क्या रानी नागर का इस्तीफा नामंज़ूर करने से महिला अधिकारी से होगा न्याय??

सारिका तिवारी, चंडीगढ़:

हरियाणा काडर की चर्चित आईएएस अधिकारी रानी नागर द्वारा दिए गए इस्तीफे को हरियाणा सरकार द्वारा नामंजूर कर दिया गया है। रानी ने गत दिवस इस्तीफा देने औऱ घर की अनुमति मिल जाने के बाद अपनी बहन के साथ गाजियाबाद चलींं गई थी। वहीं उनके त्‍यागपत्र से हरियाणा की सियासत गर्मा गई थी।

भरोसेमंद उच्चपदस्थ सूत्रों ने बताया है कि राज्य सरकार की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने रानी नागर के इस्तीफे का पूरा मामला प्रदेश के मुख्यमंत्री व बाकी अफसरों के साथ में विचार-विमर्श किया। मामले में मुख्यमंत्री और सीएमओ के अफसरों ने फिलहाल इस्तीफा नामंजूर कर दिया गया है। दूसरा बताया जा रहा है कि पूरे मामले में सरकार फूंक फूंककर कदम रखेगी साथ ही इस महिला अधिकारी द्वारा अगर किसी अन्य राज्य में सर्विस करने का विकल्प दिया जाता है, तो उस पर भी सरकार विचार करेगी। इतना ही नहीं रानी की सहमति बनती है, तो उसको दूसरे काडर में भेजने की सिफारिश भी राज्य की ओर से कर दी जाएगी।

रानी नागर के सनसनीखेज आरोप

हरियाणा (Haryana) की महिला आईएएस अफसर रानी नागर (IAS Rani Nagar) ने अपना इस्तीफा देने के बाद गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने गुरुवार को ट्वीट कर यूटी गेस्ट हाउस (Guest House) पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि यूटी गेस्‍ट हाउस में उन्‍हें खराब खाना दिया जाता है. खाने में लोहे के पिन मिलाकर दिया जाता था. रानी नागर के आरोप से हड़कंप मच गया है. बता दें कि आईएएस अधिकारी रानी नागर ने चार मई को अपना इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद वो अपनी बहन के साथ उत्‍तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित अपने घर चली गई थीं. उनके त्‍यागपत्र देने से हरियाणा की सियासत गर्मा गई है.

रानी नागर ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि हमें यूटी गेस्ट हाऊस में ही रखा गया. कर्फ्यू और लॉकडाउन में हमें खाना भी नहीं मिला. मैं और मेरी बहन रीमा नागर ने कर्फ्यू और लॉकडाउन में बड़ी मुश्किल से तरल पदार्थ आदि से अपना गुजारा चलाया. यदि आप मेरा इस्तीफा रोकने के बारे में आग्रह और आंदोलन ना करें तो आप सभी की हम पर बड़ी दया होगी.

उनके समर्थन में आए लोगों से की अपील

उन्होंने उनके समर्थन में आए लोगों से भी ट्वीट में अपील करते हुए कहा, आप सभी से हाथ जोड़कर सादर यह विनती करती हूं कि आप मेरा इस्तीफा स्वीकार ना किए जाने के लिए आग्रह और आंदोलन ना करें. मुझे माननीय न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. मैं अपने केस में माननीय न्यायपालिका में जाती रहूंगी. मेरे पास अभी अपनी रोटी खाने के लिए भी बहुत सीमित साधन है.

हाथ जोड़कर की विनती

मेरी आप सभी से हाथ जोड़कर विनती है कि जितनी जल्दी मेरा इस्तीफा स्वीकार होगा उतनी ही जल्दी मेरे तनख्वाह में से कटा हुआ एनपीएस फंड मुझे प्राप्त होगा जिससे मैं अपना रोटी का का खर्च चला पाऊंगी. मेरे इस्तीफा स्वीकार ना होने से मेरा और अधिक शोषण होगा. आगे सरकारी नौकरी कर पाना मेरे लिए संभव नहीं होगा.

