मजिस्ट्रेट की रिजर्व में ड्यूटी लगाई गई है। एसडीएम सिरसा जयवीर यादव परीक्षा के नोडल अधिकारी रहेंगे।
उपायुक्त शुक्रवार को स्थानीय पंचायत भवन में आयोजित अधिकारियों व सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के प्रतिनिधियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य सचिन जैन, एसडीएम जयवीर यादव, डीएसपी आर्यन चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी संत कुमार, जिला खजाना अधिकारी नरेंद्र ढुल सहित परीक्षा केंद्रों के संचालक व कर्मचारी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्र अधीक्षक यह सुनिश्चित करें कि परीक्षा केंद्र में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के पास मोबाइल फोन न हो। इसके साथ-साथ सहयोगी स्टॉफ भी अपने गले में जारी किया गया पहचान पत्र जरूर पहनें। सभी परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के दृष्टिïगत कड़े प्रबंध किए जाए और परीक्षा की ड्यूटी में लगे अधिकारी – कर्मचारी सजग व सावधान रहते हुए आपसी तालमेल व मधुर व्यवहार के साथ अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन करें। सभी परीक्षा केंद्रों पर कोविड-19 के तहत नियमों की पालना की जाए तथा मास्क, सैनिटाइजर इत्यादि का प्रबंध सुनिश्चित करें। परीक्षा केंद्र के कमरों व शौचालयों को सैनिटाइज जरूर किया जाए। इसके अलावा सभी परीक्षा केंद्र संचालक पीने के पानी, शौचालय आदि की व्यवस्था करवाना सुनिश्चित करें।

एनजीटी मापदंडों के तहत घग्घर एक्शन प्लान पर गंभीरता से कार्य करें अधिकारी : उपायुक्त अनीश यादव

-घग्घर नदी में न जाए गंदा पानी, प्रदूषण फैलाने वालों पर की जाए कार्रवाई
-आमजन को जल एवं पर्यावरण सरंक्षण को लेकर किया जाए जागरूक
-घग्घर नदी को प्रदूषण मुक्त को लेकर एक्शन प्लान के तहत कार्यों की समीक्षा, अधिकारियों को दिए समयावधि में एटीआर (एक्शन टेकन रिपोर्ट) प्रस्तुत करने के निर्देश
सतीश बंसल  सिरसा, 06 अगस्त:
उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि घग्घर नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए बनाए गए एक्शन प्लान के तहत किए जा रहे कार्यों को अधिकारी गंभीरता से लेते हुए उन्हें प्राथमिकता के आधार पर पूरा करें। कार्यों की रिपोर्ट समयावधि में संबंधित विभाग को भेजें। इसमें किसी प्रकार की ढिलाई न बरती जाए और व्यक्तिगत रूचि लेकर एक्शन प्लान पर कार्य करें।
उपायुक्त ने शुक्रवार को घग्घर नदी को प्रदूषण मुक्त करने को लेकर एक्शन प्लान पर किए जा रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और एक्शन प्लान के तहत संबंधित विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की रिपोर्ट के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर डीडीए डा. बाबू लाल, कार्यकारी अभियंता रणजीत सिंह मलिक, कार्यकारी अभियंता राम किशन शर्मा, कार्यकारी अभियंता अजय पंघाल, उप सिविल सर्जन डा. बुधराम, वैज्ञानिक सुनील श्योराण सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
उपायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि ग्रामीण व शहरी इलाकों से निकलने वाला गंदा पानी घग्घर में न जाए। इसके लिए संबंधित विभाग कार्य योजना बनाकर कार्य करें ताकि घग्घर को प्रदूषण मुक्त किया जा सके। राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) निर्देशानुसार घग्घर को प्रदूषण मुक्त किया जाना है। सभी विभाग एनजीटी के निर्देशानुसार एक्शन प्लान के तहत घग्घर में आने वाले गंदे पानी की समुचित रोकथाम सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक पर प्रतिबंध सुनिश्चित किया जाए। पॉलिथीन का प्रयोग न हो इसके लिए आमजन को जागरूक किया जाए और यदि कोई उल्लंघन करता है तो उसका चालान किया जाए।
उन्होंने कहा कि बायो मेडिकल वेस्ट के निष्पादन पर प्रभावी कदम उठाए जाए। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग गांवों में स्वास्थ्य जागरूकता कैंप लगाएं और लोगों के स्वास्थ्य की जांच करें। इसके साथ-साथ लोगों को घग्घर को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए जागरूक भी करें। वन विभाग पौधारोपण अभियान के तहत अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें। उन्होंने कहा कि स्वच्छ पेयजल की सप्लाई सुनिश्चित की जाए और नदी के साथ लगते गांवों में पीने के पानी के टेंकों के सैंपल समय-समय पर लिए जाएं और उस पानी में हैवी मेटल सहित अन्य प्रदूषित अव्ययों की मात्रा की जांच करवाई जाए। उन्होंने कहा कि भूमिगत जल स्तर को स्वच्छ रखने के लिए कोई भी संस्थान या उद्योग अपने गंदे पानी को जमीन में न डालें।

