‘राजस्थान में तुरंत बदलें CM, नहीं तो होगा पंजाब जैसा हाल’: सचिन पायलट

सूत्रों के अनुसार सचित पायलट प्रदेश के सीएम की कुर्सी पर काबिल होना चाहते हैं। इसलिए कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सोनिया गांधी से कहा है कि वह “बिना देरी” राजस्थान के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, ताकि राज्य के चुनावों में पार्टी की सत्ता में वापसी सुनिश्चित हो सके। यदि नहीं, तो सचिन पायलट ने कथित तौर पर सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से कहा है, राजस्थान पंजाब की तरह ही हार सकता है, जहां चरणजीत सिंह चन्नी की मुख्यमंत्री के रूप में ग्यारहवें घंटे की नियुक्ति चुनाव में एक महाकाव्य विफल साबित हुई। सचिन पायलट ने सोनिया गाँधी से साफ शब्दों में कह दिया कि यदि राजस्थान में कॉन्ग्रेस सरकार रिपीट करनी है तो अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री पद से हटाना ही होगा।

जयपुर/नई दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, 28 अप्रैल:

राजस्‍थान कांग्रेस में लंबे समय से चल रही कलह शांत होने का नाम ही नहीं ले रही है। पार्टी नेता सीएम गहलोत और सचिन पायलट दो खेमों में बटे नजर आ रहे हैं। वहीं राजस्‍थान विधानसभा चुनाव 2023 भी होने हैं ऐसे में इस समय राजस्‍थान में अंतरकलह राजस्‍थान में भी पंजाब जैसा हाल कांग्रेस का कर सकती है। ऐसी ही दो टूक बात या कहें चेतावनी राजस्‍थान कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व उपमुख्‍यमंत्री ने कांग्रेस के आलाकमान को दी है।

सूत्रों के हवाले से बताया है कि सचिन पायलट ने पिछले दिनों गाँधी परिवार के साथ तीन बैठकें की है। बताया जाता है कि इस दौरान पायलट ने कॉन्ग्रेस आलाकमान से कहा कि गहलोत को हटाने में देर करने पर राजस्थान में पंजाब जैसी स्थिति हो जाएगी। सूत्रों का यह भी कहना है कि सचिन पायलट ने सोनिया से खुद को सीएम बनाने की माँग भी की है।

सचिन पायलट ने सोनिया गाँधी से साफ शब्दों में कह दिया कि यदि राजस्थान में कॉन्ग्रेस सरकार रिपीट करनी है तो अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री पद से हटाना ही होगा। पायलट से पहले सोनिया गाँधी ने सीएम अशोक गहलोत को नई दिल्ली में मुलाकात के लिए बुलाया था। वहीं पाँच दिन पहले ही 23 अप्रैल को राजधानी जयपुर में राजस्व सेवा परिषद के जयपुर में एक कार्यक्रम में गहलोत ने कहा था कि उनका इस्तीफा तो 1998 से परमानेंट सोनिया गाँधी के पास रखा हुआ है। जब मुख्यमंत्री बदलना होगा तो किसी को कानो-कान खबर तक नहीं लगेगी। यह काम रातो-रात हो जाएगा। इस पर कोई चर्चा और चिंतन नहीं होगा। सोनिया गाँधी फैसला लेने के लिए स्वतंत्र है। इसलिए अफवाहों पर ध्यान न दें।

इधर बताया जा रहा है कि किशोर के कॉन्ग्रेस में न आने की वजह गहलोत ही हैं। पीके का पार्टी में न आना गहलोत के लिए फायदेमंद और सचिन पायलट के लिए नुकसानदेह है। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रशांत किशोर ने कहा था कि पार्टी में युवा चेहरों को आगे लाना चाहिए। ऐसे में सचिन पायलट को मौका मिल सकता था। वहीं यह फैसला गहलोत के लिए राहत भरा रहा। उन्होंने पिछले दिनों पीके के कॉन्ग्रेस में शामिल होने का विरोध किया था। गहलोत के खास वफादार माने जाने वाले तकनीती शिक्षा मंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग ने भी इस तरफ इशारा किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- “किसी संगठन को मजबूत व ताकतवर केवल नेतृत्व व कार्यकर्ता ही बना सकते हैं। कोई सलाहकार व सेवा प्रदाता नहीं। नेतृत्व के चाणक्य की जरुरत है न कि व्यापारी की।”

हालाँकि, राजस्थान राज्य में सचिन पायलट के खेमे ने कहा है कि पायलट लड़ना बंद नहीं करेंगे, वह किसी भी ‘लॉलीपॉप’ के लिए अपना राजनीतिक स्थान नहीं छोड़ेंगे। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में दिसंबर 2023 में चुनाव होने हैं। ऐसे में सचिन पायलट ने अपनी बात पार्टी के प्रमुख के सामने रख दी है। दो साल पहले, पायलट ने जब सीएम के पद के लिए अपनी दावेदारी की थी तो उन्‍हें 18 विधायकों का साथ मिला था। वहीं प्रदेश के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत को अपने विधायकों को लेकर रिसॉर्ट में रहना पड़ा था।

बुलडोजर के खिलाफ विधायक केतकी सिंह ने तहसीलदार को धमकाया

एक व्यक्ति के घर पर प्रशासन के बुलडोजर चलाये जाने पर विधायक केतकी सिंह जमकर नाराजगी जाहिर कर रही हैं। यहां तक की तहसीलदार को धमकी भी दी जा रही है। वह वीडियो में कह रही हैं कि किसी गरीब के घर को ऐसे नहीं गिराया जा सकता। उन्‍होंने इसे अचानक की गई गलत कार्रवाई बताया। केतकी सिंह के समर्थकों ने इस मामले में भ्रष्‍टाचार और धनवसूली का आरोप भी लगाया।

लखनऊ(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, बलिया :  

बलिया में किसी व्यक्ति का घर गिराने के लिए बुलडोजर लेकर पहुंचे तहसील प्रशासन पर बांसडीह विधायक केतकी सिंह और उनके समर्थक ने जमकर गुस्सा किया। इस दौरान विधायक के समर्थक ने तो तहसील में आग लगा देने तक की बात कह दी। ये सब कुछ विधायक केतकी सिंह की मौजूदगी में होता रहा। इस दौरान विधायक समर्थक ने कहा कि एक बार जब विधायक ने बुलडोजर को रोकने को कहा तो रुकिए, आपकी हिम्मत कैसे हो गई उसके बाद भी बुल्डोजर लेकर पहुंचने की। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

