कॉंग्रेस से सस्पेंड होंगे सुनील जाखड़

तारिक अनवर ने यह नहीं बताया है कि जाखड़ के खिलाफ क्या ऐक्शन लिया जाएगा, लेकिन माना जा रहा है कि उन्हें दो साल के लिए पार्टी से सस्पेंड करने की सिफारिश की गई है। इस बीच सुनील जाखड़ के भतीजे और अबोहर सीट से कांग्रेस विधायक संदीप जाखड़ की भी प्रतिक्रिया आई है। संदीप ने कहा कि यदि इस तरह का ऐक्शन उनके खिलाफ लिया जाता है तो यह गलत होगा। उन्होंने कहा, ‘जाखड़ साहब कांग्रेस के सीनियर नेता हैं और परंपरागत रूप से पार्टी का हिस्सा रहे हैं। उन्होंने हमेशा पार्टी के लिए काम किया है।’ उन्होंने कहा कि पार्टी में सभी के साथ समान बर्ताव किया जाना चाहिए।

नई दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :  

कांग्रेस ने ‘अनुशासनहीनता’ के लिए पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ को पार्टी के सभी पदों से हटाने और केरल इकाई के वरिष्ठ नेता केवी थॉमस को प्रदेश कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति एवं कार्यकारी समिति से हटाने का फैसला किया है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति की अनुशंसा पर अपनी मुहर लगाई है। इससे पहले, सूत्रों ने जानकारी दी थी कि समिति ने अनुशंसा की है कि जाखड़ को पार्टी के सभी पदों से हटाया जाए तथा दो साल के लिए निलंबित किया जाए। सूत्रों ने बताया कि समिति ने मेघालय के पांच विधायकों को निलंबित करने का फैसला हुआ है।

दिल्ली में अनुशासन समिति की बैठक के बाद तारिक अनवर ने कहा कि कमेटी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी सिफारिश सौंप दी है। इसमें सुनील जाखड़ के खिलाफ ऐक्शन का सुझाव दिया गया है। इस बीच मीटिंग होने से पहले सुनील जाखड़ ने अपने तेवर दिखाते हुए एक ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, आज सर कलम होंगे उनके, जिनमें अभी ज़मीर बाकी है।’ उन्होंने अपने ट्वीट में इस एक पंक्ति के अलावा कुछ नहीं लिखा था, लेकिन इशारा साफ था कि वह अनुशासन समिति की मीटिंग के बारे में बात कर रहे हैं। अनवर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि समिति ने एकमत से जाखड़ के खिलाफ ऐक्शन की सिफारिश की है। 

जाखड़ को पूर्व CM चरणजीत चन्नी के संबंध में दिए बयान पर नोटिस दिया गया है। जाखड़ ने इस नोटिस का अब तक कोई जवाब नहीं दिया। यही नहीं उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए संदेश दिया कि वह हाईकमान के आगे नहीं झुकेंगे। हालांकि, जाखड़ पर कार्रवाई से कांग्रेस में अंदरूनी कलह तेज हो सकती है। उनके जैसे नवजोत सिद्धू समेत कई नेता खुलकर बयानबाजी कर रहे हैं।

सुनील जाखड़ पर आरोप लगे कि उन्होंने पूर्व CM चरणजीत चन्नी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की। इसके बारे में पंजाब कांग्रेस इंचार्ज हरीश चौधरी ने उनकी शिकायत की थी। वहीं जाखड़ इस बात से नाराज हैं कि कांग्रेस हाईकमान को पहले उनसे बात करनी चाहिए थी। इसकी जगह उन्हें सीधे नोटिस जारी कर दिया गया। जाखड़ का तर्क है कि वह पार्टी के हर अच्छे-बुरे वक्त में साथ रहे। उन्होंने कभी हाईकमान के खिलाफ बयानबाजी नहीं की।

सुनील जाखड़ पर ऐक्शन होने के बाद कांग्रेस में गुटबाजी के और बढ़ने की आशंका भी है। दरअसल पिछले दिनों नवजोत सिंह सिद्धू समेत कई सीनियर नेताओं ने उनसे मुलाकात की थी और समर्थन जताया था। नवजोत सिंह सिद्धू भी सीधे हाईकमान के फैसलों पर कई बार सवाल उठा चुके हैं। माना जा रहा है कि जाखड़ के खिलाफ ऐक्शन होने पर एक धड़ा सीधी बगावत पर उतर सकता है। कांग्रेस के सचिव रमिंदर आवला ने भी सुनील जाखड़ का समर्थन किया है। इसीलिए पंजाब कांग्रेस के पुराने नेता सुनील जाखड़ पर ऐक्शन होने से गुटबाजी के और तेज होने से इनकार नहीं किया जा सकता।