शिव काली मंदिर में मनाई शिवरात्रि

सतीश बंसल, सिरसा:

 आईटीआई रोड स्थित शिव काली मंदिर में शिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया गया। खीर का प्रसाद वितरित किया गया। मंदिर के पुजारी काका बाबा ने पूजा अर्चना की। मंदिर की मुख्य सेविका सुनीता रानी ने कहा कि शिवरात्रि पर भोले बाबा की पूजा करन से सभी कष्ट दूर होते है। इस दिन पूजा का विशेष महत्त्व है। इसका भक्तों को फल अवश्य मिलता है। मंदिर में काफी संख्या में भक्तों में शिव भोले की पूजा अर्चना की।

सिरसा में क्रेन मालिकों की दो दिन की हड़ताल

सतीश बंसल  सिरसा:

 शहर में रहे अनअथोराइजड व्हीकल के विरोध में सिरसा क्रेन सोसायटी की तरफ से दो दिनों की हड़ताल की गई है। इन दो दिनों में सिरसा शहर में कोई भी क्रेन सर्विस नहीं देगी। रानियां रोड पर आईटीआई कॉलेज से कुछ दूरी पर क्रेन वाले एकत्रित हुए और प्रदर्शन किया। इस दौरान सिरसा क्रेन एकता जिंदाबाद व अनअथोराइजड व्हीकल मुर्दाबाद के नारे भी लगाये गए। इस मौके पर जोनी बठला, जसदेव सिंह सरकारिया व रोहताश जांगड़ा ने कहा कि सिरसा शहर में अनअथोराइजड व्हीकल घूम रहे है जो बहुत ही कम दरों पर काम करते है, जबकि उनके पास कागजात तक पूरे नहीं होते। वो देसी जुगाड़ कर कार्य कर रहे है। इससे हमें आपत्ति है। जिला प्रशासन के संज्ञान में कई बार यह मामला लाया जा चुका है, लेकिन कोई हल नहीं निकला। इसलिए हमने दो दिन की हड़ताल की है। हम एक बार पुन: प्रशासन को लिखित में देंगे, अगर हल नहीं निकला तो आंदोलन को तेज करेंगे।

सूरतगढ़ कांग्रेस में भूखंड नीलामी रुकने से तूफान- दो पार्षदों को पार्टी से निकालने की मांग

करणीदानसिंह राजपूत,

नगर पालिका नगर सूरतगढ़ की ओर से भूखंडों की तीसरी बार नीलामी रोके जाने से मची हड़कंप के बाद नगर पालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा के नेतृत्व में कॉन्ग्रेस पार्टी के पार्षदों ने कांग्रेस पार्टी के ही दो पार्षदों व एक संगठन पदाधिकारी को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की है।

इन लोगों ने भूखंडों की नीलामी का विरोध किया।

नगर पालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा के सानिध्य में आज उन्हीं के कक्ष में प्रेस वार्ता आयोजित की गई जिसमें एक पत्र प्रसारित किया गया जो कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के नाम से है।

उसमें लिखा गया है कि पार्षद परसराम भाटिया एवं पुष्पेंद्र शर्मा और संगठन मंत्री धर्मदास सिंधी निरंतर पार्टी के विरुद्ध कार्य कर रहे हैं और नगर पालिका में विकास कार्यों को अवरुद्ध कर रहे हैं। इससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंच रहा है। 

यह भी लिखा गया है कि भारतीय जनता पार्टी के विधायक रामप्रताप कासनिया के साथ मिलकर यह विरोध इलैक्ट्रोनिक और प्रिंट मीडिया में किया जा रहा है।

परसराम भाटिया भाजपा की कठपुतली बने हुए हैं और उन्हीं के इशारे पर कांग्रेस के इस बोर्ड को धाराशाही कर शहर का विकास रुकवाना चाहते हैं। 