वीडियो में विधायक, तहसीलदार से कहती दिख रही है, ‘मैंने आपको एक छोटी सी बात कही थी। आपने उसका सम्‍मान क्‍यों नहीं रखा? सम्‍मान यही रखा कि बुलडोजर लेकर चले आए?’ बीच में तहसीलदार ने धीरे से कहा कि- ‘घर कहां गिराया है।’ इस पर विधायक ने कहा- ‘आप घर गिरा देते तब तो पूछना ही नहीं था…तब तो मैं खुद ही आग…। आपने बुलडोजर चला दिया और अभी भी आपने मेरा सम्‍मान रखा है?…’ वीडियो में विधायक के समर्थक भी अपनी नाराजगी का इजहार करते दिख रहे हैं। इस बीच एक समर्थक द्वारा इस मामले में 10 हजार रुपये की रिश्‍वत लिए जाने का आरोप लगाया जाना सुनाई दे रहा है। यह मामला बलिया की बांसडीह तहसील के उदहा गांव का बताया जा रहा है।

 विधायक के इस गुस्‍से का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो के कुछ अंश को समाजवादी पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है।

वायरल वीडियो में एक व्यक्ति के घर पर प्रशासन के बुलडोजर चलाये जाने पर विधायक केतकी सिंह जमकर नाराजगी जाहिर कर रही हैं। यहां तक की तहसीलदार को धमकी भी दी जा रही है। वह वीडियो में कह रही हैं कि किसी गरीब के घर को ऐसे नहीं गिराया जा सकता। उन्‍होंने इसे अचानक की गई गलत कार्रवाई बताया। केतकी सिंह के समर्थकों ने इस मामले में भ्रष्‍टाचार और धनवसूली का आरोप भी लगाया।

वायरल वीडियो में विधायक, तहसीलदार से कह रही हैं कि ‘मैंने आपको एक छोटी सी बात कही थी। आपने उसका सम्‍मान क्‍यों नहीं रखा? सम्‍मान यही रखा कि बुलडोजर लेकर चले आए?’ इस पर तहसीलदार कहते हैं कि ‘घर कहां गिराया है।’ फिर विधायक बोलीं- ‘आप घर गिरा देते तब तो पूछना ही नहीं था…तब तो मैं खुद ही तहसील में आग लगा देती। आपने बुलडोजर चला दिया और अभी भी आपने मेरा सम्‍मान रखा है?…’

वीडियो में विधायक के समर्थक भी अपनी नाराजगी जताते दिख रहे हैं। इस बीच एक समर्थक द्वारा इस मामले में 10 हजार रुपये की रिश्‍वत लिए जाने का आरोप लगाया जाना सुनाई दे रहा है। यह मामला बलिया की बांसडीह तहसील के उदहा गांव का बताया जा रहा है।

वायरल वीडियो में एक व्यक्ति के घर पर प्रशासन के बुलडोजर चलाये जाने पर विधायक केतकी सिंह जमकर नाराजगी जाहिर कर रही हैं। यहां तक की तहसीलदार को धमकी भी दी जा रही है। वह वीडियो में कह रही हैं कि किसी गरीब के घर को ऐसे नहीं गिराया जा सकता। उन्‍होंने इसे अचानक की गई गलत कार्रवाई बताया। केतकी सिंह के समर्थकों ने इस मामले में भ्रष्‍टाचार और धनवसूली का आरोप भी लगाया।

वायरल वीडियो में विधायक, तहसीलदार से कह रही हैं कि ‘मैंने आपको एक छोटी सी बात कही थी। आपने उसका सम्‍मान क्‍यों नहीं रखा? सम्‍मान यही रखा कि बुलडोजर लेकर चले आए?’ इस पर तहसीलदार कहते हैं कि ‘घर कहां गिराया है।’ फिर विधायक बोलीं- ‘आप घर गिरा देते तब तो पूछना ही नहीं था…तब तो मैं खुद ही तहसील में आग लगा देती। आपने बुलडोजर चला दिया और अभी भी आपने मेरा सम्‍मान रखा है?…’

अखिलेश ने वीडियो ट्वीट कर साधा निशाना : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘विकास कार्यों के नाम पर जिस बेहिसाब दर पर सत्ता से जुड़े लोगों को करोड़ों का मुआवजा दिया जा रहा है वही दर आम आदमी को भी दी जाए और उनको भी जिनके जायज निर्माण पर केवल विद्वेषवश बुलडोजर चलाया गया है। भाजपाइयों को लाभ पहुंचाने में मुआवजा भ्रष्टाचार का नया तरीका बन गया है।’

विधायक केतकी सिंह की प्रतिक्रिया : वीडियो वायरल होने के बाद विधायक केतकी सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कुछ फरियादी मेरे पास आए थे। उन्होंने शिकायत की थी कि लेखपाल व कानूनगो उनके घर को सरकारी जमीन पर बना बता कर गिराने की धमकी दे रहे हैं। निर्माण नहीं गिराने के एवज में 10 हजार रुपये मांग रहे हैं। पीड़ित के गांव जाकर मैने तहसीलदार से बात की, लेकिन द्वेष पूर्ण भावना से लेखपाल ने गरीब का आधा घर गिरा दिया था। उस जमीन पर पीड़ित की घर तीन पीढ़ियों से बना है। केतकी सिंह ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का साफ कहना है कि किसी भी गरीब के घर पर या फिर उसकी रोजी रोटी पर बुलडोजर नहीं चला सकते हैं। जब तक आपके पास कोई उचित कारण ना हो। कर्मचारी या अधिकारी सरकार को बदनाम करने की कोशिश करेंगे तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

गरीब का घर नहीं गिरा सकते : बाद में विधायक ने स्‍थानीय पत्रकारों से कहा कि अधिकारी बिना नोटिस और बिना पहले से कोई जानकारी दिए बुलडोजर लेकर घर गिराने पहुंच गए। किसी गरीब का घर ऐसे नहीं गिराया जा सकता। मेरे सामने गरीब के साथ अन्‍याय हो और वो रो रहा हो, यह मुझसे सहन नहीं हो सकता। बिना जांच के ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए।

यह है पूरा मामला : बांसडीह तहसील प्रशासन के अनुसार भगवान वर्मा ने ग्राम समाज की जमीन पर अवैध निर्माण कराया है। यह मामला न्यायालय में चल रहा है। न्यायालय के आदेश पर ही तहसीलदार अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। सूचना पर विधायक भी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गईं। तहसीलदार से एक दिन के लिए कार्रवाई स्थगित करने के लिए कहने लगीं, लेकिन अधिकारी द्वारा न्यायालय के आदेश का हवाला दिया गया। इसके बाद विधायक की ओर से कार्रवाई रोकने को कहा गया। तहसीलदार के नहीं मानने पर कार्यकर्ता ने तीखी बहस शुरू कर दी। वीडियो वायरल होने के बाद जिले के लेखपाल संघ में आक्रोश दिख रहा है।