कांग्रेस और प्रशांत किशोर में बनते-बनते बिगड़ गई बात

बीते सोमवार को जब कांग्रेस के आला नेताओं की बैठक शुरू हुई तो यह उम्मीद की जा रही थी कि अब इस सवाल का जवाब मिल जाएगा कि राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल होंगे या नहीं। लेकिन जब बैठक समाप्त हुई तो यह स्पष्ट हो गया कि फ़िलहाल इस जवाब के लिए कुछ और वक़्त इंतज़ार करना होगा। हालाँकि ना तो यह सवाल नया है और ना ही यह टाल-मटोल. पिछले साल भी कांग्रेस पार्टी और प्रशांत किशोर के बीच बात बनते-बनते बिगड़ गई थी। बात इस क़दर बिगड़ गई थी कि पीके ने कांग्रेस नेतृत्व तक पर सवाल उठा दिए थे।

नई दिल्ली(ब्यूरो) डेमोक्रेटिक फ्रंट :  

कांग्रेस ने जानेमाने चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर को लेकर लंबी मंत्रणा के बाद मंगलवार को कहा कि किशोर को ‘विशेषाधिकार प्राप्त कार्य समूह -2024’ का हिस्सा बनकर पार्टी में शामिल होने की पेशकश की गई, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। पिछले कई दिनों से प्रशांत किशोर की ओर से दिए गए सुझावों और उनके पार्टी से जुड़ने की संभावना को लेकर कांग्रेस के भीतर लगातार मंथन हो रहा था। प्रशांत किशोर ने पिछले दिनों कांग्रेस नेतृत्व के समक्ष पार्टी को मजबूत करने और अगले लोकसभा चुनाव की तैयारियों के संदर्भ में विस्तृत प्रस्तुति दी थी। उनके सुझावों पर विचार करने के लिए सोनिया गांधी ने आठ सदस्यीय समिति का गठन किया था।

कांग्रेस औैर प्रशांत किशोर के बीच बात बिगड़ने के पीछे मुख्य तौर तीन वजहें मानी जा रही हैं। पहली बात यह कि कांग्रेस चाहती थी कि प्रशांत किशोर सिर्फ कांग्रेस के लिए काम करें, जबकि उनकी संस्था आईपैक हाल ही में तेलंगाना में केसीआर के साथ भी काम करने के लिए तैयार हो गई है। इसके अलावा प्रशांत किशोर महासचिव का पद और अहमद पटेल जैसा दर्जा चाह रहे थे, जबकि कांग्रेस उन्हें Empowered Action Group 2024 में  शामिल करने भर के लिए तैयार थी। प्रशांत किशोर इस भूमिका में नहीं उतरना चाहते थे बल्कि कांग्रेस में अहम परिवर्तन करने और सुझाव देने के रोल में खुद को लाने की बात कर रहे थे। तीसरा, कांग्रेस प्रशांत किशोर के सांगठनिक फेरबदल के प्रस्ताव को भी अपनाने के लिए तैयार नहीं थी। प्रशांत किशोर का एक प्रस्ताव यह भी था कि ‘गांधी’ के बजाय किसी और को अध्यक्ष बनाया जाए। इस पर भी कांग्रेस में सहमति नहीं थी।

पीके की हर लाइन गौर करने वाली है। उन्‍होंने पार्टी में शामिल होने से इनकार की बात कहते हुए राय भी दी है। किशोर ने इसमें कहा है कि कांग्रेस को उनसे ज्‍यादा लीडरशिप की जरूरत है। यह कहने के पीछे किशोर का स्‍पष्‍ट मैसेज है। उन्‍होंने साफ किया है कि कांग्रेस का मौजूदा नेतृत्‍व उसे मुश्किलों से बाहर नहीं निकाल सकता है। एक तरह से उन्‍होंने गांधी परिवार की नेतृत्‍व क्षमता पर हमला भी किया है। पिछले कुछ चुनावों में यह बात साफ तौर पर देखी भी जा चुकी है।

प्रशांत किशोर ने अपनी राय जताते हुए पार्टी में सामूहिक इच्‍छाशक्ति की भी जरूरत पर बल दिया है। निश्चित तौर पर कांग्रेस आज पूरी तरह से बिखरी हुई दिखती है। शायद एक के बाद एक पराजय इसकी बड़ी वजह है। हर चुनाव से पहले पार्टी के अंदर से विरोध के सुर सुनाई देने लगते हैं। बेशक दूसरी पार्टियों में भी नेता दल बदलते हैं, लेकिन कांग्रेस में ये हालात बेकाबू से दिखते हैं। पंजाब इसका हालिया उदाहरण है। अमरिंदर और सिद्धू की आपसी रस्‍साकशी में किस तरह से पार्टी को नुकसान हुआ। पार्टी में टीमवर्क का स्‍पष्‍ट अभाव दिखता है। कांग्रेस को इस पर काम करने की जरूरत है।