पार्टी के सिंबल पर चुनाव जीते हुए इन पार्षदों से इस्तीफा भी लिया जाने की मांग इस पत्र में की गई है।

 पत्र की प्रतिलिपि बी.डी.कला को भी दिए जाने का लिखा गया है।

* नगर पालिका चेयरमैन के कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता खुद चेयरमैन ओमप्रकाश कालवा ही पत्रकारों को संबोधित करते रहे और उत्तर देते रहे।

* पत्रकारों ने महत्वपूर्ण प्रश्न किया कि नीलामी नए नियमों के बजाय पुराने नियमों से क्यों की जा रही थी जो आम जनता के हित में नहीं थी। सरकार ने कोरोना में आर्थिक हालात देखते हुए रकम के टुकड़े करके जमा कराने का नियम बनाया ताकि आम आदमी को लाभ मिल सके ।आम आदमी नीलामी में भाग ले सके। इन नियमों के विपरीत पुराने नियमों से नीलामी की जाने वाली थी। आम जनता को मिलने वाला लाभ था उसे जानबूझकर क्यों छुपाया गया। इसका समुचित उत्तर अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा की ओर से नहीं मिला।उन्होंने कहा कि नियम का पालन करना नियम के बारे में जानना अधिशासी अधिकारी का कार्य था।

*एक प्रश्न था कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है तो पार्टी के अंदर ही इसे तय क्यों नहीं किया जा रहा। इसका उत्तर दिया गया कि पूर्व विधायक गंगाजल मील और हनुमान मील के समक्ष यह रखा जा चुका है और उनकी तरफ से भी कार्यवाही की जा रही है। यह बात भी उठी कि मील चाहे तो ये पार्षद तुरंत ही पार्टी से निष्कासित हो सकते हैं, फिर यह पार्षदों की मांग की तो जरूरत ही नहीं है।

* यह बात भी उठी कि 40 करोड़ का निर्माण होना है. उसका भी तो उपयोग होना है। यह कमीशन के बाबत एक संकेत था। इसका उत्तर अध्यक्ष ने दिया कि उनका अच्छा खासा बिजनैस है जिसका लाखों का टर्न ओवर है।

* एक प्रश्न था कि आप पर लग रहे आरोप गलत हैं तो आप उन लोगों पर मानहानि का मुकदमा क्यों नहीं कर रहे? इसका कोई समुचित उत्तर चेयरमैन की ओर से नहीं मिला।

* एक प्रश्न यह भी था कि जिनकी आशा है चेयरमैन बनने की,क्या यह खेल उनकी ओर से किया जा रहा है।

 तब अध्यक्ष ने कहा कि मेरे साथ अभी खड़े पार्षदों की संख्या ही गिन ली जाए कि वे इसमें कामयाब होते हैं या नहीं होते। चेयरमैन ने यह भी कहा कि परसराम भाटिया की पत्नी भी चेयरमैन रह चुकी है। उनके कार्यकाल में क्या कुछ हुआ सभी जानते हैं। हमें अगर ज्यादा परेशान किया गया तो हम उनके कार्यकाल के बातें भी सामने लाएंगे जो इस समय खोजबीन चल रही है,जिसका रिकॉर्ड तैयार हो रहा है। यह कब तक सामने लाएंगे?इसका कोई उत्तर नहीं दिया गया। यह केवल भभकी लगी।

सूरतगढ़ में कांग्रेस का बोर्ड है जिसने 2 दिसंबर 2019 को पद ग्रहण कर कार्य शुरू किया था। नगर पालिका के अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा पर भ्रष्टाचार के आरोप निरंतर लग रहे हैं।

पार्षदों की ओर से लिखे गए पत्र पर कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष क्या कार्यवाही करते हैं यह तो बाद में पता चल पाएगा लेकिन जो नियम है उनके हिसाब से तो जो पार्षद अध्यक्ष का विरोध कर रहे हैं उनसे भी जवाब मांगा जाएगा। उसके बाद ही कोई कार्यवाही होना न होना संभव होगा। 

* नगरपालिका अध्यक्ष पर पालिका के बाहर व अंदर भ्रष्टाचार के जो आरोप लग रहे हैं उन्हें कांग्रेस पार्टी का विरोध माना जाएगा या नहीं माना जाएगा। वे कालवा के विरुद्ध भी माने जा सकते हैं।

यह पार्टी पर निर्भर करता है क्योंकि जो आरोप लगाए गए हैं वह कांग्रेस पार्टी पर नहीं,नगर पालिका चेयरमैन के ऊपर लगाए गए हैं।