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 28 April 2022

पैसा दुगना करनें के मामलें में सलिप्त आरोपी को भेजा जेल

               पंचकूला 28 अप्रैल :-  

पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा के निर्देशानुसार, एसएचओ थाना सेक्टर 14 रामभगत सिंह के नेतृत्व में पुलिस सुशील कुमार चौकी इन्चार्ज सेक्टर 16 के द्वारा पैसा दुगना का लालच देकर करीब 100 लोगो के साथ ठगी करनें के मामलें में दुसरे सलिप्त आरोपी को गिरफ्तार किया गिया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान गिरजा शंकर पटेल पुत्र राम सिरोमन वासी गाँव बरजी, जिला वाराणसी उतर प्रदेश के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक दिनांक 16.06.2020 को कार्यालय पुलिस उपायुक्त के द्वारा पुलिस चौकी सेक्टर 16 में शिकायत प्राप्त हुई । जिसमे शिकायतकर्ता हरिकेश मोर्या पुत्र राम मौर्या वासी चरण सिंह कालोनी मौली जाँगरा चण्डीगढ तथा जीवन कुमार बंसल पुत्र बुद्व राम वासी सकेतडी पंचकूला नें शिकायत दर्ज करवाई कि वह रियल विजन लेण्ड डेवलर्पस एण्ड इन्फ्राटेक तथा रियल विजन डेवलर्पस इंडिया लिमिटिड कम्पनी द्वारा रियल स्टेट के नाम पर वर्ष 2011 से किश्तो में पैसे जमा करवा रही थी । जिस कम्पनी में करीब 100 लोगो द्वारा पैसा जमा करवाया गया । जो कम्पनी नें दावा किया था कि 5 साल में दुगनें पैसे मिलेंगें । परन्तु जब वह अपना लाभ प्राप्त करनें हेतु रियल कम्पनी लैण्ड डेवलर्पस लिमिटड एससीओ न. 193 पहली मंजिल सेक्टर 16 पंचकूल में गये तो वहा पर कम्पनी का कार्यालय बंद मिला । जब वहा से पुछताछ करनें पर पता चला कि कम्पनी बंद हो गई है । जो कम्पनी के कर्मचारियो से बातचीत की गई जिन्होनें कहा कि 2 महीनें के अन्दर आपके पैसे मिल जाऐंगे । परन्तु दो महीनें के बाद भी पैसे नही मिलें । उसके बाद कम्पनी के एम.डी. और डायरेक्टर को फोन उठानें बंद कर दिये । जिस शिकायत पर धोखाधडी की धाराओं के तहत मामला दर्ज करके कार्यवाही की गई । जिस मामलें में आगामी तफतीश करते हुए कल दिनांक 27 अप्रैल 2022 को दुसरे सलिप्त आरोप को गिरफ्तार पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया ।

महिलाएं बिना झिझक के थाना में स्थापित महिला हेल्प डेस्क से ले मदद : एसीपी ममता सौदा

  • महिलाओं की मदद के लिए काफी मददगार महिला हेल्प डेस्क

पंचकूला 28 अप्रैल :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया पुलिस कमीश्रर पंचकूला श्री हनीफ कुरैशी के निर्देशानुसार सहायक पुलिस आयुक्त श्री ममता सौदा नें जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा पुलिस महानिदेशक श्री पी.के अग्रवाल के निर्देशानुसार महिलाओं की सुविधा हेतु हर थाना में महिला हेल्प डेस्क स्थापित किये हुये है, जो महिलाओ के लिए काफी मददगार साबित हो रहे है और महिलाओं को हर पुलिस थाना में बेझिझक बात करनें व शिकायत करनें हेतु सुविधा दी गई है जहा पर महिला कर्मचारी की तैनाती है और महिला बेझिझक से अपनी शिकायत व मदद ले रही है । जो महिला हेल्प डेस्क महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के लिए थानों में स्थापित किये हुए है ।

इस सम्बन्ध में एसीपी नें सभी महिला हेल्प डेस्क इन्चार्ज से बातचीत करनें उपरान्त बतलाया कि महिला हेल्पडेस्क पर ज्यादातर मामलें घरेलू विवाद से सम्बन्धित प्राप्त हो रहे है जिन विवादों पर ततपर्ता से संज्ञान लेते हुए निपटारा किया जाता है ।

इसके साथ ही महिला हेल्प डेस्क थाना रायपुररानी सतवन्ती नें बताया कि ज्यादातर विवाद घरेलू लडाई-झगडो के लेकर प्राप्त होते है जिन ततपर्ता सें सज्ञांन लेते हुए बेहतर ढंग से कार्यवाही करके निपटारा किया जाता है ।

इसके अलावा थाना पिन्जोर महिला हेल्प डेस्क इन्चार्ज अनिता देवी नें बताया कि परिवारिक झगडो को, पति-पत्नि के विवादो से सम्बन्धित शिकायतों प्राप्त होती है जिन पर ततपर्ता से कार्यवाई करते हुए बेहतर ढंग से काउंसिलिंग करके निस्तारण किया जाता ।

इसके अलावा प्रंबधक महिला थाना नेहा चौहान नें बताया कि थाने में घरेलू विवादों को लेकर ज्यादातर शिकायतें प्राप्त होती है जो दोनो पक्षो को काउंसलिग हेतु बुलाकर बेहतर ढंग से समझाया जाता शिकायतों का प्राथमिकता के आधार कार्यवाही करके निपटारा किया जाता है और कार्यवाही मुताबिक अगर मामला नही सुलझता तो मामला दर्ज करके भी निपटारा किया जाता है ।

इसके साथ एसीपी नें महिलाओ को जानकारी देते हुए बताया कि महिलाओ की सहायता के लिए 1091 हेल्पलाईन नम्बर जारी किया हुआ है इसके साथ ही दुर्गा शक्ति एप भी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बनाई गई है इसलिए किसी भी मदद हेतु महिला बिना झिझक के 1091 पर या एण्ड्रोएड “दुर्गा शक्ति” की मदद ले सकती है ।

जेब्रा क्रासिंग / शार्टकट रास्तो का प्रयोग करनें वालें वाहन चालको पर ट्रैफिक पुलिस हुई सख्त

पंचकूला 28 अप्रैल :-  

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि डीसीपी पंचकूला मोहित हांडा के निर्देशानुसार सहायक पुलिस आयुक्त ट्रैफिक राजकुमार रंगा नें जानकारी देते हुए बताया कि ट्रैफिक पुलिस जिला पंचकूला में स्कूल तथा अन्य सस्थाओं में जाकर ट्रैफिक नियमों बारें जागरुक किया जा रहा है कि ट्रैफिक नियमो कि जिन्दगी में कितनी अहमियता है । क्योकि आजकल हर व्यकित के वाहन चाहे वह दो पहिया या चार पहिया हर व्यकित वाहन का प्रयोग कर रहा है चाहे वह नौकरी पर या अपनें बिजनैस में है परन्तु ट्रैफिक पुलिस द्वारा ट्रैफिक नियमों की उल्लघंना करनें वालों पर कडी निगरानी करके चालान काटे जा रहा है जो ट्रैफिक पुलिस नें