किशोर ने पार्टी में परिवर्तनकारी सुधारों की बात कही है। उनके मुताबिक, इसी के जरिये कुछ गहरी जड़ें जमा चुकी समस्‍याओं का समाधान किया जा सकता है। इस तरह उन्‍होंने पार्टी में बदलाव की ओर इशारा किया है। काफी समय से पार्टी में अध्‍यक्ष पद के चुनाव लंबित हैं। सोनिया गांधी अंतरिम अध्‍यक्ष बनी हुई हैं। इससे बाहर भी गलत मैसेज जाता है। यह बीजेपी को उस पर हमला करने का मौका देता है। वह वंशवादी के टैग से चिपकी हुई दिखती है। नेतृत्‍व और छवि में बदलाव कर कांग्रेस को इसका फायदा हो सकता है।

राहुल, प्रियंका या सोनिया, कोई भी कांग्रेस की नैया पार लगा पाने में सफल साबित नहीं हुआ। प्रियंका गांधी को तो कांग्रेस ‘ब्रह्मास्‍त्र’ मानती थी। लेकिन, यूपी सहित पांच राज्‍यों के चुनाव में पार्टी ने इस ब्रह्मास्‍त्र का भी इस्‍तेमाल कर लिया। हार पर हार के बावजूद पार्टी पर गांधी परिवार की पकड़ बनी हुई है। जब कभी गांधी परिवार को चुनौती दी जाती है तो पार्टी के अंदर ही हंगामा शुरू हो जाता है। ऐसा करने वाले नेता हाशिये पर चले जाते हैं। जी-23 इसका उदाहरण है। यह पार्टी में सुधारों की पुरजोर पैरवी करता रहा है। यहां तक नेतृत्‍व में बदलाव की मांग करते हुए इसने पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को चिट्ठी तक लिखी थी।

Investiture Ceremony: Haryana Governor awards 92 Police officers/officials with President’s Police Medal/Police Medal

Panchkula, April 26 :

Haryana Governor Sh. Bandaru Duttatraya awarded 92 officers and officials of Haryana Police with the President’s Police Medal/Police Medal for rendering distinguished and meritorious services during the Investiture ceremony organized at Indradhanush Auditorium in Panchkula, today.

          During the ceremony, the Haryana Governor bestowed the President’s Police Medal for distinguished service on 11 officers/officials and the Police Medal for meritorious service on 81 officers/officials of Haryana Police.

          Speaker, Haryana Vidhan Sabha, Sh. Gian Chand Gupta, Deputy Chief Minister Sh. Dushyant Chautala, Home Minister, Sh. Anil Vij, Additional Chief Secretary, Home Sh. Rajiv Arora, DGP Haryana Sh. P.K. Agrawal, Managing Director, Haryana Police Housing Corporation Sh. R.C. Mishra, DG State Vigilance Bureau Sh. Shatrujit Singh Kapoor, Deputy Commissioner of Panckula Sh. Mahavir Kaushik, ADGP CID Sh. Alok Mittal, ADGP Crime Sh. O.P. Singh and ADGP Sh. Ajay Singhal were amongst the other senior dignitaries present at the ceremony. The family members of the awardees were also seen participating in the function.

          Among those who received the President’s Police Medal for their distinguished service are DGP (Retd) Dr. B.K. Sinha, ADGP (Admin & IT) Haryana Dr. A.S. Chawla, ADGP Navdeep Singh Virk, ADGP (Retd.) Anil Kumar Rao, ADGP (Law and Order) Sandeep Khirwar, DIG Dr. Arun Singh, Inspector (Retd.) Lakhwinder Singh, Inspector (Retd.) Gurmeet Singh, Inspectors Ramkumar, Pramod Chand, and Sub-Inspector Subhash Chander.

          Those who were decorated with Police Medal for meritorious services include IGP Saurabh Singh, IGP (Retd.) Bharti Arora, Superintendent of Police Vikas Dhankar, DIGs Krishan Murari, Shiv Charan and Balwan Singh, Superintendent of Police (Retd.) Ombir Singh, SPs Manbir Singh, Raj Kumar, Sumer Singh, DCP Mukesh Malhotra, SP (Retd) Krishan Kumar, DCP’s Jaibir Singh and Ravinder Kumar, DSPs Rajiv Kumar, Vir Singh, Gurmail Singh, Om Parkash, Ram Kumar, Angrez Singh, Baljit Singh, Naresh Yadav and Narender Kumar.