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल अमित कुमार को दी श्रद्धांजलि

धर्मपाल वर्मा, चंडीगढ़:

पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल अमित कुमार के निधन पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि जिन परिस्थितियों में अमित कुमार का निधन हुआ है वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। एक कोरोना योद्धा को सभी समय पर इलाज न मिल पाना बेहद दु:खद है। अमित कुमार ने आखिरी दिन तक अपना फर्ज निभाया और कोरोना महामारी के कठिन समय में दूसरों की जान बचाते हुए अपना बलिदान दिया है।

कांस्टेबल अमित कुमार सोनीपत के रहने वाले थे। महज़ 31 साल की कम उम्र में कोरोना संक्रमण के चलते उनका निधन हो गया। नेता प्रतिपक्ष हुड्डा ने कांस्टेबल अमित कुमार को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भगवान से प्रार्थना करी कि कोरोना योद्धा के परिवारजनों को यह कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करें। उन्होंने कहा कि वे और पूरा हरियाणा दु:ख इस घड़ी में परिवार के साथ है। हुड्डा ने सरकार से कांस्टेबल अमित कुमार के परिवार को हर संभव मदद करने की अपील की।

खानपुर medical college मैं 101 कोरोना पॉजिटिव उपचाराधीन है

धर्मपाल वर्मा, चंडीगढ़ :

चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा जब 2005 में हरियाणा के मुख्यमंत्री बने उस समय सोनीपत जिले के गांव खानपुर कला में महिला शिक्षा संस्थान कन्या गुरुकुल अस्तित्व में था lहजारों की संख्या में देश प्रदेश की कन्याएं इस संस्थान में पढ़ रही थी। यहां के महत्व को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने इसे महिला विश्वविद्यालय के रूप में इसके संस्थापक भगत फूल सिंह के नाम पर विश्वविद्यालय बनाने का फैसला किया यहीं एक नया मील पत्थर साबित हुआ। भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का फैसला लेकर उस समय जन-जन की वाह वाही लूटी थी l

आज पूरा प्रदेश महसूस कर रहा है कि ग्रामीण अंचल में स्थित यह मेडिकल कॉलेज बहुत उपयोगी सिद्ध हुआ है। आज स्थिति यह है कि खानपुर medical college मैं 101 कोरोना पॉजिटिव उपचाराधीन है। इस समय इसे विशेष तौर पर कोरोना उपचार के लिए प्रयुक्त किया जा रहा हैl खानपुर कला medical college का लाभ सोनीपत पानीपत करनाल सहित कई जिलों को मिल रहा है l

मुलायम सिंह यादव की ​तबीयत फिर खराब हो गई

इससे पहले भी मुलायम सिंह बीते साल दिसंबर माह में नाक से खून आने के कारण लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नवंबर में उन्हें यूरिनरी रिटेंशन की शिकायत बताई गई थी। बाद में उन्हें इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था। इसके पहले वह लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भी भर्ती हो इलाज करा चुके है।

लखनऊ(ब्यूरो):

समाजवादी पार्टी के संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की ​तबीयत फिर खराब हो गई है। मुलायम सिंह को गुरुवार को दिन में लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इमरजेंसी में भर्ती होते ही उनका इलाज शुरू हो गया और अब उनको प्राइवेट वॉर्ड में शिफ्ट किया गया है। बजाया जा रहा है कि मुलायम सिंह को पेट में गड़बड़ी की शिकायत है। उनके साथ काफी देर तक उनके छोटे भाई और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा पूर्व सांसद डिंपल यादव भी अस्पताल पहुंचे थे।

सूत्रों के अनुसार मेदांता अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर राकेश कपूर ने बताया कि मुलायम सिंह यादव को तकरीबन पांच दिनों से कब्ज की दिक्कत थी। इस वजह से उन्हेंं बुधवार को मेदांता में भर्ती कराया गया था। एंडोस्कोपी के जरिए उनका उपचार किया गया, जिसके बाद अब उनकी स्थिति सामान्य है। शुक्रवार को उन्हेंं अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा सकता है।

उधर, समाजवादी पार्टी की ओर से भी बयान जारी कर मुलायम सिंह यादव के स्वस्थ होने की बात कही गई। सपा ने ट्वीट किया, ”आदरणीय ‘नेता जी’ श्री मुलायम सिंह यादव जी एवं वरिष्ठ समाजवादी नेता श्री पारसनाथ यादव जी ईश्वर की अनुकम्पा से स्वस्थ हैं और अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।” बता दें, मुलायम सिंह यादव बढ़ती उम्र की वजह से आने वाली बीमारियों से पीड़ित हैं। इसके साथ ही उन्हेंं पेट की दिक्कतों के चलते कई बार अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है।

दिसंबर माह में नाक से खून आने पर सिविल में कराए गये थे भर्ती

इससे पहले भी मुलायम सिंह बीते साल दिसंबर माह में नाक से खून आने के कारण लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