** इस कांग्रेस पार्टी पार्षदों की पत्रकार वार्ता में महिला पार्षद एक भी नहीं थी। उनका सही पक्ष क्या होगा? जो पार्षद व महिला पार्षदों के पति उपस्थित थे उनके साथ फोटो भी सबूत के रूप में खिंचवाए गए।

 नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा इन पार्षदों के बीच कुछ जोश में और उत्तेजित प्रसन्न नजर लग रहे थे मगर प्रश्नों के उत्तर में सटीकता नहीं थी। नीलामी में आखिर सरकारी नये नियमों को लागू क्यों नहीं किया गया। इसे वे भ्रष्टाचार नहीं मान रहे।

* ऐसा लग रहा था कि नीलामी रुकने के बाद जो प्रतिष्ठा डावांडोल हुई और भ्रष्टाचार की चर्चा गर्माई उसका खंडन सा हो जाए तथा पत्रकार वार्ता से मीडिया के माध्यम से नीलामी रुकवाने वालों पर दबाव बन जाए। लेकिन मीडिया ने तो उलटा प्रश्नों की झड़ी लगादी। 

* राजनीति में क्या हो जाए इसकी प्रतीक्षा ही की जा सकती है। ओमप्रकाश कालवा की ताकत का पता भी लगेगा।

* आज की पत्रकार वार्ता वार्ता में वितरित पत्र की प्रति जो प्रदेशाध्यक्ष को लिखा गया उस पत्र पर जिन पार्षदों के हस्ताक्षर मोहर है कुछ के मोहर नहीं लगे हुए हैं,उनके नाम यहां दे रहे हैं।

जैनेंद्र गुरुकुल”संस्था पंचकूला की नई कार्यकारणी का हुआ गठन

हम तीन सालों में 30 साल के बराबर कार्य करने के इच्छुक हैं-मुकेश जैन प्रधान।

‘purnoor koral, ‘पंचकूला,06 अगस्त:

“जैनेन्द्र पब्लिक स्कूल के ‘आत्म ऑडिटोरियम”में “जैनेंद्र गुरुकुल” संस्था ने शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया है।जुलाई 20,2021 को संस्था का चुनाव संपन्न किया गया था। इसमें 21 मैनेजिंग कमेटी के सदस्य चुने गए। मैनेजिंग कमेटी ने नई कार्यकारिणी का चुनाव सर्वसम्मति से किया।जिनके नाम नीचे दिए गए हैं-

  1. मुकेश जैन, प्रधान
  2. संजीव जैन, उप प्रधान
  3. तरुण जैन, महासचिव
  4. विशाल जैन, संयुक्त सचिव
  5. विनय कुमार जैन, कोषाध्यक्ष

इसके पश्चात नव निर्वाचित सदस्यों ने शपथ ग्रहण की कार्यकारिणी के प्रधान व महासचिव ने प्रेस साक्षात्कार में बताया कि जैनेंद्र गुरुकुल संस्था ने भारत आजाद होने से पहले ही महाराज धनीराम जी के अथक परिश्रम व लगन के चलते हमारी पुरातन सनातन संस्कृति के सिद्धांत गुरुकुल प्रथा का अनुसरण करते हुए इस शैक्षणिक संस्थान की नींव रखी थी। जैनेंद्र गुरुकुल व जैनेंद्र पब्लिक स्कूल से शुरुआत करते हुए आज पूरे भारतवर्ष में 4 शैक्षणिक संस्थान इस संस्था के अंतर्गत चल रहे हैं। आगे की प्राथमिकताओं के बारे पूछने पर प्रधान मुकेश जैन व महासचिव तरुण जैन ने बताया कि आने वाले वक्त में मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, मैनेजमेंट कॉलेज, सूचना एवं प्रसारण टेक्नोलॉजी के संस्थान भावी पीढ़ियों की जरूरतों को समझते हुए बनाए जाएंगे। इसमें सरकार व जनता के सहयोग की जरूरत रहेगी। समाज के गरीब तबके के बच्चों की शिक्षा बारे में उन्होंने बताया कि हमारे स्कूलों में हिंदी व अंग्रेजी मीडियम दोनों दोनों में ही शिक्षा दी जाती है गरीब बच्चों की शिक्षा के लिए सरकार ने पहले से ही चैरिटी का प्रावधान किया हुआ है।इसके लिए हम सरकार के आभारी हैं। आगे उन्होंने बताया कि शैक्षणिक संस्थाओं के साथ-साथ हम अस्पताल,सामाजिक, स्वास्थ्य व स्पोर्ट्स सेवाओं की जरूरतों को ध्यान रखते हुए इन पर काम करेंगे। हमारी कमेटी का कार्यकाल 3 साल का है। हम इन 3 सालों में 30 साल के बराबर कार्य करने के इच्छुक हैं और यही हमारा प्रण है।