 द्वारा शहर पंचकूला में ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करनें वालों पर कडी सख्ती की जा रही है । जो पुलिस नें माह जनवरी से अब तक 5652 उन वाहनों के चालान काटे गये जिन्होनें ट्रैफिक रेड लाईट पर जेब्रा क्रासिंग की उल्लंघना की है हर ट्रैफिक नियमों आपको वाहन सहित आपको सुरक्षित रखनें के लिए बनाया है और आप खुद नियमों की उल्लंघना करके खुद को खतरे में डालते है ऐसे में आपकी एक छोटी गल्ती काफी बडा नुक्सान कर बैठती है क्योकि ट्रैफिक लाईट पर सफेद पेंट से बनी लाईनें (जेब्रा क्रांसिग) वह वाहन चालक को होनें वाले खतरे से सावधान करती है और स्पष्ट मार्गदर्शन करनें सहायक सिद्व होती है ।

इसके साथ ही एसीपी ट्रैफिक नें कहा कि सडक पर सबसे ज्यादातर सडक दुर्घटनाएं गल्त रास्तो व शार्टकट रास्तो का प्रयोग करनें से होती है जो सबसे खतरनाक है और वाहन चालक शार्टकट के चक्कर में गल्त रास्तो का प्रयोग ऐसी गल्त कर बैठता है खुद को नुक्सान पहुँचाता है और दुसरो को भी नुक्सान पहुंचाता है और कभी -2 तो वाहन चालक को जान से हाथ धोना पडता है इसलिए किसी  भी प्रकार के शार्टकट/गल्त रास्तो प्रयोग ना करें । परन्तु इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस नें शार्टकट/गल्त रास्तो का प्रयोग करनें वालें 4402 वाहन चालको के माह जनवरी 2022 से अब तक चालान काटकर जुर्माना लगाया गया है । और पुलिस द्वारा सीसीटीवी कैमरो के द्वारा भी ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वालों पर कडी निगरानी करके कार्यवाई कर रही है ।

चाकू के नोक की पर चोरी की वारदात अन्जाम देनें वालें दो आरोपी काबू  

 पंचकूला 28 अप्रैल :-  

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस कमीश्रर पंचकूला डॉ. हनीफ कुरैशी एंव डीसीपी श्री मोहित हांडा के निर्देशानुसार में एसीपी क्राईम अमन कुमार के नेतृत्व में क्राईम ब्रांच सेक्टर 26 की टीम द्वारा दिनांक 22.04.2022 को गाँव रैला में चाकू की नोक पर चोरी की वारदात को अन्जाम देनें वालें दो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो की पहचान राजकुमार उर्फ काली चिडी पुत्र सुरेश कुमार वासी गोपी पूर्वा हरदोई उतर प्रदेश तथा सुजल पुत्र पूर्णवासी वासी गाँव बेसनपूर्वा लखनऊ हाल किरायेदार लालडू जिला मौहाली के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता राजेश राव पुत्र बनारसी दास राव वासी जगाधरी, देवी भवन बाजार, हाल किरायेदार सेक्टर 12 रैला पचंकूला नें थाना में शिकायत दर्ज करवाई कि दिनांक 24 अप्रैल की रात को करीब 2.30 ए.एम पर एक नामालूम व्यकित नें घुर में घुसकर घर से सोना चांदी के जेवरात , मोबाईल फोन तथा एलईडी टीवी चोरी करके भागनें लगे तभी शिकायतकर्ता की पत्नी नें देखा तो वह चाकू दिखाकर भाग गये । जिस बारें थाना में प्राप्त शिकायत पर भारतीय दंड सहिता की धारा 458/380 के तहत एंव अवैध असल अधिनियम के तहत थाना सेक्टर 05 में मामला दर्ज किया गया ।

जिस मामलें का आगामी अनुसंधान क्राईम ब्रांच सेक्टर 26 के द्वारा अमल में लाया गया जिस मामलें में क्राईम ब्रांच की टीम नें तकनीकी सहायता लेकर चोरी की गुत्थी को सुलझते हुए दो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो को पेश अदालत 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया ।

एसआईटी नें पुलिस भर्ती फर्जीवाडा में 2 आरोपियों को काबू किया

  • एसआईटी के द्वारा पुलिस व अन्य विभाग में भर्ती फर्जीवाडा मे अब तक 88 आरोपियो को गिरफ्तार कर चुकी है

 पंचकूला 28 अप्रैल :- 

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त पंचकूला मोहित हांडा के निर्देशानुसार पुलिस व अन्य विभागों भर्ती हेतु धोखाधडी करनें वालों पर कडी कार्यवाही व मामलों में गहनता से छानबीन हेतु एसआईटी गठित की गई । एसआईटी इन्चार्ज एसीपी पंचकूला श्री विजय कुमार के अधिन मामलों में गहनता से छानबीन की जा रही है । एसआईटी द्वारा कल दिनांक 27 अप्रैल को भर्ती फर्जीवाडा में दो आरोपियो को गिऱफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो की पहचान विक्रांत पुत्र बिजेन्द्र सिंह वासी गाँव भवर जिला सोनीपत तथा रिन्कू पुत्र सतपाल सिंह वासी गाँव मुडलाना जिला सोनीपत के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग पचंकूला ने पुलिस को सूचना दी गई कि हरियाणा पुलिस में सिपाही के पद पर पुरुष व महिला सिपाही के पद पर दुर्गा शक्ति की भर्ती प्रक्रिया चल रही है जो लिखित परिक्षा होनें के बाद कुछ उम्मीदवारो को फिजिकल स्क्रीनिंग टेस्ट के लिए प्रक्रिया चल रही है जिनके फिन्गर प्रिन्ट चैक करनें पर मिलान हो रहा है जिन्होनें आयोग के साथ धोखाधडी करके अपनी जगह दुसरे उम्मीदवारों से लिखित परिक्षा करवाई है जिस बारे थाना में प्राप्त सुचना पर धोखाधडी की धाराओं के तहत थाना सेक्टर 05 में मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में कार्यवाई करते हुए एसआईटी द्वारा जांच करके के दौरान कल दिनांक 27 अप्रैल 2022 को दो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो को पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया ।

साइबर ठग इंटरनेट पर आपको शिकार बनानें के लिए जाल बिछा कर रखते है, आपको सर्तक रहनें की आवश्यकता है :- पुलिस कमीश्रर डॉ. हनीफ कुरैशी