जहां उनकी सर्जरी हुई थी और बीपी व शुगर की दवाएं भी दी गई थी। इसके बाद इसी दिसंबर माह मे पेट में तकलीफ की शिकायत  पर मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

इससे पहले मुलायम सिंह को नवम्बर माह में पेट दर्द की शिकायत  पर लखनऊ के एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। इसके पूर्व वर्ष 2019 के जून महीने में भी उनकी तबीयत बिगड़ गई थी और उन्हें गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

आईएएस के बेटे को अगवा करने के मामले मे पूर्व DGP सैनी के खिलाफ केस दर्ज

राकेश शाह, चंडीगढ – 7 मई:

पंजाब के पूर्व चर्चित पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी के खिलाफ आईएएस के बेटे को अगवा के मामले मे आज मटौर (मोहाली) में पर्चा दर्ज हो गया है। आईएएस दर्शन सिंह मुल्तानी के बेटे बलवंत सिंह मुल्तानी को अगवा करने के मामले मे पूर्व डीजीपी के खिलाफ केस दर्ज हो गया है। इससे पहले भी सैनी के खिलाफ सीबीआई ने केस दर्ज किया था। डीजीपी के खिलाफ धारा 364 (अपहरण या हत्या के लिए अपहरण), धारा 201 (साक्ष्य मिटाने के कारण), धारा-344 (गलत तरीके से कारावास), 330 (स्वेच्छा से स्वीकारोक्ति पर चोट करने का कारण) और धारा 120 (बी) (आपराधिक साजिश) के तहत दर्ज किया गया है। मुल्तानी के अपहरण की शिकायत उनके भाई ने दर्ज कराई थी।

हजारों विद्यार्थियों का तुरंत नतीजे ऐलान करे एमआरएस-पीटीयू – हरपाल सिंह चीमा

  • पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप की सरकार की ओर बकाया खड़ी 1,850 करोड़ रुपए की राशि ने विद्यार्थियों का भविष्य किया अंधकारमय –आआपा
  • 1 हजार से अधिक कालेजों के परीक्षा फीसें न भुगतान करने पर यूनिवर्सिटी ने रोके नतीजे

राकेश शाह, चण्डीगढ़ 7 मई 2020

आम आदमी पार्टी (आआपा) पंजाब के सीनियर और विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने महाराजा रणजीत सिंह पंजाब टैकनिकल यूनिवर्सिटी (एमआरएस-पीटीयू) बठिंडा की ओर से अपने मान्यता प्राप्त कालेजों के हजारों विद्यार्थियों के नतीजे रोकने का सख्त नोटिस लिया है। यूनिवर्सिटी के इस फैसले से करीब 2000 विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। ऐसे फैसलों के कारण कोरोना-वायरस के इस नाजुक हलातों में विद्यार्थियों और उनके परिवारों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। 

पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान में हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि उनके साथ कुछ प्रभावित विद्यार्थियों ने संपर्क कर जानकारी दी है कि करीब 1,012 कालेजों ने यूनिवर्सिटी को परीक्षा फीसों का भुगतान नहीं किया। जिस कारण यूनिवर्सिटी ने नतीजा ऐलान करने पर रोक लगा दी है। 

चीमा ने कहा कि दूसरी तरफ इन कालेजों की पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप (पीएमएस) स्कीम के अधीन लगभग 1850 करोड़ रुपए की राशि सरकार की तरफ बकाया है और जब तक सरकार बकाया रकम का भुगतान नहीं करती, उस समय तक कालेज यूनिवर्सिटी को फीस अदा नहीं कर रहे, विद्यार्थी इस चक्की में बेवज़्हा पीस रहे हैं। इस लिए मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को इस मामले में तुरंत दखल देना चाहिए।  

चीमा ने कहा कि सरकारों की गलत नीतियों और नियतों से हजारों छात्रों और शिक्षा संस्थाएं अनावश्यक समस्याओं का सामना कर रही हैं। इस की मिसाल यह है कि साल 2015 में तत्कालीन अकाली-भाजपा सरकार ने इन्द्र कुमार गुजराल पंजाब टैकनिकल यूनिवर्सिटी जालंधर को दो हिस्सों में बांटा था। जिस में कुछ कालेज आईकेजी-पीटीयू के अधीन थे और कुछ कालेज नई बनी एमआरएस-पीटीयू बठिंडा के अधीन थे। तत्कालीन अकाली-भाजपा सरकार ने  आईकेजी-पीटीयू को नई बनी यूनिवर्सिटी के साथ कुछ फंड सांझे करने के लिए कहा था, परंतु आईकेजी-पीटीयू ने अपने फंड़ को सांझा करने से इन्कार कर दिया, जिस कारण एमआरएस-पीटीयू पहले से ही बड़े वित्तीय संकट में से गुजर रही है। 

हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि एक तरफ एआईसीटीई और देश की ओर चोटी की शैक्षिक संस्थाओं विद्यार्थियों से कोई फीस न लेने का सुझाव दे रही हैं और कालेजों को स्टाफ की तनख्वाह अदा करने के निर्देश दे रही हैं जबकि दूसरी तरफ एमआरएस-पीटीयू ने इन विद्यार्थियों के नतीजों को रोका हुआ है। 

विपक्ष के नेता चीमा ने कहा कि यदि कालजिस यूनिवर्सिटी को भुगतान करन में असफल रहती है तो इस में विद्यार्थियों का क्या कसूर है और लॉकडाउन के कारण उन की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है और साथ ही यूनिवर्सिटी अब पिछले समैस्टर के नतीजों का ऐलान भी नहीं कर रही है। 

हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि एक तरफ पंजाब सरकार बड़ी वित्तीय संकट का सामना कर रही है, जबकि दूसरी तरफ पंजाब सरकार एक ही काम पर दोगुनी रकम खर्च रही है।

मंदिर के सामने शराब का ठेका खोले जाने के विरोध में कॉलोनी वासियों ने लगाया जाम

सुशील पंडित, यमुनानगर:

श्री हनुमान मंदिर रामपुरा के सामने शराब का ठेका खोले सामने से गुस्साए लोगों ने सड़क जाम कर दिया ।लोगों ने आरोप लगाया कि मंदिर के सामने शराब का ठेका खोले जाने से लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंच रही है। मौके पर पहुंची पुलिस ने आश्वासन के बाद जाम खुलवाया। 

श्री हनुमान मंदिर रामपुरा कॉलोनी के सामने स्थित बीकानेर मिष्ठान भंडार के साथ आज सुबह जब शराब का ठेका खुला तो  मंदिर कमेटी के सदस्य व श्रद्धालु ठेका बंद करवाने के लिए ठेके पर पहुंचे। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई। बाद में जब मौके पर ठेका मालिक पहुंचे तो उनकी लोगों के साथ कहासुनी हो गई जिसके बाद लोगों ने जाम लगा दिया। जाम लगने की सूचना मिलते हैं पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाया कि अगर यह ठेका कानून की अवहेलना के तहत खुला है तो निश्चित तौर पर इसे बंद करवाया जाएगा। इसके बाद लोगों ने जाम खोला।

मंदिर के पंडित शारदा मिश्रा ने बताया कि ठेके को बंद करवाने को लेकर नगर निगम मेयर मदन चौहान व पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर  पवन बिट्टू से भी अपील की गई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अगर ठेका बंद नहीं किया जाता तो इसके खिलाफ सड़कों पर उतरा जाएगा और जरूरत पड़ी तो कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया जाएगा। प्रदर्शनकारियों में बजरंग दल के जिलाध्यक्ष गगन, तिलक शर्मा, सुरेंद्र मग्गो, राकेश शर्मा, अनिल लांबा, विपिन मुख्य रूप से उपस्थित थे।

पंजाब के सरकारी काॅलेजों और यूनिवर्सिटियों में गर्मियों की छुट्टियाँ 15 मई से 15 जून तक होंगी – तृप्त बाजवा

राकेश शाह, चंडीगढ़, 7 मईः

पंजाब सरकार ने राज्य के सरकारी काॅलेजों और यूनिवर्सिटियों में 15 मई से 15 जून तक गर्मियों की छुट्टियाँ करने का फैसला किया है।
राज्य के उच्च शिक्षा और भाषा मंत्री तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा ने इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए बताया कि यूनिवर्सिटियों और काॅलेजों से मिली जानकारी के अनुसार चालू समेस्टर / क्लास का तकरीबन 80 प्रतिशत सिलेबस पूरा हो चुका है और रहता सिलेबस पूरा करने के लिए अध्यापक विद्यार्थियों की हर संभव तरीकेे से मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा तालाबन्दी से बाहर आने के लिए बनाई गई लखनपाल समिति और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार यूनिवर्सिटी और काॅलेज विद्यार्थियों के इम्तिहान 1 जुलाई से लिए जा सकते हैं। इन दिशा-निर्देशों पर यूनिवर्सिटियों के वाइस चांसलरों के साथ हुई मीटिंग में भी सहमति थी कि अगला अकादमिक सत्र सितंबर में शुरू किया जायेगा।

