चंडीगढ़ कांग्रेस की लीडरशिप ने कांग्रेस मुक्त करने की नई पारी शुरू कर दी है : प्रदीप छाबड़ा
लंबे समय बाद कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी का गठन हुआ है।लेकिन पदाधिकारियों की घोषणा के साथ ही बवाल मच गया है। कांग्रेस के वाट्सएप ग्रुपों में नेता अपनी पार्टी के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा के किसी भी करीबी को प्रदेश कार्यकारिणी में जगह नहीं मिली है। उनके करीबी संदीप भारद्वाज को वर्तमान अध्यक्ष सुभाष चावला बाहर करने में कामयाब हो गए हैं। इसके बाद से भारद्वाज ने भी बयानबाजी तेज कर दी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने राहुल गांधी और पार्टी प्रभारी हरीश रावत को ट्वीट कर आरोप लगाया है कि कांग्रेस की जारी हुई पदाधिकारियों की लिस्ट बनाने में एक अहंकारी नेता व धन स्त्रोत्र,चमचागिरी करने वाले और चुगलखोरों की जम कर चली है। छाबड़ा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के नाम पर पत्र लिखकर भी कहा है कि चंडीगढ़ कांग्रेस की लीडरशिप ने कांग्रेस मुक्त करने की नई पारी शुरू कर दी है।
डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम संवाददाता, चंडीगढ़:
अंतर्कलह और कॉंग्रेस पर्यायवाची होते जा रहे हैं। अभी पंजाब में कैप्टन को उनकी जगह बताने के बाद कॉंग्रेस ने वही फॉर्मूला कई प्रदेशों में अपनाने की सोची लेकिन बात नहीं बनी। हालिया मामला चंडीगढ़ का है। चंडीगढ़ प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा के बाद से ही कॉंग्रेस को भीतरी गुटबाजी का सामना करना पड़ रहा है। राजनीति के पुराने और माँझे हुए खिलाड़ी पवन कुमार बंसल अपने ही प्रदेश के छाबड़ा गुट को प्रदेश कार्यारिणी से बाहर करने में कामयाब रहे हैं। अब प्रदीप छबड़ा ने भी बंसल गुट के खिलाफ मोर्चा खोला है।
चंडीगढ़ कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी का गठन पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की मंजूरी मिलने के तुरंत बाद शनिवार देर शाम को किया गया है। हालांकि इस कार्यकारिणी के लिए कुछ ज्यादा लंबा समय लग गया। ऐसे में अब पदाधिकारियों की घोषणा के साथ ही पार्टी में बवाल शुरू हो गया है। कुछ नाराज नेता पार्टी के इंटनेट मीडिया ग्रुपों में पार्टी के खिलाफ आवाज उठाने लगे हैं। जबकि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने तो खुलकर मोर्चा खोल दिया है।
छाबड़ा ने कार्यकर्ताओं के नाम पर पत्र लिखकर वर्तमान अध्यक्ष सुभाष चावला और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल पर आरोप लगाए हैं। पार्टी में मचे बवाल को शांत करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला को नेताओं को बयानबाजी से बचने की सलाह दी गई है। चावला ने पार्टी के एक ग्रुप में कहा है कि सभी धैर्य रखें जल्द ही आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्यों के अलावा चुनाव प्रचार कमेटी और अन्य अहम कमेटियों का गठन होना है जिसमें दूसरे नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
छाबड़ा नेकई गंभीर आरोप लगाए
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा के किसी भी करीबी को प्रदेश कार्यकारिणी में जगह नहीं मिली है। उनके करीबी संदीप भारद्वाज को वर्तमान अध्यक्ष सुभाष चावला बाहर करने में कामयाब हो गए हैं। इसके बाद से भारद्वाज ने भी बयानबाजी तेज कर दी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने राहुल गांधी और पार्टी प्रभारी हरीश रावत को ट्वीट कर आरोप लगाया है कि कार्यकारिणी में पदाधिकारियों की लिस्ट बनाने में अहंकारी नेता व धन स्रोत्र, चमचागिरी करने वाले और चुगलखोरों की जमकर चली है। चंडीगढ़ कांग्रेस की लीडरशिप ने कांग्रेस मुक्त करने की नई पारी शुरू कर दी है। 30-30 साल से पार्टी में काम कर रहे साथियों को दरकिनार किया गया। ऐसा पहली बार हुआ कि मनीमाजरा से एक भी उपाध्यक्ष या महासचिव नहीं बनाया गया। महिलाओं को 30 फीसद जगह क्यों नहीं दी गई। तानाशाही से नहीं बल्कि निम्रता से पार्टी चलती है। काबिल साथियों को उनकी योग्यता मुताबिक जगह मिलनी चाहिए थी।
छाबड़ा ने हर रोज नए खुलासे करने की चेतावनी दी
उन्होंने कहा कि नगर निगम चुनाव सिर पर हैं। कई साथियों को एक से ज्यादा कमेटी में भी डाला गया। छाबड़ा ने पार्टी के यह भी चेतावनी दी है कि वह आज के बाद रोज नए खुलासे के साथ सामने आएंगे। हक के लिए लड़ेंगे। जबकि छाबड़ा के इस व्यवहार की जानकारी बंसल गुट के कई नेताओं ने पार्टी हाईकमान को दी गई है। बंसल गुट इसे अनुशासन के खिलाफ बयानबाजी मान रहा है। छाबड़ा गुट के नेता बंसल और चावला के नेतृत्व पर भी सवाल खड़ा कर रहे हैं। मालूम हो कि कार्यकारिणी में चंद नेताओं को दोहरी जिम्मेदारी भी दी गई है, जिससे भी कई नेता नाराज है।
इसी सप्ताह आल इंडिया कांग्रेस के सदस्य मनोनीत होंगे
अब आल इंडिया कांग्रेस के सदस्य इसी सप्ताह मनाेनीत किए जाएंगे।जिसमे पवन बंसल और कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला के अलावा मुकेश बस्सी, शीला फूल सिंह, सुरेंद सिंह और डीडी जिंदल को जगह देने की बात की जा रही है। जबकि कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष ने अपने सभी पांच जिला अध्यक्षों को अपनी कार्यकारिणी का गठन करने के निर्देश किए हैं।इसी माह के अंत तक सभी जिल कार्यकारिणी का गठन हो जाएगा।