          Among the Inspectors who awarded with Police Medal for meritorious services include Deepak Singh, Shravan Kumar, Vikas, Anil Kumar, Lali Vargish, Ramlal, Arvind Kumar, Jaldheer Singh, Ramesh Kumar (Retd.), Nayan Pal, Prakash Chand, Rajpal, Ravinder Singh, Nihal Singh, Ram Kumar and Karan Singh (Retd.).          

          Among the Sub-Inspectors who awarded with Police Medal for meritorious services include Satya Dev (Retd.), Ram Kishan, Satyawan, Varinder Kumar, Rakesh Mani, Jagdish Prasad, Maha Singh (Retd.), Arun Deswal, Suresh Kumar, Harish Kumar, Dr. Ashok Kumar, Ravindra Kumar, Ravinder Kumar, Suman Kumar, Ashok Kumar, Ramesh Kumar, Ram Pal, Parveen Kumar, Mahender Singh (ORP/SI) and Kulvinder Kaur. Similarly, E/SI included Ram Partap, Suresh Kumar, Rakesh Kumar, Satpal, Ramesh Chand, Meena Sharma, Sushila Kaushik, Ranvir Kaur, Anuradha, Hardev Singh (Retd.) and Joginder Singh.

          The Assistant Sub Inspectors (ASIs) who received Police Medal included Virender Singh, Karambir Singh, Rajesh Kumar, Manoj Kumar, Parveen Kumar, Joginder Singh, Amit Kumar, Deepak Kumar, Didar Singh, Ramphal (E/ASI) and Shiv Kumar (E/ASI).

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 26 April

एसीपी ट्रैफिक नें मोबाईल का प्रयोग ना करनें पर जारी की एडवाईजरी

 पंचकूला 26 अप्रैल :-  

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त श्री मोहित हांडा के निर्देशानुसार, एसीपी ट्रैफिक श्री राजकुमार रंगा नें जानकारी देते हुए बताया कि वाहन चालक अक्सर वाहन का प्रयोग करते समय मोबाइल या ईयरफोन का प्रयोग करते है और तेज आवाज में गाडी में तेज आवास में स्पीकर चलाकर म्युजिक सुनते है जिससे सडक दुर्घटना का शिकार होनें की सम्भावना होती है क्योकि ड्राईविंग करना अच्छी बात है परन्तु लापरवाही से वाहन चलाना जिन्दगी के लिए खतरनाक है जिससे अक्सर सडक हादसो की शिकार हो जाते है इसके प्रति हमें सावधानिंया बरतनी चाहिए और वाहन चलाते समय मोबाईल का प्रयोग बिल्कूल भी नही करना चाहिए ।

इसके साथ ही कहा कि वाहन चलाते समय मोबाईल फोन पर बात करना आजकल के खासकर युवा लापरवाही करते है और लोग कार या बाइक चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करते है या भी फोन पर म्युजिक सुनते है क्योकि इस आपकी लापरवाही से दूसरे वाहन चालकों की जान भी खतरे मे डालते है  यही वजह है कि मोबाइल फोन अब हादसों का सबसे बड़ा कारण बनते जा रहे हैं । इसलिए हमे खुद को जागरुक होकर इस प्रकार के लापरवाही से सर्तक रहना चाहिए । इस पर पुलिस के द्वारा जागरुक किया जा रहा है और इस नियम की पालना करने वालों पर चालान भी किये जा रहे है जो ट्रैफिक पुलिस नें माह जनवरी से माह मार्च तक करीब 68 लोगो के चालान काटे गये है

सेलफोन पर न करें बात

भाग-दौड़ भरी जिंदगी में सेल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है । गाड़ी चलाते समय सेलफोन का बिलकुल इस्तेमाल न क रें। यह सिर्फ फोन पर बात करने वाले के लिए नहीं है, मोबाइल पर मैसेज पढ़ना या कुछ और करना भी खतरनाक साबित हो सकता है । बहुत जरूरी होने पर सड़क किनारे सुरक्षित जगह पर गाड़ी खड़ी कर मोबाइल का इस्तेमाल करे ।

हेडफोन से म्यूजिक सुनने से बचें

इस बारे में एसीपी ट्रैफिक नें जानकारी देते हुए बताया कि कि वाहन चालक अक्सर म्यूजिक सिस्टम को आपरेट करती है या फिर मोबाइल पर इयर फोन लगाकर म्युजिक सुनते है जिससे वाहन चालक का ध्यान भटक जाता है और अचानक सड़क पर किसी वाहन के आने से हादसे होने का डर रहता है । जिसकी वजह से सडक हादसे की सम्भावना ज्यादा हो जाती है ।