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला 28 अप्रैल :-  

पुलिस कमीश्रर पंचकूला डॉ. हनीफ कुरैशी नें जानकारी देते हुए बताया कि आज की इस डिजिटल दुनिया में स्मार्टफोन एंव इंटरनेट हमारी जिंदगी का हिस्सा बन चुका है और हम हर प्रकार के काम इंटरनेट से करते है औऱ आज के समय हर वर्ग/उम्र व्यकित के पास इंटरनेट सहित स्मार्टफोन है ।

क्योकि हर प्रकार के कार्य करनें हेतु, ऑनलाइन शापिंग, ईमेल मैसेजिंग, किसी भी प्रकार से आनलाईन बिल भरना, पढाई हेतु जानकारी लेना, किसी सस्थां का कस्टमर केयर नम्बर, जॉब बारें सर्च करना, जीवन साथी ढुँढनें हेतु इंटरनेट का प्रयोग करते है और इस सम्बंध में हम सीधा गुगल सर्च करते है और ऐसे में आप जो भी एक्टिविटी इंटरनेट पर कर रहे हो साइबर क्रिमनल नें अलग-2 तरीके से लोगो को ठगनें के लिए जाल बिछाए हुए है जो मौका मिलते ही वह आपको किसी प्रकार का लालच देगें और आपको विश्वास में लेकर आपको ठगी का शिकार बना लेते है । ऐसे में सबसे पहली प्राथमिकता यही होगा की आप सावधान रहें और किसी अन्जान व्यकित की बातों पर ना तो विश्वास करें ना ही कोई ओटीपी या बैकं संबधी निजी जानकारी शेयर करें ।

  • किसी अन्जान व्यकित की कॉल पर विश्वास ना करें
  • फोन में प्राप्त किसी लिंक पर क्लीक ना करें
  • ओटीपी तथा बैंक, एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड की जानकारी किसी के साथ सांझा ना करें
  • ओलेक्स साईट प्रयोग करनें समय अन्जान व्यकित पर बिल्कूल भी विश्वास ना करें
  • ओलेक्स वेबसाईट के माध्यम से किसी भी पुरानी चीज को खरीदते या बेचते समय ऑनलाइन पेमेन्ट से बचें
  • किसी अन्जान व्यकित के कहनें पर फोन मे किसी भी प्रकारी की रिमोटली एपलिकेशन इन्सटाल करनें से बचें
  • सोशल मीडिया ( फेसबुक, इंस्टाग्राम) इत्यादि पर किसी अन्जान व्यकित (पुरुष व महिला) की फ्रैण्ड रिक्वेस्ट स्वीकार ना करें
  • सोशल मीडिया अकाउंट में गोपनीयता हेतु सिक्युरिटी लगाकर रखें
  • धार्मिक यात्रा हेतु (टिकट इत्यादि बुंकिग करवानें हेतु)

पुलिस कमीश्रर पंचकूला डॉ. हनीफ कुरैशी नें आमजन से अपील करते हुए कहा कि स्मार्ट फोन व इंटरनेट का प्रयोग सर्तक होकर करें । किसी भी प्रकार की निजी जानकारी किसी अन्जान व्यकित के साथ सांझा करनें से बचें । इंटरनेट का प्रयोग करते समय जिस व्यकित के साथ आप बात कर रहे है चाहे किसी यात्रा से सम्बन्धित हो , जॉब/नौकरी से सम्बन्धित, पार्ट टाईम वर्क ,मैट्रोमोनियल साईट तथा अन्य किसी सुविधा हेतु ऐसे व्यकित के साथ बात करते समय सावधान रहें क्योकि सावधान रहनें से आप ठगी का शिकार होनें से बच सकते है । इसलिए सर्तक रहे सुरक्षित रहें । इसके बावजूद अगर आपके साथ किसी प्रकार की साइबर धोखाधडी हो जाती है तो तुरन्त साइबर हेल्पलाईन न. 1930 तथा www.cybercrime.gov.in पर सम्पर्क करें । क्योकि आपके साथ हुई ठगी में गया पैसा वापिस आनें की सम्भावना तभी है जब तक आप अपनी शिकायत हेल्पलाईन 1930 या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करवा देतें ।

वाणिज्य और व्यवसाय प्रबंधन उत्सव कॉमफेस्को-22  का आयोजन

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ :

स्नातकोत्तर वाणिज्य विभाग और स्नातकोत्तर सरकारी कॉलेज-46, चण्डीगढ़ के प्रबंधन विभाग ने अपने ज्ञान भागीदार के रूप में कौशल प्रयोगशालाओं के साथ आज कॉलेज परिसर में वाणिज्य और व्यवसाय प्रबंधन उत्सव कॉमफेस्को-22  का आयोजन किया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. आभा सुदर्शन थीं। अपने संबोधन में, उन्होंने छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने और रचनात्मकता के प्रति जुनून को बढ़ावा देने के लिए एक मंच प्रदान करने में वाणिज्य और प्रबंधन विभाग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आगे कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं कौशल को बढ़ाती हैं और समग्र विकास में मदद करती हैं। ट्राईसिटी के विभिन्न कॉलेजों के छात्रों ने नॉक आउट (डिबेट), टाइम अप (बस एक मिनट), बिज़्ज़ क्विज़ (बिजनेस क्विज़), फीट ऑन फायर (डांस कॉम्पिटिशन), थिंक टैंक (लोगो डिजाइनिंग, टैगलाइन, पोस्टर मेकिंग, बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट), प्रीजी (पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन), बेच कर दीखाओ (प्रोडक्ट मार्केटिंग), घर में शार्क्स (पिच द इन्वेस्टर) और रंगमंच कलाकारों  का (एड मैड शो) जैसे विभिन्न कार्यक्रमों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस उत्सव का सफल आयोजन डॉ. सुरिंदर कौर, प्रमुख वाणिज्य विभाग और डॉ. मुकेश चौहान, प्रमुख, प्रबंधन विभाग और विभाग के संकाय के कुशल मार्गदर्शन और मार्गदर्शन के तहत किया गया था। अंत में विजेताओं को प्रधानाचार्य द्वारा पुरस्कार व प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस अवसर पर डीन डॉ. राजेश कुमार और डॉ. बलजीत सिंह भी उपस्थित थे।

डाडम में अवैध खनन ले रहा लोगों की जानें, सरकार चुप्पी साधे माफियाओं को शह दे रही- हुड्डा

  • हरियाणा में चल रही है घपले-घोटालों की गठबंधन सरकार- हुड्डा
  • मृतकों के परिजनों को मुआवजा, एक-एक नौकरी व दोषियों को सजा दे सरकार- हुड्डा
  • यमुना से लेकर डाडम तक हो रहा हजारों करोड़ का घोटाला सरकारी संरक्षण के बिना असंभव- हुड्डा
  • बार-बार मांग के बावजूद उच्चस्तरीय जांच से क्यों भाग रही है सरकार– हुड्डा
  • छोटी मछलियों को फंसाने और बड़े मगरमच्छों को बचाने में लगी हुई है सरकार- हुड्डा