Police Files, Chandigarh – 06 August

‘Purnoor’ Koral, CHANDGARH – 06.08.2021

Action against illicit liquor

Crime Branch of Chandigarh Police arrested Ravi Verma @ Lotta R/o # 859, Rajiv Colony, Sector-17, Panchkula, HR (Age 25 years) and recovered 8 boxes containing 95 bottles of country made liquor from his possession near backside wall of Govt. Model High School, Vikas Nagar, Mauli Jagran, Chandigarh on 05.08.2021. A case FIR No. 91, U/S 61-1-14 Excise Act has been registered in PS-Mauli Jagran, Chandigarh. Later, he bailed out. Investigation of the case is in progress.

Action against obstruction in public way

A case FIR No. 80, U/S 283 IPC has been registered in PS-Sarangpur, Chandigarh against Munna Gupta R/o # 1970/C, Small Flats, Dhanas, Chandigarh, (age 54 years) while he was obstructing public way by installing rehri/fari at EWS Colony, Chandigarh on 05.08.2021. Investigation of the case is in progress.

Snatching

A lady resident of Sector-47, Chandigarh reported that two unknown persons occupant of motor cycle snatched away complainant’s gold chain near park, Sector-47, Chandigarh on 05.08.2021. A case FIR No. 106, U/S 379A, 34 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Cheating

A case FIR No. 104, U/s 406, 420 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh on the complaint of Davinder Kumar R/o # 80, Part 1 Colony, Khudda Lahora, Chandigarh alleged that Randhir Sood R/o # 1309, Sector-15/B, Chandigarh the director of M/s Parag Infratech Pvt. Ltd. & M/s Punjab Empires Pvt. Ltd. taken Rs. 6.5 lakh from complainant regarding providing residential plot in their integrated township under the name and style of ‘Parag City’Lalru, Punjab in March, 2012. But till date no possession of said plot has been given to the complainant. Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 105 U/s 420 IPC has been registered in PS-11, Chandigarh on the complaint of B.S. Walia R/o # 3412, Sector-24D, Chandigarh who reported that he is maintaining SBI account in High Court Branch, Chandigarh and availing facilities of internet banking and SBI YONO app. On 04.08.2021, he received a link via message that his account has been blocked and he needs to update KYC, whereupon, in order to restore the blocked account, the complainant tried to update the KYC on the aforementioned site and received OTPs. During the updating process an amount of Rs. 25,500/- was debited via two transactions from his account.  Investigation of the case is in progress.

A case FIR No. 123, U/s 419, 420, 120B IPC has been registered in PS-34, Chandigarh on the complaint of a lady resident of Sector-44, Chandigarh who reported that unknown person sent request on her social networking account and told via chat that he is working as a pilot in British Airways, UK. Alleged person offered her gift and insisted complainant to receive that gift. On the next day one unknown person called on complainant’s mobile phone and introduced himself as custom officer and asked for Rs. 50,950/- as carriage charges of parcel. Complainant deposited the said amount in the account provided by him in order to receive the parcel gift but she did not receive any parcel. Investigation of the case is in progress.

AICC के दो दिग्गज सदस्यों ने आआपा मेन हुए शामिल

कॉंग्रेस पार्टी की अंतर्कलह कहीं भी थमने का नाम नहीं ले रही। जहां चंडीगढ़ में में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष आलाकमान की निष्क्रियता के चलते इस्तीफा दे छूए हैं वहीं पंजाब में कैप्टन किस करवट बैठेंगे कोई नहीं जानता सचिन गहलोत प्रारण को कौन नहीं जानता वहीं अब कॉंग्रेस की AICC अखिल भारतीय कॉंग्रेस कमेटी में भी भूचाल की आमद हो गयी लगती है। दाबी ज़ुबान से सब कॉंग्रेस ए प्रथम परिवार ही को दोषी मान रहे हैं। ताज़ा मामला आर॰ मनी नायडु और डॉ॰ र ऋषि पांडे का है जो एआईसीसी सदस्य थे और अब आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके हैं।