इसके साथ एसीपी ट्रैफिक नें आमजन से अपील करते हुए कहा कि इस प्रकार की लापरवाही से जिन्दगी को खतरें में ना डालो और ट्रैफिक नियमो की पालना करके खुद को और दुसरो को सुरक्षित रखें क्योकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के मुताबिक  मोबाईल फोन का उपयोग करनें से हर चार मिनट पर एक की मौत हो जाती है । और कहा कि वाहन चलाने के दौरान ब्रेक लगाना, स्पीड बढ़ाना या मोड़ना सब कुछ नर्वस सिस्टम के काम करने पर होता है । वाहन चलाने के दौरान मोबाइल पर बात करने के दौरान या फिर सड़क पर चलते हुए मोबाइल का प्रयोग करने पर नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है । ऐसे में वाहन चलाने के दौरान स्पीड ब्रेकर आने पर ब्रेक लगाने, सामने से आते वाहन को बचाने के लिए मुड़ने या फिर स्पीड बढ़ाने में असमंजस की स्थिति पैदा हो जाती है और दुर्घटना घटित हो ही जाती है ।

सुनना जरूरी है… वाहन चलाते वक्त न करें मोबाइल का इस्तेमाल नहीं तो हो जाएंगे हादसे के शिकार, अगर मोबाइल सुनना या आपरेट करना जरुरी हो तो वाहन को साईड में पार्क करके इस्तेमाल करें ज्यादा समय नही देता हादसा कुछ ही पल भर हो जाता है इसलिए अपनें वाहन को साईड पार्क करके समझदारी अपनाते हुए मोबाइल का प्रयोग करें

पुलिस नें जुआ के मामलें में दो को किया काबू

 पंचकूला 26 अप्रैल :-  

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा के निर्देशानुसार, प्रंबधक थाना सेक्टर 07 हरिराम के नेतृत्व में थाना सेक्टर 07 की टीम द्वारा अवैध जुआ खेलनें के मामलें में दो आरोपियो को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान गोविन्दा पुत्र हरिकृष्ण वासी खडक मंगोली तथा अभिषेक पुत्र रामानंद वासी खडक मगोंली जिला पंचकूला के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक कल दिनांक 25 अप्रैल को पुलिस थाना सेक्टर 07 की टीम द्वारा गस्त पडताल करते दो आरोपियो थाना सेक्टर 07 क्षेत्र से जुआ खेलनें के मामलें में गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपियो के खिलाफ थाना सेक्टर 07 में जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज करके दोनो आरोपियो के पास जुआ राशि बरामद कार्यवाही की गई ।

मोटरसाईकिल चोरी के मामलें में आरोपी गिरफ्तार

 पंचकूला 26 अप्रैल :-  

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा के निर्देशानुसार, इन्चार्ज पुलिस चौकी रामगढ राजबीर सिंह के द्वारा मोटरसाईकिल चोरी के मामलें में आरोपी को गिऱफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान रोहन उर्फ डोगर पुत्र प्रीतम वासी गाँव रामगढ पंचकूला के रुप में हुई ।

जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता हेमराज वासी गांव रत्तेवाली जिला पंचकूला नें थाना में शिकायतकर्ता नें शिकायत दर्ज करवाई कि दिनांक 19.02.2022 को वह अपनी मोटरसाईकिल पर सवार होकर सेक्टर 28 पंचकूला में किसी काम को लेकर गया था परन्तु मोटरसाईकिल स्टेण्ड पर लगाकर गया वापिस आनें पर वहां पर मोटरसाईकिल नही मिली जिसको आसपास चैक किया गया परन्तु नही मिली जिसको किसी अन्जान व्यकित के द्वारा चोरी कर लिया गया । जिस बारें थाना में प्राप्त शिकायत पर धारा 379 भा.द.स के तहत मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें में आगामी तफतीश करते हुए उपरोक्त मोटरसाईकिल चोरी के मामलें में आरोपी को गिऱफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी को पेश अदालत न्यायिक हिरासत भेजा गया ।

संजय टंडन व अनिल दुबे ने एडवाइज़र के समक्ष चार नं. कॉलोनी का मुद्दा उठाया

चण्डीगढ़ :

आजकल कॉलोनी नं. चार को ढहाए जाने का मामला गरमाया हुआ है। इस मसले को लेकर आज नगर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व हिमाचल भाजपा के सहप्रभारी संजय टंडन की अगुआई में एक प्रतिनिधि मंडल ने नगर प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व उपमहापौर एवं पार्षद अनिल दुबे, ऊषा तिवारी, शिव कुमार, मुमताज़ व ओमप्रकाश  आदि शामिल थे। सलाहकार ने इस मौके पर डीसी विनय प्रताप के साथ-साथ एरिया एसडीएम व तहसीलदार को भी बुलाया हुआ था। सलाहकार धर्मपाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कॉलोनी नं. चार के जिस भी निवासी के पास वैध कागजात होंगे उन्हें आवास आबंटित कर दिया जाये। उन्होंने भाजपा प्रतिनिधिमंडल को भी आश्वासन दिया कि वैध कागजात वाले निवासियों को पर्याप्त समय दिया जाएगा।   

Panjab University in its Senate Meeting held today( April 26, 2022) passed all three items kept for consideration.