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट – 28 अप्रैल : 

हरियाणा में घेपले-घोटालों के गठबंधन की सरकार चल रही है। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। उनका कहना है कि पूरे प्रदेश में यमुना से लेकर डाडम तक हो रहा हजारों करोड़ का खनन घोटाला सरकारी संरक्षण के बिना संभव नहीं है। भिवानी के डाडम में अवैध खनन ने 5 मजदूरों के बाद 2 और लोगों की जान ले ली। बावजूद इसके आज तक खनन माफिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने मृतकों के परिवारजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए मांग करी कि खनन क्षेत्र में हादसे के शिकार मजदूरों व कर्मचारियों के परिजनों को मुआवजा, एक-एक नौकरी व न्याय मिले।

हुड्डा ने कहा कि खनन माफिया को खुली छूट देने का नतीजा है कि वो इतने लोगों की इतने लोगों की जानें लेने के बाद भी बेखौफ खनन कर रहा है। इसी साल एक जनवरी को डाडम में अवैध खनन के चलते 5 लोगों की जान चली गयी थी। तब भी सरकार ने ना तो हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई जांच करवाने की मांग मानी और ना ही एनजीटी द्वारा खनन कंपनियों पर 7.5 करोड़ रुपये के जुर्माने को वसूलने की कोई कार्रवाई की। आखिर सरकार खनन कंपनियों के खिलाफ उदहारण पेश करने वाली कार्रवाई करने से क्यों बच रही है? सरकार पूरे मामले की निष्पक्ष जांच से क्यों भाग रही है? सरकार के रवैये से स्पष्ट है कि उसकी मंशा पूरे मामले की लीपापोती कर छोटी मछलियों को फंसाने और बड़े मगरमच्छों को बचाने की है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज पूरा प्रदेश खनन माफिया की गिरफ्त में है। अवैध खनन माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि डाडम से लेकर यमुना तक में जमकर अवैध खनन हो रहा है। उसने यमुना के किनारे ताजेवाला हेडवर्क्स और एचकेबी बैराज को भी खतरे में डाल दिया है। खनन माफिया ने अवैध खुदाई करके यमुना की धारा तक को बदल दिया। केन्द्र सरकार द्वारा किये गये एक अघ्ययन से पता चला है कि हरियाणा सरकार की गलत नीतियों के चलते राज्य में कुल वन क्षेत्र महज 3.63 प्रतिशत रह गया और पेड़ों की तादाद 2019 तक घटकर 140 स्क्वॉयर किलोमीटर रह गयी है।

इतना ही नहीँ हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट, एनजीटी द्वारा राज्य में ग्रेनाइट पत्थर और रेत का अवैध खनन रोकने के निर्देश के बावजूद बेरोक-टोक और बेतहाशा अवैध खनन जारी है। अब तक केंद्र की कई एजेंसियों, एसडीओ, एनजीटी और कोर्ट की टिप्पणियों से स्पष्ट है कि यहां पर हजारों करोड़ का घोटाला हो रहा है। डाडम में खनन माफिया ने खनन करते हुए भूजल स्तर तक का ध्यान नहीं रखा और उससे काफी नीचे तक खुदाई कर डाली। आलम यह है कि कई जगहों पर तो सारे नियम-कायदे ताख पर रखकर 800-900 फीट की गहराई तक खुदाई की गई है। पूरे खनन जोन को मौत के कुएं में तब्दील कर दिया है। खनन नियमों की परवाह किए बिना 90 डिग्री के एंगल पर खड़ी माइनिंग की गई, जबकि नियमों के मुताबिक 60 डिग्री एंगल पर ही खनन किया जाना चाहिए।

खनन ठेकेदारों ने डाडम माइनर तक को नहीं छोड़ा और उसको भी माइनिंग करके खत्म कर दिया। इतना ही नहीं खनन के लालच में गांववालों के बार-बार इंकार करने के बावजूद ठेकेदारों ने एक मंदिर को भी ब्लास्ट कर उड़ा दिया। स्थानीय लोगों की शिकायतों के मुताबिक खनन ठेकेदार लालच में इतने अंधे हो चुके हैं कि उन्होंने लोगों की निजी जमीनों पर जबरदस्ती कब्जा करके उसपर भी गैरकानूनी खनन कर डाला।

हुड्डा ने कहा कि माइनिंग माफिया प्रदेश के सरकारी खजाने को हज़ारों करोड़ रुपये का चूना लगा रहा है। सरकार में ऊँचे ओहदों पर बैठे लोगों की साठ-गाँठ के बिना इतना बड़ा घोटाला संभव ही नहीं है। जो पैसा सरकारी खजाने में जाना चाहिए था वो सरकारी संरक्षण के चलते खनन माफिया की जेबों में जा रहा है।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि उनकी सरकार के दौरान खनन के लिए एचएसआईआईडीसी ने ऐसे नियम बनाए थे, जिससे अवैध खनन ना हो और आम जनता तक खनन सामग्री सस्ते दामों पर पहुंचे। लेकिन मौजूदा सरकार ने उन नियमों को नजरअंदाज किया और खनन ठेकेदारों को खुली छूट दी। इसकी वजह से बेरहमी से अवैध खनन हुआ और निर्माण सामग्री भी अत्याधिक महंगी हो गई है।

Three day Student’s Fest kick starts in Dr. SSBUICET

Koral ‘Purnoor’, Demokratic Front, Chandigarh April 28, 2022

Prof Raj Kumar inaugurated Cyanide 2022, the cultural fest of Chemical Engg ( Dr SSB UICET) Panjab University. This is the first such fest being organized post pandemic. The event started with Cyanothon- a marathon giving a tribute to flying Sikh, Milka Singh followed by Sukhmani sahib path. Three days will witness a series of events  like oratory games, Nukadnakkad, Enactus, Mr and Mrs Cyanide, dance shows and many more.

On this occasion Prof. Raj Kumar lauded the efforts of the Prof Amrit Toor, Chairperson, Dr. SSBUICET in revamping the institute infrastructure and liaisoning with alumni and  further wished that startups and entrepreneurship culture be developed in the institute. He emphasized on holistic development of engineering students and said that fests like Cyanide motivate the students and develop their organization and interpersonal skills.

He also inaugurated the renovated seminar halls/classrooms and stressed on establishing incubation centre inside Chemical Engineering to promote more startups. Prof Kumar while launching the “Startup Cafeteria” by two alumni members, Sourav Kansal and Vibhushit Singh appreciated the efforts of a food startup where students and alumni of the Institution joined hands to launch natural dried fruits, berry juices and gluten free bakery products under the name of FreakoFresh.