बाजवा ने कहा कि उपरोक्त स्थिति के मद्देनजर यह महसूस किया गया कि यूनिवर्सिटियों और काॅलेजों में होने वाली गर्मियों की छुट्टियाँ इन दिनों में कर दी जाएँ ताकि छुट्टियों के बाद अध्यापक इम्तिहानों और नये दाखिलों का काम करने के लिए पूरी तरह तरोताज़ा होकर अएं। उन्होंने कहा कि यह छुट्टियाँ करने सम्बन्धी विभाग द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मंजूरी दे दी है।
उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया कि गर्मियों की छुट्टियाँ करने सम्बन्धी सरकार के आदेश आज यूनिवर्सिटियों को पहुँच जाएंगे।

Police Files, Chandigarh

Korel, DATED – 07.05.2020

Accident

        A case FIR No. 160, U/S 279, 337 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh on the complaint of Dinesh Mandal R/o # 35, Village Dhanas, Chandigarh against driver unknown vehicle who sped away after hitting to complainant on bicycle near Chowk, Sector 37/38/24/25, Sector 38/B, Slip road, Chandigarh on 04.05.2020. He got injured and was admitted in PGI, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

एलजी पॉलिमर कंपनी में गैस रिसाव, एक बच्चे समेत 6 लोगों की मौत

  • एलजी पॉलिमर कंपनी में गैस रिसाव
  • गांवों में चलाया गया रेस्क्यू ऑपरेशन

बताया जा रहा है कि आरआर वेंकटपुरम में स्थित विशाखा एलजी पॉलिमर कंपनी से खतरनाक जहरीली गैस का रिसाव हुआ है. इस जहरीली गैस के कारण फैक्ट्री के तीन किलोमीटर के इलाके प्रभावित हैं. फिलहाल, पांच गांव खाली करा लिए गए. सैकड़ों लोग सिर दर्द, उल्टी और सांस लेने में तकलीफ के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं.

विशाखापट्टनम​: आज तड़के करीब 2:30 बजे एक फार्मा कंपनी के प्लांट में गैस लीक होने से एक बच्चे समेत 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है. 1000 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. इस गैस लीक से 3 किमी. का इलाका प्रभावित हुआ है. एहतियातन 6 गांवों को खाली करा लिया गया है.

जानकारी के अनुसार, विशाखापट्टनम के आर.आर. वेंकटपुरम गांव में एल.जी पॉलिमर उद्योग में रासायनिक गैस लीक हो गई. इस कारण वहां मौजूद लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने हालात का जायजा लेने के लिए आपदा प्रबंधन की बैठक बुलाई है.

  पीएम मोदी ने ट्ववीट कर लिखा, ‘मैंने विशाखापट्टनम की स्थिति के बारे में  MHA (गृह मंत्रालय) और NDMA (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) के अधिकारियों से बात की है जिस पर कड़ी नज़र रखी जा रही है. मैं विशाखापट्टनम में सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं.’ पीएम नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के सीएम वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी से बातचीत की है. उन्होंने सभी मदद और सहायता का आश्वासन दिया.

गृह मंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर बताया है कि इस घटना पर नजर रखी जा रही है. अमित शाह ने ट्वीट किया, ‘विशाखापट्टनम में हुई घटना परेशान करने वाली है. NDMA के अधिकारियों और संबंधित अधिकारियों से बात की। हम स्थिति पर लगातार और बारीकी से नजर रख रहे हैं. मैं विशाखापट्टनम के लोगों के अच्छे होने की प्रार्थना करता हूं.’

ऐसी स्थिति में क्या बरतें सावधानी
– दौड़ना बिलकुल नहीं चाहिए
– मुंह के ऊपर गीला कपड़ा रखना चाहिए
– मरीज को लिटाकर लंबी-लंबी सांस दिलवानी चाहिए, यदि वो सांस न ले पाए तो ऑक्सीजन की सहायता लेनी चाहिए

बताया जा रहा है कि जब गैस लीक हुई तब लोगों को घबराहट होनी शुरू हुई और सांस लेने में दिक्कत हुई. अभी गैस लीक होने की वजह का पता नहीं चल सका है.

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने घटना के बारे में जानकारी ली है और जिला कलेक्टर को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि प्रभावित लोगों को उचित इलाज मिले.