Koral ‘Purnoor’, Demokratic Front, Chandigarh April 26, 2022

PU Senate Meeting

  • The first item was regarding creation of separate entity i.e. a company of PU under Section 8 of the Companies Act 2013 be established for the operation/maintenance of the multi purpose auditorium complex which is coming up in Sector 25 Panjab University Campus. The members were of the unanimous opinion that the project should run on self sustaining model and the annual recurring expenditure of the project should not be made a part of the University budget. As in the approved structure of this entity, Vice Chancellor would be as Ex-Offico Managing Director/Chairperson and the Board of Directors shall  be nominated by the Vice Chancellor from amongst the Senior functionaries of the University. The proposed entity shall ensure generation of adequate resources from this multi purpose auditorium complex.

In the second item, the physical presence of candidate/candidates will not be necessitated at the time of Ph.D Viva Voce during ongoing Covid 19 pandemic restrictions or similar extra ordinary conditions if arise in future.

            The third item regarding the recommendations of the Regulations Committee pertaining to different courses in different departments of the Panjab University. The regulations were for B.Ed Special education (learning disability), certificate course in Corporate Security, Safety and Fire Protection Management, Master of Architecture, Bachelor of Pharmacy and M.Pharmacy and three year course for Shastri, M.Sc in Microbial Biotechnology, Certificate course in Vedic Studies, Master of Hotel Management and Catering Technology, Master in Tourism and Travel Management, PG Diploma in Journalism and Mass Communication, PG Diploma in Radio Production, PG Diploma in Adverting and Public Relations, M.Sc. in Nuclear Medicine, 5 Year Integrated Programme in Social Sciences, MBA in Pharmaceutical   Management and MBA in Hospital Management, MSC in Fashion Designing, BA B.Ed 4 year Integrated Course.

            An important discussion on the preponement of admission schedule and the duration of summer vacation was also held during the meeting.

            There were certain items for ratification including the Choice Based Credit System and Masters in Computer Science and Engineering, Masters in Mechanical Engineering (Robotics), Masters in Electronics and Communication Engineering (Artificial Intelligence).

            There were certain other items which were only for the information of the members of the Senate.

Senate Meeting : Vice-Chancellor Statement

Koral ‘Purnoor’, Demokratic Frot, Chandigarh – 26.04.2022

  • ·                I am pleased to inform the honorable members that the 69th Annual Convocation of our university will be held on May 6, 2022 and the Hon’ble Vice President of India & Chancellor of our University has very kindly consented to be the Chief Guest. I extend a hearty welcome to you all to attend the convocation.
  • ·                Professor Naveen Aggarwal and Dr. Manoj Sharma of UIET alongwith Professor Ashima Goyal and Dr. Manoj  Kumar Jaiswal of PGI have been granted  patent for an invention entitled “An Oral Healthcare Educational Appratus and a system thereof”. This device will be of great help to the visually impaired students and has been developed in 15 languages with the active help of the Design & Innovation Centre of UIET.
  • ·                Dr. Rakesh Malik, Deputy Director, Sports Department has been appointed as Director Sports at Dr. Hari Singh Gaur University. Dr. Malik has made distinguished contributions for the growth of sports at our University and working beyond the call of duty for getting MAKA trophy for three consecutive years.
  • ·                Professor Ajay Kumar Sood, our alumnus from Physics Department and Vigyan Rattan awardee from our University has been appointed as Principal Scientific Advisor to the Government of India.
  • ·                Dr. Gurmeet Singh, Department of Hindi has been appointed on ICCR Chair of Hindi at University of Naples for a period of one semester w.e.f. 13.04.2022.  He has also been nominated as a member of the Hindi Advisory Committee of Department of Telecommunications, Ministry of Communication.