Prof. Raj Kumar also encouraged Dr SSBUICET to take a lead amongst CRIKC Institutions wherein the nationally established S& T clusters are being promoted. Prof Kumar invoked the students of Dr SSBUICET to reach greater heights by becoming job provider rather than job seeker. He also announced that an alumni from USA Arun and Arvind Verma are donating Rs3.5 cr to Dr SSBUICET for renovation of building, infrastructure, laboratories & Pilot Plant.

Finally he expressed his happiness and congratulated that the Institution has got NBA accreditation for BE Chemical Engg. Course.

पंजाब के अजनाला के 165 साल पुराने मानव कंकाल गंगा के मैदान के शहीदों के

2014 की शुरुआत में पंजाब के अजनाला शहर में एक पुराने कुएं से बड़ी संख्या में मानव कंकाल की खुदाई की गई थी। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि ये कंकाल उन लोगों के हैं जो भारत और पाकिस्तान के विभाजन के दौरान हुए दंगों में मारे गए थे। विभिन्न ऐतिहासिक स्रोतों पर आधारित अन्य प्रचलित मान्यता यह है कि ये भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के 1857 के विद्रोह के दौरान ब्रिटिश सेना द्वारा मारे गए भारतीय सैनिकों के कंकाल हैं। हालांकि, वैज्ञानिक प्रमाणों की कमी के कारण इन सैनिकों की पहचान और भौगोलिक उत्पत्ति पर गहन बहस चल रही है।

कोरल ‘पुरनूर’। डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

विभिन्न किंवदंतीयो के आधार पर स्थानीय इतिहासकार की पहल पर 28 फ़रवरी 2014 को पंजाब के अजनाला कस्बे के एक पुराने कुंए से कई मानव कंकालों के अवशेष निकले। कुछ इतिहासकारों का मत है की ये कंकाल भारत पाकिस्तान के बटवारे के दौरान दंगों में मारे गए लोगो के है, जबकि  विभिन्न स्रोतों के आधार पर प्रचलित धारणा है, की ये कंकाल उन भारतीय सैनिकों के है, जिनकी हत्या 1857 स्वतंत्रता संग्राम के विद्रोह के दौरान अंग्रेजों ने कर दी थी। हालाँकि, उन सैनिकों के  भौगोलिक उद्गम पर गहन बहस चल रही है।

 इस विषय की वास्तविकता पता करने के लिए पंजाब विश्वविद्यालय के एन्थ्रोपोलाजिस्ट डॉ जगमिंदर सिंह सेहरावत ने इन कंकालों के डीएनए और आइसोटोप एनालिसिस के लिए सीसीऍमबी हैदराबाद और बीरबल साहनी इंस्टिट्यूट लखनऊ भेजा। वैज्ञानिको की दो अलग अलग टीम ने डीएनए और आइसोटोप एनालिसिस किया और पाया की शहीद  लोग गंगा घाटी क्षेत्र के रहने वाले थे। यह अध्ययन विज्ञानं की पत्रिका फ्रंटियर्स इन जेनेटिक्स में प्रकाशित हुई है।

इस टीम के प्रमुख सदस्य सीसीऍमबी हैदराबाद के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ कुमारसामी थंगराज ने कहा की इस अध्ययन से प्राप्त आंकड़ों से ही शहीद सैनिकों के भौगोलिक उद्गम के बारे में सटीक जानकारी मिली है।

इस शोध में 50 सैंपल डीएनए एनालिसिस और 85 सैंपल आइसोटोप एनालिसिस के लिए इस्तेमाल किये गए। दोनों शोध के तरीको ने बताया की कुंए में मिले हुवे मानव कंकाल पंजाब या पाकिस्तान के रहने वाले लोगो के नहीं थे। डीएनए सीक्वेंस के मेल यूपी, बिहार, और पश्चिम बंगाल के लोगो से मिले, जबकि दांतों के एनामेल के आइसोटोप एनालिसिस ने तस्कीद किया की यह कंकाल गंगा घाटी और ओड़िसा के लोगों का है।

इस शोध से मिले परिणाम ऐतिहासिक साक्ष्य के अनुरूप हैं, जिसमें कहा गया है कि 26 वीं मूल बंगाल इन्फैंट्री बटालियन में बंगाल, ओडिशा, बिहार और उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से के लोग शामिल थे। यह बात इस शोध के पहले लेखक डॉ जगमेंदर सिंह सेहरावत ने कहा।

इस टीम के प्रमुख शोधकर्ता और प्राचीन डीएनए के एक्सपर्ट डॉ नीरज राय ने कहा की इस इस टीम द्वारा किया गया शोध ब्रिटिश राज के खिलाफ अज्ञात शहीदों के संघर्ष के छिपे हुए पहलुओं को उजागर करता है।

बीएचयू जंतु विज्ञान के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे जिन्होंने डीएनए अध्ययन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी, ने जोर देकर कहा की इस अध्ययन के निष्कर्ष भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों के इतिहास में एक और प्रमुख अध्याय जोड़ देंगे।

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने सेक्टर 17, पंचकूला स्थित अपने निवास पर जनता दरबार आयोजित कर सुनी लोगों की समस्याएं

  • संबंधित अधिकारियों को लोगों की समस्याओं के त्वरित निदान के दिये निर्देश

पंचकूला संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट – 28 अप्रैल :

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने आज सेक्टर 17 स्थित अपने निवास पर जनता दरबार आयोजित कर स्थानीय तथा ग्रामीण लोगों की समस्याएं सुनी तथा संबंधित अधिकारियों को उन समस्याओं के त्वरित निदान के निर्देश दिये। इसके अलावा गुप्ता ने पूर्व के मामलों पर की गई कार्रवाई की भी समीक्षा की।

गुप्ता ने कहा कि जनता का हित हम सबके लिए सर्वोपरि है और उनकी समस्याओं का समाधान करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि सरकारी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी सरकार व जनता के बीच की कड़ी हैं जो जनता की बात सरकार तथा सरकार की योजनाएं जनता तक पहुंचाने का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि वे जन सेवक के रूप में अपने कर्तव्यों का निष्ठा से निर्वहन करें और लोगों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करें ताकि लोगों का सरकार व प्रशासन में विश्वास और अधिक मजबूत हो।

उन्होंने कहा कि वे समय-समय पर जनता दरबार का आयोजन करते रहते हैं, जिनके माध्यम से वे लोगों की समस्याओं का निदान करने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि जनता दरबार आयोजित करने से वे लोगों से रू-बरु होने के साथ-साथ उनकी समस्याओं से परिचित होते हैं ताकि उनका समय पर व सही ढंग से समाधान किया जा सके।

ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि लोगों को उनकी पात्रता के अनुसार रोज़गार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए कौशल विकास निगम का गठन किया गया है, जिसके अंतर्गत युवाओं को अपना पंजीकरण करवाना अनिवार्य है । पंजीकरण के बाद उनकी योग्यता के आधार पर उन्हें निगम द्वारा रोज़गार उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि पंजीकरण हो गया है तो निगम की ओर से मैसेज आने की प्रतीक्षा करें। उन्हें इस दिशा में जल्द ही संदेश प्राप्त होगा। इसके अलावा जिन अकुशल युवाओं का पंजीकरण नहीं हुआ है उनके लिए भी जल्द ही पोर्टल अपडेट हो जाएगा और उनका पंजीकरण भी जल्द ही शुरू हो जाएगा।

इस अवसर पर गुप्ता ने दैर्यपूर्वक लोगों की समस्याओं को सुना और फ़ोन पर ही  समस्याएं के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को उचित दिशानिर्देश दिए। 

आस्था का सम्मान है, भौंडा प्रदर्शन बर्दाश्त नहीं :योगी आदित्य नाथ

सीएम योगी ने कहा है कि आस्था का पूरा सम्मान किया जाना चाहिए इसमें सरकार का कोई भी हस्तक्षेप नहीं है पर इससे सार्वजनिक रूप से भोंडा प्रदर्शन कर दूसरों को परेशान किया जाए यह भी स्वीकार नहीं है।वह सारी बातें बीते दिन प्रदेशभर के फील्ड अधिकारियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान बोली। सीएम ने अधिकारियों को इस बार छत रतिया के मौके पर अधिक सतर्कता और संवेदनशीलता बरतने की हिदायत भी दी है।

लखनऊ(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद उत्तर प्रदेश के धार्मिक स्थलों पर अवैध तरीके से लगाए गए लाउडस्पीकर के खिलाफ यूपी पुलिस का अभियान जारी है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी के निर्देश के बाद बुधवार शाम तक प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कुल मिलकर 10923 अवैध लाउडस्पीकर हटवाए गए, जबकि 35221 लाउडस्पीकर की आवाज निर्धारित मानकों के अनुरूप करवाई गई। दरअसल, सरकार ने सभी जिलों के पुलिस कप्तानों और कमिश्नरेट से 30 अप्रैल तक अवैध लाउडस्पीकर के खिलाफ अभियान चलाकर रिपोर्ट शासन को भेजने का निर्देश दिया था। इसी को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है।

इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार (27 अप्रैल 2022) को भी बैठक की। इस दौरान उन्होंने साफ कर दिया कि कानून-व्यवस्था को लेकर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जहाँ जिसकी शिथिलता पाई जाएगी उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आगामी पर्व व त्योहार के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरतनी है। किसी को भी किसी भी प्रकार से उपद्रव आदि करने की इजाजत नहीं है। सीएम ने कहा कि आस्था का पूरा सम्मान है। इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है, लेकिन इसका सार्वजनिक रूप से प्रदर्शन कर दूसरों को परेशान न किया जाए। यह स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से 3 मई को अक्षय तृतीया और ईद के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने लाउडस्पीकर को लेकर जारी निर्देश पर भी कड़ाई से पालन करने के लिए कहा।

जानकारी के मुताबिक लखनऊ से सबसे ज्यादा लाउडस्पीकर (2,395) हटाए गए हैं। आदेश का असर गोरखपुर (1,788), वाराणसी (1,366), मेरठ (1,204), प्रयागराज (1,172) और बरेली (1070) में भी देखने को मिला। लाउडस्पीकर की आवाज कम करने के मामले में भी लखनऊ सबसे ऊपर (7,397) है। लिस्ट में शामिल अन्य प्रमुख शहरों में बरेली (6,257), मेरठ (5,976), गोरखपुर (5561) और वाराणसी (2,417) हैं।

एडिशनल डायरेक्टर जनरल (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, “धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकरों को हटाने और उनके आवाज को तय सीमा के भीतर निर्धारित करने के लिए राज्यव्यापी अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में 10,923 लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया है और 35,221 की आवाज को स्वीकार्य सीमा तक कम कर दिया गया है।” रिपब्लिक मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हम हाई कोर्ट का अनुसरण कर रहे हैं, जिसने लाउडस्पीकरों के लिए विशिष्ट डेसिबल निर्धारित किया है। इसको लेकर जिला प्रशासन को आदेश भेज दिया गया है। इसकी देखरेख के लिए एक कमेटी बनाई गई है। हम धर्मगुरुओं से भी बात कर रहे हैं क्योंकि ज्यादातर लाउडस्पीकर धार्मिक स्थलों पर लगे होते हैं। ड्राइव को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।”

बता दें कि पिछले हफ्ते, सीएम योगी ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस दौरान सीएम ने अफसरों को निर्देश दिए थे कि धार्मिक जुलूस की अनुमति उन्हीं आयोजनों में दिए जाएंँ जो पारंपरिक हों। नए आयोजनों को अनवाश्यक रूप से अनुमति न दी जाए। दिशा-निर्देश में कहा गया था कि माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज़ संबंधित परिसर से बाहर न जाए। इससे अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं हो। नए स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति नहीं देने को कहा गया था।

गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि निर्देश के बाद कई जिलों में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के धार्मिक नेताओं ने सर्वसम्मति से लाउडस्पीकर की आवाज कम करने पर सहमति व्यक्त की थी। सबसे पहले मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट ने परिसर स्थित भागवत भवन से लाउडस्पीकर पर हर सुबह 5 बजे से एक घंटे के लिए आयोजित ‘मंगलचरण आरती’ को प्रसारित नहीं करने का निर्णय लिया।

गोरखनाथ मंदिर ट्रस्ट ने भी कम कर दी लाउडस्पीकर की आवाज

बलरामपुर के शक्तिपीठ देवीपाटन तुलसीपुर मंदिर में चार में से तीन लाउडस्पीकर हटा दिए गए और एक की आवाज को कम कर दिया गया। मंदिर के महंत मिथिलेश नाथ ने सभी धर्मगुरुओं से इसका पालन करने की अपील की। गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर ट्रस्ट ने परिसर में लाउडस्पीकर की आवाज कम कर दी। इसके अलावा मंदिर के पास की सड़कों, इलाकों और सार्वजनिक स्थानों से लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया। मेरठ में राजराजेश्वरी मंदिर में लाउडस्पीकर की आवाज कम की गई।

इसी तरह लखनऊ में ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद कहा कि उन्होंने यहाँ की सभी मस्जिदों को लाउडस्पीकर की आवाज को सीमित करने का निर्देश दिया है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आवाज परिसर से बाहर न जाए। उन्होंने कहा कि राज्य की राजधानी में सभी सुन्नी मस्जिदों को इसी तरह के निर्देश जारी किए गए हैं।