साउथ इंडियन कांग्रेस के दिल्ली अध्यक्ष, #AICC मेम्बर, आंध्रा एसोसिएशन के निर्वाचित अध्यक्ष, भारत सरकार की विभिन्न कमेटियों मे सदस्य रहे आर. मणि. नायडू जी ने आज @AamAadmiParty की सदस्यता ग्रहण की। नायडू जी की धर्मपत्नी उमा नायडू जी नांगल राया वार्ड से 2 बार चुनाव लड़ चुकी है।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य आर मणि नायडू और डॉ राज ऋषि पांडे आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार के दिल्ली विकास मॉडल से प्रभावित होकर लोगआआपा में शामिल हो रहे हैं। जो लोग दिल्ली में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, सड़क और वाईफाई जैसे क्षेत्रों में सरकार द्वारा किए जा रहे सभी ऐतिहासिक कार्यों का हिस्सा बनना चाहते हैं।

विद्युत (संशोधन) विधेयक, 2021 के विरोध में यहां जंतर-मंतर पर पहुंचे राजस्थान ‘एटक’ के सदस्य

आर्थिक तंगी की मार झेल रहे किसानों को डीजल की महंगाई के साथ-साथ बिजली बिल का भी झटका लग सकता है. इलेक्ट्रिसिटी एंप्लाईज फैडरेशन ऑफ इंडिया ने आशंका जाहिर की है कि केंद्र सरकार प्रस्तावित बिजली संशोधन विधेयक (Electricity amendment bill 2021) को पारित कराने की जल्दबाजी करने की कोशिश कर रही है. इसकी वजह से बिजली किसानों की पहुंच से बाहर हो जाएंगी. दरअसल, इस समय कई सूबों में किसानों को या तो बिजली फ्री मिलती है या फिर उनसे नाम मात्र का शुल्क लिया जाता है. इसीलिए किसान आंदोलन करने वाले लोग इस विधेयक को न लाने की मांग कर रहे हैं.

नयी दिल्ली (ब्यूरो) :

बिजली क्षेत्र के कर्मचारियों और इंजीनियरों ने विद्युत (संशोधन) विधेयक, 2021 के विरोध में यहां जंतर-मंतर पर चार दिन के लिये सत्याग्रह शुरू किया।

ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) ने एक बयान में कहा कि विद्युत (संशोधन) विधेयक, 2021 को संसद के वर्तमान मानसून सत्र में पारित करने की केंद्र सरकार की एकतरफा घोषणा के खिलाफ बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों की राष्ट्रीय समन्वय समिति (एनसीसीओईईई) के आह्वान पर बिजली क्षेत्र के सैकड़ों कर्मचारियों ने मंगलवार को जंतर-मंतर पर चार दिवसीय सत्याग्रह शुरू किया।

सत्याग्रह में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, चंडीगढ़ और दिल्ली के बिजली क्षेत्र के बड़ी संख्या में कर्मचारी शामिल हुए हैं।

एआईपीईएफ के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे ने कहा कि उत्तरी क्षेत्र के राज्यों के सैकड़ों बिजली क्षेत्र के कर्मचारियों और इंजीनियरों ने आज जंतर-मंतर पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।

उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन छह अगस्त तक जारी रहेगा।

विरोध प्रदर्शन में पूर्वी और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के बिजली कर्मचारी 4 अगस्त को, पश्चिमी क्षेत्र के 5 अगस्त को और दक्षिणी क्षेत्र के कर्मचारी 6 अगस्त को भाग लेंगे।

राजस्थान से आए कर्मचारियों के दल की अगुआई प्रमोद शर्मा, अध्यक्ष राजस्थान विद्युत मीटर रीडर एवम् employees union कर रहे हैं। उनके साथ राजस्थान बिजली वर्कर फ़ेडरेशन (AITUC) जयपुर के अध्यक्ष गोवर्धन लाल मीणा, उपाध्यक्ष सरदार सिंह गुजर, महा-सचिव वेद प्रकाश शर्मा और संयुक्त – महासचिव अभिषेक जैन आए हैं।

उन्होंने कहा कि देश भर के बिजली क्षेत्र के कर्मचारी केंद्र सरकार के संसद में विधेयक को जल्दबाजी में पारित कराने के एकतरफा रुख के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं।

दुबे ने कहा कि विद्युत (संशोधन) विधेयक के कई प्रावधान आम लोगों और कर्मचारियों के खिलाफ हैं। अगर इसे लागू किया गया तो दूरगामी प्रभाव पड़ेगा।