पार्षद के करीबियों की नवगठित आरडब्ल्यूए को वार्ड के सभी पार्कों की देखरेख का जिम्मा सौंपा

  • नगर निगम अधिकारियों की मनमानी :
  • निगमायुक्त से शिकायत की पुरानी आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने :
  • सड़क पर उतरने व कोर्ट जाने की चेतावनी दी  


चण्डीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट – 26 अप्रैल :

वार्ड नं. 22 ( से. 31, 32 व 33 ) में पड़ते नौ पार्कों की देखरेख का जिम्मा नियम-कायदों की धज्जियां उड़ाते हुए स्थानीय पार्षद के पति की नवगठित रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए ) को सौंप दिया गया है जिस कारण यहाँ पहले से मौजूद दो आरडब्ल्यूए’ज़ के पदाधिकारियों ने कड़ा ऐतराज जताया है व नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है। इस वार्ड की ज्वाइंट रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन, से. 32, 33 के नाम से विधिवत रजिस्टर्ड आरडब्ल्यूए ( पंजीकरण संख्या 5007) के अध्यक्ष जगदीप महाजन ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि जनवरी माह में उन्हें पता चला कि निगम द्वारा इस वार्ड में पड़ते नौ पार्कों को रखरखाव के लिए दिया जाना है तो वे 10 जनवरी को बागवानी विभाग के एसई कृष्ण पाल व एक्सईएन जंगशेर से मिले व इस कार्य हेतु विधिवत आवेदन कर दिया। दो दिन बाद जंगशेर ने उन्हें बताया कि आरडब्ल्यूए, से. 32-डी की ओर से भी उन्हें आवेदन प्राप्त हुआ है, इसलिए उन्हें पांच पार्क अलॉट किये जाएंगे जबकि चार पार्क आरडब्ल्यूए, से. 32-डी को दिए जाएंगे। इस पर जगदीप महाजन राजी हो गए। पूछने पर उन्होंने ये भी कहा कि इस काम में 15 -20 दिन तक लगेंगे।  

बाद में विभाग के एसडीओ अंग्रेज सिंह व जेई हरिमोहन ने उन्हें सूचित किया कि वार्ड पार्षद की भी एक आरडब्ल्यूए है, इसलिए अब तीनों आरडब्ल्यूए को तीन-तीन पार्क दिए जाएंगे। जगदीप महाजन इस पर भी राजी हो गए परन्तु जब तीन महीने बीतने पर भी इस बाबत कोई सूचना नहीं मिली तो उन्होंने फिर से विभाग से सम्पर्क किया तो उन्हें पता चला कि सभी नौ के नौ पार्क पार्षद अंजू कत्याल के करीबियों की आरडब्ल्यूए को सौंप दिए गए हैं। इस पर जब जगदीप महाजन ने सम्बंधित अधिकारियों से पूछा तो उन्हें जवाब मिला कि उनकी आरडब्ल्यूए (ज्वाइंट रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन, से. 32, 33) वैध नहीं है। जगदीप महाजन ने अपने स्तर पर तहकीकात की तो उन्हें पता चला कि अंजू कत्याल के करीबियों की आरडब्ल्यूए इसी महीने गठित की गई है जिसमें उनके पति सतीश कत्याल अध्यक्ष व उनके पडोसी रजनीश महासचिव हैं।

जगदीप महाजन ने निगम अधिकारियों पर पक्षपात करने व नियमों को ताक पर रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि नगर प्रशासन के रजिस्ट्रार ऑफ़ सोसाइटीज के कार्याल से कई वर्ष पूर्व विधिवत पंजीकृत उनकी आरडब्ल्यूए को अधिकारियों ने अपने स्तर पर ही अवैध घोषित कर डाला व पार्षद के दबाव के आगे झुक कर गैर कानूनी तरीके से सभी पार्कों का काम उनके हवाले कर दिया।

उन्होंने अपने साथियों सहित सारे मामले कि शिकायत निगम आयुक्त से की है व न्याय न मिलने पर कोर्ट जाने कि चेतावनी भी दी है। जगदीप महाजन ने ये भी आरोप लगाया कि ये अधिकारी पंजाब कॉडर के हैं व अंजू कत्याल ने पंजाब में सत्तारूढ़ आप सरकार के जरिए इन अधिकारियों पर दबाव बनाया है।

जगदीप महाजन ने हैरानी जताई कि यदि उनकी आरडब्ल्यूए अवैध थी तो अधिकारियों ने तब उनका आवेदन क्यों स्वीकार किया और इस बाबत मौखिक या लिखित में उनसे कोई सवाल जवाब क्यों नहीं किया?

एडवोकेट मांगे राम पंवार ने थामा आम आदमी पार्टी का झाड़ू

कोशिक खान यमुनानगर, डेमोक्रेटिक फ्रंट – छछरौली :
लोहरीवाला निवासी एडवोकेट मांगेराम पंवार ने आप हरियाणा प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद डॉक्टर सुशील गुप्ता एवं आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉक्टर अशोक तंवर पूर्व सांसद व अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में नई दिल्ली में आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है। हालांकि एडवोकेट  पंवार पहले भी 2012 से 2014 तक आम आदमी पार्टी में विभिन्न पदों पर रहे। इतना ही नहीं वह अन्ना हजारे आंदोलन में भी उनके साथ रहे। अब उन्होंने फिर से आम आदमी पार्टी का दामन थाम कर अपने घर वापसी की है। इससे पहले वह  भारतीय जनता पार्टी में विधि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक थे।

एडवोकेट मांगेराम पंवार ने बताया कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा कर गए गए विकास कार्यों से प्रभावित होकर उन्होंने फिर से आम आदमी पार्टी में इच्छा जताई है क्योंकि वह पहले भी आम आदमी पार्टी में रहकर कार्य कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि पार्टी संयोजक दिल्ली के यशस्वी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मेहनत की बदौलत दिल्ली में लगातार तीसरी बार वह पंजाब में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी है। दो प्रदेशों में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के साथ-साथ देश भर में आम आदमी पार्टी का डंका बज रहा है। क्योंकि आम जनता  विकास व अमन चैन चाहती है।

उन्होंने बताया कि आने वाले चुनाव में गुजरात व हिमाचल प्रदेश आदि  पूर्ण बहुमत के साथ आम आदमी की सरकार बनेगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस बार हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी परचम लहराएगी। उन्होंने बताया कि आम जनता अन्य पार्टियों से पूरी तरह से ऊब चुकी है जिसका मुख्य कारण नेताओं की आम जनता से दूरी है। ऐसे में अब हरियाणा प्रदेश में हर जगह पर आम आदमी का झाड़ू चलेगा। इस मौके पर सांसद प्रतिनिधि शिखा गर्ग, हरियाणा सह प्रभारी दिनेश प्रताप, हिमाचल प्रदेश प्रभारी योगेश डेडा मुख्य रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने पार्टी मुखिया व राष्ट्रीय, प्रदेश व जिला के सभी नेताओं का आभार व्यक्त किया है।

निर्देशक डॉ एस के दास की शार्ट फ़िल्म ‘सनी’ को फिल्म फेस्टिवल में पुरस्कृत

  • “11 वें सीएमसी वटावरन फिल्म फेस्टिवल एंड अवार्ड्स में शार्ट फ़िल्म ‘सनी’ को ‘आजीविका और टिकाऊ प्रौद्योगिकियां’ कैटगरी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट – 26 अप्रैल :

‘सोशल इमेज प्रोडक्शन‘ के बैनर तले बनी और एस के दास द्वारा निर्देशित की शार्ट फ़िल्म ”सनी दी सन ऑफ़ रिवर महानदी’ को चंडीगढ़ में आयोजित ’11 वें सीएमसी वटावरन फिल्म फेस्टिवल एंड अवार्ड्स’ में ‘आजीविका और टिकाऊ प्रौद्योगिकियां’ कैटगरी में सर्वश्रेष्ठ भारतीय फिल्म पुरस्कार 23 अप्रैल 2022 को मिला। इस वर्ष कुल 21 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय फिल्मों को 10 श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया।इसमें फिल्म मेकर श्याम बैगेगल, डॉ जी बी के राव,फेस्टिवल के डाइरेक्टर्स इत्यादि जैसे कई दिग्गज इसके जज था। एस के दास को 50 हज़ार का पुरस्कार, ट्रॉफी व सर्टिफ़िकेट दिया गया। जिसके लिए उन्होंने फेस्टिवल कमेटी व जूरी के सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।

                   जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से एमए, एम.फिल और पीएचडी पूरा करने के बाद डॉ श्वेता कुमार दास (एस के दास) ने ओडिशा प्रशासनिक सेवा में अपना कैरियर बनाया। महिला सशक्तिकरण, किसान आत्महत्या, जाति व्यवस्था, आपदा प्रबंधन और मौजूदा सामाजिक अंध विश्वास जैसे सामाजिक मुद्दों पर आधारित फिल्में बनाने के लिए उनकी विशेष रूचि रही है। उनके द्वारा निर्देशित लघु फिल्म ‘मास्क’ ने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीते थे।

            अपनी शार्ट फ़िल्म ‘सनी’ के बारे में निर्देशक डॉ एस के दास कहते है,”लघु फिल्म “सनी” महानदी नदी और ओडिशा में मछुआरों की आजीविका पर आधारित है। यह फिल्म ओड़िआ भाषा में बनी है। महानदी नदी को ओडिशा की मां के रूप में माना जाता है,यह नदी लोगों की आजीविका से निकटता से जुड़ी हुई है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे मछुआरे समुदाय को दोनों राज्यों के बीच जल विवाद का सामना करना पड़ता है?”